कोटा में मंडी व्यापरियों की हड़ताल या हड़ताल का ड्रामा

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कोटा। भामाशाह अनाज मंडी के व्यापारियों की यह हड़ताल है या हड़ताल का ड्रामा। हड़ताल की घोषणा करके भी सरकार के लिए समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद भी कर रहे हैं। दूसरी ओर राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ के आह्वान पर गुरुवार को भामाशाहमंडी समेत हाड़ौती की सभी मंडियों में कारोबार ठप रहने का दावा किया जा रहा है। साथ ही 20 करोड़ का कारोबार भी प्रभावित बताया जा रहा है।

कोटा ग्रेन एण्ड सीड्स मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश राठी का कहना है कि व्यापारी राज्य सरकार की ओर से कोरोनाकाल में मंडी टैक्स 1.60 प्रतिशत के अलावा दो प्रतिशत कृषक कल्याण सेस वसूलना चाहती है, इसलिए विरोध में पांच दिवसीय हड़ताल पर हैं।

भामाशाहमंडी में न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद आढ़तियों के माध्यम से की जा रही है। आढ़तियों के माध्यम से करीब 65 हजार बोरी गेहूं के टोकन जारी किए गए थे, इसके अलावा चने व अन्य जिन्सों की भी खरीद ठप है।

उन्होंने बताया कि रविवार तक हड़ताल जारी रहेगी। 10 मई को जयपुर में प्रदेशभर के प्रमुख पदाधिकारियों की बैठक होगी, इसमें आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। उधर राज्य सरकार ने मंडी सचिवों के माध्यम से हड़ताल के बारे में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है।