Thursday, November 14, 2024
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Kota Mandi: लिवाली निकलने से कोटा मंडी में धान और लहसुन के भाव तेज रहे

कोटा। Kota Mandi Price Today: भामाशाह अनाज मंडी में बुधवार को लिवाली निकलने से सोयाबीन 25 रुपये, धान 75 रुपये और लहसुन 500 रुपये ऊंचा बिका। मंडी में सभी कृषि जिंसों की मिलाकर करीब 220000 कट्टे और लहसुन की 5000 कट्टे की आवक रही। जिंसों के भाव रुपये प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे-

गेहूं 2800 से 2901 ज्वार शंकर 2200 से 2700, ज्वार सफेद 3500 से 4000, बाजरा 2000 से 2400 मक्का नई 2150 से 2600, जौ 1900 से 2150 रुपये प्रति क्विंटल। धान सुगन्धा 2000 से 2650 धान (1509) 2400 से 2821 धान (1718) 2500 से 3471 धान (1847) 2300 से 2750 धान पूसा नया 2400 से 2751 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन नया 3800 से 4321, सरसो 5500 से 6250, अलसी 5500 से 5850 तिल्ली 11000 से 13500 रुपये प्रति क्विंटल। मूंग नया 6500 से 7500, उड़द नया 4500 से 7300 उड़द पुराना 4000 से 7000 चना देशी 5500 से 6500 चना मौसमी 5500 से 6500, चना पेप्सी 6000 से 6600 रुपये प्रति क्विंटल रहा।

धनिया बादामी 5700 से 6500 धनिया ईगल 6350 से 6800 रंगदार 6500 से 7801 रुपये प्रति क्विंटल। लहसुन 7000 से 35000 मैथी 4700 से 5400 कलौंजी 13000 से 17850 रुपये प्रति क्विंटल।

कार्तिक पूर्णिंमा को बंद रहेगी कोटा मंडी
कोटा। भामाशाह अनाज मंडी में 15 नवंबर शुक्रवार को कार्तिक पूर्णिंमा के अवसर पर अवकाश रहेगा। यह जानकारी कोटा ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट्स एसोसिएशन के महामंत्री महेश खंडेलवाल ने दी।

रोड पर डंपर से अवैध वसूली, पैसे न देने पर चालक को पीटा, आग लगाने की धमकी दी

चालक की शिकायत पर नान्ता थाने में हुआ मामला दर्ज आरोपी फरार

कोटा। नांता थाना क्षेत्र में बूंदी रोड पर मिट्टी का परिवहन कर रहे डंपर चालक से अवैध वसूली और मारपीट का मामला दर्ज हुआ है। डंपर चालक गिरिराज खटीक ने नांता थाने में लिखित रिपोर्ट पेश कर बताया कि वह अमृतम कॉरपोरेशन फर्म के लिए बूंदी रोड स्थित नांता नर्सरी के सामने वाले रोड से वेदांत कॉलेज के लिए मिट्टी भरने जा रहा था। तभी पीछे से तीन कारों में सवार कुश मित्तल, अंकित मित्तल, सिद्धार्थ जैन समेत अन्य लोग आए। उन्होंने रोड पर गाड़ियां चलाने के बदले पैसे की मांग की।

दर्ज रिपोर्ट में गिरिराज खटीक ने बताया कि पैसे नहीं देने पर गिरेबान पकड़कर डंपर से नीचे उतार लिया। उन्होंने डंडे से मारपीट करते हुए पिस्तौल निकालकर जान से मारने और जाति सूचक शब्दों से गाली गलौज करते हुए डंपर में आग लगाने की धमकी दी।

नांता थाना पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए भारतीय दण्ड संहिता की धारा 115(2), 126(2), 324, 435(2), 351(2)(3), 3(5) व धारा 3(2) एससी एसटी एक्ट में मामला दर्ज कर वृत्त अधिकारी द्वितीय कोटा शहर को जांच सौंपी गई है।

अवैध वसूली के मामले में जेल जा चुका कुश
अमृतम कारपोरेशन के मालिक सौरव खांडल ने बताया कि कुश मित्तल और उसके साथी अवैध वसूली का काम करते हैं। पूर्व में भी कुश मित्तल को भय दिखाकर अवैध वसूली करने के मामले में पुलिस ने भंडाफोड़ करते हुए गिरफ्तार किया था। कुन्हाड़ी निवासी कुश मित्तल पुलिस के नाम पर प्रति डंपर प्रति चक्कर ₹1000 वसूली करता हुआ पकड़ा गया था। उन्होंने बताया कि कुश मित्तल अवैध बजरी के परिवहन का काम करता है। गाड़ियों से अवैध वसूली और मिलीभगत के मामले में नांता थाने का एक कांस्टेबल भी एसपी सिटी ने जांच के उपरांत सस्पेंड किया था।

गिरफ्तारी की मांग
घटना के बाद से फरार चल रहे कुश मित्तल और उसके साथियों को गिरफ्तारी की मांग को लेकर फरियादी गिरिराज खटीक तथा कंपनी के मालिक सौरव खांडल की ओर से शहर पुलिस अधीक्षक डॉ. अमृता दुहन को परिवाद देकर आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की गई है। उन्होंने बताया कि मामला दर्ज होने के बावजूद आरोपी अभी तक फरार है। जिनकी शीघ्र गिरफ्तारी की जानी चाहिए।

कुश मित्तल से 82 लाख रुपए की लेनदारी है
सौरव खांडल ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि कुश मित्तल की पत्नी की ओर से उसकी कंपनी पर अनर्गल बयानबाजी करते हुए मानहानि की जा रही है। जिसमें उनके रिश्तेदारों को भी घसीटा जा रहा है। कुश मित्तल और उसके साथी स्वयं तो फरार हैं, लेकिन पत्नी को आगे करके मानहानि कारित करने का प्रयास कर रहे हैं। सौरव खांडल ने बताया कि कुश मित्तल पूर्व में उसका पार्टनर रह चुका है। जिससे 82 लाख रुपए की लेनदारी है।

इसके अलावा उसने फर्जी बिलों से भी रकम वसूली है। इसके दस्तावेज भी वे लोग चोरी करके ले गए। अब इस रकम को डूबोने के लिए इस प्रकार की घटनाएं कर रहे हैं। पैसे की मांग करने पर आत्महत्या तक की धमकी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि कुश मित्तल पर रामपुरा थाने में ड्यूटी कांस्टेबल के साथ मारपीट करने के मामले में भी मामला दर्ज हुआ था। जिसमें निचली अदालत से सजा हो चुकी है।

Election: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में शाम 5 बजे तक 64.82% मतदान

जयपुर। Rajasthan Vidhan Sabha Upchunav: राजस्थान विधानसभा उपचुनाव-2024 के दौरान सभी 7 विधानसभा क्षेत्रों में बुधवार को मतदान के आखिरी समय में तेजी आई है। शाम 5 बजे तक सभी विधानसभा क्षेत्रों में कुल 64.82 फीसदी मतदान हुआ है। अब तक अलवर जिले के रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 71.45 प्रतिशत मतदान में हुआ है।

मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि सभी 7 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान प्रक्रिया आम तौर पर शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है। निर्वाचन विभाग के निर्देशानुसार ग्रीन-थीम आधारित मतदान केन्द्रों को सिंगल-यूज़ प्लास्टिक से मुक्त रखा गया। इससे आम लोगों के बीच लोकतंत्र की मजबूती के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण का सन्देश प्रसारित हुआ है।

महाजन ने कहा कि कई स्थानों पर नव मतदाता एवं युवाओं ने ना केवल स्वयं मतदान किया और सोशल मीडिया के माध्यम से अन्य मतदाताओं को भी प्रेरित किया है. दिन भर बुजुर्ग एवं महिला मतदाताओं में भी चुनाव में भागीदारी और स्वयं की जिम्मेदारी के प्रति खासा उत्साह नजर आया है।

मतदान के दौरान मतदान केन्द्र के अन्दर और बाहर लगे सीसीटीवी कैमरा से लाइव वेबकास्ट किया जा रहा है, जिसके माध्यम से रिटर्निंग अधिकारी, जिला निर्वाचन अधिकारी और निर्वाचन विभाग के स्तर पर लगातार निगरानी की जा रही है।

Gold Silver Price: सोना हुआ सस्ता; चांदी में उछाल, जानिए आज के भाव

नई दिल्ली। Gold Silver Price Today: मजबूत वैश्विक रुख के बीच बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में सोना 50 रुपये टूटकर चार सप्ताह के निम्नतम स्तर 77,750 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। मंगलवार को 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाली पीली धातु 77,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी।

हालांकि, चांदी की कीमत दो दिन की गिरावट के बाद 1,200 रुपए बढ़कर 92,500 रुपए प्रति किलोग्राम हो गई। पिछले सत्र में चांदी 91,300 रुपए प्रति किलोग्राम के भाव पर बंद हुई थी। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 50 रुपये घटकर 77,350 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया। मंगलवार को यह पीली धातु 77,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।

इस बीच, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी सोना अनुबंध की कीमत 204 रुपये यानी 0.27 प्रतिशत बढ़कर 75,105 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। एलकेपी सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष शोध विश्लेषक (कमोडिटी व करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने कहा, “निवेशकों की ओर से अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) के आंकड़े जारी होने की उम्मीद के कारण सोने में मामूली बढ़त देखी गई, जो समग्र कमजोर प्रवृत्ति के बीच कुछ अल्पकालिक समर्थन प्रदान कर सकता है।”

त्रिवेदी ने कहा कि फेडरल रिजर्व के दो प्रतिशत के लक्ष्य की ओर सीपीआई की गिरावट से ब्याज दरों में कटौती जारी रहने का रास्ता खुल सकता है, जिससे लंबी अवधि में सोने को समर्थन मिल सकता है। एक्सचेंज में दिसंबर डिलीवरी वाले चांदी का भाव 760 रुपये यानी 0.85 प्रतिशत बढ़कर 90,087 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया।

वाया भरतपुर, जयपुर-गोमतीनगर एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त थर्ड एसी इकोनामी कोच

कोटा। रेलवे प्रशासन द्वारा अतिरिक्त यात्री भीड़ को क्लीयर करने के उद्देश्य से यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए भरतपुर होकर जाने वाली जयपुर-गोमतीनगर(लखनऊ) एक्सप्रेस में एक अतिरिक्त थर्ड एसी इकोनामी कोच लगाया जा रहा हैं।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि प्रतीक्षा सूची को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया गया है। गाड़ी संख्या 19715 जयपुर-गोमतीनगर एक्सप्रेस में जयपुर से 26 नवम्बर एवं 29 नवम्बर और गाड़ी संख्या 19716 गोमतीनगर-जयपुर एक्सप्रेस में गोमतीनगर से दिनांक 27 नवम्बर एवं 30 नवम्बर को एक अतिरिक्त थर्ड एसी इकोनामी कोच के साथ चलेगी।

उत्पादन में सरकार का आकलन फेल, कई राज्यों में गेहूं के भाव रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे

नई दिल्ली। गेहूं के दाम लगातार रिकॉर्ड स्तर पर बने हुए हैं। दक्षिण भारत के राज्यों में गेहूं 3400 रुपये क्विंटल के स्तर तक पहुंच चुका है। दक्षिण के राज्यों को एमपी, राजस्थान, पंजाब और हरियाणा से गेहूं की पर्याप्त आपूर्ति नहीं मिल रही है। ऐसे में वे उत्तर प्रदेश के भरोसे है।

इस बीच स्थानीय बाजार में डर है कि सरकार ने अब भी बिक्री पर ध्यान नहीं दिया तो आटा-गेहूं की महंगाई और बढ़ेगी। इस बीच आटा मिल मालिकों ने सरकार से इस वित्तीय वर्ष के लिए ओपन मार्केट सेल स्कीम (ओएमएसएस) शुरू करने या इम्पोर्ट ड्यूटी में कटौती करने की मांग की है।

दरअसल, गेहूं के दामों में बीते कुछ महीनों से अप्रत्याशित तेजी देखी जा रही है। इसके पीछे का कारण त्योहारी सीजन में भी ओपन मार्केट (ओएमएसएस) में सरकार द्वारा गेहूं की बिक्री नहीं करना है। जबकि इसकी असली वजह ये है कि गेहूं के उत्पादन के मामले में सरकार का आकलन और गणित दोनों फेल हो चुका है।

इससे बाजार में गेहूं को लेकर स्थिति पैदा हो गई है। केंद्र सरकार ने दावा किया था कि इस साल गेहूं उत्पादन रिकॉर्ड 113.29 मिलियन टन हुआ है। जबकि बाजार की स्थिति बिल्कुल इससे उलट है।

कारोबारियों का कहना है कि सरकार के आंकलन से असल उत्पादन कहीं नीचे है। इस बीच सरकार ने आम आदमी को राहत देने के लिए भारत ब्रांड से 30 रुपये प्रति किलोग्राम आटा की बिक्री शुरु की है। आमतौर पर यह देख जाता है कि जब सरकारी बिक्री के असर से खुले बाजार में भाव कम होते है। लेकिन आटा के मामले में ऐसा नजर नहीं आ रहा है।

दूसरी तरफ अब सरकार गेहूं के दामों पर नियंत्रण की बजाय राजनीतिक कदम में जुटी हुई है। सरकार का ध्यान अब भी ओपन मार्केट सेल पर नहीं है। बल्कि चुनावी गणित देखते हुए पीडीएस में गेहूं और आटा बिक्री पर जोर लगा रही है।

हालांकि इससे बाजार के दामों पर लंबे समय में कोई खास फर्क पड़ता नहीं दिख रहा है। कारोबारियों का कहना है कि, बाजार में डर है कि सरकार ने अब भी बिक्री पर ध्यान नहीं दिया तो आटा-गेहूं की महंगाई और बढ़ेगी। मिलों ने बीते महीने में सरकारी बिक्री की उम्मीद में माल नहीं पकड़ा। उनके पास अब स्टाक कम है। किसान के पास भी ज्यादा माल नहीं है।

मौजूदा स्थिति में उत्तर प्रदेश में कुछ मात्रा में गेहूं उपलब्ध है, लेकिन राजस्थान, मध्य प्रदेश और पंजाब जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में सप्लाई नहीं हो पा रही है। कृषि मंत्रालय की यूनिट एग मार्केट के आंकड़ों के मुताबिक, गेहूं की मौजूदा औसत बाजार कीमत 2,811रुपए प्रति क्विंटल है, जो इस साल के न्यूनतम समर्थन मूल्य 2,275 से काफी ऊपर है। जबकि पिछले महीने में रिटेल प्राइस में 2.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। इससे फिलहाल इसकी कीमत 31.98 रुपए प्रति किलो तक पहुंच गई है।

सेंसेक्स 984 अंक फिसल कर 77691 पर बंद, निवेशकों को 6.8 लाख करोड़ का लोस

नई दिल्ली। भारत में बेंचमार्क शेयर सूचकांक लगातार पांचवें दिन गिरकर कई महीनों के निचले स्तर पर पहुंच गए। बुधवार के कारोबारी सत्र के दौरान बीएसई पर सूचीबद्ध कंपनियों का मार्केट कैप 6.8 लाख करोड़ रुपये घटकर 430.45 लाख करोड़ रुपये रह गया।

सेंसेक्स 984 अंक या 1.25 प्रतिशत की गिरावट के साथ 77,691 अंक पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 324 अंक या 1.36 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23,559 अंक पर बंद हुआ। सभी क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान पर बंद हुए।

दलाल स्ट्रीट पर हर गुजरते दिन के साथ मंदी का शोर बढ़ता जा रहा है क्योंकि निफ्टी अब अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर 26,277 से 10% नीचे आ गया है।वहीं, सेंसेक्स अपने शिखर से लगभग 8,300 अंक गंवा चुका है। जबकि मुख्य सूचकांक यदि शिखर से 20% नीचे गिरते हैं तो उन्हें मंदी की गिरफ्त में माना जाता है।

यह गिरावट कई कारकों के कारण हुई, जिसमें अपेक्षाकृत कमजोर दूसरी तिमाही की आय, विदेशी निवेशकों की ओर से निरंतर और बढ़ती घरेलू मुद्रास्फीति शामिल है। खुदरा निवेशकों के पोर्टफोलियो में पहले से ही मंदी के संकेत दिखाई दे रहे हैं क्योंकि 1,000 करोड़ रुपये से अधिक बाजार पूंजीकरण वाले 900 से अधिक शेयर अपने 52-सप्ताह के उच्चतम स्तर से कम से कम 20% नीचे हैं।

खुदरा महंगाई दर अक्तूबर में बढ़कर 14 महीने के उच्च स्तर 6.21 प्रतिशत पर पहुंच जाने और विदेशी कोषों की निरंतर निकासी के बीच बुधवार को प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी एक प्रतिशत से ज्यादा गिर गए।

कारोबारियों ने कहा कि कमजोर तिमाही आय, एचडीएफसी बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसे प्रमुख शेयरों में बिकवाली के साथ-साथ अमेरिका और एशियाई प्रतिस्पर्धियों में कमजोर रुख से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई।

बीएसई का बेंचमार्क सेंसेक्स 984.23 अंक या 1.25 प्रतिशत गिरकर 77,690.95 पर बंद हुआ, जो पिछले दिन की गिरावट को जारी रखता है। दिन के कारोबार के दौरान यह 1,141.88 अंक या 1.45 प्रतिशत गिरकर 77,533.30 पर आ गया। एनएसई निफ्टी में लगातार पांचवें दिन गिरावट दर्ज की गई और यह 324.40 अंक या 1.36 प्रतिशत गिरकर 23,559.05 अंक पर आ गया।

टॉप लूजर्स एंड गेनर्स
सेंसेक्स के 30 शेयरों वाले शेयरों में महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, अडानी पोर्ट्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक और कोटक महिंद्रा बैंक सबसे ज्यादा गिरावट में रहे। टाटा मोटर्स, एनटीपीसी, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स और इंफोसिस में लाभ रहा।

मध्यप्रदेश की सीएम डॉ. यादव ने कोटा में कोचिंग स्टूडेंट्स को दिए सफलता के टिप्स

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कोटा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव (MP CM Dr. Mohan Yadav) बुधवार को कोटा दौरे पर रहे। उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी के शादी समारोह में जाकर वर-वधु आशीर्वाद को दिया। इसके बाद वह निजी कोचिंग संस्थान में छात्रों से संवाद करने के लिए जवाहर नगर स्थित सत्यार्थ कैंपस पहुंचे।

कोटा में मेडिकल और इंजीनियरिंग कर रहे मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों के छात्रों से उन्होंने कहा कि सृष्टि ग्रह नक्षत्र के जरिए चल रही है। हमारे यहां पर संत भी 108 और 1008 लिखते हैं, जिसका निश्चय भी नक्षत्र के जरिए होता है।

मोहन यादन ने छात्रों से कहा कि 27 नक्षत्र हमारे आसपास हैं, जिससे ही सब कुछ तय होता है। संत जब एक साल साधना करते हैं तो वह 108 लगाते हैं और जो 1 साल से ज्यादा साधना कर चुके होते हैं, वह 1008 लगाते हैं। ऐसे में यह संतों की यूजी और पीजी की डिग्री को डिसाइड करते हैं।

साथ ही हमारी सृष्टि कैसे संचालित होती है, यह भी बताते हैं। समय ग्रह नक्षत्र की गणना भी उन्होंने कोचिंग छात्रों को समझाई। उन्होंने अवसाद में आने वाले छात्रों से कहा कि मन कभी निराश हो जाए या अवसाद लगे, तब वह राजनीतिक क्षेत्र के लोगों और नेताओं की तरफ देखें।

सीएम डॉ. यादव ने अपना उदाहरण देते हुए कहा कि ‘उनका चयन प्री मेडिकल टेस्ट में हो गया था। इंदौर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिल गया था, लेकिन उन्होंने बीएससी की, फिर राजनीति में आये। यहां मेहनत की और आज मुख्यमंत्री बन गया हूं।

जब भी असफल हों, तब निराश नहीं हों, नेताओं की तरफ देखें. उनके जीवन में कितने उतार-चढ़ाव आते हैं। उन्होंने कहा कि अब्राहम लिंकन पहले चुनाव हारे, बाद में राष्ट्रपति बन गए। पीएम नरेन्द्र मोदी 51 वर्ष की उम्र तक कोई चुनाव नहीं लड़े, जब लड़े तो मुख्यमंत्री बने, अब सांसद का चुनाव लड़े तो प्रधानमंत्री बने। ऐसे में कौन सा अवसर किस आयु में कब इंतजार कर रहा है, इसके बारे में कोई नहीं बता सकता। हमें प्रयास करते रहने चाहिये। हमारे लक्ष्य की प्राप्ति के लिए लगातार मेहनत करते रहना चाहिए।

छात्रों से बातचीत करते हुए डॉ. मोहन यादव ने कहा कि अपना टाइम टेबल बनाकर रखें। साथ ही योगासन, प्राणायाम भी करें और पूरी दिनचर्या सेट रखें, क्योंकि पढ़ाई के साथ-साथ शरीर पर भी पूरा ध्यान देना चाहिए। नींद पूरी लें, भोजन व व्यायाम भी पर्याप्त करें। अपना कॉन्फिडेंस और एकाग्रता बनाएं रखें।

उन्होंने बताया कि भगवान कृष्ण और सुदामा की मित्रता 11 साल की उम्र में हुई थी, लेकिन जब वह द्वारकाधीश हो गए तब भी उनकी दोस्ती बरकरार रह।. गरीब व अमीर दोस्ती का यह सबसे बड़ा उदाहरण है। स्कूल, कॉलेज जीवन की दोस्ती हमेशा याद रहती है, इसीलिए बड़े व छोटे का का फर्क नहीं आना चाहिए। पद कितना ही बड़ा हो जाए, लेकिन अंदर का प्रेम खत्म नहीं होना चाहिए।

OnePlus के इस फोन में मिलेगा, पावरफुल प्रोसेसर और 6500mAh बैटरी, जानें फीचर्स

नई दिल्ली। वनप्लस ऐस 5 उर्फ वनप्लस 13आर के बारे में लगातार डिटेल्स सामने आ रही हैं। अब लीकर डिजिटल चैट स्टेशन ने खुलासा किया है कि स्मार्टफोन आखिरकार दिसंबर में चीन में लॉन्च हो सकता है। रिपोर्ट्स की मानें तो फोन Oneplus 13R के रूप में भारत सहित ग्लोबल मार्केट बाजारों के लिए पेश किया जा सकता है। संभवतः यह फोन जनवरी 2025 में वनप्लस 13 के साथ आता है।

फोन एरीना की रिपोर्ट के मुताबिक कहा जा रहा है कि ऐस 5 में 6.78 इंच का 1.5K BOE X2 8T LTPO फ्लैट स्क्रीन, स्नैपड्रैगन 8 जेन 3 SoC, 50MP का प्राइमरी कैमरा, अलर्ट स्लाइडर और 100W फास्ट चार्जिंग के लिए 6500mAh की बड़ी बैटरी है।

वनप्लस 13R में एक ऑप्टिकल फिंगरप्रिंट स्कैनर से जुड़ा हुआ है। वनप्लस 13R में भी वनप्लस 13 फोन के समान 50MP प्राइमरी, 8MP अल्ट्रा-वाइड और 2MP मैक्रो कैमरा रहेगा। OnePlus Ace 5 के Snapdragon 8 Gen 3 चिपसेट से लैस होने की संभावना है। Ace 5 में 100W डुअल-सेल रैपिड चार्जिंग सपोर्ट मिलने की बात भी कही गई थी। इसमें सिरेमिक बिल्ड और एक फ्लैट डिस्प्ले होने का इशारा भी दिया गया था।

OnePlus Ace 5 Pro के फीचर्स
वनप्लस ऐस 5 प्रो में एक टेलीफोटो कैमरा मिलना चाहिए। इस फोन में स्नैपड्रैगन 8 एलीट SoC, 6300mAh तक की बैटरी होनी चाहिए। बता दें कि अभी तक OnePlus ने इन दोनों स्मार्टफोन मॉडल्स को लेकर चुप्पी बनाई रखी है।

घरेलू उद्योग को नुकसान नहीं पहुंचे तो भारत हटा सकता है आयात शुल्क: वित्त मंत्री

नई दिल्ली। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा भारत को ‘सबसे बड़ा’ आयात शुल्क लगाने वाला देश कहे जाने के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि वह उन उत्पादों पर बढ़ा शुल्क वापस ले सकती हैं जो घरेलू उद्योग को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।

रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान सीतारमण ने कहा, ‘मैं उन पर शुल्क हटा दूंगी, बशर्ते इससे जानबूझकर या अनजाने में हमारी उत्पादन क्षमता को नुकसान न पहुंचे। मैं दोनों के बीच संतुलन बनाए रखना चाहूंगी।’

सीतारमण ने कहा कि स्थानीय स्तर पर वस्तुओं के उत्पादन करने के लिए मौजूदा घरेलू कंपनियों की रक्षा करना उनका दायित्व है, साथ ही जो आयात पर निर्भर हैं, उनका संतुलन भी करने की जरूरत है। ट्रंप ने कई बार भारत की आलोचना करते हुए उसे उच्च शुल्क वाला देश बताया है। उन्होंने 2020 में भारत को ‘टैरिफ किंग’ कहा था। हाल में उन्होंने भारत को विदेशी वस्तुओं पर शुल्क का ‘बिगेस्ट चार्जर’ करार दिया, साथ ही आयात शुल्क का ‘एब्यूजर’ भी कहा। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर वह फिर से चुने जाते हैं तो अमेरिका जवाबी कर लगाएगा।

सीतारमण ने कहा कि आयात शुल्क बढाने का भारत का नीतिगत फैसला आयात पर रोक लगाने के लिए नहीं होता है। उन्होंने कहा, ‘हर शुल्क के मुताबिक उसके बारे में बताया जा सकता है, जो हमने लगाया है।’ अमेरिका के साथ भारत का कारोबार महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि वह भारत का सबसे बड़ा कारोबारी साझेदार और निर्यात केंद्र है। वह भारत का चौथा सबसे बड़ा आयात केंद्र भी है।

दोनों देशों के बीच व्यापार तेज रहा है और यह बढ़ रहा है। वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान दोनों देशों के बीच वस्तु व्यापार करीब 120 अरब डॉलर रहा है। 35.3 अरब डॉलर अधिशेष के साथ व्यापार संतुलन भारत के पक्ष में है।

कैलेंडर वर्ष 2023 के दौरान कुल मिलाकर वस्तुओं व सेवाओं का द्विपक्षीय कारोबार 190.1 अरब डॉलर रहा है। जहां तक निवेश का सवाल है, वित्त वर्ष 2024 के दौरान अमेरिका, भारत का तीसरा सबसे बड़ा स्रोत था, जहां से 4.99 अरब डॉलर प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आया, जो कुल एफडीआई आवक का 9 प्रतिशत है।