Stock Market: सेंसेक्स 200 अंक टूट कर 81508 पर बंद, निफ्टी 24650 से नीचे

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नई दिल्ली। Stock Market Closed: वैश्विक बाजारों में मजबूती के बावजूद भारतीय शेयर बाजार सोमवार को भारी उठापटक के बाद लाल निशान में बंद हुए। लगातार दूसरे ट्रेडिंग सेशन में मार्केट गिरावट में रही। इंडेक्स हैवी वेट रिलायंस इंडस्ट्रीज और एफएमसीजी स्टॉक्स (FMCG Stocks) में गिरावट ने बाजार को नीचे खींचा।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) आज 100 से ज्यादा अंक की गिरावट के साथ 81,602.58 अंक पर खुला। अंत में  हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सेंसेक्स 200.66 (0.24%) अंकों की गिरावट के बाद 81,508.46 पर बंद हुआ। दिनभर यह 81,783.28 के उच्च और 81,411.55 के निम्न स्तर के बीच घूमता रहा। जबकि निफ्टी 58.80 (0.24%) अंक टूटकर 24,619.00 पर बंद हुआ।

विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पिछले तीन सत्रों से लगातार शुद्ध खरीदार बने रहने के बाद शुक्रवार को बिकवाल बन गए। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, उन्होंने 1,830.31 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।

टॉप लूजर्स
सेंसेक्स की 30 कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर का शेयर 3 प्रतिशत से ज्यादा गिरकर बंद हुआ। टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, नेस्ले इंडिया, एशियन पेंट्स, आईटीसी, रिलायंस इंडस्ट्रीज, महिंद्रा एंड महिंद्रा, स्टेट बैंक के शेयर प्रमुख रूप से गिरावट में बंद हुए।

टॉप गेनर्स
दूसरी तरफ, एलएंडटी (L&T) का शेयर 2 फीसदी से ज्यादा चढ़कर बंद हुआ। टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचडीएफसी बैंक, अदाणी पोर्ट्स, कोटक बैंक के शेयर गिरावट में रहे।

गिरावट की वजह

  1. वैश्विक बाजारों में तेजी के बावजूद हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसे FMCG स्टॉक्स में बड़ी बिकवाली ने शेयर बाजार को नीचे खींच दिया। इंडेक्स हैवी वेटेज रिलायंस इंडस्ट्रीज में गिरावट का भी असर पड़ा।
  2. भारत और अमेरिका के सीपीआई डेटा और ईसीबी नीति जैसे प्रमुख आर्थिक आंकड़ों से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ”पिछले सप्ताह की तेजी के बाद सोमवार (9 दिसंबर) को घरेलू बाजार में सीमित दायरे में कारोबार हुआ। मीडिल ईस्ट में तनाव के बीच तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ-साथ इस सप्ताह भारत और अमेरिका के सीपीआई डेटा और ईसीबी नीति जैसे प्रमुख आर्थिक आंकड़ों से पहले निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया। मुद्रास्फीति में अप्रत्याशित गिरावट के बाद चीन के प्रोत्साहन की उम्मीद में कैपिटल गुड्स और मेटल स्टॉक्स में कुछ खरीदारी में रुचि देखी गई है।”