मुंबई। कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन में पुराने सीरियलों का री-टेलिकास्ट दर्शकों के लिए संजीवनी बनकर आया है। एक तरफ जहां रामानंद सागर के सीरियल ‘रामायण’ को लोग पसंद कर रहे हैं, तो वहीं बी.आर. चोपड़ा के ‘महाभारत’ को भी दर्शकों ने सिर-आंखों पर बिठाया है। अर्जुन से लेकर द्रौपदी तक, हर किरदार लोगों के ज़ेहन में बसा हुआ है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ‘महाभारत’ के दो कलाकर ऐसे थे, जिनके बीच बिल्कुल भी बातचीत नहीं होती थी?
ये दो कलाकार थे रूपा गांगुली और विनोद कपूर, जो सेट पर एक-दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते थे। रूपा गांगुली ने बी.आर. चोपड़ा के ‘महाभारत’ द्रौपदी तो विनोद कपूर ने दुशासन का किरदार निभाया था। रूपा गांगुली ने एक इंटरव्यू में बताया कि उनकी और विनोद कपूर के बीच दोस्ती नहीं थी। वह उन्हें बहुत ही अजीब लगते थे।
रूपा गांगुली ने आगे कहा कि ‘महाभारत’ में चीर हरण वाले सीन को करने से पहले और उसके बाद भी उन्होंने कभी विनोद कपूर के साथ दोस्ती नहीं की। रूपा गांगुली को उनके साथ बहुत अजीब महसूस होता था। हालांकि रूपा ने कहा कि वह बहुत अच्छे इंसान थे।
रूपा गांगुली ने कहा कि ऐसा तब होता है जब आप असल जिंदगी में भी अपने रील लाइफ किरदारों की जीना शुरू कर देते हैं। हममें से कई लोगों ने किरदारों का आकलन किया है, महाभारत पढ़ी है। वही चीज अंदर जाकर आपके अंतर्मन में बस जाती है। उन्होंने आगे कहा कि जब आप डायलॉग प्रैक्टिस करना शुरू कर देते हैं तो आप उन चीजों में विश्वास करने लगते हैं। रूपा गांगुली ने आगे बताया कि वह तकरीबन दो सालों तक द्रौपदी के किरदार से बाहर ही नहीं निकल पाई थीं।
विनोद कपूर एक जाने-माने ऐक्टर हैं। उन्होंने कई टीवी शोज में काम किया, लेकिन लोकप्रियता बी.आर. चोपड़ा के ‘महाभारत’ में दुशासन से मिली थी। इसके बाद उन्होंने बी.आर. चोपड़ा के ही ‘विष्णुपुराण’ सीरियल व आनंद सागर के ‘रामायण’ में विभीषण का किरदार निभाया।
रूपा गांगुली ने इस इंटरव्यू में आगे वह किस्सा भी बताया जब ढंग से हिंदी न बोल पाने के कारण उनका मजाक बनाया गया और वह रोने लगीं। उन्होंने कहा दो पेज का एक डायलॉग था जो उन्हें बोलना था। लेकिन बोलते-बोलते वह एक लाइन पर अटक गईं। सेट पर उस वक्त कई सीनियर मौजूद थे।
तभी अचानक ‘महाभारत’ के लेखक राही मासूम रज़ा ने कहा- एक बंगाली रसुगुल्ला फैन, भला हिंदी कैसे बोलेगी?’ यह सुनकर रूपा रुआंसी हो गईं। सभी समझ गए कि वह रो देंगी। तब उनके बॉस ने शूटिंग से ब्रेक दिलवाया और रूपा गांगुली को उनके कमरे में भेज दिया और कहा कि वह यह सीन एक टेक में कर सकती हैं। ऐसा उन्हें विश्वास है।