राजस्थान की मंडियों में 10 मई को हड़ताल, कृषक कल्याण सेस का विरोध

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कोटा। कोरोना संक्रमण के कारण लॉक डाउन में राजस्थान की मंडियों पर राज्य सरकार की ओर से जिंस की खरीद-फरोख्त पर 1.60 प्रतिशत मंडी शुल्क के अलावा दो प्रतिशत कृषक कल्याण सेस लगाने के विरोध में हाड़ौती समेत राजस्थान की सभी 247 मंडियों में 10 मई को व्यापारियों ने आंदोलन का ऐलान किया है।

कोटा थोक फ्रूट वेजिटेबल मर्चेन्ट्स यूनियन के अध्यक्ष निरंजन मंडावत ने बताया कि ज्ञापन भेजकर सरकार को अपनी भावना से अवगत करा दिया है। कोटा ग्रेन एण्ड सीड्स मर्चेन्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश राठी ने बताया कि राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ जयपुर के आह्वान पर दो प्रतिशत सेस लगाने के विरोध में हाड़ौती की सभी मंडियों में 10 मई को कारोबार बंद रखा जाएगा।

भाजपा व किसान नेताओं ने जताया विरोध
पूर्व विधायक भवानीसिंह राजावत की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने भामाशाहमंडी समिति कार्यालय के बाहर नए टैक्स के आदेश की प्रतियां जलाकर विरोध जताया। सेस को किसान विरोध बताया। राजावत ने कहा कि सरकार खजाना भरने के लिए किसानों पर बोझ डाल रही है। भाजपा देहात अध्यक्ष मुकुट नागर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं से मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन जिला कलक्टर को दिया। किसान नेता दशरथ कुमार ने कहा कि सेस की राशि का कहां उपयोग किया जाएगा, इसका सरकार स्पष्ट करें। भारतीय किसान यूनियन के जगदीश शर्मा ने भी सेस को किसान विरोधी बताते हुए वापस लेने की बात कही है।