नई दिल्ली। RBI MPC LIVE: रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) ने शुक्रवार को मॉनेटरी पॉलिसी का एलान किया। आरबीआई गवर्नर ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया और रीपो रेट (Repo Rate) को 6.5 फीसदी पर बरकरार रखा है। मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी के 6 में 4 सदस्य ब्याज दरों में बदलाव पक्ष में नहीं थे।
आरबीआई ने पॉलिसी स्टॉन्स ‘न्यूट्रल’ बनाए रखा है। वहीं, आरबीआई गवर्नर ने कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) 4.50 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी किया है। इससे बैंकिंग सिस्टम में 1.16 लाख करोड़ रुपये की लिक्विडिटी बढ़ेगी।
आरबीआई ने मौजूदा स्थिति को देखते हुए चालू वित्त वर्ष के लिए GDP ग्रोथ रेट के अनुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया है। आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को भी 4.5 प्रतिशत बढ़ाकर 4.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि जनवरी से मार्च में महंगाई कम होने का अनुमान है। आरबीआई ग्रोथ और महंगाई में तालमेल बनाकर चलेगा। रिजर्व बैंक की प्राथमिकता महंगाई को कंट्रोल करना है।
आरबीआई की पॉलिसी से लोगों के जीवन पर असर पड़ा है। कीमतों में स्थिरता जरूरी है। यह आम लोगों के साथ बिजनेसेस, एक्सपोर्टर्स सभी के लिए जरूरी है। इसके साथ ही ग्रोथ भी जरूरी है।
RBI MPC की प्रमुख बातें
- रीपो रेट 6.5 प्रतिशत पर बरकरार।
- RBI ने मॉनेटरी पॉलिसी रुख को ‘न्यूट्रल’ बनाये रखा है।
- कैश रिजर्व रेश्यो (CRR) को 4.5 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत किया गया।
- FY25 के लिए जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.2 प्रतिशत से घटाकर 6.6 प्रतिशत किया।
- FY25 के लिए महंगाई दर का अनुमान 4.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 4.8 प्रतिशत किया गया।
- कृषि क्षेत्र के लिए गारंटी मुक्त लोन को 1.6 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये किया गया।
- एफसीएनआर (बी) जमा पर ब्याज दर की अधिकतम सीमा बढ़ाई गई।
- स्माल फाइनेंस बैंकों को UPI के जरिये प्री-अप्रूव्ड लोन सुविधा की अनुमति दी गई है।
- आरबीआई आम जनता तक सूचना के पहुंचाने के लिए ‘पॉडकास्ट’ शुरू करेगा।
- आरबीआई फाइनेंस सेक्टर में में कृत्रिम मेधा (AI) के जिम्मेदार, नैतिक इस्तेमाल के लिए एक फ्रेमवर्क तैयार करने को लेकर एक एक्सपर्ट कमिटी गठित करेगा।
- मौद्रिक नीति समिति की अगली बैठक अगले साल पांच-सात फरवरी को होगी।