श्रीराम कथा: भगवान भरोसे का दूसरा नाम है: पंडित विजयशंकर मेहता

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कोटा। Kota Dussehra 2024: राष्ट्रीय मेला दशहरा के अंतर्गत श्रीराम रंगमंच पर चल रही श्रीराम कथा में दूसरे दिन व्यासपीठ से पं. विजयशंकर मेहता ने अयोध्या कांड का भावपूर्ण वर्णन किया।

उन्होंने कहा कि अयोध्या कांड का जीवन सूत्र “सत्य” है। जीवन में सत्य का होना बहुत आवश्यक है। जब मन वचन कर्म से एक हो जाते हैं तो सत्य का जन्म होता है।

उन्होंने कहा कि भगवान भरोसे का दूसरा नाम है। अयोध्या कांड का विस्तार से वर्णन करते हुए पंडित मेहता ने कहा कि मंथरा घर फोड़ू प्रवृत्ति का दूसरा नाम है। यह मंथरा दहेज में आई थी। ऐसे में, दहेज मांगने वालों से और दहेज से सावधान रहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि सत्संग करो या ना करो, लेकिन कुसंग कभी मत करना। मंथरा जैसे लोगों से सदैव बचके रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले घर में एक कोप भवन हुआ करता था। आजकल पूरा घर ही कोप भवन बन गया है।

इस दौरान जेही विधि राखे राम तेहि विधि रहिए.. अवधपुरी में जइयो श्री राम जी से कहियो.. अपनी शरण लगा लो मन जप ले सीताराम, उमरिया रह गई थोड़ी.. सरीखे मधुर भजनों की प्रस्तुति भी दी। अतिरिक्त मेला अधिकारी महेश चंद गोयल, उषा सोलंकी, रेखा गुप्ता ने आरती की।

श्री राम कथा दोपहर 3 बजे से
मेला समिति अध्यक्ष विवेक राजवंशी ने बताया कि शनिवार से कथा का समय 3 से 5 बजे तक रहेगा।