राजस्थान के बिजली उपभोक्ताओं को अगले महीने से देना होगा बढ़ा हुआ बिल

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जयपुर। राजस्थान में लोगों को बिजली बराबर मिले या नहीं मिले, लेकिन बिजली की दरें जरूर बढ़ जाती हैं। जिन बिलों का भुगतान पहले कर चुके उपभोक्ता अब उसका सरचार्ज नए बिलों में जोड़ा जा रहा है।

हर घर के लोगों को अब अगले महीने से बिजली का करंट लगने वाला है। यह करंट सरचार्ज का है। इस करंट से बचने का कोई रास्ता भी नहीं है। ऊर्जा विभाग की अनुमति के बाद बिजली कंपनियां नवम्बर और दिसम्बर महीने में बिजली उपयोग की गणना के बाद 21 पैसे प्रति यूनिट अलग से सरचार्ज जोड़कर बिल भेजेगी। उपभोक्ताओं को यह बिल भरने होंगे। राजस्थान में आम उपभोक्ता के लिए बिजली की दर अलग अलग श्रेणी में 8 से 9 रुपए प्रति यूनिट है। अब प्रति यूनिट 21 पैसे जुड़कर बिल चुकाना होगा।

मार्च अप्रैल में प्रदेश में बिजली का बड़ा संकट पैदा हुआ था। कोयला खत्म होने से प्रदेश के बिजली कारखानों में बिजली का उत्पादन बंद हो गया था। मजबूरी में राज्य सरकार को महंगी दर पर बिजली खरीदने पड़ी थी। फरवरी 2022 में 150 मेघावाट बिजली 5.34 रुपए से 6.75 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदी गई थी लेकिन अप्रैल-मई में 11.15 रुपए प्रति यूनिट में बिजली खरीदनी पड़ी। महंगी दर पर बिजली खरीदने के बाद अब उपभोक्ताओं से वसूली की जाएगी। इसी कारण नवम्बर और दिसम्बर 2022 के बिजली बिलों में प्रति यूनिट 21 पैसे का सरचार्ज जोड़ा जाएगा।

पूर्व में भी वसूले थे 350 करोड़ रुपए: बिजली कंपनियों की ओर से अगस्त और सितंबर में भी 24 पैसे प्रति यूनिट का सरचार्ज लगाया था। इस सरचार्ज के जरिए बिजली कम्पनियों ने उपभोक्ताओं से 350 करोड़ रुपए अतिरिक्त वसूले थे। अक्टूबर के बिल में कोई सरचार्ज नहीं जोड़ा लेकिन नवम्बर और दिसंबर के बिलों में एक बार फिर सरचार्ज जोड़कर बिल भेजे जाएंगे। डिस्कॉम चेयरमैन भास्कर ए. सावंत का कहना है कि कोयला और मालभाड़े में काफी बढ़ोतरी होने के कारण बिजली कंपनियों पर आर्थिक बोझ बढ़ गया है। इसकी भरपाई करने के लिए बिलों में सरचार्ज जोड़ने का प्रावधान है। राज्य सरकार द्वारा बनाए गए प्रावधानों के तहत ही बिलों में सरचार्ज जोड़ा जाएगा।