कोटा। कोचिंग स्टूडेंट्स को ट्रेन तक पहुंचने से पहले यह जान लेना जरूरी है। इसके लिए कोटा जिला कलेक्टर ने कुछ गाइड लाइन जारी की है। परेशानी से बचने के लिए उन्हें इसका पालन करना होगा। शहर में इन दिनों कोचिंग स्टूडेंट्स की घर वापसी का दौर चल रहा है। करीब 35 हजार स्टूडेंट्स की कोटा से सकुशल वापसी भी हो चुकी है। पहले बस से और अब ट्रेन से स्टूडेंट्स जा रहे हैं।
ट्रेन से उनकी यात्रा से पहले कई चुनौतियां भी सामने आई हैं। जिसमें स्टूडेंटस के परेशान होने की बात भी सामने आ रही है। कई स्टूडेंट्स को सड़कों पर ऑटोरिक्शा में बैठे-बैठे कई घंटों तक इंतजार करना पड़ना रहा है। परेशानी से बचने के लिए स्टूडेंटस को क्या करना चाहिए, पढ़िए यहां-
जिला प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों के लिए गाइड लाइन
- स्टूडेंट्स को अपने साथ आई-कार्ड लाना अनिवार्य है।
- यदि अभिभावक हैं तो वे भी यात्रा के लिए साथ आ सकते हैं।
- जिला कलक्टर का मोबाइल मैसेज ही अधिकृत टिकट माना जाएगा।
- कोई अन्य फॉरवर्डेड मैसेज को स्वीकार नहीं किया जाएगा।
- सीट पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर दी जाएगी।
- स्टूडेंट्स को सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखना है।
- यात्रा से पहले मेडिकल स्क्रीनिंग होगी।
- अपने रिपोर्टिंग टाइम से करीब आधा घंटा पहले ही हॉस्टल या पीजी से निकलें।
- स्टेशन पहुंचने के बाद स्टूडेंट्स का आइकार्ड चैक किया जा रहा है।
- इसके बाद थर्मल टेस्टिंग की जाती है।
सुबह 11 बजे और रात 9 बजे ट्रेनों का संचालन
स्टूडेंट्स के लिए दिन में दो बार सुबह 11 बजे और रात 9 बजे ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।अलग-अलग शहरों के आधार पर एक से डेढ़ घंटे के अंतराल में रिपोर्टिंग टाइम जारी किया जा रहा है। दोनों ट्रेनों की रवानगी के समय से करीब तीन घंटे पहले रिपोर्टिंग टाइम तय किया गया है। स्टूडेंट्स से स्पष्ट कहा गया है कि जब तक जिला कलक्टर का मैसेज नहीं आ जाए तब तक हॉस्टल या पीजी से रवाना नहीं होना है।
ऑटो एवं मैजिक के संचालन की छूट
कोचिंग क्षेत्रों में स्टूडेंट्स के लिए ऑटो एवं मैजिक के संचालन की छूट दी गई है। मोबाइल में मैसेज की जांच के बाद ही स्टूडेंट्स को स्टेशन में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। स्टूडेंट्स को गाइड करते हुए उन्हें कोच के बारे में बताया जाता है। उनका सामान कोच तक पहुंचाया जाता है, उनके लिए भोजन व अल्पाहार का प्रबंध किया जा रहा है।