ओयो करेगा कोटा में कैपेक्स, टेलेंट एवं इंफ्रास्ट्रक्चर में 50 करोड़ का निवेश

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कोटा। लीज़्ड एवं फ्रेंचाईज़्ड होटल्स, होम्स, मैनेज़्ड लिविंग एवं वर्कस्पेसेस की भारत की सबसे बड़ी व दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी एवं सबसे तेजी से बढ़ती श्रृंखला, ओयो होटल्स एंड होम्स ने कोटा में अपनी विस्तार योजनाओं की घोषणा की। कोटा में आज यह 52 से ज्यादा फ्रेंचाईज़्ड होटलों एवं 1075 एक्सक्लुसिव रूम्स में विस्तृत हो गया है।

ओयो ने राज्य में कैपेक्स में भारी निवेश किया है और 6500 प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर हाॅस्पिटलिटी प्रोफेशनल्स के लिए निर्मित किए हैं। इसके लिए ओयो ने न केवल कोटा में बल्कि पूरे राजस्थान में पर्यटन की संभावनाओं का विकास किया है। कंपनी राजस्थान में कैपेक्स, इन्फ्रास्ट्रक्चर और टेलेंट के लिए 50 करोड़ रु. का निवेश करेगी।

इस समय कोटा में ओयो के पास 52 से अधिक फ्रेंचाईज़्ड होटल और 1500 से अधिक एक्सक्लुसिव रूम्स हैं। कंपनी ने कोटा में 50 करोड़ रु. के निवेश की घोषणा की है, जिससे कोटा को फायदा मिलेगा और ओयो आगंतुकों एवं शहरवासियों के लिए आवास का पसंदीदा माध्यम बन जाएगा। इस समय तलवंडी, एरोड्रम और रेलवे स्टेशन ओयो, कोटा में सर्वोच्च प्रदर्शन करने वाले शहर हैं, जहां सबसे ज्यादा संख्या में मेहमान आते हैं।

इस शहर में भारत के अन्य हिस्सों, उत्तर प्रदेश व बिहार आदि राज्यों तथा पड़ोसी शहरों से इनबाउंड टूरिज़्म भी दर्ज होता है। कंपनी का उद्देष्य पर्यटकों को हाई क्वालिटी एवं भरोसेमंद हाॅस्पिटलिटी का अनुभव देने के अपने प्रयास दोगुने करना तथा शहर में एस्सेट मालिकों को ज्यादा फायदे प्रदान करना है। इस प्रगति के बारे में आदित्य घोष, सीईओ राजस्थान बिज़नेस और लेज़र पर्यटकों का पसंदीदा स्थान है।

2015 में राजस्थान में प्रवेश करने के बाद हमने छोटे व स्वतंत्र होटल मालिकों के साथ मिलकर काम किया और उन्हें हाॅस्पिटलिटी का बेहतर खिलाड़ी बनाने के लिए सुविधाओं व मेहमानों के अनुभवों को स्टैंडर्डाईज़ करने में अपनी गहरी विशेषज्ञता का उपयोग किया।

आने वाले महीनों में इन गठजोड़ों को मजबूत करेंगे और व्यवसायिक वृद्धि, राज्य व यहां के नागरिकों के संपूर्ण सामाजिक विकास के उल्लेखनीय अवसरों का निर्माण करते हुए राज्य सरकार के उद्देश्य में मदद करेंगे। इस समय कोटा में 50 से अधिक होटल मालिक हैं, जिनके साथ ओयो मिलकर काम कर रहा है, ताकि उन्हें ऑक्यूपेंसी और फायदा बढ़ाकर व्यवसायिक उद्देष्य प्राप्त करने में मदद की जा सके।