Wednesday, June 26, 2024
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विदेश से एमबीबीएस करने के लिए भी नीट जरूरी

नई दिल्ली। विदेश से एमबीबीएस करने के इच्छुक भारतीय छात्रों को भी जल्द ही मेडिकल के नीट से गुजरना पड़ेगा। इस टेस्ट में निर्धारित न्यूनतम नंबर हासिल करने पर ही किसी को विदेशी संस्थान से मेडिकल की पढ़ाई करने की परमिशन दी जाएगी। इस कवायद का मकसद पैसे और संपर्कों के दम पर विदेशी संस्थानों से मेडिकल की डिग्री हासिल करने वालों पर लगाम लगाना है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय फिलहाल इस योजना को अमली जामा पहनाने के लिए जरूरी कार्रवाई कर रहा है। इस योजना पर अगले साल से अमल होने के आसार हैं।  विदेशी मेडिकल संस्थानों में योग्यता का ध्यान नहीं रखा जाता और महज पैसे के दम पर वहां दाखिला मिल जाता है। ऐसे में अयोग्य छात्र भी मेडिकल की डिग्री हासिल कर लेते हैं।

वापस भारत आने पर इन स्टूडेंट्स को प्रैक्टिस करने के लिए मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया (एमसीआई) का स्क्रीनिंग टेस्ट पास करना होता है और इसमें ज्यादातर छात्र नाकाम हो जाते हैं। पिछले पांच साल के दौरान एमसीआई का स्क्रीनिंग टेस्ट पास करने वाले छात्रों का प्रतिशत 13 से 27 प्रतिशत के करीब रहा है।

ज्यादातर भारतीय स्टूडेंट्स अभी देश में किसी मेडिकल कॉलेज में दाखिला न मिल पाने पर चीन, रूस, बांग्लादेश, नेपाल और यूक्रेन आदि से एमबीबीएस  कर लेते हैं। सरकार का इरादा है कि जो स्टूडेंट NEET में निर्धारित अंक हासिल करेगा उसे ही विदेश से मेडिकल की पढ़ाई के लिए अनापत्ति प्रमाण-पत्र दिया जाएगा।

मसालों में चार फीसदी का सर्किट, धनिया NCDEX पर 5000 से नीचे बंद

 कोटा। बुधवार को NCDEX की सभी कमोडिटीज़ में भारी गिरावट देखने को मिली। जौं में हल्का हरा निशान जरुर नज़र आया लेकिन बाकी सभी कमोडिटीज़ में भारी बिकवाली का दबाव देखने को मिला। मसालों में 4 फीसदी तक के सर्किट देखने को मिले। धनिया 4 फीसदी की गिरावट के साथ 5000 रुपए के नीचे बंद हुआ।

5 साल के बाद धनिया की कीमतों में 5000 के नीचे के भाव देखने को मिलें हैं। अप्रैल से लगातार धनिया की कीमतों में गिरावट बनी हुई है। हल्दी की कीमतों में भी 4 फिसदी की गिरावट देखने को मिली। हल्दी 4 फिसदी लुढ़क कर 5300 के नीचे बंद हुई। जीरा 2.5 फिसदी लुढ़क कर 17600 रुपए के करीब बंद हुआ।

कैस्टरसीड, ग्वार, कपासखली, सरसों रिफाइंड और रिफाइंड तेल की कीमतों में भी गिरावट देखने को मिली। दरअसल, जीएसटी से पहले कारोबारी अपने माल को लिक्विडेट करने पर जोर दे रहे हैं। जानकारों का मानना है कि स्टाॅक को डप्स् करने के लिए कारोबारियों ने एग्री कमोडिटीज़ पर दबाव बनाया है। 

वहीं मौसम के सकारात्मक रहने की खबरों ने भी बाजार पर दबाव बनाया है। प्री-माॅनसून हो रही बारिशों से बाज़ारों में गिरावट का दबाव बढ़ा है।  कारोबारी जीएसटी के नए मसौदे को ठीक से समझ नहीं पा रहे और बाजार में लगातार बनते अफवाहों के चक्रव्यूह में वो किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहते जिसके चलते अपने पुराने माल को बाजार में निकाल रहे हैं। 

 

कृषि क्षेत्र में अब एवरग्रीन रिवोल्यूशन, ’फोर आई’ से बदलेगी तस्वीर : नायडू

कोटा । केन्द्रीय शहरी विकास तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री  वेंकैया नायडू ने कहा कि किसानों की आय को वर्ष 2022 तक दोगुना करने के उद्देश्य से केन्द्र एवं राज्य सरकार मिलकर कृषि के क्षेत्र में ’फोर आई’ यानि इरिगेशन, इन्फ्रास्ट्रक्चर, कम इंटे्रस्ट रेट पर कृषि ऋण एवं इंश्योरेंस पर फोकस कर रही हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश में एवं मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में प्रदेश में कृषि के क्षेत्र में एवरग्रीन रिवोल्यूशन की शुरूआत हो चुकी है। कोटा में ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट (ग्राम-2017) का आयोजन इस दिशा में राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है।

 नायडू एवं मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने बुधवार को आरएसी ग्राउण्ड में ग्राम-2017 का शुभारंभ किया। इस अवसर पर श्री नायडू ने कहा कि देश हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है लेकिन कृषि के क्षेत्र में अभी बहुत काम किया जाना बाकी है। पुरानी सरकारों के ध्यान नहीं देने के कारण देश में यह धारणा बन चुकी है कि कृषि लाभ का व्यवसाय नहीं है, हमें इस धारणा को तोड़ना होगा।

उन्होंने राज्य में फसलों में विविधता लाने और कृषि उत्पादों के वैल्यू एडीशन, प्रसंस्करण, ग्रेडिंग आदि के जरिए कृषि को और लाभदायक बनाने पर जोर देते हुए कहा कि किसानों के लिए नवीनतम तकनीकी ज्ञान, विविधतापूर्ण कृषि, उन्नत एवं सुलभ बाजारों के विकास, खाद्य प्रसंस्करण और आधारभूत संरचनाओं को बढावा देने जैसे उपाय करने होंगे।
 
गांव और नगर दोनों का हो विकास
केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री ने कहा देश में सर्वांगीण विकास के लिए ग्रामीण और नगरीय क्षेत्रों का विकास साथ-साथ होना चाहिए। इसीलिए एक ओर जहां स्मार्ट सिटी योजना शुरू की गई है, वहीं आदर्श ग्राम जैसी योजनाओं के जरिए गांवों को उन्नत बनाया जा रहा है। नायडू ने कहा कि कोटा में संभाग स्तरीय ’ग्राम’ के जरिए किसान कृषि क्षेत्र की नवीन तकनीकों, उपकरणों, फसलों, प्रसंस्करण पद्धतियों, सफलता की कहानियों से रूबरू होंगे।

जैविक खेती को अपनाने की पहल करें किसान-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने अपने सम्बोधन में जैविक खेती को अपनाने का आह्वान करते हुए कहा कि जैविक ढंग से उगाए गई फसलें बेहतर दाम पर बिकती है और सेहत के लिए भी अच्छी होती है इसलिए किसान अपने खेतों में एक हिस्सा जैविक खेती के लिए विकसित करें। उन्होंने कहा कि जिस तरह डूंगरपुर जिले को पूर्ण रूप से जैविक खेती के लिए विकसित किया जा रहा है। उसी तर्ज पर  संभाग के जिले भी जैविक खेती को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जैविक कृषि के लिए 1150 क्लस्टर तैयार किये जा रहे हैं। 

प्रसंस्करण इकाई के लिए किसानों को 50 प्रतिशत अनुदान
श्रीमती राजे ने कहा कि कोई किसान अपनी जमीन पर कृषि प्रसंस्करण इकाई लगाना चाहता है तो उसे 40 लाख रुपये तक के निवेश पर 20 लाख रुपये तक का अनुदान प्रदान किया जायेगा। उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन की सेहत सुधारना, उन्हें अच्छी खाद-बीज उपलब्ध कराना ही काफी नहीं है।

किसानों को कृषि प्रसंस्करण और एग्रो इण्डस्ट्री से जोड़ना भी जरूरी है, ताकि वे बाजार की मांग के अनुरूप पैदावार लेकर अपनी आय बढ़ा सकें। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस वर्ष 15 हजार करोड़ रुपये का फसली ऋण देकर करीब 25 लाख किसानों को लाभान्वित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों को 7.1 प्रतिशत की दर से फसली ऋण दिया जा रहा है। 
 
 संभाग के किसान भी जुडें नवाचार से 
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में खेती के क्षेत्र में नित नवाचार हो रहे हैं। जैतून और खजूर की खेती के बाद अब क्विनोवा की खेती भी शुरू की गई है। उन्होंने कहा कि कोटा संभाग में डे्रगन फ्रूट, स्ट्रॉबेरी जैसी फसलों में भी पैदावार की अपार संभावनाएं हैं। कोटा संभाग के किसान प्रगतिशील एवं नवाचार सीखने को तत्पर हैं। ऎसे में वे ग्राम 2017 में जाजम बैठकों एवं सेमीनार में हिस्सा लेकर तथा स्मार्ट फार्म एवं प्रदर्शनी में नई कृषि पद्धतियों की जानकारी लेकर जरूर लाभांवित होंगे। 

कोटा में एनआईएचबी का नया प्रशिक्षण केंद्र शुरू

कोटा। अंतराष्ट्रीय स्तर पर श्रीलंका के आईएचबी कोलम्बो से मान्यता प्राप्त कोटा के एनआईएचबी नीता इंस्टीट्यूट आफ हेयर एंड ब्यूटीज के नए केंद्र का शुभारम्भ बुधवार को सांय दादाबाड़ी मुख्य मार्ग पर वॉलीवुड के प्रसिद्ध हेयर स्टाईलिश हरीश भाटिया एवं पूर्व महापौर डा.रत्ना जैन एवं डॉ. मीनाक्षी शारदा एवं ब्यूटी विशेषज्ञ अशोक पालीवाल ने किया।

प्रसिद्ध ब्यूटी विशेषज्ञ नीता पारेख ने बताया कि इस मौके पर रत्ना जैन ने कहा कि ब्यूटी पार्लर मात्र बाल छांटने और काटने का केंद्र नहीं है अपितु प्रशिक्षित विशेषज्ञों का काम है। इसमें निरंतर शोध और अध्ययन से वैज्ञानिकता आ रही है।

डॉ. मीनक्षी शारदा ने कहा कि वैज्ञानिक तरीके से इसमें काम की जरूरत है और कुशल प्रशिक्षण से अच्छा रोजगार का क्षैत्र विकसित हुआ है। केंद्र के निर्देशक जय पारेख,आईएसटीडी की चोयरपर्सन अनिता सिंह चौहान के अलावा यज्ञ दत्त हाड़ा एवं सामाजिक कार्यकर्त्ताओं और स्वयंसेवी लोगों की उपस्थिति रही।

NEET 2017 के रिजल्ट पर 7 जून तक रोक, 7 मई को हुई थी प्रवेश परीक्षा

नई दिल्ली।  मद्रास हाई कोर्ट की मदुरै बेंच ने NEET (नैशनल एलिजिबिलिटी ऐंड एंट्रेंस टेस्ट) एग्जाम्स के रिजल्ट्स के जारी करने पर रोक लगा दी है। बेंच ने बुधवार को अंतरिम आदेश जारी करते हुए CBSE को NEET 2017 का रिजल्ट अंतिम आदेश तक न जारी करने को कहा है। NEET को चुनौती देने वाली याचिका पर दिए गए इस आदेश के तहत रिजल्ट्स पर 7 जून तक की रोक लगाई गई है।

पिछले सप्ताह कोर्ट ने MBBS और BDS कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित की गई परीक्षा NEET 2017 को रद्द करने की याचिका पर अन्य लोगों के साथ केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव सौम्या स्वामीनाथन से उनका पक्ष रखने को कहा था। मदुरै बेंच के जस्टिस एन. सेशासयी ने इन लोगों से 7 मई 2017 को आयोजित की गई इस प्रवेश परीक्षा को रद्द करने के लिए याचिकाकर्ताओं द्वारा उठाए गए मुद्दों पर जवाब मांगा था।

बेनामी लेनदेन : 240 से अधिक मामलों में 600 करोड़ की संपत्ति कुर्क

आयकर विभाग की बेनामी लेनदेन के खिलाफ कार्रवाई, 400 से ज्यादा की पहचान,

नई दिल्ली। आयकर विभाग ने 400 से ज्यादा बेनामी सौदों की पहचान कर ली है। विभाग ने कहा कि बेनामी कानून के तहत कुल 240 से अधिक मामलों में 600 करोड़ रुपये मूल्य की संपत्तियों की कुर्की की है।

आयकर विभाग ने बुधवार को बताया कि उसने नए बेनामी कानून को अच्छी तरह लागू करने के लिए आयकर विभाग ने पिछले सप्ताह देशभर में 24 बेनामी निषेध इकाइयां (बीपीयू) स्थापित कीं, ताकि इस कानून के जमीनी परिणाम दिखना सुनिश्चित हो।

विभाग ने पिछले साल नवंबर से नए बेनामी लेनदेन (निषेध) संशोधन कानून, 2016 के तहत कार्रवाइयां करनी शुरू कर दी थी। कानून के तहत अधिकतम सात साल जेल की सजा और जुर्माने का प्रावधान किया गया है।

बेनामी संपत्ति में चल या अचल, मूर्त या अमूर्त (ब्रैंड, इक्विटी या इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी) एवं वैसी संपत्तियां शामिल हैं जो उस व्यक्ति के नाम पर नहीं होती हैं जो हकीकत में इसका लाभ उठाता है। ‘इनकम टैक्स डायरेक्टरेट्स ऑफ इन्वेस्टिगेशन ने 23 मई 2017 तक 400 से ज्यादा बेनामी लेनदेन का पता लगाया है। 

कानून के तहत 240 से ज्यादा संपत्तियों की अस्थाई तौर पर कुर्की कर ली गई है। बाजार में इनकी कीमत 600 करोड़ रुपये से ज्यादा है। टैक्स डिपार्टमेंट ने कहा, ’40 मामलों में कोलकाता, मुंबई, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान और मध्य प्रदेश से 530 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की अचल संपत्ति कुर्क हुई है।’

विभाग ने बताया कि पिछले एक महीने में 10 वरिष्ठ सरकारी अधिकारों के यहां भी तलाशी अभियान चलाए गए, ताकि भ्रष्ट आचरण से की गई काली कमाई का खुलासा कर सार्वजनिक जीवन में जवाबदेही एवं विश्वनीयता सुनिश्चित की जा सके। विभाग ने तलाशी अभियानों का ब्योरा देते हुए बताया कि जयपुर में एक ‘बेनामीदार’ ड्राइवर निकला जिसके नाम पर 7.7 करोड़ रुपये मूल्य की जमीन पाई गई।

 हकीकत में वह संपत्ति मध्य प्रदेश की एक लिस्टेड कंपनी की है जहां वह काम करता है। इसी तरह एक अन्य मामले में राजस्थान के सांगनेर में एक जूलर ने अपने पूर्व कर्माचरी के नाम पर नौ अचल संपत्तियां रखी थीं। विभाग ने कोलकाता में शेल कंपनियों से खरीदी गईं कुछ संपत्तियां भी जब्त कर लीं।

डीसीएम श्रीराम को 188 करोड़ के डिस्टलरी संयंत्र के लिए हरित मंजूरी

नई दिल्‍ली। विविधीकृत व्यवसाय करने वाले कंपनी समूह डीसीएम श्रीराम को उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में 188 करोड़ रुपये की लागत से शीरा आधारित डिस्टलरी कारखाना लगाने के लिए हरित मंजूरी मिल गई है। इसके साथ ही कारखाने में बिजली उत्पादन संयंत्र भी लगेगा। 

प्रस्ताव हरियावन गांव में 200 किलोलीटर प्रतिदिन क्षमता वाले शीरा आधारित डिस्टलरी तथा छह मेगावाट के सह सृजन बिजली संयंत्र को स्थापित करने के लिए है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘डीसीएम श्रीराम की उत्तर प्रदेश में नई डिस्टलरी परियोजना को पर्यावरण संबंधी मंजूरी दी गई है।

पर्यावरण मंत्रालय ने अपनी विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर यह मंजूरी दी है।’ अधिकारी ने कहा कि परियोजना को मंजूरी कुछ निश्चित शर्तो के साथ दी गई है और परियोजना की लागत करीब 188 करोड़ रुपये होने का अनुमान है। कंपनी को इसके साथ ही कुछ शर्तों का पालन करने को भी कहा है।

गन्ने की खोई को जलाने से चलने वाले बॉयलर से निकलने वाले प्रदूषण को नियंत्रित दायरे में रखने के लिए विशेष निर्देश दिए गए हैं। कंपनी के लिए भूजल का दोहन करने की सीमा तय की गई है। उसे कहा गया है कि वर्षा जल का संचयन करे और जल रिचार्ज मापन की व्यवस्था करे। इसके साथ ही कंपनी से कहा गया है कि वह डिस्टलरी से निकलने वाले दूषित जल को कारखाना परिसर से बाहर नहीं निकलने दे।

परिसर के भीतर ही उसके समायोजन की व्यवस्था होनी चाहिए। गन्ने के खोई को इस तरह रखने को कहा गया है कि हवा उडऩे पर यह आसपास के इलाके में नहीं उड़े। डीसीएम श्रीराम ने कहा है कि वह शीरा और गन्ने की खोई पास स्थित अपनी चीनी मिल से प्राप्त करेगी। कंपनी चीनी, रसायन के अलावा बीज, सीमेंट और उर्वरक के कारोबार में भी लगी है।

जीएसटी का क्रियान्वयन 1 जुलाई से उद्योग के लिए चुनौती : एसोचैम

नई दिल्‍ली ।वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) का 1 जुलाई से क्रियान्वयन उद्योग के लिए चुनौती है। उद्योग मंडल एसोचैम का मानना है कि सरकार को कुछ तिमाहियों के लिए जुर्माने के प्रावधान में ढील देनी चाहिए जिससे लोगों को इस नई कर व्यवस्था के अनुपालन में मदद मिल सकेगी।

सरकार जीएसटी को 1 जुलाई से लागू करने के लिए रातदिन काम कर रही है। इसके अलावा व्यापारियों और उद्योग को इसके बारे में जागरूक करने को कार्यशालाओं और संगोष्ठियों का आयोजन किया जा रहा है।

एसोचैम के अध्यक्ष संदीप जजोदिया ने LEN-DEN NEWS से साक्षात्कार में कहा, ‘जीएसटी को 1 जुलाई से लागू करना उद्योग के लिए निश्चित रूप से एक चुनौती होगा। लोग गलतियां कर सकते हैं।

मेरा मानना है कि विभाग को पहली एक-दो तिमाहियों तक इसको लेकर नरम रुख इख्तियार करना चाहिए क्योंकि यह सीखने की प्रक्रिया होगी।’ उन्होंने कहा कि यदि पूरे साल के लिए संभव न हो तो कम से कम एक या दो तिमाहियों तक जुर्माना प्रावधान में छूट दी जानी चाहिए।

जीएसटी कानून में विभिन्न अपराधों के लिए कम से कम 21 प्रकार के जुर्मानों का प्रावधान है। कम भुगतान मामले में बकाये कर पर 10 प्रतिशत का जुर्माना लगेगा। यह अधिकतम 10,000 रुपये होगा। विभिन्न प्रकार की  गलतियों के लिए बकाया कर पर 10 प्रतिशत जुर्माना लगेगा।

BSE सेंसेक्स 63 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ

मुंबई। बुधवार को शेयर बाजार कमजोरी के साथ बंद हुए हैं। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 63 अंक की कमजोरी के साथ 30301 के स्तर पर और निफ्टी 25 अंक की कमजोरी के साथ 9360 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप में 1.75 फीसद और स्मॉलकैप में 2.04 फीसद की कमजोरी के साथ कारोबार कर बंद हुए हैं।

मेटल और फार्मा शेयर्स में मुनाफावसूली
सेक्टोरियल इंडेक्स की बात करें तो ऑटो सेक्टर को छोड़ सभी सूचकांक लाल निशान में कारोबार कर बंद हुए हैं। बैंक (0.21 फीसद), फाइनेंशियल सर्विस (0.16 फीसद), एफएमसीजी (0.06 फीसद), आईटी (0.01 फीसद), मेटल (2.26 फीसद), फार्मा (2.09 फीसद) और रियल्टी में 1.58 फीसद की गिरावट हुई है।

बैंक ऑफ बड़ौदा टॉप लूजर
दिग्गज शेयर्स की बात करें तो निफ्टी में शुमार शेयर्स में 14 हरे निशान में और 37 लाल निशान में कारोबार कर बंद हुए हैं। सबसे ज्यादा तेजी टाटा मोटर्स, टाटा मोटर्स डीवीआर, अदानीपोर्ट्स, गेल और बीपीसीएल के शेयर्स में हुई है। वहीं, गिरावट बैंक ऑफ बड़ौदा, इंफ्राटेल, एलएंडटी, ऑरोफार्मा और हिंडाल्को के शेयर्स में हुई है।

रुपया हुआ कमजोर
बुधवार के कारोबारी सत्र में डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया कमजोरी के साथ खुला है। एक अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 3 पैसा कमजोर होकर 64.91 के स्तर पर खुला है। वहीं, मंगलवार के सत्र में रुपया 35 पैसे की गिरावट के साथ 64.89 के स्तर पर बंद हुआ था।

किसानों की आय दोगुनी कर उनके जीवन में खुशहाली लाने का भरोसा दिलाया

  • ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट (ग्राम) का आगाज, मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया शुभारम्भ 
  • केन्द्रीय शहर विकास मंत्री वैंकया नायडू व किसान आयोग के अध्यक्ष सांवरलाल जाट भी पहुंचे

कोटा ।  आरएसी परेड मैदान में  26 मई तक चलने वाले ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट (ग्राम) का शुभारम्भ मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने किया . इसी के साथ तीन दिवसीय  ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट का आगाज हो गया। कार्यक्रम में केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री वैकया नायडू, राजस्थान की मुख्यमंत्री, सांसद ओम बिरला, सांसद दुष्यंत सिंह, कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी भी मौजूद रहे।

कृषि मंत्री सैनी ने कहा, पहले राजस्थान में  प्रतिवर्ष औसत आय  64 हजार से बढ़कर 88 हजार प्रति किसान आय हो गई है। 2022 तक किसान की आय दुगना करने का प्रयास होंगे। इसमें संभाग में कृषि क्षेत्र में हुए नवाचारों की जानकारी दी । ग्राम में 7800 वर्ग मीटर क्षेत्र में लगी प्रदर्शनियों में सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की कंपनियों की स्टॉलों पर मशीनरी एवं संबद्ध सेवाओं, एग्री इनपुट्स एवं संरक्षित खेती, सिंचाई, प्लास्टि कल्चर एवं प्रिसिजन वार्मिंग, फूड एवं फूड प्रोसेसिंग तकनीक, डेयरी एवं पशुधन, एग्री डायवर्सिफि केशन एवं रिटेलर्स, पोस्ट हार्वेस्टिंग तकनीक की जानकारी दी गई।

इसका उद्देश्य किसानों का सशक्तिकरण, कृषि नवाचारों का प्रदर्शन, मार्केटिंग अनुबंध, संयुक्त उपक्रम, तकनीकी हस्तांतरण, अंतरराष्ट्रीय निवेश, व्यवसाय के अवसर, कृषि आधारित अनुसंधान को प्रोत्साहित करना और कृषि एवं संबंधित क्षेत्र को साझा मंच उपलब्ध करना है। ग्राम में बारां, बूंदी, झालावाड़ एवं कोटा की क्षमताएं प्रदर्शित की गई  हैं। 

सरकार चली गई थी प्याज के कारण 

ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट (ग्राम) में केंद्रीय शहरी विकास मंत्री वेंकैया नायडू बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उनके भाषण का मुख्य आकर्षण वह स्वीकारोक्ति रही, जिसमें उन्होंने किसानों को नजर अंदाज करने से सरकार से हाथ धो बैठने का जिक्र किया। उन्होंने बताया, प्याज की ताकत को याद करते कहा बोले- प्याज बहुत पावरफुल है… एक बार हम चुनाव हार गए थे क्योंकि प्याज के दाम बढ़ गए थे।

1000 करोड़ रुपए के एमओयू

इसमें प्रमुख रुप से रुसी दूतावास का समूह, वर्ल्ड बैंक, एशियन डवलपमेंट बैंक की टीमें शामिल होंगी। वहीं नेपाल के वाणिज्य मंत्री, मलेशिया के राजदूत, म्यांमार व यूक्रेन के राजदूत भी ग्राम में सम्मलित होंगे। ग्राम—2017 के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को कोल्ड चेन, मंडी यार्ड व वेयर हाउस से जुड़े 1000 करोड़ रुपए के एमओयू होंगे।