चम्बल के घाटों पर मंगल आरती में प्रदूषण मुक्त नदी का आह्वान

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कोटा। गंगा अवतरण दिवस पर नदी स्वस्थ तो हम स्वस्थ का ध्येय ले कर चम्बल के रंगपुर एवं केशवरायपाटन घाट पर रविवार को तड़के मंगल आरती की गई। इस अवसर पर जीवनदायिनी नदी को प्रदूषण से मुक्त करने का संकल्प व्यक्त किया। नदी के घट पर प्रातः से ही घंटे,घडियाल व शंख ध्वनियां गूंजने लगी। ग्रामीण महिलाओं ने गंगा, यमुना, चम्बल व शिप्रा आदि के लिए मंगल गीत गाए तथा भक्ति नृत्य भी किए।

राष्ट्रीय जल बिरादरी की चम्बल संसद एवं कोटा एनवायरमेंटल सेनीटेशन सोसायटी के सचिव विनीत महोबिया, कार्यक्रम संयोजक युधिष्ठिर चानसी ने बताया कि कार्यक्रम में विधायक संदीप शर्मा, गायत्री परिवार के मुख्य ट्रस्टी जीडी पटेल, राष्ट्रीय जल बिरादरी के प्रदेश उपाध्यक्ष बृजेश विजयवर्गीय, कौशिक गायत्री परिवार बोरखेड़ा आश्रम के प्रधान संचालक यज्ञदत्त हाड़ा, गोदावरीधाम के संचालक गजेंद्र भार्गव, आईएसटीडी की चेयरपर्सन अनिता चौहान, रामकृष्ण शिक्षण संस्थान भदाना के प्रगतिशील किसान नेता रामनिवास राठौड़, अर्चना राजावत, नरेश शर्मा आदि ने चम्बल नदी को स्वस्थ रखने के लिए संपूर्ण कोटा शहर एवं केशवरायपाटन तक गंदे नालों को रोकने की अपील की। उन्होंने कहा कि रिवर फ्रंट आधी अधूरी योजना है, उससे चम्बल का भला नहीं होने वाला। प्रदूषित चम्बल से लोगों के स्वास्थ्य की गारंटी नहीं मिल सकती।

कार्यक्रम के संचालक पर्यावरणविद् विजयवर्गीय ने बताया कि चम्बल शुद्धिकरण के लिए व्यापक जन जागरण के तहत चम्बल की आरती की गई। जल बिरादरी व केईएसएस पदाधिकारियों ने नदी की स्वच्छता की शपथ दिलाई।

गायत्री आश्रम बोरखेड़ा पर गायत्री यज्ञ
श्री कौशिक गायत्री परिवार बोरखेड़ा आश्रम पर गंगा दशहरा पर गायत्री यज्ञ किया गया जिसमें अनेक सामाजिक संगठन के पदाधिकारी व गणमान्य लोग शामिल हुए।
प्रधान संचालक यज्ञदत्त हाड़ा ने बताया कि यज्ञ की पूर्णाहूति पर गंगा, गौ एवं गायत्री के प्रति संकल्प व्यक्त कर नशा मुक्ति और चम्बल के शुद्धिकरण का संकल्प किया गया।