नई दिल्ली। UPI पेमेंट का इस्तेमाल करते हैं तो आपके लिए जरूरी खबर है। हाल ही में UPI को लेकर नियमों में बदलाव हुआ है। 1 नवंबर से UPI पेमेंट के कुछ नियम बदल गए हैं। NPCI की तरफ से UPI Lite के 2 लोकप्रिय नियमों में बदलाव किया गया है।
इसकी मदद से गूगल पे, फोन पे और पेटीएम का इस्तेमाल करने वाले यूजर्स को मोटा फायदा होने वाला है। यूजर्स इसकी मदद से UPI Lite की मदद से ज्यादा पेमेंट कर पाएंगे।
रिपोर्ट की मानें, RBI ने UPI Lite की ट्रांजैक्शन लिमिट को बढ़ा दिया है। फिक्स लिमिट से कम बैलेंस होने पर खुद टॉप-अप हो जाएगा। ऐसा करने से, UPI Lite से पेमेंट की जा सकती है। आज हम आपको इससे संबंधित अन्य सर्विस की जानकारी भी देने वाले हैं।
क्या है और कैसे काम करती है UPI Lite
- UPI Lite में ऑटो-पे बैलेंस सर्विस का इस्तेमाल करने के लिए उन्हें इसे एक्टिवेट करना होता है। एक बार एक्टिवेट होने के बाद काम काफी आसान हो जाएगा।
- यहीं पर आपको मिनिमम लिमिट सेट करने का भी ऑप्शन दिया जाता है और इसे UPI Lite वॉलेट से कनेक्ट किया जा सकता है।
- एक बार बैलेंस कम होते ही ये खुद ही टॉप-अप कर दिया जाएगा। यूजर के अकाउंट से इसे टॉप अप कर देंगे।
- UPI Lite के लिए अधिकतम लिमिट को 2 हजार रुपए तक सेट कर दिया गया है। UPI Lite Wallet को यूजर्स दिन में 5 बार से ज्यादा टॉप-अप नहीं किया जा सकता है।
- एक बार ऑटो-पे बैलेंस फैसिलिटी का ऑप्शन चयन करने के बाद यूजर्स UPI Lite Wallet को खुद नहीं टॉप-अप कर सकते हैं।
यूपीआई पेमेंट
अगर आप नॉर्मल यूपीआई पेमेंट करते हैं तो वह वैसे ही चलती रहेगी। उसमें कोई बदलाव नहीं होने वाला है। आप अभी भी सीधा बैंक अकाउंट का इस्तेमाल कर पेमेंट कर सकते हैं। ऐसे में आपके लिए ये भी काफी अच्चा ऑप्शन साबित होता है।