Thursday, December 25, 2025
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हैकर्स के निशाने पर 4G नेटवर्क, कॉल के साथ ब्लॉक हो सकता है फोन

टेक्नॉलोजी और हाई-स्पीड इंटरनेट ने दुनियाभर में कम्युनिकेशन को एक नई उड़ान दी है। यूजर्स अब कॉलिंग के साथ 4G इंटरनेट स्पीड की मदद से दुनिया के किसी भी कोने में अपने फ्रेंड्स और फैमिली के साथ फोटो और विडियो शेयर कर सकते हैं। हाई-स्पीड इंटरनेट के कई फायदे हैं, लेकिन इस बात को भी पूरी तरह नहीं नकारा जा सकता कि इसकी वजह से यूजर्स की पर्सनल डेटा और प्रिवेसी पर भी खतरा बढ़ा है। इस वक्त दुनिया के ज्यादातर यूजर्स LTE के जरिए हाई-स्पीड 4G इंटरनेट को ऐक्सेस कर पा रहे हैं।

हाल ही में की गई एक रिसर्च में रिसर्चर्स ने 4G नेटवर्क की दर्जनों कमियों का पता लगाया है। नेटवर्क में मौजूद इन खामियों की सहायता से हैकर्स यूजर्स के मोबाइल नेटवर्क के साथ ही उनके डेटा को आसानी से हैक कर सकते हैं।

LTE पर हैं 51 खामियां
कोरिया अडवांस्ड इंस्टिट्यूट ऑफ साइंस ऐंड टेक्नॉलजी कॉन्स्टिट्यूशन ने LTE के डिजाइन और इंप्लीमेंटेशन का विश्लेषण किया। इसमें उन्होंने पाया कि इस नेटवर्क पर यूजर्स की सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने वाली कुल 51 खामियां मौजूद हैं। इनमें से 36 बिलकुल नई हैं और इनके कारण दुनिया के करोड़ों यूजर्स के डेटा और मोबाइल नेटवर्क को बहुत बड़ा खतरा है।

ये है खतरा
एलटीई पर मिली इन कमियों से यूजर्स के डेटा को असल मायने में किस प्रकार से नुकसान पहुंचाया जा सकता है इस बारे में रिसर्चर्स ने ज्यादा विस्तार से नहीं बताया। हालांकि उन्होंने माना कि इससे एंड-यूजर्स को ही नुकसान होगा।

रिसर्चर्स ने आगे कहा कि इन कमियों की वजह से हैकर्स फोन के नेटवर्क को बंद करने के साथ ही मोबाइल बेस स्टेशन के भी काम में बाधा पहुंचा सकते हैं। इसके अलावा इनकमिंग कॉल्स और मेसेज को भी हैकर्स आसानी से ब्लॉक कर सकते हैं।

रिसर्चर्स ने किया ‘फजिंग’ तकनीक का इस्तेमाल
LTE 4G नेटर्वक पर मौजूद इन कमियों का पता लगाने के लिए रिसर्चर्स ने ‘फजिंग’ तकनीक का सहारा लिया था। इस तकनीक में किसी प्रोग्राम में डेटा को फीड कर उसकी असामान्यता का पता लगाया जाता है।

इस मामले में रिसर्चर्स की टीम ने LTEFuzz नाम के टूल का सहारा लिया था। इसकी मदद से रिसर्चर्स ने मोबाइल नेटवर्क पर अलग-अलग मलीशियस कनेक्शन बनाकर उसके रिसपॉन्स और कमियों को पहचानने की कोशिश की।

रिसर्चर्स ने फाइल की रिपोर्ट
LTE नेटवर्क की इन कमियों की जांच रिपोर्ट GSMA को सौंप दी है। GSMA वह संस्था है जो 4G स्टैंडर्ड्स का नेतृत्व करती है। रिपोर्ट मिलने के बाद से अभी तक इस संस्था की तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया है।

इसीलिए अभी यह कहना मुमकिन नहीं कि इसे कब तक फिक्स किया जा सकता है। हालांकि इससे जिस प्रकार के खतरें हैं उसे देखते हुए उम्मीद की जा रही है कि जीएसएमए जल्द ही इस समस्या का हल निकालेगी।

सोमवार को फिर बढ़ीं पेट्रोल की कीमतें, जानिए आज के दाम

नई दिल्ली। कच्चे तेल की कीमतों में मंदी के चलते डीजल की कीमतों में राहत का दौर जारी है। जबकि, पेट्रोल की कीमतों में सोमवार को बढ़ोतरी हुई है। देश की सबसे बड़ी सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल ने सोमवार 25 मार्च 2019 को डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया जबकि पेट्रोल की कीमतों में 4 से 5 पैसे की बढ़ोतरी की है।

देश की राजधानी दिल्ली में डीजल की कीमतें 66.60 रुपए प्रति लीटर है। कोलकाता में डीजल 68.39 रुपए प्रति लीटर ही रहा। मुंबई में डीजल 69.76 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है। चेन्नई में डीजल 70.37 रुपए प्रति लीटर मिल रहा है।

IOCL ने देश के तीन महानगरों में पेट्रोल की कीमतों में 5 पैसे की बढ़ोतरी की है। इस बढ़ोतरी के बाद राजधानी दिल्ली में पेट्रोल 72.86 रुपए प्रति लीटर, मुंबई में 78.48 रुपए प्रति लीटर और चेन्नई में 75.67 रुपए प्रति लीटर हो गया है। इसके उलट कोलकाता में पेट्रोल की कीमतों में 4 पैसे की बढ़ोतरी की है जिसके बाद यहां पेट्रोल 74.93 रुपए प्रति लीटर हो गया है।

कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में कमी आई है। सोमवार को सुबह के कारोबार में कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट दिखी। आज ब्रेंट क्रूड 0.87 फीसदी की गिरावट के साथ 66.17 डॉलर प्रति बैरल और WTI क्रूड 0.90 फीसदी की गिरावट के साथ 58.51 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है।

कब कौन सी फसल उगानी है अब बताएगा मोबाइल एप

बेंगलुरु । अब मोबाइल एप बताएगा कब कौन सी फसल उगानी है और कब क्या करना है। यहाँ तक की बाजार में कौन सी फसल में तेजी -मंदी का अनुमान भी यह बताएगा। कर्नाटक कृषि मूल्य आयोग ने तकनीकी क्षेत्र का प्रमुख कंपनी आईबीएम के साथ साझेदारी की है। इसमें कृत्रिम मेधा (एआई), बिग डेटा और मशीन लर्निंग तकनीकों का प्रयोग करके एक स्मार्ट प्लेटफॉर्म विकसित किया गया है जो टमाटर फसल की कीमतों के पैटर्न का अनुमान लगाएगा।

इस महीने शुरू किया गया यह प्लेटफॉर्म तीनों जिलों के किसानों को यह निर्णय लेने में मदद करेगा कि किस कीमत पर, किस समय तथा कहां पर फसल को बेचा जाए। आईबीएम रिसर्च एआई के उपाध्यक्ष श्रीराम राघवन कहते हैं, ‘यह एप डैशबोर्ड की तरह है जो आगामी किसी भी दी गई तारीख के लिए बाजार मूल्यों के रुझान की भविष्यवाणी करेगा।’

संयोग से यह किसानों के लिए बाजार के रुझान बताने वाला भारत का पहला प्लेटफॉर्म है। कृषि उत्पादों के लिए बनाए गए इस मंच को बनाने में एआई, बिग डेटा और मशीन लर्निंग के साथ ही आईबीएम के वॉटसन डिसिजन प्लेटफॉर्म का उपयोग किया गया है। मांग और आपूर्ति के ऐतिहासिक आंकड़ों का अध्ययन करने के लिए डेटा एनालिटिक्स का उपयोग होगा।

करीबी राज्यों के बाजारों में फसल की कीमतें भी यहां दिखायी देंगी और किसान इसका लाभ ले सकेंगे। किसी भी दी गई तारीख के हिसाब से 15 दिन का बाजार रुझान दिखाया जाएगा जिससे कर्नाटक के किसानों को फसल बेचने का निर्णय लेने में लाभ मिलेगा।

कर्नाटक के दावणगेरे और हावेरी जिले के किसानों के लिए प्लेटफॉर्म पर मक्का की कीमतों के अनुमान भी मिलेंगे। इस प्रक्रिया के पहले चरण में फसल के उत्पादन का अनुमान लगाया जाता है। इसके लिए उपग्रह से मिले चित्रों की सहायता से पोषण, नमी, मिट्टी में पानी का स्तर और फसल का रकबा आदि पैमानों पर आंकड़े जुटाए जाएंगे।

आईबीएम का मौसम प्लेटफॉर्म ‘दी वेदर कंपनी’ दूरस्थ क्षेत्रों से मौसम संबंधी महत्त्वपूर्ण आंकड़े जुटाएगा। राघवन कहते हैं, ‘इंटरनेट ऑफ द थिंग्स समर्थित सेंसरों की सहायता से फसल की स्थिति पर नजर रखी जाती है। इससे जुटाए गए आंकड़ों का एआई तकनीक की मदद से विश्लेषण किया जाता है।’

हैदराबाद स्थित अंतरराष्ट्रीय फसल अनुसंधान केंद्र तकनीकी कंपनी माइक्रोसाॉफ्ट के साथ मिलकर एक बुआई ऐप तैयार किया है जो आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के किसानों को खेत तैयार करने से लेकर किसी फसल को बोने तक की जानकारी उपलब्ध कराएगा।

इसके पीछे विचार यह है कि इन दिशानिर्देशों की मदद से किसानों को बेहतर फसल की प्राप्ति हो। माइक्रोसॉफ्ट के कॉर्टोना इंटेलीजेंस सूट का इस्तेमाल करने वाला यह ऐप एआई, मशीन लर्निंग, मौसम अनुमान मॉडल और कृषि तथा मौसम संबंधी आंकड़ों के बीच एक इंटरफेस की तरह काम कर रहा है।

एग्रीटेक कंपनियों द्वारा किए जा रहे नवोन्मेष कृषि क्षेत्र में अहम योगदान कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, बेंगलूरु स्थित एग्रीटेक फर्म क्रॉपइन टेक्नोलॉजी ने एक ऐप विकसित किया है जो खेत की जुताई के पहले चरण से लेकर फसल की कटाई तक के आखिरी चरण तक की जानकारी देता है।

323 अंकों की बड़ी गिरावट के साथ खुला सेंसेक्स, निफ्टी 11,400 से नीचे

नई दिल्ली। तीन सप्ताह की तेजी के बाद निवेशकों में छाई मुनाफावसूली के कारण भारतीय शेयर बाजार कारोबारी सप्ताह के पहले दिन सोमवार को बड़ी गिरावट के साथ खुले। बंबई स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 323 अंकों की गिरावट के साथ 37841 अंकों पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों का संवेदी सूचकांक निफ्टी 92 अंकों की गिरावट के साथ 11,364 अंकों पर खुला।

सुबह 9.30 बजे सेंसेक्स 308 अंकों की गिरावट के साथ 37855 और निफ्टी 88 अंकों की गिरावट के साथ 11,368 अंकों पर कारोबार कर रहा है। सेंसेक्स में प्रोक्टर एंड गैंबल हाइजीन एंड हेल्थ केयर, टीटीके प्रेस्टीज, सद्भाव इंजीनियरिंग लिमिटेड, बलरामपुर चीनी मिल्स लिमिटेड और आईओसी में तेजी का माहौल है।

निफ्टी में कोल इंडिया, ओएनजीसी, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक्नोलॉजी और भारती एयरटेल में तेजी का माहौल है।सेंसेक्स में टाटा स्टील, आरकॉम, केएनआर कंस्ट्रक्शन लिमिटेड, आईआईएफएल और जस्टडायल में मंदी का माहौल है। निफ्टी में वीईडीएल, हिडाल्को, टाटा मोटर्स, जेएसडब्ल्यू स्टील और यस बैंक में मंदी का माहौल है।

सैमसंग Galaxy A9 और Galaxy A7 5,000 रुपये तक सस्ते

नई दिल्ली। साउथ कोरियन स्मार्टफोन मेकर कंपनी सैमसंग के स्मार्टफोन सैमसंग गैलेक्सी A9 और सैमसंग गैलेक्सी A7 ऐमजॉन और फ्लिपकार्ट दोनों प्लेटफॉर्म्स पर डिस्काउंट के साथ उपलब्ध हैं। गैलेक्सी ए9 का 6GB RAM/128GB वेरियंट 36,990 रुपये में लॉन्च किया गया था। वहीं 8GB/128GB वेरियंट 39,990 रुपये में लॉन्च किया गया था।

अब इस स्मार्टफोन पर 5,000 रुपये का तगड़ा डिस्काउंट मिल रहा है। यानी अब यह स्मार्टफोन 6GB RAM/128GB वेरियंट 28,990 रुपये में और 8GB/128GB वेरियंट 31,990 रुपये में मिल रहा है।

फ्लिपकार्ट के साथ यह ऑफर ऐमजॉन पर भी मिल रहा है। अगर आप कंपनी की ऑफिशल वेबसाइट यह स्मार्टफोन खरीदते हैं तो आपको 3,000 रुपये का कैशबैक भी मिलेगा। वहीं अगर बात करें गैलेक्सी ए7 की तो यह स्मार्टफोन 23,990 रुपये की शुरुआती कीमत के साथ लॉन्च किया गया था।

अब इस स्मार्टफोन का 4GB/64GB रैम वेरियंट 17,990 रुपये और 6GB/128GB वेरियंट 21,990 रुपये में खरीद सकते हैं। गैलेक्सी ए9 में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 660 प्रोसेसर दिया गया है। फोन को 6 जीबी रैम व 8 जीबी रैम के साथ 128 जीबी इनबिल्ट स्टोरेज वेरियंट में उपलब्ध कराया गया है।

फोन में एक माइक्रोएसडी कार्ड स्लॉट है जिसके जरिए स्टोरेज को 512 जीबी तक बढ़ाया जा सकता है। फोन दो नैनो सिम सपॉर्ट करता है। हैंडसेट में फास्ट चार्जिंग के साथ 3800mAh की बैटरी है। कनेक्टिविटी के लिए फोन में 4जी वीओएलटीई, वाई-फाई 802.11 एसी, ब्लूटूथ 5.0, यूएसबी टाइप-सी, एनएफसी और 3.5 एमएम हेडफोन जैक जैसे फीचर्स हैं।

सैमसंग ने अपने नए फोन में एक्सीलेरोमीटर, मैग्ननेटोमीटर, प्रॉक्सिमिटी सेंसर और आरजीबी लाइट सेंसर दिए हैं। हैंडसेट ऐंड्रॉयड 8.0 ओरियो बेस्ड सैमसंग एक्सपीरियंस 9.0 यूएक्स पर चलता है।

WhatsApp पर वॉयस कॉल को ऐसे करें रिकॉर्ड

नई दिल्ली। स्मार्टफोन से कॉलिंग करने के लिए अब आपको फोन में बैलेंस या अन्य कॉलिंग रिचार्ज की जरुरत नहीं रह गई है, ऐसा इसलिए क्योंकि WhatsApp ने अपने प्लेटफॉर्म पर वॉयस और वीडियो कॉलिंग की सुविधा उपलब्ध करा दी है। यूजर्स WhatsApp के जरिए अपने दोस्तों और परिवार वालों को वॉयस और वीडियो कॉल कर सकते हैं। हालांकि, इसके लिए आपको डाटा की जरुरत पड़ती है।

लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि जिस तरह आप वॉयस कॉल को रिकॉर्ड कर सकते हैं क्या उसी तरह आप WhatsApp वॉयस कॉल को भी रिकॉर्ड कर पाएंगे? वैसे तो WhatsApp ने इस तरह का कोई फीचर उपलब्ध नहीं कराया है, लेकिन कुछ ऐसी ऐप्स या तरीके जरुर मौजूद हैं जो एंड्रॉइड और आईफोन पर WhatsApp कॉल को रिकॉर्ड कर सकती हैं। आपको बता दें कि ये तरीके कुछ चुनिंदा डिवाइस पर ही काम करते हैं।

आईफोन पर ऐसे रिकॉर्ड करें WhatsApp कॉल:

  • अपने आइफोन को लाइटनिंग केबल की मदद से Mac से कनेक्ट करें।
  • इसके बाद Trust this computer विकल्प पर क्लिक करें।
  • यह विकल्प तब आएगा जब फोन को आप पहली बार कंप्यूटर से कनेक्ट कर रहे होंगे।
  • इसके बाद QuickTime को ओपन करें।
  • यहां दिए गए फाइल सेक्शन में न्यू ऑडियो रिकॉर्डिंग विकल्प दिखाई देगा।
  • यहां एक डाउन एरो दिखाई देगा। इस पर क्लिक कर iPhone को चुनें।
  • इसके बाद क्विकटाइम में रिकॉर्ड बटन पर क्लिक करें।
  • इसके बाद अपने फोन से अपने WhatsApp से कॉल लगाएं।
  • जैसे ही आप कनेक्ट हो जाएंगे तो यूजर आइकन को एड कर लें। अब जिस व्यक्ति से आप बात करना चाहते हैं उसे सेलेक्ट करें। इससे कॉल रिकॉर्ड होने लग जाएंगी।
  • कॉल खत्म होने के बाद क्विकटाइम में रिकॉर्डिंग को रोक दें और Mac में फाइल सेव कर दें।

एंड्रॉइड पर इस तरह रिकॉर्ड करें WhatsApp कॉल:

  • गूगल प्ले स्टोर पर जाकर Cube Call Recorder ऐप को डाउनलोड करना होगा। इसे इंस्टॉल कर WhatsApp पर जाएं।
  • इसके बाद उस व्यक्ति को कॉल लगाएं जिसकी कॉल आप रिकॉर्ड करना चाहते हैं।
  • कॉलिंग के दौरान आपकी स्क्रीन पर Cube Call विजेट दिखाई देगा। अगर आपके फोन में यह दिखाई देता है तो यह ऐप आपके फोन में काम कर रही है।
  • वहीं, अगर आपको किसी भी तरह का एरर शो होता है तो ऐप को दोबारा ओपन कर ऐप सेटिंग में जाकर वॉयस कॉल में Force VoIP पर क्लिक करना है।
  • इसके बाद दोबारा कॉल लगाएं। अगर अब भी यह विजेट आपके फोन में शो नहीं हो रहा है तो यह ऐप आपके फोन में काम नहीं करेगी।
  • अगर शो होती है तो आप कॉल रिकॉर्ड कर पाएंगे।
  • अगर आप कोई कॉल रिकॉर्ड कर रहे हैं तो दूसरे व्यक्ति को भी इसकी जानकारी अवश्य दें।

लोकसभा चुनाव: कालेधन के इस्तेमाल पर रहेगी इस विभाग की नजर

नई दिल्ली। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपने फील्ड अधिकारियों से मुद्रा, शराब या सोने की गैरकानूनी तरीके से आवाजाही पर निगाह रखने को कहा है। लोकसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान 11 अप्रैल को होना है।

सीबीआईसी ने अपने कर अधिकारियों से तत्काल आधार पर अन्य सरकारी एजेंसियों से खुफिया सूचना और जब्ती की जानकारी साझा करने को कहा है। सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अंतिम चरण का मतदान 19 मई को होगा।

वोटों की गिनती 23 मई को होगी। केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड ने यह निर्देश निर्वाचन आयोग द्वारा बुलाई गई कई विभागों की बैठक के बाद आया है।

सीबीआईसी ने अपने निर्देश में कहा है कि गैरकानूनी धन, शराब और सोने के अलावा जाली भारतीय मुद्रा (एफआईसीएन) तथा नार्कोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सबस्टान्स (एनडीपीसी) को पकड़ने के प्रयास किए जाने चाहिए।

सीमापार से आने वाले वाहनों पर रहेगी नजर
घरेलू के अलावा सीमापार से वाहनों, ट्रेनों, निजी चार्टर्ड उड़ानों के अलावा वाणिज्यिक उड़ानों पर भी कड़ी निगरानी करने को कहा गया है। सीबीआईसी ने कहा कि आपके अधिकार क्षेत्र के तहत खुफिया इकाइयों को निर्देश दिया जाता है कि वे सूचनाएं जुटाएं और खुफिया जानकारी स्थापित करें। मोबाइल दल और विशेष टीमों का गठन किया जा सकता है, जिससे संवेदनशील क्षेत्रों, वस्तुओं और इकाइयों पर निगाह रखी जा सके।

कोटा रेलवे स्टेशन सौर ऊर्जा प्लांट से हर साल बचाएगा 28 लाख रुपये

कोटा। इंडियन रेलवे में बिजली की बचत के लिए नए-नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। रेलवे ने ग्रीन एनर्जी प्रोजेक्ट के तहत सौर ऊर्जा प्लांट लगाने व प्लेटफार्म पर एलईडी लगाने काम शुरू कर दिया है। कोटा रेलवे स्टेशन पर भी बिजली बचत के लिए रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट लगाया है। इससे रोज 2959 किलोवाट बिजली पैदा होगी।

प्लांट से रेलवे प्लेटफार्म, आरक्षण केन्द्र, डीआरएम ऑफिस, रेलवे हॉस्पिटल, निर्माण विभाग का कार्यालय, पार्सल ऑफिस, आरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर सहित 10 कार्यालयों को बिजली मिलेगी। साथ ही हर साल 28 लाख 7 हजार 945 रुपए की बचत होगी।

रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट से हर साल 10,80000 किलोवाट (1080 मेगावाट) बिजली बनेगी। रेलवे ने इसके लिए 25 जनवरी 2017 को अनुबंध किया था। सोलर प्लांट की लागत लगभग 6 करोड़ रुपए है। अब रेलवे स्टेशन, डीआरएम ऑफिस, रेलवे अस्पताल के आउटडोर व इनडोर में प्लांट से ही बिजली सप्लाई हो रही है।

अक्षय कुमार स्टारर ‘केसरी” ने तीन दिन में कमाए 50 करोड़ से भी ज्यादा

मुंबई। ऐक्टर अक्षय कुमार स्टारर ‘केसरी’ ने जहां रिलीज के पहले ही दिन 21 करोड़ की कमाई करते हुए रिकॉर्ड बनाया, वहीं तीन दिन के अंदर ही इस फिल्म ने 50 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर ली। यह फिल्म होली के मौके पर यानी 21 मार्च को रिलीज़ हुई थी और रिलीज़ के बाद से ही बॉक्स ऑफिस पर इसकी बंपर कमाई जारी है।

‘केसरी’ 1897 में लड़ी गई सारागढ़ी की लड़ाई की कहानी है। इसमें अक्षय कुमार ब्रिटिश आर्मी की 36वीं सिख रेजीमेंट के सिपाही ईशर सिंह के रोल में हैं। यह फिल्म न सिर्फ दर्शकों को पसंद आई, बल्कि फिल्म क्रिटिक्स ने भी फिल्म और इसके कलाकारों की ऐक्टिंग की खूब तारीफ की।

‘केसरी’ फिल्म ‘गोल्ड’ के बाद अक्षय की दूसरी सबसे बड़ी ओपनिंग फिल्म बन गई है। Boxofficeindia.com की एक रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को फिल्म ने 18.75 करोड़ रुपये की कमाई की। पिछले दिन यानी शुक्रवार के मुकाबले शनिवार को इस फिल्म की कमाई में 12 फीसदी बढ़त देखी गई। तीन दिनों के अंदर ही यह फिल्म 56.75 करोड़ की कमाई करने में कामयाब रही है।

बता दें कि ‘केसरी’ को दुनियाभर में 4,200 स्क्रीन्स पर रिलीज़ किया गया था। भारत में यह 3,600 स्क्रीन्स पर रिलीज़ हुई थी। अक्षय कुमार के अलावा फिल्म में परिणीति चोपड़ा, जसप्रीत सिंह, विवेक सैन, मीर सरवर और विक्रम कोचर भी हैं। पहले इस फिल्म को सलमान खान और करण जौहर मिलकर प्रड्यूस करने वाले थे, लेकिन बाद में सलमान ने यह फिल्म छोड़ दी।

राजनीतिक समीकरण और FII के रुख से तय होगी बाजार की दिशा

नई दिल्ली। राजनीतिक समीकरण और FII के रुख से तय होगी आगामी सप्ताह शेयर बाजार की दिशा। डॉलर की तुलना में रुपए की स्थिति पर निवेशकों की नजर रहेगी। निवेशक इसके साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बदलते राजनीतिक समीकरणों पर भी अपना ध्यान रखेंगे।

बीते सप्ताह रुपया डॉलर की तुलना में 15 पैसे मजबूत हुआ है। इस दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार भी तेजी से बढ़ा। देश का विदेशी मुद्रा भंडार गत 15 मार्च को समाप्त सप्ताह में लगातार पांचवीं साप्ताहिक तेजी दर्ज करता हुआ 3.60 अरब डॉलर बढ़कर 405.63 अरब डॉलर पर पहुंच गया।

29 मार्च को वित्तीय घाटे के आंकड़े जारी होने हैं, जिसका असर शेयर बाजार पर रहेगा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों का असर भी शेयर बाजार पर रहेगा। ब्रेंट क्रूड वायदा फिलहाल 70 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बना हुआ, जिससे निवेश धारणा को मजबूती मिली है। जापान के आर्थिक आंकड़े पर भी निवेशकों की नजर रहेगी।

निवेशक इसके साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बदलते राजनीतिक समीकरणों पर भी अपना ध्यान रखेंगे। कई राजनीतिक दलों ने बीते सप्ताह कई लोकसभा सीटों के लिए अपने-अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है।

विश्लेषकों के मुताबिक अगली बार भी नरेंद्र मोदी की सरकार के सत्ता में वापस आने की अधिक संभावना को देखते हुए विदेशी निवेशकों की दिलचस्पी घरेलू शेयर बाजार में बढ़ी हुई है और इसी वजह से इसमें लगातार पांचवें सप्ताह तेजी रही है। हालांकि, बाजार में बीते सप्ताह मुनाफावसूली भी हावी रही जिससे इसमें अपेक्षाकृत कम तेजी रही।