अप्रत्याशित चुनावी नतीजों से सेंसेक्स और निफ्टी लगभग 6% की गिरावट के साथ बंद

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स्टॉक मार्केट में भारी गिरावट से निवेशकों को 29 लाख करोड़ रुपये का नुकसान

नई दिल्ली। Stock Market Closed: चुनाव परिणामों के बीच घरेलू शेयर बाजार के प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी मंगलवार को भारी बिकवाली के बाद लगभग छह-छह प्रतिशत की गिरावट के साथ बंद हुए। स्टॉक मार्केट में भारी गिरावट की वजह से निवेशकों को भारी गिरावट का सामना करना पड़ा। इससे निवेशकों को 29 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। 

मंगलवार को जहां सेंसेक्स 4,389.73 (5.74%) अंक टूटकर 72,079.05 के स्तर पर बंद हुआ। दूसरी ओर, निफ्टी 1,379.41 (5.93%) अंक टूटकर 21,884.50 के स्तर पर पहुंच गया। सेंसेक्स एक समय पर 6100 अंकों से अधिक फिसल गया था। निफ्टी में भी लगभग 1600 अंकों तक की गिरावट दर्ज की गई।

बैंक निफ्टी चुनावी नतीजों के दिन लगभग 5000 अंक टूट गया। पीएसयू बैँक एसबीआई के शेयरों में 20% तक की गिरावट दिखी। एसबीआई के निवेशकों को करीब एक लाख करोड़ रुपये तक का नुकसान हुआ। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के शेयर 10% तक की गिरावट दिखी वहीं इसके निवेशकों को 1.7 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

848 शेयरों में लोअर सर्किट भी लगा
दोपहर के कारोबार में 30 शेयर वाला बीएसई सेंसेक्स 6,234.35 अंक या 8.15 प्रतिशत गिरकर 70,234.43 अंक पर आ गया। एनएसई निफ्टी 1,982.45 अंक या 8.52 प्रतिशत गिरकर 21,281.45 अंक तक आ गया। इस बड़ी गिरावट के दौरान कम से कम 848 शेयरों में लोअर सर्किट भी लगा। पिछले 4 सालों में बाजार में किसी एक दिन यह सबसे बड़ी गिरावट है। इससे पहले मार्च 2020 में इसी तरह बाजार टूटा था।

अगर सरकारी कंपनियों की बात करें तो भेल, रेल विकास निगम, REC और पीएफसी के शेयरों में 25 पर्सेंट तक की गिरावट देखने को मिली है। वहीं, अडानी ग्रुप की कंपनियों में अडानी पोर्ट्स के शेयर 21 पर्सेंट से ज्यादा की गिरावट के साथ बंद हुए हैं।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसंधान प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि आम चुनाव के अप्रत्याशित नतीजे ने घरेलू बाजार में बिकवाली के डर की लहर पैदा कर दी, जिससे हालिया बड़ी तेजी उलट गई। इसके बावजूद, बाजार ने प्रमुख चुनाव विजेता के रूप में भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन के भीतर स्थिरता की अपनी उम्मीद को बरकरार रखा है, जिससे यह कम हो गया है।