Saturday, September 21, 2024
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नाश्ते में खाएं दो केले, होगा चमत्‍कारिक लाभ

कोटा। केले के बारे में सभी जानते हैं लेकिन इसके सेहत पर पड़ने वाले चमत्कारिक लाभ के बारे में कम ही लोगों को पता है। दो केला नाश्ते में खाने के बाद दोपहर तक आप निश्‍चंत रह सकते हैं। आयुर्वेद के जानकार इसके फायदे बता रहे हैं। ये हैं केले के गुण
– केला ऊर्जा का बढ़िया श्रोत है। इसमें आयरन, पोटैशियम, मैग्नेशियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। अगर रोज नाश्ते में दो केले खाए जाएं तो दोपहर तक भूख नहीं लगती है।
– केला खाने से दुबले पतले लोगों के शरीर में मांस बढ़ता है। खाने के बाद अगर दो से तीन केला खाया जाए तो एक महीने में वजन में काफी बढ़ोतरी देखने को मिलती है। केला खाने से हड्डियां भी मजबूत होती हैं।
– केला में प्रोबायोटिक बैक्टिरिया पाया जाता है। अगर किसी का पेट खराब है तो केला खाने के बाद पेट ठीक हो जाता है। यह पेट में होने वाली गुड़गुड़ को रोकता है।
– केला में हेमोग्लोबिन बढ़ाने की क्षमता होती है। जिन लोगों को खून की कमी है उन्हें रोज केले का सेवन करना चाहिए। केले का आयरन आसानी से खून में मिल जाता है।

सरकारी निवेश के चलते चढ़़े जमीन-जायदाद का मोल में हिस्सा लेने की सरकार की योजना

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नयी दिल्ली । किसी इलाके में सार्वजनिक ढांचागत परियोजनाओं से वहां की जमीन जायदाद का मूल्य बढने पर सरकार सरकार ऐसी संपत्तियों के मालिकों से नए कर लगा कर कुछ राजस्व हासिल कर सकती है।
केंद्र ने वैल्यू कैपचरिंग फाइनेंस यानी मूल्य अभिग्रहण कर :वीसीएफ: का प्रस्ताव किया है जिसका मकसद बुनियादी ढांचा विकास के क्षेत्र में कोष की कमी को दूर करना है।
शहरी विकास मंत्रालय की प्रस्तावित योजना के अनुसार मेट्रो लाइन, रेल परियोजना या पुल जैसी ढांचागत परियोजनाओं से संबंधित क्षेत्र में संपत्ति के दाम बढ़ जाते हैं। लेकिन दूसरी तरफ राज्य सरकार तथा शहरी स्थानीय निकायों को कोष की कमी का सामना करना पड़ता है जिससे बुनियादी ढांचा की विकास धीमा होता है।
इस वित्त समस्या से पार पाने के लिये मंत्रालय ने कोष जुटाने की योजना….वैल्यू कैप्चरिंग फाइनेंस :वीसीएफ: तैयार की है ताकि ढांचागत परियोजनाओं में सार्वजनिक निवेश से संपत्ति के मूल्य में वृद्धि का एक हिस्सा प्राप्त किया जा सके।
शहरी विकास सचिव राजीव गाबा ने कहा, वीसीएफ नीति वित्त पोषण और राजस्व सृजन का एक अनूठा तरीका है। यह मौजूदा शहरी ढांचागत विस्तार के वित्त पोषण के लिये संसाधन की बढ़ती मांग को पूरा करने में मददगार होगा।
एउन्होंने कहा कि इस व्यवस्था का उपयोग अन्य केंद्रीय मंत्रालय द्वारा किया जा सकता है जो राष्ट्रीय राजमार्ग, रेल परियोजनाओं, बिजली उत्पादन और बंदरगाह ढांचागत सुविधा के विकास में निवेश कर रहे हैं।
योजना पर मुहर लगाते हुए वित्त मंत्रालय ने ने कार्यालय ग्यापन जारी करते हुए कहा, सरकार ने फैसला किया है कि वीसीएफ केंद्र सरकार की सभी परियोजनाओं के लिये विस्तृत परियोजना रिपोर्ट का अभिन्न हिस्सा होगा।।

सिर्फ 3 दिन में बनेगा ड्राइविंग लाइसेंस, देश के 30 फीसदी DL हैं फर्जी

नई दिल्ली। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने आज कहा कि देश में 30 प्रतिशत ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी हैं। गडकरी ने कहा कि देश में 30 प्रतिशत ड्राइविंग लाइसेंस फर्जी हैं। इसे देखते हुए अब से ड्राइविंग लाइसेंस ई-गवर्नेंस के तहत इलेक्‍ट्रॉनिक तरीके से रजिस्‍टर्ड किए जाएंगे।
उन्‍होंने कहा कि अब क्षेत्रीय परिवहन कार्यालयों के लिए यह भी अनिवार्य किया जाएगा कि किसी व्‍यक्ति द्वारा ड्राइविंग टेस्‍ट पास करने के तीन दिन के भीतर उसे लाइसेंस जारी कर दिया जाए। लाइसेंसधारी की जानकारी पूरे देश में ऑनलाइन उपलब्‍ध होगी ताकि वह कहीं भी फर्जी लाइसेंस न बनवा सके।
इसके अलावा अब से कोई भी व्‍यक्ति, चाहे वह छोटा हो या बड़ा, बिना ड्राइविंग टेस्‍ट पास किए लाइसेंस नहीं बनवा सकेगा। गडकरी ने कहा कि अभी तक 28 ड्राइविंग परीक्षण केंद्र खोले जा चुके हैं और 2000 नए केंद्र और खोले जाएंगे। उन्‍होंने आगे कहा कि यदि टेस्‍ट पास करने के तीन दिन के भीतर आरटीओ लाइसेंस जारी नहीं करता है तो आरटीओ के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी और भ्रष्‍टाचार पर लगाम लगेगी।

राजस्थानी फिल्म तावड़ो जल्दी ही अमरीका और दुबई में भी दिखाई जाएगी

कोटा । राजस्थानी फिल्म तावड़ो की कहानी एक ऐसी महिला के जीवन पर आधारित है जो देश व राज्य की जातिगत व्यवस्था के साथ-साथ एक विधवा के संघर्ष पर केन्द्रीत है। इस फिल्म के लीड रोल में प्रीति झिंगियानी और प्रदीप काबरा हैं। यह जानकारी रविवार को फिल्म प्रमोशन के लिए कोटा आए फिल्म के निर्माता तेजकरण हर्ष ने पत्रकार वार्ता में दी।
उन्होंने बताया कि यह फिल्म देश के 42 सिनेमाघरों में रिलीज की गई है। जल्दी ही यह फिल्म राजस्थानी भाषा में ही अमरीका और दुबई में दिखाई जाएगी। खास तौर से जहां पर लाखों की तादाद में मारवाड़ी रहते हैं। इस फिल्म की कहानी ऐसी है जिसे हिन्दी में भी फिल्माया जा सकता था, किन्तु राजस्थानी भाषा को पूरे देश में मान्यता मिले इस बात को ध्यान में रखते हुए राजस्थान में बनाया गया है। क्योंकि सभी प्रांतों में वहां की फिल्में बहुत चलती है। राजस्थान ही एक ऐसा राज्य है जहां हम राजस्थानी बोलने में भी शर्म महसूस करते हैं। लंबे समय से राजस्थानी भाषा में कोई फिल्म नहीं आई।
बेस्ट फिल्म का अवार्ड मिला
उन्होंने बताया कि यह फिल्म राजस्थान मेंं इंटरनेशनल फिल्म के तीन अवार्ड बेस्ट रिजनल फिल्म, बेस्ट म्यूजिक और बेस्ट एक्ट्रेस के अवार्ड से नवाजी जा चुकी है। इस मौके पर कोटा में पले -बढ़े बॉलीवुड में अपनी पहचान बना चुके एक्टर प्रदीप काबरा भी मौजूद थे। उन्होंने कहा कि अभी तक वे फिल्मों में खलनायक का ही रोल करते आ रहे थे। फिल्मों में हीरो के हाथ से पिटते देख एक बार उनकी मां ने हाड़ौती में बोला बेटा लपड़ा-थपड़ा ही खानी छी तो म्हारी खाले तो। थ्हन म्हारी सहेलियां क बीच म्हारी नाक कटा दी। उन्होंने कहा कि मां की इस बात वह नहीं भूले। तावड़ो फिल्म में जब हीरो का रॉल मिला तो तुरंत हां कर दी।
फिल्म में चाइल्ड आर्टिस्ट का रोल करने वाले डांस इंडिया डांस टीवी शो के विनर सचिन जो इस फिल्म में अपनी भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने पत्रकारों  को बताया कि यह उनकी पहली फिल्म में है। रेगिस्तान में वह अपने परिजनों से बिछुड़ जाते हैं। हिम्मत के साथ अपने छोटे भाई को संभालते हैं। प्रमोशन के मौके पर फिल्म के डायरेक्टर विजय सुथार और फिल्म की नायिका के पति की भूमिका निभाने वाले सत्येन्द्र सिंह नरुका ने भी फिल्म के बारे में जानकारी दी। इस फिल्म का संगीत ललित पंडित और सिंगर शान, दिव्या कुमार और ललित पंडित आदि हैं।

55 साल की उम्र में वीआरएस लेने वालों के लिए वित्तीय अनुशासन जरूरी

कोटा । 55 साल की उम्र में वीआरएस लेने वालों के लिए वित्तीय अनुशासन जरूरी है। इंस्ट्रूमेंटेंशन लिमिटेड के कर्मचारियों को बड़ी रकम वीआरएस के रूप में मिलने वाली है, जो उनके जीवन भर की संचित कमाई है। उम्र के इस पड़ाव पर यह राशि वित्तीय सूझ-बूझ के साथ निवेश करने से ही जीवन आनंद दायक हो सकता है।
ओम एनक्लेव में रविवार को आयोजित निवेशक जागरुकता कार्यक्रम में यह जानकारी निवेश सलाहकार पंकज लड्ढा ने दी। इस अवसर पर मुख्य अतिथि डॉ. रामपाल  थे। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता के पहले 1947 में आम भारतीय की औसत आयु 37 वर्ष थी। जो मेडिकल सुविधाओं के चलते अब करीब 65 वर्ष हसो गई है। साथ ही अगले 20 वर्षों में यह औसत आयु 80 वर्ष हो जाएगी। इस मौके पर निवेश सलाहकार लड्ढा ने कहा कि रिटायरमेंट फंड को इस तरह से निवेश करना चाहिए वह करीब 15 प्रतिशत का रिटर्न देने की क्षमता रखता हो। ताकि, अगले 30 वर्षों की व्यवस्था हो सके। सहवक्ता सीए अनन्त लड्ढा ने बताया कि परम्परागत निवेश जैसे एफडी में ब्याज दर घटने से रिटायरमेंट फंड को निवेश करने के अन्य विकल्पों पर अच्छे निवेश सलाहकार की सलाह जरूर लेनी चाहिए। जो महंगाई से पार पा सके और धन को बचा सके। लेकिन, किसी भी तरह के गारटेंड रिटर्न के नाम के प्रोडक्ट में भ्रमित नहीं होना चाहिए। म्युचुअल फंड में कोई भी गारंटेड रिटर्न या गारटेंड डिविडेंड के नाम के प्रोडक्ट में भ्रमित नहीं होना चाहिए। म्युचुअल फंड में कोई भी गारंटेड रिटर्न देने वाला प्रोडक्ट नहीं होता है।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि इंस्ट्रूमेंटेशन लिमिटेड के एमसी माहेश्वरी, ने कहा कि निवेश सलाहकारों की यह सामाजिक जिम्मेदारी बनती है कि वे आईएल कर्मचारियों को उचित सलाह दें। इस अवसर दपर आईएल के ओमप्रकाश शर्मा, संजय शर्मा, महेश लखोटिया, एमए अंसारी समेत कई कर्मचारी मौजूद थे।
वीआरएस लेने वालों के लिए निवेश योजना
विकल्प निवेश प्रतिशत में
लार्ज केप इक्विटी                                  40 प्रतिशत
मिड व स्माल केप                                 10 प्रतिशत
ग्रोथ इक्विटी फंड                                  10 प्रतिशत
एफडी या डेंट फंड                               30 प्रतिशत
लिक्विड फंड                                         5 प्रतिशत
सोना जरूरत के अनुसार                      5 प्रतिशत
या गोल्ड ब्रांड

महंगा हुआ सब्सिडी वाला एलपीजी सिलेंडर, अब देने होंगे 5.57 रुपए ज्यादा

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नई दिल्ली। सब्सिडी वाले रसोई गैस (एलपीजी) की कीमत में 5.57 रुपए प्रति सिलेंडर का इजाफा किया गया है, जबकि एविएशन फ्यूल के दाम में 5 फीसद की कमी की गई है। यह बीते दो महीने के बढ़त के ट्रेंड से ठीक उलट की स्थिति है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय रुझानों के अनुरूप गैर-सब्सिडी वाले रसोई गैस (एलपीजी) की दर में 14.50 रुपए प्रति सिलेंडर के हिसाब से कटौती की गई है।जेट फ्यूल या एटीएफ की कीमत में 2,811.38 रुपए प्रति किलोलीटर की दर से कटौती की गई है जो कि करीब 5.1 फीसद बैठती है। इस कटौती के साथ ही जेट फ्यूल की कीमत 51,428 रुपए प्रति किलोलीटर हो गई है। ऑयल कंपनियों ने बताया कि नई दरें 1 अप्रैल से ही लागू हो गई हैं।
जेट फ्यूल की कीमतों में की गई यह कटौती उस सीमांत वृद्धि के संदर्भ में है जिसमें 1 मार्च को 214 रुपए प्रति किलो लीटर और 1 फरवरी को 3 फीसद का इजाफा देखने को मिला था।इसी के साथ ही बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर, जिनकी खरीद उन लोगों की ओर से की जाती है जिन्होंने या तो सब्सिडी छोड़ रखी है या फिर जिन्होंने 14.2 किलो वाले सालाना 12 सिलेंडर का कोटा पूरा कर लिया है और जिसे बाजार से कम कीमत पर उपलब्ध कराया जाता है, उसकी कीमत भी 737.50 रुपए (14.2 किलो) से घटाकर 723 रुपए कर दी गई थी।

हर 3 से 4 साल में बदल सकते हैं नोट के सुरक्षा मानक, सरकार बना रही योजना

नई दिल्ली। सरकार उच्च मूल्य वर्ग के 500 और 2000 रुपए के बैंक नोटों के सुरक्षा फीचर में वैश्विक मानकों के साथ हर 3-4 साल में बदलाव करने की सोच रही है ताकि जाली नोटों की समस्या से निजात मिल सके। सरकार ने यह फैसला नोटबंदी के बाद पिछले चार महीने में भारी मात्रा में जाली मुद्रा पकड़े जाने के मद्देनजर किया है।गुरुवार को राजधानी में एक उच्चस्तरीय बैठक में चर्चा हुई। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि के अलावा वित्त और गृह मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने इस कदम का समर्थन करते हुए कहा कि ज्यादातर विकसित देश अपने मुद्रा नोटों में सुरक्षा फीचर हर 3-4 साल में बदल देते हैं। भारत के लिए इस नीति का पालन करना अनिवार्य है। भारतीय नोटों के डिजाइन में बदलाव लंबे समय से लंबित है।वर्ष 2000 में 1000 रुपए का नोट चलन में आया था और तब से लेकर नोटबंदी तक उसमें कोई बदलाव नहीं किया गया। वहीं 1987 में 500 रुपए के नोट चलन में आया था और इसमें एक दशक पहले ही बदलाव किया गया था। अधिकारियों के अनुसार, नए मुद्रा नोटों में भी अतिरिक्त सुरक्षा फीचर नहीं हैं। हाल ही में पकड़े गए जाली नोटों में पाया गया है कि 17 सुरक्षा फीचर में से कम से कम 11 की नकल की गई है।

NEET 2017: सीबीएसई ने जारी किया नया पोर्टल, ऐसे करें आवेदन

शुक्रवार को जहां सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने 25 वर्ष से ज्यादा उम्र के अभ्यर्थियों को भी ‘NEET’ परीक्षा में बैठने के लिए योग्य कर दिया वहीं सीबीएसई ने अब NEET 2017 परीक्षा के लिए एक नया पोर्टल लॉन्च कर दिया है।
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद NEET परीक्षा में आवेदन करने की तारीख भी 5 अप्रैल तक बढ़ा दी गई है। सभी इच्छुक अभ्यर्थी जो पहले के नियम की वजह से आवेदन नहीं दे सके थे, वो अब अपना आवेदन अंतिम तारीख तक पूरा कर सकते हैं।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट बेंच एक पिटीशन पर सुनवाई कर रही थी जिसमें एक छात्र ने परीक्षा में हिस्सा लेने के लिए जारी किए गए ऐज क्राइटेरिया पर सवाल उठाया था।
इससे पहले सीबीएसई के एक नोटीफिकेशन में ये बताया गया था कि NEET-2017 परीक्षा में 25 वर्ष तक के उम्मीदवार ही बैठ सकते हैं। साथ ही छात्रों को अधिकतम तीन बार परीक्षा में बैठने की अनुमति होगी।
आपको बता दें कि ‘NEET’ देशभर के मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए लिया जाने वाला एग्जाम है जिसमें हिस्सा लेकर छात्र देशभर के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन ले सकेंगे।
ऐसे करें आवेदन: 
-इच्छुक उम्मीदवार संबंधित वेबसाइट पर लॉग इन करें
-वेबसाइट पर 25 वर्ष से अधिक उम्र के आवेदक यहाँ पर क्लिक करें
-मांगी जा रही जरूरी जानकारी भरें

आईटीआर फॉर्म के लिए ई-फाइलिंग शुरू

नई दिल्ली। आयकर विभाग ने निर्धारण वर्ष 2017-18 के लिए कुछ आयकर रिटर्न फॉर्म (ITR) की ई-फाइलिंग सुविधा की शनिवार से शुरुआत कर दी। आयकर विभाग के अनुसार दो आईटीआर फार्म आईटीआर-1 (सहज) और आईटीआर-4 (सुगम) अब उसके ई-पोर्टल incometaxindiaefiling. gov.in पर उपलब्ध होंगे।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि बाकी पांच आईटीआर फार्म भी जल्द ही उसके ई-पोर्टल पर फाइलिंग के लिये उपलब्ध होंगे। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने निर्धारण वर्ष 2017-18 में आयकर रिटर्न भरने के लिये सभी सातआईटीआर फार्म कल जारी कर दिये।
इनमें एक पन्ने का सरल आयकर रिटर्न फार्म ‘आईटीआर-1’ भी शामिल है। यह फॉर्म वेतनभोगी तबके के लिये और ऐसे लोगों के लिये है जिनकी 50 लाख रुपये तक की आय है और एक मकान तथा ब्याज से आय होती है। वित्त वर्ष 2016-17 की आय के लिये इस वर्ष 31 जुलाई तक रिटर्न भरनी होगी।

BOX OFFICE:  ‘नाम शबाना’ ने पहले दिए कमाए 4.75 करोड़

मुम्बई। बॉलिवुड ऐक्ट्रेस तापसी पन्नू स्टारर फिल्म ‘नाम शबाना’ ने बॉक्स ऑफिस पर औसत शुरुआत की है। boxofficeindia.com की खबर के मुताबिक, इस फिल्म ओपनिंग डे पर लगभग 4.75 करोड़ रुपये की कमाई की है।
‘नाम शबाना’ के प्रड्यूसर के मुताबिक, इस फिल्म ने पहले दिन 5.12 करोड़ रुपये की कमाई की है। अक्षय कुमार के होम प्रॉडक्शन में बनी यह फिल्म 2015 में आई फिल्म ‘बेबी’ का स्पिन ऑफ है। स्पिन ऑफ का मतलब यह है कि ‘बेबी’ के ही छूट गए कई पहलुओं को समेटकर नई फिल्म बना दी गई है।
‘पिंक’ फिल्म की अभिनेत्री तापसी पन्नू ‘नाम शबाना’ में मुख्य भूमिका निभा रही हैं। इस फिल्म में वह एक अंडर कवर एजेंट की भूमिका में नजर आ रही हैं। अक्षय और तापसी के अलावा फिल्म में मनोज वाजपेयी और दक्षिण भारतीय अभिनेता पृथ्वीराज भी महत्वपूर्ण किरदारों में हैं।