नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि सरकार ने निवेशकों को स्थिर ब्याज दरों की पेशकश के लिए कदम उठाए हैं। ब्याज दर “धीरे-धीरे” “तर्कसंगत” बन जाएंगी। जेटली ने यह बात आरबीआई की ओर से नीतिगत ब्याज दरों में 0.25 फीसद की कटौती के एक दिन बाद कही है।
उन्होंने कहा कि सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी ने निवेशकों के लिए निश्चित ब्याज दर के लिए एक पेंशन योजना लॉन्च की है। आरबीआई की ओर से नीतिगत ब्याज दरों में कटौती के ठीक एक दिन बाद जेटली ने कहा कि 14-15 फीसद की उधार दर वैश्विक बाजार में भारत को गैर-प्रतिस्पर्धी बना देगा और उद्योग ऐसे उच्च ब्याज दर पर निवेश नहीं कर सकता।
उन्होंने लोकसभा में बैंकिंग विनियमन (संशोधन) विधेयक, 2017 पर बहस का जवाब देते हुए कहा कि धीरे धीरे ब्याज दरें तर्कसंगत हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि पेंशन फंड सुरक्षित निवेश है। जेटली ने कहा कि सरकार ने निवेशकों को स्थिर ब्याज दरों की पेशकश के लिए कदम उठाए हैं, ताकि वो चिट फंड जैसी स्कीमों के प्रलोभन में न आने पाएं।
उन्होंने कहा कि ऐसे समय में जब मुद्रास्फीति 10 फीसद की दर पर थी बैंक डिपॉजिट दर 9 फीसद पर थी। लेकिन लोन पर ब्याज दरों को बढ़ाकर बैंकों ने 14 से 15 फीसद कर दिया था और इतनी ऊंची दरों के साथ वैश्विक निवेश नहीं आ सकता है। इससे पहले राज्यसभा में मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि सरकार वरिष्ठ नागरिकों और सेवानिवृत्त व्यक्तियों के लिए एक पेंशन योजना लायी है जो कि 8 फीसद का गारंटीशुदा रिटर्न देती है।