होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान की टीम ने जाना बूंदी के पर्यटन स्थलों का इतिहास

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बूंदी। होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन द्वारा हाड़ौती के पर्यटन विकास को लेकर ‘चलाई जा रही मुहिम के तहत होटल फेडरेशन की बूंदी इकाई के पदाधिकारियों के साथ एक बैठक का आयोजन एक रिसोर्ट पर किया गया। बैठक में पयर्टन सेक्टर से जुड़े होटल एवं रिसोर्ट व्यवसाई, ट्यूर एंड ट्रैवल एजेन्ट, गाइड एवं सफारी व्यवसाइयों ने भाग लिया।

होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी एवं महासचिव संदीप पाडिया ने बताया कि बैठक में फेडरेशन के संरक्षक सुरेंद्र सिंह शाहपुरा, अध्यक्ष हुसैन खान, वरिष्ठ उपाध्यक्ष रणविजय सिंह अतिथि के रूप में मौजूद थे। उन्होंने बताया कि प्रदेश स्तर के पदाधिकारी हाड़ौती क्षेत्र के सभी जिलों का दौरा कर रहे हैं।

कोटा के बाद बूंदी जिले का दौरा हुआ। टीम ने बूंदी क्षेत्र के तारागढ़ फोर्ट, रानी की बावड़ी, दाभाई कुंड, नवल सागर झील, चतरा महल, हाथीपोल, जेट सागर झील, शिखर बुर्ज, बादल महल, कैसरबाग म्यूजियम एवं अन्य लोकप्रिय पर्यटक स्थलों का स्थानीय फेडरेशन की टीम के साथ भ्रमण कर उनके इतिहास के बारे में जानकारी प्राप्त की।

इस अवसर पर जयपुर से पधारे होटल फेडरेशन आफ राजस्थान के संरक्षक सुरेंद्र सिंह शाहपुरा, अध्यक्ष हुसैन खान एवं वरिष्ठ उपाध्यक्ष रणविजय सिंह ने कहा कि बूंदी में भी ऐतिहासिक पर्यटन स्थलों की भरमार है। यहां पर काफी मात्रा में पर्यटक आते हैं।

पर्यटन का और आकर्षण बढ़ाने के लिए आगामी सीजन में इन सभी पयर्टन स्थलों का विभिन्न माध्यम से प्रचार-प्रसार कर ज्यादा से ज्यादा पर्यटक हाड़ौती व बूंदी के विकास के लिए पर्यटन विभाग राजस्थान के साथ मिलकर प्रयास किया जाएगा।

बूंदी जिले में भी ऐतिहासिक अभ्यारण किले झीलें हैं। इनके प्रचार प्रसार के साथ ही किसी भी प्रकार की समस्या के लिए आप सूचित करें। हम उनके राज्य स्तर पर समाधान निकालने का पूरा प्रयास करेंगे।

इस अवसर पर होटल फेडरेशन ऑफ़ राजस्थान कोटा डिवीजन की बूंदी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप चांदवानी ने बताया कि कई सरकारी विसंगतियों की वजह से यहां पर होटल व्यवसायियों को सरकारी लाभ नहीं मिल पा रहा है। हम चाहते हैं कि राज्य स्तरीय सरकारी नियमों की हमें जानकारी मिले, ताकि हमें भी इसका लाभ मिल सके।

उन्होंने बताया कि यहां के पर्यटन विकास के लिए राज्य स्तर पर यहां के पर्यटन स्थलों का प्रचार- प्रसार किया जाना चाहिए। इस अवसर पर बूंदी ईकाई के मुख्म सलाहकार महेश पाटोदी, सचिव लोकेश सुखवाल, उपाध्यक्ष मुकेश श्रृंगी, कोषाध्यक्ष भगवान मंडावरा, आलोक दाधीच, नारायण मंडावरा सहित फेडरेशन के कई सदस्य उपस्थित रहे।