Saturday, October 19, 2024
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मंदी के साथ खुला शेयर बाजार, 30 अंक टूटा

नई दिल्ली । अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिल रहे मिले जुले संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार की कमजोर शुरुआत देखने को मिली है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 30 अंक की कमजोरी के साथ 32219 के स्तर पर और निफ्टी सपाट होकर 10008 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिले जुले संकेत देखने को मिल रहे हैं। जापान का निक्केई 0.36 फीसद की कमजोरी के साथ 19956 के स्तर पर, शांघाई 0.18 फीसद की बढ़त के साथ 3278 के स्तर पर, हैंगसैंग 0.02 फीसद की कमजोरी के साथ 27525 के स्तर पर और कोरिया का कोस्पी 0.17 फीसद की बढ़त के साथ 2390 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।

गुरुवार के सत्र में अमेरिकी बाजार के प्रमुख सूचकांक डाओ जोंस 0.04 फीसद की बढ़त के साथ 22026 के स्तर पर, एसएंडपी500 0.22 फीसद की कमजोरी के साथ 2472 के स्तर पर और नैस्डैक 0.35 फीसद की कमजोरी के साथ 6340 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है।

 

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सूक्ष्म, लघु, मझोले उद्योगों को मिलेगा आसान कर्ज

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नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) सूक्ष्म, लघु व मझोले उद्यमियों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा। जीएसटी से जैसे-जैसे राजस्व बढ़ेगा सरकार उसका लाभ एसएमई को वित्तीय मदद के रूप में देगी यानी छोटे-मझोले उद्योगों को आसानी से कर्ज उपलब्ध होगा।

यह बात केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल ने भारतीय उद्योग परिसंघ द्वारा आयोजित दिल्ली एसएमई फाइनैंस सम्मेलन के दौरान कही। मेघवाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने एसएमई की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए मुद्रा, स्टैंड-अप इंडिया जैसी कई योजनाएं शुरू की हैं।

मुद्रा के तहत 7.5 करोड़ लोगों को कर्ज दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि एसएमई को प्राथमिकता के आधार पर कर्ज दिलाने की दिशा में सरकार काम कर रही है। जीएसटी लागू होने के बाद अनौपचारिक अर्थव्यवस्था में काम कर रहे छोटे उद्योग औपचारिक अर्थव्यवस्था का हिस्सा बनेंगे, जिससे उनके कर्ज की दिक्कतें दूर हो सकती है।

इस समय 2.36 फीसदी छद्म अर्थव्यवस्था है, जो जीएसटी के बाद औपचारिक अर्थव्यवस्था का हिस्सा बन सकती है। बैंकों को कर्ज देने की पद्घति में सुधार करने को कहा गया है। जीएसटी के तहत जैसे जैसे राजस्व बढ़ेगा, उसका फायदा एसएमई को वित्तीय मदद के रूप में दिया जाएगा। 
 
मेघवाल ने कहा कि सरकार एसएमई के लिए वित्तीय प्रोत्साहन वाली योजनाओं पर जोर देगी। सीआईआई दिल्ली एसएमई पैनल के संयोजक ज्योति प्रकाश गाडिया ने कहा एसएमई को 26 लाख करोड़ रुपये कर्ज की जरूरत है, लेकिन 11 लाख करोड़ रुपये का कर्ज ही मिल पा रहा है।

जाहिर है, 15 लाख करोड़ रुपये का बड़ा अंतर है। सरकार को इस दिशा में काम करना चाहिए। गाडिया का मानना है कि जीएसटी से बैंक व एसएमई के बीच कर्ज के मामले में भरोसा बढ़ेगा, जिससे एसएमई को कर्ज मिलने में पहले से आसानी हो सकती है। 

निवेशकों को स्थिर ब्याज दरों की पेशकश के लिए उठाए कदम : अरुण जेटली

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि सरकार ने निवेशकों को स्थिर ब्याज दरों की पेशकश के लिए कदम उठाए हैं। ब्याज दर “धीरे-धीरे” “तर्कसंगत” बन जाएंगी। जेटली ने यह बात आरबीआई की ओर से नीतिगत ब्याज दरों में 0.25 फीसद की कटौती के एक दिन बाद कही है।

उन्होंने कहा कि सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी ने निवेशकों के लिए निश्चित ब्याज दर के लिए एक पेंशन योजना लॉन्च की है। आरबीआई की ओर से नीतिगत ब्याज दरों में कटौती के ठीक एक दिन बाद जेटली ने कहा कि 14-15 फीसद की उधार दर वैश्विक बाजार में भारत को गैर-प्रतिस्पर्धी बना देगा और उद्योग ऐसे उच्च ब्याज दर पर निवेश नहीं कर सकता।

उन्होंने लोकसभा में बैंकिंग विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2017 पर बहस का जवाब देते हुए कहा कि धीरे धीरे ब्याज दरें तर्कसंगत हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि पेंशन फंड सुरक्षित निवेश है। जेटली ने कहा कि सरकार ने निवेशकों को स्थिर ब्याज दरों की पेशकश के लिए कदम उठाए हैं, ताकि वो चिट फंड जैसी स्कीमों के प्रलोभन में न आने पाएं।

उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब मुद्रास्फीति 10 फीसद की दर पर थी बैंक डिपॉजिट दर 9 फीसद पर थी। लेकिन लोन पर ब्याज दरों को बढ़ाकर बैंकों ने 14 से 15 फीसद कर दिया था और इतनी ऊंची दरों के साथ वैश्विक निवेश नहीं आ सकता है। इससे पहले राज्यसभा में मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार वरिष्ठ नागरिकों और सेवानिवृत्त व्यक्तियों के लिए एक पेंशन योजना लायी है जो कि 8 फीसद का गारंटीशुदा रिटर्न देती है।

10 दिन में तीन गुना महंगा हुआ प्याज

मुंबई। टमाटर के बाद प्याज के दाम भी तेजी से बढ़ रहे हैं। बीते 10 दिन के दौरान मंडियों में प्याज के भाव तीन गुना तक बढ़ चुके हैं। मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की लासलगांव मंडी में प्याज के दाम 26 रुपये प्रति किलो के पार चले गए। प्याज के दाम बढऩे की वजह बीते वर्ष व इस साल कम दाम मिलने से उत्पादन घटने का खटका और बरसात से आपूर्ति कम होना है।

बीते 10 दिन के दौरान लासलगांव मंडी में प्याज की कीमत 300-796 रुपये से बढ़कर 800-2631 रुपये, बेंगलूरु में कीमत 700-1100 रुपये से बढ़कर 1500-2600 रुपये और दिल्ली की आजादपुर मंडी में 375-1175 रुपये से बढ़कर 600-2500 रुपये प्रति क्विंटल हो चुकी है।
 
लासलगांव मंडी के प्याज कारोबारी जयेश पाटिल ने कहा महाराष्ट्र में बारिश से मंडियों में प्याज की आपूर्ति कम हो रही है। साथ ही इस साल खरीफ में प्याज कम लगा है। जिससे उत्पादन घटने की आशंका है। लिहाजा मंडियों में प्याज के दाम तेजी से बढ़ रहे हैं।

दिल्ली स्थित आजादपुर मंडी में आलू-प्याज कारोबारी संघ के महासचिव राजेंद्र शर्मा ने कहा दक्षिण भारत में प्याज की नई फसल 20 दिन देर से आएगी और पिछले साल किसानों को दाम न मिलने से उन्होंने इसकी खेती कम की है। ऐसे में उत्पादन घटने के अनुमान से प्याज महंगा हुआ है।

मध्य प्रदेश में भी सरकार ने किसानों से सस्ता प्याज खरीदा। इससे मंडियों में प्याज की आपूर्ति घटी है। लिहाजा इस माह इसमें और तेजी के आसार बन रहे हैं।

राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान के पूर्व निदेशक पी के गुप्ता के मुताबिक इस खरीफ सीजन 2017-18 में खासकर कर्नाटक, आंध्र प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में प्याज की खेती का क्षेत्र 30-40 फीसदी कम हो गया है क्योंकि कम और देर से वर्षा होने के साथ बुआई के दौरान कम दाम रहने से किसानों ने प्याज कम लगाया।

407 नए विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक पंजीकृत

नई दिल्‍ली। चार सौ से अधिक नए विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का अप्रैल-मई में सेबी में पंजीकरण हुआ जो इस बात का संकेत है कि भारत एफपीआई का आकर्षक गंतव्य बना हुआ है। बाजार नियामक के नवीनतम आंकड़ों से यह बात सामने आई है।

पिछले वित्त वर्ष में 3,500 नए विदेशी एफपीआई का सेबी में पंजीकरण हुआ था। सेबी के आंकड़ों के अनुसार नियामक का अनुमोदन वाले एफपीआई की संख्या मई, 2017 के आखिर में 8,214 तक पहुंच गई। मार्च के अंत तक उनकी संख्या 7,807 थी, यानी 407 नए एफपीआई जुड़े।

विशेषज्ञों का कहना है कि एफपीआई भारत को उसके वृहद आर्थिक स्थायित्व, दीर्घकालिक वृद्धि संभावनाओं और वर्तमान आर्थिक सुधारों के चलते अपना पसंदीदा और स्थिर बाजार समझते हैं। उनके अनुसार इसके अलावा भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड द्वारा उठाए गए कई कदमों से उसके प्रति आकर्षण बढ़ा।

जियो की डाउनलोड स्पीड जुलाई में भी तेज

नयी दिल्ली। देश में 4जी दूरसंचार सेवाएं देने वाली प्रमुख चार कंपनियों में नयी कंपनी रिलायंस जियो की औसत डाउनलोड स्पीड जुलाई में 18.65 एमबीपीएस के साथ सबसे अधिक दर्ज की गई है। वहीं देश की सबसे बड़ी दूरसंचार सेवाप्रदाता एयरटेल इस मामले में चौथे स्थान पर रही है।

भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण ट्राई के माईस्पीड पोर्टल के अनुसार जुलाई में जियो की औसत डाउनलोड स्पीड 18.65 मेगाबाइट प्रति सेकेंड एमबीपीएस दर्ज की गई है।

जबकि एयरटेल की औसत डाउनलोड स्पीड इस अवधि में सबसे कम 8.91 एमबीपीएस दर्ज की गई। इस मामले में 11.07 एमबीपीएस स्पीड के साथ वोडाफोन दूसरे और 9.46 एमबीपीएस स्पीड के साथ आइडिया तीसरे स्थान पर रही है। इससे पहले जून में जियो की औसत डाउनलोड स्पीड 18.80 एमबीपीएस और मई में 19.12 एमबीपीएस दर्ज की गई थी।

जून में एयरटेल की औसत डाउनलोड स्पीड 8.22 एमबीपीएस और मई में 10.15 एमबीपीएस थी। इसी प्रकार वोडाफोन की औसत डाउनलोड स्पीड जून में 12.29 एमबीपीएस और मई में 13.38 एमबीपीएस दर्ज की गई थी।आइडिया की जून में औसत डाउनलोड स्पीड 11.68 एमबीपीएस और मई में 13.70 एमबीपीएस थी।

 

हड़ताल के समर्थन में बैंक कर्मियों का प्रदर्शन

कोटा। बैंकों की 22अगस्त की राष्ट्रव्यापी हड़ताल के समर्थन मे गुरुवार को बैंक कर्मियों एवं अधिकारियों ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की झालावाड़ रोड स्थित गोवर्धनपुरा कोटा शाखा के समक्ष प्रदर्शन किया। 

जन विरोधी बैंकिंग सुधार, कॉर्पोरेट एनपीए को बट्टे खाते में डालने, बैंक प्रभार बढ़ाने के विरोध , एनपीए वसूली हेतु संसदीय समिति की सिफारिश लागू करने,  बैंक बोर्ड ब्यूरो भंग करने एनपीए की वसूली हेतु कारगर कदम उठाने, सभी वर्गों में भर्ती करने तथा बैंक कर्मियों से संबंधित मुद्दे तुरंत हल करने की मांग को लेकर 22अगस्त को बैंकों की राष्ट्रव्यापी हड़ताल रहेगी। 

बैंक कर्मियों एवं अधिकारियों ने गुरुवार को हड़ताल के समर्थन मे प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी बैंक कर्मियों को संबोधित करते हुए बैंक कर्मी अधिकारी नेताओं अशोक ढल, ललित गुप्ता,सुरेश खंडेलवाल, सुशील मेहता, गजानंद मीणा,मोहम्मद अकरम,पदम पाटोदी,संजीव झा,अनिल ऐरन, डीएस साहू, हेमराज सिंह गौड़, आर बी मालव,मिर्जा नफीस बेग आदि ने 22अगस्त की बैंक हड़ताल को सफल बनाने का आव्हान किया।

BSE सेंसेक्स 238 अंक फिसला, 32237 पर बंद

मुंबई। दिनभर के उतार चढ़ाव के बाद शेयर बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर बंद हुए हैं। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 238 अंक गिरकर 32237 के स्तर पर और निफ्टी 67.85 अंक की कमजोरी के साथ 10013 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप 1.08 फीसद और स्मॉलकैप 1.04 फीसद की कमजोरी देखने को मिली है।

बैंकिंग शेयर्स में बिकवाली
सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो सभी सूचकांक लाल निशान में कारोबार कर बंद हुए हैं। सबसे ज्यादा मुनाफावसूली बैंकिंग शेयर्स में देखने को मिली है। ऑटो (0.68 फीसद), फाइनेंशियल सर्विस (1.30 फीसद), एफएमसीजी (0.19 फीसद), आईटी (0.42 फीसद), मेटल (1.91 फीसद), फार्मा (1.24 फीसद) और रियल्टी (0.85 फीसद) की कमजोरी देखने को मिली है।

कोल इंडिया टॉप लूजर
दिग्गज शेयर्स की बात करें तो निफ्टी में शुमार शेयर्स में से 20 हरे निशान में और 31 गिरावट के साथ कारोबार कर बंद हुए हैं। आईओसी, एसीसी, भारती एयरटेल, अंबूजा सीमेंट और रिलायंस के शेयर्स में हुई है। वहीं, गिरावट ल्यूपिन, कोल इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, हिंडाल्को और टाटा मोटर डीवीआर के शेयर्स में हुई है।

 

 

आधार से पैन को लिंक ऐसे करें ऑनलाइन

नई दिल्ली। अब सबको अपना पैन कार्ड आधार से लिंक करना जरूरी है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनका पैन आधार से लिंक नहीं हो पा रहा। ऐसे में संभव है कि आपके पैन में कुछ ऐसी सूचनाएं हों जो आधार में दी गई सूचनाओं से मैच न करती हों।

आपको अपने पैन कार्ड की सूचनाएं सुधार लेनी चाहिए। जन्म तिथि, नाम आदि की जो सूचनाएं आधार में दी गई हैं वही सूचनाएं पैन में भी होनी चाहिए। आधार में दी गई सूचनाएं बिल्कुल दुरुस्त हैं तो आपके पास विकल्प है कि अपने पैन की सूचनाएं ऑनलाइन ठीक कर लें। 

यहां हम को बता रहे इसका एक आसान तरीका-

NSDL की वेबसाइट (https://www.onlineservices.nsdl.com/paam/endUserRegisterContact.html) पर जाएं। यहां पर पैन करेक्शन का ऑप्शन चुनें।

पैन करेक्शन पेज पर कुछ डिटेल्ट देकर सब्मिट करेंगे तो आपको एक नया पेज मिलेगा। यहां आवेदक को एक टोकन नंबर मिलेगा। टोकन नंबर आपकी ईमेल पर भी आ जाएगा।

पेज के टॉप पर ई-साइन के जरिए स्कैन्ड इमेज सबमिट करने और आप जिस पैन नंबर में करेक्शन कराना चाहते हैं, उसका नंबर होगा।

इस पेज पर अपनी निजी सूचनाएं सावधनी के साथ भरें। सुनिश्चित करें कि आधार और पैन की सूचनाएं एक जैसी हों। इसके बाद आप अपने पैन के जिस भाग जैसे-फोटो, साइन, पैरेंट्स की सूचना आदि सुधारना चाहते हैं उस बॉक्स में टिक लगाएं।

GST : सरकार का नया टैक्स स्लैब लाने पर विचार

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नई दिल्ली। 1 जुलाई से देशभर में लागू हुए वस्तु एवं सेवा कर के अंतर्गत टैक्स की चार दरें 5,12,18 और 28 तय की गई थीं, लेकिन अब कुछ क्षेत्रों की चिंताओं को देखते हुए सरकार 12 और 18 फीसद वाले टैक्स स्लैब को खत्म कर एक नया टैक्स स्लैब लाने पर विचार कर रही है।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को इस बात के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा है कि जैसे जैसे जीएसटी आगे बढ़ेगा उसी तरह इसके टैक्स दरों पर पुनर्विचार चलता रहेगा। 12 फीसद और 18 फीसद टैक्स स्लैब को मिलाकर एक स्लैब बनाने की संभावना है।

सरकार का 12 और 18 फीसद वाले टैक्स स्लैब को खत्म कर एक नया टैक्स स्लैब लाने पर विचार 

 रोज के इस्तेमाल में आने वाली कुछ जरूरी चीजों को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है। हालांकि जेटली ने जीएसटी के अलग-अलग टैक्स स्लैब का बचाव भी किया।

उन्होंने कहा कि देश में एक समान टैक्स का प्रावधान नहीं हो सकता। जैसे हवाई चप्पल और BMW कार पर एक समान टैक्स नहीं लगाया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि GST का उद्देश्य घरेलू उत्पादों को बढ़ावा देना भी है।

सरकार नहीं चाहती की सस्ते विदेशी उत्पाद देश में आते रहें।अरुण जेटली ने स्पष्ट किया है कि कि दोनों टैक्स दरों को खत्म करने से पहले सरकार इसके अन्य विकल्प के बारे में भी सोचेगी ताकि महंगाई न बढ़े। इसके साथ ही संसद में जम्मू-कश्मीर के लिए भी सीजीएसटी और एसजीएसटी बिल को पारित कर दिया गया है।