Tuesday, April 23, 2024
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Kota Mandi: कमजोर उठाव से कोटा मंडी में सोयाबीन, चना और लहसुन के भाव में गिरावट

कोटा। Kota Mandi Price Today: भामाशाह आज मंडी में सोमवार को कमजोर उठाव से सोयाबीन, चना 50 रुपये और लहसुन 200 रुपये मंदा रहा। मंडी में सभी जिंसों की मिलाकर करीब दो लाख कट्टे की आवक रही। लहसुन की आवक लगभग 25000 कट्टे की रही। जिंसों के भाव रुपये प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे-

गेहूं 2275 से 2800 ज्वार शंकर 2200 से 2700, ज्वार सफेद 4500 से 5000, बाजरा 2100 से 2300, मक्का 2000 से 2100, जौ नया 1600 से 1850, रुपये प्रति क्विंटल। धान सुगन्धा 2400 से 2701, धान (1509) 3200 से 3401 धान (1718) 3600 से 3851 धान पूसा 3000 से 3401 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंग 6500से 7500, उड़द 4000 से 9200, चना देशी 5500 से 5800, चना मौसमी 5700 से 5800, चना पेप्सी 5800 से 6200 रुपये प्रति क्विंटल। तिल्ली 11500 से 13500, सोयाबीन 4200 से 4750, सरसों नई 4500 से 5001, अलसी 4500 से 4950 रुपये प्रति क्विंटल।

धनिया नया सूखा बादामी 6000 से 6400 धनिया नया ईगल 6300 से 6800 रंगदार 7500 से 10500 रुपये प्रति क्विंटल। लहसुन 4000 से 18000 मैथी नयी 4500 से 5000 कलौंजी 13000 से 16000 रुपये प्रति क्विंटल।

Stock Market: सेंसेक्स 560 अंकों की बढ़त के साथ 73648 पर बंद, निफ्टी 22300 के पार

मुंबई। Stock Market Closed: भारतीय शेयर बाजार के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स लगातार दूसरे सेशन में बढ़त के साथ बंद हुए। हफ्ते के पहले कारोबारी दिन बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों का सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 560.29 (0.76%) अंकों की बढ़त के साथ 73,648.62 के स्तर पर बंद हुआ।

वहीं दूसरी ओर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का 50 शेयरों का सूचकांक एनएसई निफ्टी एक बार फिर 22300 का स्तर पार कर गया और 189.41 (0.86%) अंकों की बढ़त के साथ 22,336.40 पर बंद हुआ। सोमवार के कारोबारी सत्र के दौरान जहां वोल्टास के शेयरों में छह प्रतिशत की बढ़त दर्ज की गई वहीं जोमैटो के शेयर भी दो प्रतिशत तक उछले।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स आज (BSE Sensex Today) पिछले बंद भाव के मुकाबले चढ़कर 73,666.51 पर खुला। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 560.29 अंक या 0.77 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 73,648.62 पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ़्टी-50 (Nifty-50) भी 0.86 प्रतिशत या 189.40 अंक की बढ़त के साथ 22,336.40 अंक लेवल पर क्लोज हुआ। मिडिल ईस्ट में संघर्ष को लेकर चिंताओं और अमेरिकी दर में कटौती में देरी के कारण पिछले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में लगभग 1.6% की गिरावट आई।

इन चिंताओं ने पिछले सप्ताह एशियाई बाजारों को भी 3.7 फीसदी नीचे धकेल दिया। सोमवार को इनमें 0.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई जबकि सप्ताहांत में समग्र जोखिम भावना में सुधार के कारण सोने की कीमतों में गिरावट आई।

एक्सपर्ट्स के अनुसार, मिडिल ईस्ट में भू-राजनीतिक तनाव में कोई नयी वृद्धि नहीं हुई है क्योंकि ईरान ने तनाव कम करने का प्रयास किया है। इससे निवेशकों ने राहत की सांस ली है। आईटी सेक्टर के दिग्गज सॉफ्टवेयर सर्विस प्रोवाइडर कंपनी विप्रो ने अपनी चौथी तिमाही के फाइनेंशियल रिजल्ट्स जारी कर दिए हैं। कंपनी का रेवेन्यू उम्मीद से ज्यादा रहने पर शेयरों में आज 2 फीसदी का इजाफा देखा गया।

टॉप गेनर्स एंड लूजर्स
सेंसेक्स की कंपनियों में लार्सन एंड टुब्रो, बजाज फाइनेंस, एक्सिस बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट, विप्रो, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और एशियन पेंट्स प्रमुख रूप से लाभ में रहे।दूसरी तरफ, एनटीपीसी, जेएसडब्ल्यू स्टील और एचडीएफसी बैंक के शेयरों में आज गिरावट दर्ज की गई।

वैश्विक बाजार का क्या हाल
एशियाई बाजारों में साउथ कोरिया का सियोल, टोक्यो और हांगकांग पॉजिटिव रुख में रहे जबकि चीन का शंघाई गिरावट के साथ बंद हुआ। इसके अलावा यूरोपीय बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। वॉल स्ट्रीट शुक्रवार को मिलेजुले रुख के क्लोज समाप्त हुआ।

यूजीसी नेट के लिए ऑनलाइन आवेदन शुरू, 10 मई तक कर सकेंगे रजिस्ट्रेशन

नई दिल्ली। यूजीसी नेट जून-2024 (UGC NET June-2024) के लिए ऑनलाइन आवेदन पत्र जमा करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल खुल गया है। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने यूजीसी नेट आयोजित करने का कार्य दिया है।

यह परीक्षा जूनियर फेलोशिप के लिए पात्रता निर्धारित करने, सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति और देशभर के विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में पीएचडी कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आयोजित की जानी है। एनटीए जूनियर रिसर्च फेलोशिप, सहायक प्राध्यापक के लिए पात्रता और पीएचडी में प्रवेश के लिए 83 विषय में परीक्षा ओएमआर (पेन और पेपर) मोड में आयोजित करेगा।

इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया 20 अप्रैल से शुरू हो गई है। ऑनलाइन आवेदन की अंतिम तिथि 10 मई रात 11:50 बजे तक है। क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, यूपीआई के माध्यम से परीक्षा शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि 11-12 मई 11:50 बजे तक है। ऑनलाइन आवेदन पत्र में सुधार- 13-15 मई रात 11:50 बजे तक किया जा सकता है।

परीक्षा केंद्र की घोषणा, एनटीए की वेबसाइट से प्रवेशपत्र डाउनलोड करने की तिथि बाद में घोषित की जाएगी। यूजीसी नेट की परीक्षा 16 जून को होगी। आवेदन वेबसाइट – https://ugcnet.nta.ac.in, पर किया जा सकता है। सामान्य/अनारक्षित कोटि के लिए आवेदन शुल्क- 1150 रुपये, सामान्य-ईडब्ल्यूएस/ओबीसी-एनसीएल के लिए 600 रुपये, एससी-एसटी, पीडब्ल्यूडी और थर्ड जेंडर के अभ्यर्थियों के लिए- 325 रुपये है।

ऑनलाइन मोड के माध्यम से करना होगा आवेदन
यूजीसी नेट जून 2024 के लिए सिर्फ वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन मोड के माध्यम से आवेदन करना होगा। किसी भी अन्य मोड में आवेदन पत्र स्वीकार नहीं किया जाएगा। उम्मीदवार को सिर्फ एक ही आवेदन जमा करना होगा। उम्मीदवार को एक से अधिक आवेदन पत्र भरने की अनुमति नहीं होगी। ऑनलाइन आवेदन पत्र में दिया किया गया ईमेल पता और मोबाइल नंबर व्यक्तिगत या माता-पिता/अभिभावक का ही देना होगा, क्योंकि सभी सूचना एनटीए की ओर से रजिस्टर्ड ईमेल पते और मोबाइल नंबर पर एसएमएस के माध्यम से भेजे जाएंगे। अगर किसी उम्मीदवार को यूजीसी नेट के लिए आवेदन करने में कठिनाई हो तो वह- 011-40759000/011-69227700 पर संपर्क कर सकते हैं।

JEE Main: जेईई मेन्स 2024 सेशन 2 का रिजल्ट 25 अप्रैल को, फाइनल आंसर की जारी

नई दिल्ली। JEE Mains 2024 Session 2 Result: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) 25 अप्रैल को सेशन 2 के लिए जेईई मेन्स 2024 का रिजल्ट जारी करेगी। रिजल्ट जारी होने के बाद छात्र आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.ac.in पर देख सकते हैं। बता दें, फाइनल आंसर की जारी कर दी गई है।

एनटीए ने 12.57 लाख से अधिक छात्रों के लिए परीक्षा 4, 5, 6, 8, 9 और 12 अप्रैल, 2024 को आयोजित की थी। परीक्षा देश भर के 319 शहरों (भारत के बाहर के 22 शहरों सहित) में आयोजित की गई थी। वहीं प्रोविजनल आंसर की 12 अप्रैल को जारी की गई थी और ऑब्जेक्शन विंडो 14 अप्रैल, 2024 तक खोली गई थी। आपको बता दें कि जेईई मेन परीक्षा में साल में दो बार आयोजित की जाती है। परीक्षा में दो पेपर होते हैं। पेपर-1 से बीई/बीटेक में दाखिला मिलता है।

पेपर-1 एनआईटी, आईआईआईटी, सीएफटीआई में और अन्य भाग लेने वाली राज्य सरकारों द्वारा फंडेड/ मान्यता प्राप्त संस्थान / विश्वविद्यालय अंडरग्रेजुएट इंजीनियरिंग कोर्स (बीई/ बीटेक) में दाखिले के लिए आयोजित किया जाता है।

पेपर-2 देश में बीआर्क और बी प्लानिंग कोर्स में दाखिले के लिए आयोजित किया जाता है। बता दें, जेईई एडवांस्ड के स्कोर के आधार पर ही देश के आईआईटीज में एडमिशन दिया जाता है। जिन छात्रों की रैंक जेईई मेन 2024 में टॉप 2,50,000 लाख में आती है, तो वे जेईई एडवांस्ड परीक्षा के लिए आवेदन करने के योग्य हैं।

इन 5 स्टेप्स की मदद से देख सकेंगे रिजल्ट

  • सबसे पहले एनटीए जेईई की आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.ac.in पर जाना होगा।
    होम पेज पर “JEE Mains Result 2024 for Session 2024 ” लिंक पर क्लिक करना होगा।
  • जिसके बाद मांगी गई जानकारी दर्ज करनी होगी और फिर क्लिक करना होगा।
  • आपका रिजल्ट स्क्रीन पर दिखाई देगा।
  • इसे डाउनलोड कर लीजिए। आप चाहें तो भविष्य के लिए प्रिंटआउट ले न भूलें।

किन उम्मीदवारों का कैंसल कर सकता है रिजल्ट
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ऐसे उम्मीदवारों का रिजल्ट कैंसल कर सकता है, जो परीक्षा में अनुचित साधन अपनते हैं। इन उम्मीदवारों का रिजल्ट घोषित नहीं किया जाता। इसी प्रकार, जो अभ्यर्थी उन्हें आवंटित केंद्र के अलावा किसी अन्य केंद्र से परीक्षा देते हैं या फिर अपनी जगह किसी अन्य व्यक्ति को परीक्षा देने भेजते हैं, ऐसे उम्मीदवारों का रिजल्ट कैंसल कर दिया जाता है।

कहां कर सकते हैं जेईई मेन स्कोर का इस्तेमाल
एनटीए के अनुसार, जेईई (मेन) 2024 के स्कोर/रिजल्ट का इस्तेमाल केंद्र/राज्य सरकारों की अन्य संस्थाओं द्वारा उनके पात्रता मानदंड/मानदंडों/लागू नियमों/दिशानिर्देशों/नियमों के साथ किया जा सकता है। इसमें आगे कहा गया है कि एमईए (कल्याण) कोटा सीटों के तहत प्रवेश शैक्षणिक वर्ष 2024-25 के लिए संयुक्त प्रवेश परीक्षा (मुख्य) पर आधारित होगा।

24 लाख से अधिक छात्रों ने किया है रजिस्ट्रेशन
जेईई मेन दोनों सेशन – जनवरी और अप्रैल में परीक्षा के लिए एनटीए को 24 लाख से अधिक पंजीकरण प्राप्त हुए। जो छात्र दोनों सत्रों में उपस्थित हुए है, उनके दोनों सेशन में से हाईएस्ट स्कोर को रैंकिंग के लिए ध्यान में रखा जाएगा।

कौन होंगे जेईई एडवांस्ड के लिए एलिजिबल
जेईई मेन सेशन-2 का रिजल्ट आने के बाद दोनों सेशन के बेस्ट एनटीए स्कोर के आधार पर छात्रों की रैंक तैयार की जारी की जाएगी। जेईई मेन रिजल्ट में पहले 2,50,000 रैंक हासिल करने वाले छात्र ही जेईई एडवांस्ड टेस्ट के लिए एलिजिबल माने जाएंगे। बता दें, जेईई एडवांस्ड के लिए आवेदन का प्रोसेस 27 अप्रैल, 2024 को शुरू किया जाएगा। छात्र आधिकारिक वेबसाइट jeeadv.ac.in पर जाकर फॉर्म भर सकेंगे।

सेशन 2 की फाइनल आंसर की जारी
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन (JEE MAN) 024 सेशन 2 पेपर 1 के लिए फाइनल आंसर की जारी कर दी है। छात्र आधिकारिक वेबसाइट jeemain.nta.ac.in से अपने आंसर को वेरिफाई कर सकते हैं।

राजस्थान में शिक्षक बनने के लिए अब अलग-अलग टेस्ट देने से मिलेगा छुटकारा: दिलावर

प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में होगी एक जैसी यूनिफॉर्म

जोधपुर। राजस्थान में शिक्षक बनने के लिए अब अलग-अलग एग्जाम देने की जरूरत नहीं पड़ेगी। शिक्षा विभाग एक एंट्रेंस टेस्ट पॉलिसी तैयार कर रहा है। इसके तहत अलग-अलग ग्रेड और सब्जेक्ट में टीचर्स की भर्ती की जाएगी। यह बात जोधपुर में स्कूल शिक्षा परिवार के कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कही है।

दिलावर ने कहा कि सरकार गवर्नमेंट और प्राइवेट स्कूलों की यूनिफॉर्म एक जैसी करने की भी तैयारी कर रही है। इसे जल्द ही लागू कर दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने बताया कि राजस्थान सरकार अब शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर बड़ा कदम उठाने जा रही है।

इस बारे में मंत्री दिलावर ने रविवार को जोधपुर में एक स्कूल शिक्षा परिवार के जरिए आयोजित सम्मेलन में इस बारें में बात की। उन्होंने कहा कि निजी स्कूलों की यूनिफॉर्म, जूता, टाई आदि के नाम पर अभिभावकों को एक ही दुकान से खरीदने के लिए विवश किया जाता है, जिससे मनमाने दाम वसूले जाते हैं। सरकार अब विचार कर रही है कि सभी स्कूलों के यूनिफॉर्म में एकरूपता लाई जाए, जिससे अमीर गरीब का भेद मिटे और अभिभावक किसी भी दुकान से गणवेश खरीद सकें।

मंत्री दिलावर ने आगे कहा कि बीएड कोर्स को लेकर भी सरकार परिवर्तन का मन बना रही है। उन्होंने बताया कि अभी बड़ी तादाद में छात्र बीएड करते हैं, लेकिन खर्चा करने के बाद भी बेरोजगार रहते हैं। उनकी सरकार चाहती है कि सभी श्रेणी के रिक्त पदों की गणना कर एक परीक्षा आयोजित की जाए और मेरिट के आधार पर श्रेणीवार चयन किया जाए, जिसके बाद बीएड करवाया जाए और बीएड पास करने के बाद तत्काल नियुक्ति पत्र दिया जाए।

मंत्री दिलावर ने कहा कि, अधिकारियों के साथ इसे लेकर विचार करने को कहा गया है। वे रविवार को आयोजित हुए जोधपुर में चौपासनी हाउसिंग बोर्ड में स्थित सिंधु महल में शिक्षा परिवार के कार्यक्रम में इन सभी विषयों पर अपनी बात कही। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित निजी स्कूल संचालकों को मान्यता के प्रकरण को लेकर भी बताया कि मान्यता के लिए तीन श्रेणियां बनाकर आवेदन लिए जाएं।

ओसवाल समाज संस्था ने मनाई महावीर जयंती, प्रतिभाओं का किया सम्मान

कोटा। भगवान महावीर जैन धर्म के चौंबीसवें (24वें) तीर्थंकर के जन्म कल्याण महोत्सव को हर वर्ष की भांति इस वर्ष श्री ओसवाल समाज संस्था द्वारा हर्षाोउल्लास के साथ आयोजित किया गया।

अध्यक्ष राकेश श्रीमाल गुणायचा ने बताया कि महावीर प्रभु जन्म कल्याणक महोत्सव पर साधर्मी वात्सल्य का आयोजन सुबह 11 बजे मंगलाचरण से श्री पार्श्व कुशल धाम दानबाडी दादाबाडी में प्रारंभ किया गया। कार्यक्रम में समिति के संरक्षक जगजीवन मुणोत, पुखराज बाफना, विमल धारीवाल का सानिध्य प्राप्त हुआ। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अनिल मण्डोत सीनियर जोईंट प्रसिडेंट मंगलम सीमेंट मोडक थे एवं पंकज मेहता ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

महामंत्री पंकज भंडारी ने बताया कि ओसवाल महिला मण्डल व बालक-बालिकाओं द्वारा आयोजित नृत्य नाटिका में तीर्थंकर महावीर स्वामी का ज्ञान दर्शन प्रदर्शित किया गया। पार्श्वनाथ महिला मण्डल की महिलाओं ने महावीर के सिद्धांत व कथाओ को नृत्य के रूप में मंच पर साकार किया और तीर्थंकर महावीर के ज्ञान दर्शन पर भावनात्मक नृत्य प्रस्तुति दी।

मुख्य अतिथि अनिल मण्डोत ने अपने उधबोधन में कहा कि दुनिया को जैन धर्म के पंचशील सिद्धांत अहिंसा, सत्य, अपरिग्रह, अचौर्य (अस्तेय) और ब्रह्मचर्य के माध्यम से महावीर ने आर्दश समाज की स्थापना की नीव रखी है। भगवान महावीर ने उपदेशों और प्रवचनों के माध्यम से दुनिया को सही राह दिखाई और मार्गदर्शन किया।

पंकज मेहता ने कहा कि अहिंसा आज की आवश्यकता है। हमें विश्व कल्याण व एकता के लिए अहिंसा का मार्ग चुनना होगा। मन का मैल जो धोये वह महावीर का सच्चा उपासक है। हमें अहिंसा व सत्य जैसे विचारों को जन—जन तक पहुंचाना है।

30 प्रतिभावान विद्यार्थियों का सम्मान
सांस्कृतिक कार्यक्रम संयोजक राजेश चतर ने बताया कि कक्षा 10वीं व 12वीं में 85 प्रतिशत अंको से अधिक लाने वाले तथा एबीबीएस,आर एस, सीए, सीएस, एमबीए सहित विभिन्न पेशेवर डिग्री में उन्नत अंक लाकर समाज को गौरांवित करने वाले 30 प्रतिभावन विद्यार्थियों एवं जनकल्याण की भावना के साथ समाज में सक्रिय भूमिका निभाने वाले सक्रिय,कर्मठ व समाजसेवी कांता दुग्गड़ ,स्व.अशोक बोहरा, वीरेन्द्र धारीवाल का सम्मान किया गया।

जीएम ने डकनिया तलाव, सवाई माधोपुर स्टेशन के पुनर्विकास कार्य की प्रगति का लिया जायजा

पश्चिम मध्य रेलवे महाप्रबंधक का कोटा रेल मंडल में दो दिवसीय निरीक्षण दौरा संपन्न

कोटा। पश्चिम मध्य रेल महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय ने 20 एवं 21 अप्रैल को कोटा रेल मंडल का दो दिवसीय निरीक्षण दौरा किया। जिसमे मुख्य रूप से डकनिया तलाव रेलवे स्टेशन का 111.18 करोड़ रुपये की लागत से विश्वस्तरीय पुनर्विकास कार्य एवं अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 38.86 करोड़ की लागत से उन्नयन किए जा रहे मंडल का सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन के कार्य प्रगति का जायजा लिया।

जीएम ने अपने निरीक्षण दौरे के प्रथम दिन डकनिया स्टेशन के कार्य प्रगति का मंडल रेल प्रबंधक मनीष तिवारी के माध्यम से पूर्व निर्धारित मॉडल एवं ले-आउट प्लान के अनुसार किए जा रहे कार्य के सभी पहलुओं की जानकारी ली। सबंधित अधिकारियों द्वारा डकनिया स्टेशन पर हो रहे आधारभूत संरचनाओं के विकास की कार्ययोजना के संदर्भ में हो रहे कार्य की वास्तविक स्थिति से अवगत कराया गया।

निरीक्षण के दौरान जीएम ने स्टेशन पर उपलब्ध यात्री सुविधाओं के बारे में मण्डल के संबंधित विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर जानकारी हासिल की एवं निर्धारित मानकों के साथ समय पर गुणवत्तापूर्ण कार्य करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि डकनिया स्टेशन का कार्य पूरा करने का निर्धारित लक्ष्य 5 नवम्बर 2024 तय है।

इसके अतिरिक्त महाप्रबंधक ने निरीक्षण के दूसरे दिन अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत मंडल के सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास कार्य का निरीक्षण किया। पर्यटक स्थल सवाई माधोपुर के पुनर्विकसित होने पर स्थानीय सामाजिक एवं पर्यटन दृष्टिकोण से आर्थिक गतिविधियों में इजाफा होगा। सवाई माधोपुर स्टेशन का 38.86 करोड़ की लागत से कायाकल्प किया जा रहा है।

जीएम ने दो दिवसीय कोटा मंडल के दौरे में सभी यूनियन प्रतिनिधियों से मुलाकात की, साथ ही उनके द्वारा सुपुर्द किये गये ज्ञापन पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया।
महाप्रबंधक के सम्पूर्ण निरीक्षण के दौरान डीआरएम मनीष तिवारी, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक, वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (स्टेशन डेवपलमेंट), मंडल सुरक्षा आयुक्त सहित अन्य अधिकारी व पर्यवेक्षक कर्मचारी मौजूद रहे।

शोभायात्रा में उमड़ा जैन समाज, रक्तदान, दिव्यांग और चिकित्सा शिविर का हुआ आयोजन

भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्सव

कोटा। सकल दिगम्बर जैन समाज कोटा महानगर द्वारा देवाधिदेव जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्सव रविवार को हर्षोल्लास से मनाया गया। सर्वप्रथम शहर से अधिकांश इलाक़ों में स्थित जैन मंदिरों से प्रातः साढ़े 5 बजे से प्रभात फेरी निकाली गई।

प्रचार सचिव मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि प्रात: 7.30 बजे से शोभायात्रा का आयोजन तलवंडी जैन मंदिर से दशहरा मैदान तक किया गया। दशहरा मैदान में भगवान महावीर का अभिषेक, अर्घ्य समर्पित,सम्मान समारोह, रक्तदान, दिव्यांग व चिकित्सा शिविर, पक्षियों के लिए परिण्डे वितरण आदि का आयोजन किया गया।

अध्यक्ष विमल जैन नांता ने बताया कि चर्या शिरोमणि आचार्य विशुद्ध सागर महाराज के शिष्य आदित्य सागर महाराज ससंघ व गणिनी आर्यिका स्वस्ति भूषण माताजी ससंघ के प्रवचन हुए। कार्याध्यक्ष जेके जैन ने बताया कि विशिष्ट सेवा कार्य करने वाले 6 लोगो को प्रशस्ति पत्र माला व शाल देकर सम्मानित किया।

महामंत्री विनोद जैन टोरडी व वरिष्ठ उपाध्यक्ष विकास जैन अजमेरा ने बताया कि कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला रहे। कार्यक्रम का संचालन अमित सोगानी एवं पीके हरसोरा ने किया। इस अवसर पर आदित्य सागर महाराज द्वारा रचित आध्यात्मिक 4 साहित्य पुस्तकों का विमोचन किया गया। पुस्तक आध्यात्मिक नीति प्रबंधन की 1500 प्रतियां पुष्पा जेके जैन के सहयोग से प्रकाशित की गई।

जैन समाज के सिद्धांतों को आगे बढाए समाज
मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ने जैन समाज को भगवान महावीर के सिद्धांत जन जन तक पहुंचाने का आह्वान किया। उनके द्वारा दिये गये अहिंसा के संदेश को अपना कर सम्पूर्ण विश्व में परिवर्तन लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार शरीर को आहार की जरूरत होती है उसी प्रकार धर्म को भी संस्कारों की जरूरत होती है। भगवान महावीर द्वारा दुनिया को अहिंसा का मूल मंत्र दिया था उसे आज मन, कर्म और वचन के माध्यम से जीवन में आत्मसात करने की आवश्यकता है।

भगवान के पुण्य नहीं पुरुषार्थ देखे
आदित्य सागर महाराज ससंघ ने कहा कि आज हजारो वर्ष बाद भी भगवान महावीर के जयकारे लग रहे हैं। देश दुनिया उनका जन्म कल्याणक मना रही है, परन्तु हमें उनके पुण्य और ख्याति नहीं उनका पुरुषार्थ देखना है कि वह नर से नरसिम्हा कैसे बने। जो दूसरों के हितों के लिए जीवन जीते हैं, वहीं श्रेष्ठ जीवन है। सभी के आग्रह पर आचार्य ने चातुर्मास कोटा में करने पर सहमति प्रदान की।

जन्म से बनते हैं जन्मकल्याणक
गणिनी आर्यिका स्वस्ति भूषण माताजी ससंघ ने कहा कि जो दूसरो के लिए जीते हैं और दूसरों के हितों के लिए अपने जीवन को लगा देते हैं, उनके जन्म दिन ही जन्म कल्याणक बनते हैं। उन्होंने कहा कि अपने गुणों और व्यवहार से महावीर इतने ऊंचे उठे कि वह मनुष्य जन्म में भगवान बने। उन्होने कोटा वासियों को भुगकामनाएं देते हुए कहा कि कोटा में एकजुटता का परिचय महावीर जयंती पर दिया जाता है जिसकी ख्याति दूर तक है।

प्री वेडिंग फोटोशूट का बहिष्कार
सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन नांता ने समाज को निर्देशित किया कि आज समाज में शादी के लिए बनने वाली वीडियो शूटिंग समाज में नासूर का काम कर रही है। अनावश्यक व्यय को बढा रही है। समाज इसका विरोध और बहिष्कार करता है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि अहिंसा व सत्य के मार्ग पर चलकर हर कठिनाई व बाधा को दूर किया जा सकता है।

अभिषेक में जुटा जैन समाज
सकल दिगम्बर जैन समाज के अध्यक्ष विमल जैन नांता ने बताया कि देवाधिदेव जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर भगवान महावीर का जन्म कल्याणक महोत्‍सव पर शोभायात्रा से दशहरा मैदान पहुंचने पर भगवान महावीर को 8 द्रव्य  समर्पित किए। मंगलाचरण के पश्चात स्थापना, जल, चंदन, अक्षत, पुष्प, नैवेध, दीप, धूप, अर्घ, गर्भ कल्याण, तप कल्याण, ज्ञान कल्याण, मोक्ष कल्याण व जयमाला,आ.विराग सागर का अर्घ्य अर्पित किया गया। कार्याध्यक्ष जे के जैन ने बताया कि इस अवसर मुख्य अतिथि ओम बिरला ने  भागचंद टोंग्या, मनोज जैसवाल, संजय कुमार जैन निर्माण, अनिल ठोरा, अंजलि जैन व मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल डा.संगीता सक्सेना को प्रशस्ति पत्र, माला व साफा पहनाकर सम्मानित किया।

दिगंबर जैन सोशल ग्रुप कोटा मेन द्वारा रक्तदान शिविर  व चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। अध्यक्ष अध्यक्ष उत्सव बड़जात्या व सचिव कुलदीप जैन ने बताया की शिविर में 285 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। शिविर में अकलंक शोध संस्थान द्वारा पाण्डुलिपि संग्रहण व संवर्धन की प्रदर्शनी भी लगाई गई।

शोभायात्रा में उमड़ा श्रद्धा का ज्वार
शोभायात्रा के संयोजक रितेश सेठी व प्रकाश बज ने बताया कि शोभायात्रा सुबह 7.30 बजे श्री महावीर दिगंबर जैन मंदिर तलवंडी से से प्रारंभ होकर परशुराम सर्किल,सुवी नेत्र चिकित्सालय होती हुई जवाहर नगर के मार्ग पर प्रशस्त हुई। जिसमे जैन ध्वज लिए समाज के लोग शामिल रहे। अशोक पहाड़िया व प्रकाश बज ने बताया कि शोभायात्रा में 5 श्वेत अश्व उन पर धर्म पताका लिए समाजबंधु। पीछे चलती ऊंटगाडियां और और बग्ग्यिां में सवार इंद्र-इंद्राणी जिनके साथ नाचता व गाता अपार जनसमूह। भगवान महावीर स्वामी को रथ में विराजित कर समाज बंधुओं के द्वारा खींचा गया। शोभायात्रा में रथ पर जिनवाणी एवं कई झांकियां भी थी। मार्ग में 108 जगहों पर तोरण द्वार व रंगोली सजाई गई। शोभायात्रा मार्ग को दुल्हन की तरह सजाया गया था। रात में समूचा मार्ग रंग बिरंगी लाइटों की रोशनी से सराबोर कर दिया गया था।

स्वागत में खाने-पीने पर पाबंदी
प्रसार मंत्री राजकुमार लुहाड़िया ने बताया कि इस बार शोभायात्रा मार्ग में खानपान पर रोक लगाई गई थी। उन्होंने बताया कि शोभायात्रा के मार्ग में जगह-जगह पर स्वागत के लिए खाने-पीने की चीजें मीठे रेपर, शेक, शरबत, आइसक्रीम, मिठाई आदि वितरित करने से गंदगी के साथ उनमें सूक्ष्म जीव चीटियां, मक्खियां आदि चिपक जाते हैं, उनके ऊपर से लोग गुजरते हैं और दूसरे दिन प्रातःकाल में उसे कचरे के ढेर में जला दिया जाता है, जिससे जीव हिंसा का घोर दोष लगता है।

इनकी रही उपस्थिति
कार्यक्रम में रेडक्रॉस सोसायटी के स्टेट चैयरमेन राजेश कृष्ण बिरला, विधायक संदीप शर्मा, भाजपा शहर जिला अध्यक्ष राकेश जैन मडिया, पूर्व कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, रेडक्रॉस सोसाइटी के स्टेट सेक्रेटरी जगदीश जिंदल, नेता प्रतिपक्ष विवेक राजवंशी, सकल दिगम्बर जैन समाज समिति के अध्यक्ष विमल चंद जैन नान्ता, कार्याध्यक्ष जेके जैन, कार्याध्यक्ष प्रकाश बज, महामंत्री विनोद जैन टोरडी, प्रचार सचिव मनोज जैन आदिनाथ, राजमल पाटौदी, विकास अजमेरा, अशोक पहाड़िया, प्रकाश सामरिया, राजकुमार लुहाड़िया, कपिल जैन, नरेश जैन वैद, अशोक पाटनी, मनोज टोंग्या, विजय दुगेरिया, रितेश जैन सेठी, जिनेन्द्र पापडीवाल, गुलाबचंद चुनेवाला, मनीष जैन, अंकित जैन, पारस जैन, योगेश सिंघम, मनोज टोंग्या आदि जैन समाज के प्रबुद्ध लोग दशहरा मैदान में उपस्थित रहे।


घर में रहना पाप नहीं, घर को अपने भीतर रखना पाप है: संत चिन्मय दास

कोटा। श्री पिप्पलेश्वर महादेव मंदिर के षष्ठम प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव (पाटोत्सव) के तहत श्री भक्तमाल कथा में रविवार को वृंदावन धाम के प्रख्यात संत चिन्मय दास महाराज ने अपने प्रवचन में कहा कि लोग आजकल एक शहर में अधिक स्थानों पर घर बनाते है,देश,विदेश और चांद तक जमीन खरीदने पहुंच रहे हैं।

परन्तु उन्हे संत के ह्रदय में भी अपनी जगह बनानी चाहिए, जो सच्ची निष्ठा से ही संभव है। जो भक्त, भक्ति भाव से प्रभु की कथा श्रवण करता है वही संत को प्रसन्न करता है। उन्होंने प्रसंगवश बताया कि प्रियादास महाराज जब श्रीभक्तमाल कथा सुना रहे तो एक वृद्ध ने प्रियादास को कहा कि उसने पूरे जन्म भगवान का र्कीतन नहीं किया।

परन्तु वह भक्तमाल की प्रति चाहता है। जिसे छाती पर रखकर मरने से जन्म व मरण के बंधन से मुक्त हो सके। उसकी मांग से प्रियादस भी प्रसन्न हुए और उसी भाव से तीन दिन भक्तमाल की प्रति लिख दी और वृद्ध को सौप दी। जब अंत समय में यम उसे लेने आये तो यम को देख वह जड़ हो गया और कुछ बोल न सका।

फिर श्री भक्तमाल की और इशारा करने लगा। उसके पोते ने जैसे ही इशारा समझा तो वृद्ध को भक्तमाल दी और उन्होने छाती पर रखकर प्राण त्यागे। भक्तमाल रखते ही यम के बंद टूट गए। भगवान के परम भक्त प्रहलाद, अर्जुन, हनुमान जी उन्हें लेने आए और वह जनम व मरण के बंधन से दूर हो गया।

संत चिन्मय दास महाराज ने कहा कि भक्त का उद्धार तो भगवान करते हैं। परन्तु जो भक्त के आश्रय में होता है उसका उद्धार भगवान भक्त से पूर्व करते हैं । चिन्मयदास महाराज ने कहा कि मनुष्य माया के फेर में उलझा रहता है।

वह कायारूपी किराये के मकान को अपना मानता है। यह एक दिन खाली करके जाना है। उसे प्रकार माया में उलझकर वह जिस घर में रहता उसे अपने भीतर रखता है। यह सब नश्वर है, जिसे हमें छोडकर जाना है। उन्होने इस अवसर पर कहा कि शास्त्र में लिखा है कि क्रोध नहीं करना चाहिए। इससे 1 माह के पुण्य नष्ट होते हैं।

Lok Sabha Election: दो पूर्व सीएम पुत्र मोह में उलझे हैं या बात कुछ और है!

-कृष्ण बलदेव हाडा-
Lok Sabha Election 2024: केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कोटा में शनिवार को आयोजित जनसभा में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कटाक्ष किया कि वे पुत्र मोह में इस तरह उलझ गए हैं कि उन्होंने अपने को जालौर-सिरोही संसदीय क्षेत्र तक ही सीमित कर लिया है जहां से उनके पुत्र वैभव गहलोत इस बार दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं।

अमित शाह प्रतिद्वंदी पार्टी कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कटाक्ष करते समय अपनी ही पार्टी भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश में सबसे सशक्त और सर्वाधिक लोकप्रिय नेता श्रीमती वसुंधरा राजे का जिक्र करना भूल गए जिनके पुत्र दुष्यंत सिंह भी झालावाड़-बारां लोकसभा सीट से लगातार पांचवी बार चुनाव लड़ कर सदन में पहुंचने के लिए प्रयत्नशील हैं। इसमें उनका हरसंभव सहयोग एक जिम्मेदार मां की तरह श्रीमती वसुंधरा राजे कर रही है।

आम चुनाव और उसकी तिथि की चुनाव आयोग की ओर से औपचारिक घोषणा होने से पहले ही झालावाड़ में भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय से अलग दुष्यंत सिंह का चुनाव कार्यालय खोल दिया गया था और चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के बाद उनके नामांकन भरने के अवसर पर निकाली गई रैली में भाग लेने के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता श्रीमती वसुंधरा राजे अमूमन अब तक ज्यादातर समय दुष्यंत सिंह के चुनाव प्रचार के लिए संसदीय क्षेत्र में बारां एवं झालावाड़ जिले में ही मौजूद है।

इस संसदीय क्षेत्र में उनका अपना व्यापक प्रभाव होने के कारण जरूरी नहीं होते हुए भी वसुंधरा राजे यहीं बनी हुई हैं और राज्य की अन्य संसदीय क्षेत्रों में चुनाव प्रचार से कमोबेश दूरी बना रखी है।

यह दूरियां केवल 24 अन्य संसदीय क्षेत्रों तक ही नहीं है बल्कि श्रीमती वसुंधरा राजे ने तो भारतीय जनता पार्टी के इकलौते आलाकमान प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर दास मोदी और यहां तक कि खुद केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अब तक के राजस्थान के दौरों से भी दूरी बना रखी है।

यहां तक कि गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को 85 किलोमीटर दूर कोटा में स्थानीय भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए पुत्र मोह को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर जमकर बरस रहे थे तब भी वे उनके साथ मंच पर मौजूद नहीं थी।

वजह स्पष्ट है कि उन्हें इस आम सभा के लिए उनकी गरिमा के अनुरूप बुलाया ही नहीं गया। यहां भी यह स्पष्ट रूप से प्रकट हो रहा है कि न तो कोटा के प्रत्याशी उनको बुलाने के इच्छुक थे और न ही अमित शाह ऎसी किसी मौजूदगी के तलबगार और दोनों ही सूरत का अंतिम नतीजा श्रीमती राजे की गैर मौजूदगी के रूप में नजर आना था जो आया।

पिछले तीन दशकों से भी अधिक समय में संभवत यह पहला अवसर होगा जब लोकसभा चुनाव के समय श्रीमती वसुंधरा राजे राजस्थान से चुनावी परिदृश्य से पूरी तरह गायब है। जबकि मध्यप्रदेश में भिंड लोकसभा क्षेत्र से वर्ष 1984 में अपना पहला लोकसभा चुनाव लड़कर हारने के बाद अगले ही साल 1985 में राजस्थान में धौलपुर से भारतीय जनता पार्टी की विधायक चुनी गई थी।

तब से ही राजस्थान की चुनावी राजनीति में सक्रिय रहीं है। उसके बाद वे झालावाड़ से पहली बार लोकसभा चुनाव जीती और तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री बनी।

पिछले विधानसभा चुनाव में आंशिक पूछपरख के बाद इस लोकसभा चुनाव से पहले प्रत्याशी तय करने से लेकर बाद में चुनाव अभियान की कमान सम्भालने तक भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने श्रीमती वसुंधरा राजे की पूरी तरह से उपेक्षा की। इसे फिलहाल नियति के रूप में स्वीकार कर वे अपने आप को अपने पुत्र दुष्यंत सिंह के झालावाड़-बारां संसदीय क्षेत्र तक सीमित रखे हुए हैं।

लोकसभा चुनाव के बाद कयास लगाया जा रहा है कि वे नई भूमिका के साथ सामने आ सकती हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर भाजपा का नेतृत्व जिस तरह से राजस्थान की सभी 25 सीटों पर चुनाव जीतने के सपने संजोये बैठा है, उसके पूरे होने की उम्मीद बिलकुल भी नहीं है और चुनावी नतीजे चौकाने वाले हो सकते हैं।

क्योंकि लोकसभा चुनाव में चुनाव कांग्रेस बनाम भाजपा से कहीं अधिक मतदाता बनाम भाजपा बनता नजर आ रहा है तो नतीजे तो चौंकाने वाले होंगे ही। हालांकि उधर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत श्रीमती वसुंधरा राजे की तुलना में अलग हटकर भूमिका में है। यह सही है कि उन्होंने काफी हद तक अपने आप को पुत्र वैभव गहलोत के संसदीय क्षेत्र जालौर-सिरोही के चुनाव अभियान तक ध्यान केंद्रित कर रखा है लेकिन इसके बावजूद वे राज्य के अन्य लोकसभा क्षेत्रों में भी चुनाव प्रचार के लिए जा रहे हैं।

वे जोधपुर, उदयपुर सहित कुछ अन्य संसदीय क्षेत्रों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। झालावाड़-बारां संसदीय क्षेत्र के छबड़ा नगर में भी उन्होंने कांग्रेस के प्रत्याशी श्रीमती उर्मिला जैन भाया के समर्थन में शनिवार को सभा की लेकिन यह सही है कि इस चुनाव में उनकी भूमिका भी सीमित है। ऐसा माना जाता है कि अशोक गहलोत के लिए अब यह एक आखिरी बड़ा चुनाव साबित हो सकता है।