विदेशी फंडों की निकासी से सेंसेक्स 385 अंक गिरा, निफ्टी 25 हजार से नीचे

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नई दिल्ली। Stock Market Opened: बेंचमार्क इंडेक्स, सेंसेक्स और निफ्टी गुरुवार को शुरुआती कारोबार में चढ़ गए, लेकिन बाद में सभी शुरुआती बढ़त गंवा दी और विदेशी फंडों की निरंतर निकासी के बीच निचले स्तर पर कारोबार कर रहे थे।

शुरुआती कारोबार में, BSE सेंसेक्स 280.04 अंक चढ़कर 81,781.40 पर पहुंच गया। NSE निफ्टी 58.2 अंक बढ़कर 25,029.50 पर पहुंच गया। हालांकि, बाद में दोनों बेंचमार्क इंडेक्स, लाल निशान पर आ गए और निचले स्तर पर कारोबार कर रहे थे। खबर लिखे जाते समय, सेंसेक्स 385.67 अंक गिरकर 81,115.69 पर जबकि निफ्टी 172.05 अंक गिरकर 24,799.25 पर कारोबार कर रहा था।

मार्केट एक बार फिर लुढ़कने लगा : सुबह 9:40 पर शेयर मार्केट एक बार फिर लुढ़कने लगा है। सेंसेक्स 235 अंक टूटकर 81265 पर आ गया है। निफ्टी भी गिरावट का शतक लगाकर 24855 पर है। इसमें 116 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है। रिलायंस, इन्फोसिस, स्टेट बैंक, एलएंडटी, टीसीएस, सनफार्मा और टेक महिंद्रा को छोड़ सेंसेक्स के बाकी शेयर लाल हैं।

आज इन कंपनियों के जारी होंगे रिजल्ट्स
आज शेयर बाजार के लिए काफी अहम होने वाला है। आज Infosys, Wipro Limited, Axis Bank, इंडियन ओवरसीज बैंक, धनलक्ष्मी बैंक लिमिटेड, करूर वैश्य बैंक लिमिटेड, विप्रो, नेस्ले इंडिया, LTIMindtree, हैवेल्स इंडिया, पॉलीकैब इंडिया, जिंदल स्टेनलेस, टाटा कम्युनिकेशंस, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, टाटा केमिकल्स, CEAT Limited, टानला प्लेटफॉर्म, क्विक हील टेक्नोलॉजीज, जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज, एमिको एलेकॉन, 5पैसा कैपिटल, स्टील एक्सचेंज इंडिया जैसी कंपनियां सितंबर तिमाही के नतीजे जारी करेंगी।

अमेरिकी शेयर बाजार में रही तेजी
बुधवार को अमेरिकी शेयर बाजार में तेजी रही। वॉल स्ट्रीट पर, डॉव जोन्स रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया और चार सत्रों में तीसरी बार 0.79 फीसदी की बढ़त के साथ 43,000 अंक से ऊपर बंद हुआ। S&P 500 0.47 फीसदी चढ़ा, जबकि नैस्डैक कंपोजिट 0.28 फीसदी चढ़ा।

एशियाई बाजारों का हाल
एशिया-पैसिफिक बाजारों में वॉल स्ट्रीट की बढ़त के बाद तेजी देखी जा रही है। जापान का निक्की 225 इंडेक्स 0.27 प्रतिशत बढ़ा, जबकि ऑस्ट्रेलिया का S&P/ASX 200 इंडेक्स 0.85 प्रतिशत चढ़ा। कोरिया का कोस्पी 0.17 प्रतिशत की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है। निवेशक जापान के व्यापार आंकड़ों का भी आकलन कर रहे हैं, जिसमें सितंबर 2024 में 294.24 अरब येन का घाटा दर्ज किया गया, जबकि एक साल पहले 60.56 अरब येन का अधिशेष था।