Kota Dussehra: शरद पूर्णिमा की धवल चांदनी में बही भजन सरिता

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कोटा। Kota Dussehra 2023: राष्ट्रीय मेला दशहरा 2023 के अंतर्गत शनिवार को शरद पूर्णिमा की धवल चांदनी रात में भजनों की ऐसी सरिता बही कि हर कोई भक्ति रस में बह निकला। दशहरा मेले में विजयश्री रंगमंच पर शनिवार को भजन संध्या का आयोजन किया गया था।

इस दौरान मथुरा के भजन और पार्श्व गायक हेमंत बृजवासी ने एक से बढ़कर भजनों की प्रस्तुति दी। पार्श्वगायक हेमन्त बृजवासी ने अपनी भजन गायकी से चांदनी रात में लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया।

हेमंत ने गुरु वंदना के बाद ‘जय राधे राधे…’ का राधेनाम संकीर्तन किया तो राधे रानी के जयकारे गूंज उठे। इसके बाद सांवरे तेरे बिन जिया ना जाए’, ‘बांके बिहारी मोहना’ और ‘अरज सुन मोरी’ और ‘कजरारे तेरे मोटे मोटे नैन’ ‘सबके सहारे लाखों मुझे श्याम का सहारा है” जैसे भजनों की प्रस्तुति दी। इसके बाद फिल्मी गीत मेरे यार को मना ले भोले.. मस्ती में रंग मस्ताने हो गए.. के द्वारा भक्तिमय माहौल को ऊंचाइयां दी।

हेमंत ने भजन, सूफी और फिल्मी गाने गाकर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। पंजाबी गानों की धुनों पर युवाओं को झुमाया तो सूफी गाकर उम्रदराज लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। देर रात तक मुक्ताकाशी मंच के सामने श्रोता बांके बिहारी के जयकारे लगाते रहे। फरमाइशों और गानों का दौर देर रात तक चलता रहा।

भजन संध्या के दौरान मंच पर एक से बढ़कर एक झांकियों ने भक्तों का मनमोह लिया। इस दौरान राधेकृष्ण, राम दरबार, गणपति और हनुमान समेत विभिन्न झांकियां बनाई गई थी। हेमन्त के साथ पिता हुकुम बृजवासी, भाई होशियार बृजवासी ने भी जबर्दस्त साथ दिया।