नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बढ़ती महंगाई से किसानों को राहत देने के मकसद से एक अहम कदम उठाया है। आरबीआई ने बिना गारंटी के अब दो लाख रुपये तक का कर्ज उपलब्ध कराने की घोषणा की है। अभी यह सीमा 1.6 लाख रुपये है। आरबीआई इस संबंध में सर्कुलर जल्द ही जारी करने वाला है।
आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समीक्षा की जानकारी देते हुए कहा- मुद्रास्फीति और कृषि में उपयोग होने वाले कच्चे माल की लागत में वृद्धि को देखते हुए गारंटी मुक्त कृषि ऋण की सीमा को 1.6 लाख रुपये से बढ़ाकर दो लाख रुपये करने का निर्णय किया गया है। उन्होंने कहा कि इससे वित्तीय संस्थानों से कर्ज लेने को लेकर छोटे और सीमांत किसानों का दायरा बढ़ेगा। बता दें कि आरबीआई ने 2010 में कृषि क्षेत्र को बिना किसी गारंटी के एक लाख रुपये देने की सीमा तय की थी। बाद में, 2019 में इसे बढ़ाकर 1.6 लाख रुपये कर दिया गया था।
स्मॉल फाइनेंस बैंक के लिए प्रस्ताव
इसके साथ ही भारतीय रिजर्व बैंक ने स्मॉल फाइनेंस बैंक (एसएफबी) को भी एकीकृत भुगतान इंटरफेस (यूपीआई) पर क्रेडिट लाइन की पेशकश करने की अनुमति दी है। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय बैठक के बाद चालू वित्त वर्ष की पांचवी द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि यूपीआई पर क्रेडिट लाइन सितंबर 2023 में लॉन्च की गई और इसे अनुसूचित कॉमर्शियल बैंकों के लिए उपलब्ध कराया गया था। लेकिन अब यह निर्णय लिया गया है कि स्मॉल फाइनेंस बैंक को यूपीआई पर क्रेडिट लाइन मंजूर करने की अनुमति दी जाए। शक्तिकांत दास ने कहा कि यूपीआई पर क्रेडिट लाइन में ‘न्यू टू क्रेडिट’ ग्राहकों को कम अवधि के प्रोडक्ट उपलब्ध कराने की क्षमता है। इस संबंध में जल्द ही जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे।