जेईई-एडवांस्ड-2020 परिणाम: एलन के टॉप 10 में 2, टॉप 20 में 7 क्लासरूम छात्र

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  • कनिष्का मित्तल रही आल इंडिया गर्ल्स टॉपर
  • टॉप-10 में वैभव राज रैंक-3, आर.मुहिन्द्र राजवी रैंक-4
  • टॉप 50 में 15 स्टूडेंट्स सभी क्लासरूम से, टॉप 100 में 35 स्टूडेंट्स शामिल

कोटा।जेईई-एडवांस्ड 2020 के परिणामों में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के स्टूडेंट्स ने एक बार फिर श्रेष्ठता साबित की है। संस्था के 2 स्टूडेंट्स ने टॉप 10 में तथा टॉप 20 में 7 स्टूडेंट्स ने स्थान बनाया है। ये सभी स्टूडेंट्स एलन के क्लासरूम कोर्स से हैं। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक राजेश माहेश्वरी ने बताया कि देश की सबसे प्रतिष्ठित और सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई-एडवांस्ड का परिणाम आईआईटी दिल्ली द्वारा जारी किया गया।

परिणामों में एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के टॉप 10 में 2 तथा टॉप 20 में 7 स्टूडेंट्स रहे हैं। इसके साथ ही टॉप 50 में 15 स्टूडेंट्स हैं, ये सभी क्लासरूम स्टूडेंट्स हैं। वहीं टॉप 100 में 35 स्टूडेंट्स ने स्थान प्राप्त किया है, इसमें 29 क्लासरूम तथा 6 स्टूडेंट्स दूरस्थ शिक्षा से एलन से जुड़े हैं। इनमें तीन छात्राएं हैं, इनमें दो छात्राएं ऑल इंडिया गर्ल्स कैटेगिरी में टॉप 1 व 2 स्थान पर है।

माहेश्वरी ने बताया कि वैभव राज ने आल इंडिया रैंक 3 प्राप्त की है, इसके साथ ही आईआईटी दिल्ली जोन में वैभव ने टॉप किया है। आर.मुहिन्द्र राजवी ने रैंक 4 प्राप्त की है। संस्था की छात्रा कनिष्का मित्तल आल इंडिया गर्ल्स कैटेगिरी में टॉपर रही है। कनिष्का ने आल इंडिया रैंक 17 प्राप्त की है। माहेश्वरी ने बताया कि हर्ष शाह ने अखिल भारतीय स्तर पर 11वीं, लक्ष्य गुप्ता ने 12वीं, सिंधुजा गुट्टा ने 18वीं रैंक तथा शिखर मूंदड़ा ने 20वीं रैंक प्राप्त की है। छात्रा सिंधुजा गुट्टा आईआईटी दिल्ली जोन की फिमेल गर्ल्स टॉपर तथा आल इंडिया गर्ल्स कैटेगिरी में सैकेंड टॉपर रही है।

कोटा में आत्मविश्वास मजबूत हुआ

पिछले दो साल से अध्ययनरत बैंगलुरु निवासी आर. मुहिन्दर राज ने जेईई एडवांस्ड ऑल इंडिया 4 रैंक हासिल की है। इससे पूर्व जेईई मेन में 100 एनटीए स्कोर प्राप्त किए। मुहिन्दर ने बताया कि दो साल पहले एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट में एडमिशन लिया था। कोटा सपनों का शहर है, क्योंकि यहां स्टूडेंट्स के सपने साकार करने के लिए मेहनत की जाती है। कोटा आने के बाद मेरा आत्मविश्वास काफी मजबूत हुआ। फैकल्टीज ने हर संभव सपोर्ट किया।

जेईई मेन के बाद एडवांस्ड का इंतजार था लेकिन, लॉकडाउन की वजह से एग्जाम आगे खिसक गए। शुरुआत में थोड़ा परेशान हुआ लेकिन एलन की फैकल्टीज ने मोटिवेट किया, फिर लॉकडाउन में रिवीजन किया। मेरे कंसेप्ट और ज्यादा मजबूत हो गए। इससे पूर्व आईसीएचओ में सिल्वर मैडल एवं केवीपीवाय में ऑल इंडिया पांचवी रैंक हासिल कर चुका हूं। एनटीएसई स्कॉलर रहने के अलावा 10वीं कक्षा 95.6 प्रतिशत एवं 12वीं कक्षा 97.4 प्रतिशत अंकों से पास की है। मुझे कोडिंग में रुचि है। मेरा सपना एमआईटी में एडमिशन लेना है और इसकी तैयारी में कर रहा हूं। पिता डी. राजवी बिजनेसमैन हैं और मां आर. कासीमालार गृहिणी हैं

मुकाबला खुद से करो, तभी सफलता मिलेगी

उत्तरप्रदेश में मुरादाबाद निवासी एवं एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट की क्लासरूम स्टूडेंट कनिष्का मित्तल ने जेईई एडवांस्ड में ऑल इंडिया 17 रैंक प्राप्त की है। कनिष्का ने बताया कि मैं पिछले करीब दो साल से कोटा में अध्ययनरत हूं। मेरा बड़ा भाई बीटेक कर रहा है। उसको देखकर ही मैं इंस्पायर हुई और आईआईटी बनने का सपना लेकर कोटा आई। जेईई की तैयारी के लिए एलन में एडमिशन लेना मेरे लिए टर्निंग प्वाइंट साबित हुआ। क्योंकि एलन में स्टूडेंट को सलेक्शन के लिए ही नहीं बल्कि उसे टॉपर बनाने के लिए मेहनत की जाती है। यहां वो सारे संसाधन उपलब्ध कराए जाते हें, जो एक स्टूडेंट को डॉक्टर-इंजीनियर बनने के लिए चाहिए।

मैंने कभी भी खुद को दूसरों से कम्पेयर नहीं किया। मेरा मुकाबला खुद से था। इसलिए हमेशा अपना बेस्ट देने की कोशिश करती थी। मुझे खुद पर विश्वास था कि मैं कर सकती हूं। एलन में जो पढ़ाया गया, उस पर फोकस किया। रेगुलर होमवर्क करती थी। क्वेश्चंस की ज्यादा से ज्यादा प्रेक्टिस की। क्योंकि जेईई का पेपर हर बार नयापन लिए होता है। कहीं से भी, किसी भी टॉपिक से प्रश्न आ सकता है। कोटा आने से पहले मैय स्ट्रॉन्ग और फिजिक्स वीक थी। एलन में फिजिक्स को इतने अच्छे से पढ़ाया जाता है कि अब मेरी फिजिक्स सबसे ज्यादा स्ट्रॉन्ग है। मैंने 12वीं कक्षा 98.4 प्रशित एवं 10वीं कक्षा 99 प्रतिशत अंको ंसे पास की है।

लॉकडाउन का पूरा फायदा उठाया
जेईई मेन के बाद एडवांस्ड की तैयारी थी लेकिन लॉकडाउन की वजह से परीक्षा आगे खिसक गई। मैंने इस टाइम का पूरा फायदा उठाया। तीनों विषयों के वीक प्वाइंट्स पर मेहनत कर उन्हें मजबूत किया। ज्यादा से ज्यादा डाउट्स बाहर निकालकर उन्हें फैकल्टीज की मदद से सॉल्व किया। लॉकडाउन की वजह से ही शायद मैंने यह रैंक प्राप्त की है। पिता अनुज कुमार मित्तल फोटो स्टेट की दुकान चलाते हैं। मां सुचिता मित्तल गृहिणी है। कोटा में पढ़ाई के दौरान मम्मी-पापा दोनों का सपोर्ट मुझे मिला। दोनों मुरादाबाद से मेरे संपर्क में रहते थे।