Monday, October 7, 2024
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कोटा में विमान सेवा के लिए ट्रायल पूरा, आज से नियमित उड़ान

कोटा से जयपुर के लिए सुप्रीम एयरलाइंस की फ्लाइट सप्ताह में 6 दिन मिलेगी, रविवार को छुट्‌टी रहेगी। 

कोटा। कोटा से जयपुर के बीच शुक्रवार से शुरू होने जा रही विमान सेवा के लिए गुरुवार को ट्रायल हुआ। दोपहर 3:06 बजे सुप्रीम एयरलाइन की फ्लाइट जयपुर से आई और 10 मिनट यहां ठहरने के बाद फिर से जयपुर रवाना हो गई। इस फ्लाइट में भी जयपुर से कोटा के लिए 4 पैसेंजर आए, जिनमें 3 कोटा के ही रहने वाले हैं।

अगले दो दिन (18 19 अगस्त) की फ्लाइट के चारों शेड्यूल बुक हो चुके हैं। सुप्रीम एयरलाइन के अनुसार प्रत्येक शेड्यूल में 9 सीटें हैं, चारों उड़ानों की सभी सीटें बुक हैं। अब 21 अगस्त के ही टिकट मिल पाएंगे। विमान सेवा का उद्घाटन शुक्रवार दोपहर 1 बजे मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सांसद ओम बिरला करेंगे।

सुप्रीम एयरलाइन के सीईओ अमित अग्रवाल ने बताया कि कोटा से जयपुर के लिए सुप्रीम एयरलाइंस की फ्लाइट सप्ताह में 6 दिन मिलेगी। रविवार को छुट्‌टी रहेगी। जयपुर से 2 बजे फ्लाइट रवाना होकर 2:45 बजे कोटा पहुंचेगी। यहां से 3 बजे रवाना होकर 3:45 बजे जयपुर पहुंचेगी।

उन्होंने बताया कि किराया 2499 रुपए होगा। दो साल से छोटे बच्चे का 500 रुपए का पास बनेगा। इससे बड़े बच्चों का पूरा किराया लगेगा। कंपनी की वेबसाइट www.supremeairlines.com पर ऑनलाइन टिकट बुक कराया जा सकता है।  

इसके अलावा जयपुर या कोटा एयरपोर्ट स्थित काउंटर पर जाकर कैश पैसा जमा कराएं और हाथों हाथ बोर्डिंग कार्ड पाएं। एयरक्राफ्ट में फर्स्ट एड की सुविधा भी उपलब्ध है। एक यात्री 15 किलो से ज्यादा लगेज नहीं ले जा सकेगा।

  •  24 घंटे में टिकट कैंसिल कराने पर 1 हजार रुपए इसके बाद टिकट कैंसिल कराने पर 2 हजार रुपए कटेंगे।
  • अन्य फ्लाइट्स की तरह 45 मिनट पहले पहुंचने की जरूरत नहीं है, समय से 10 मिनट पहले फ्लाइट पर पहुंच सकेंगे।

सितंबर के पहले सप्ताह में अगला फेज : बिरला
ट्रायल फ्लाइट के वक्त कोटा एयरपोर्ट पर मौजूद रहे सांसद ओम बिरला ने कहा कि सितंबर में दिल्ली के लिए भी उड़ान शुरू होगी। सितंबर के पहले सप्ताह में इस फ्लाइट की हम उम्मीद कर सकते हैं। इसके अलावा एमपी की प्रभातम एयरलाइन भी इंदौर से कोटा के बीच सेवा शुरू करना चाह रही है। ये भी सितंबर तक शुरू हो जाएगी।

1967 का वह यादगार लम्हा,जब कोटा में विमान सेवा उपलब्ध थी।

विमान सेवा का इतिहास

  • 1945 में महाराव भीमसिंह ने खरीदा था प्लेन
  • 1951 में अधिग्रहित हुआ था कोटा एयरपोर्ट।
  • 1970 तक थी जाम एयर सर्विस की फ्लाइट।
  • 1994 तक वायुदूत जेगसन एयर ने उड़ाए थे कोटा से विमान। 

जब भामाशाह कार्ड बन जायेगा महिलाओं के लिए डेबिट कार्ड 

दो दिवसीय राजस्थान डिजिफेस्ट का कोटा में आगाज़, आईटी प्रतिभाओं के महाकुंभ में आज भी मिलेगा मौका 

कोटा । आईआईटी रूड़की से आए छात्र निर्मल की टीम राजस्थान में संचालित भामाशाह योजना को महिलाओं, खासकर ग्रामीण महिलाओं के लिए बहुउद्देशीय बनाने की दिशा में काम करना चाहतीे है। वह ऎसा मोबाइल एप बनाएंगे जिससे महिलाएं भामाशाह कार्ड को डेबिट कार्ड की तरह भी काम ले सकेंगी।

वे यहाँ देश-विदेश में शिक्षा नगरी के रूप में खास पहचान बना चुके कोटा में पहली बार हो रहे आईटी प्रतिभाओं के इस महाकुंभ में भाग लेने आये हैं। देश के विभिन्न प्रान्तों से सूचना प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी एवं अन्य तकनीकी विषयों के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं । निर्मल कहते हैं कि सरकार का यह प्रयास प्रतिभाओं को स्वर्णिम अवसर दे रहा हैै।

राजस्थान में डिजिटल क्रांति के बढ़ते कदमों को जन-जन तक पहुंचाने और नव प्रतिभाओं के नवाचारों से इसे अधिक समृद्ध बनाने की मंशा से दो-दिवसीय राजस्थान डिजिफेस्ट कोटा-2017 का उत्साही आगाज गुरूवार को कोटा के यूआईटी ऑडिटोरियम में हुआ। 

आईटी प्रतिभाओं के इस महाकुंभ में देश के विभिन्न प्रान्तों से सूचना प्रौद्योगिकी, अभियांत्रिकी एवं अन्य तकनीकी विषयों के विद्यार्थी भाग ले रहे हैं और साथ ही विभिन्न विषय विशेषज्ञ तथा स्टार्ट अप से जुड़ी हस्तियां भी इस समारोह में नव प्रतिभाओं को प्रोत्साहन दे रही हैं।

ऎतिहासिक पहल
राजस्थान के सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार विभाग के तत्वावधान में आयोजित डिजिफेस्ट की शुरूआत ‘हेकाथॅान 2.0’ के साथ हुई, जिसमें लगभग 800 कोडर्स एवं विद्यार्थी अपनी प्रतिभा और नवाचार का प्रदर्शन कर रहे हैं। यह प्रतियोगिता लगातार 24 घंटे चलेगी। 

क्या है ‘हैकाथॉन 2.0’  
‘हैकाथॉन 2.0’ में देश भर के विभिन्न इंजीनियरिंग व तकनीकी संस्थानों के विद्यार्थी ऑनलाइन व ऑनस्पॉट रजिस्ट्रेशन के माध्यम से शामिल हुए हैं। ये प्रतिभागी भामाशाह योजना, ई-मित्र, इंटरनेट ऑफ थिंग, ब्लॉग चेन एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आदि विषयों पर एप्लीकेशन के माध्यम से नवाचार व उपयोगी सुझाव इस 24 घंटे की अवधि के दौरान प्रस्तुत कर रहे हैं।

हैकाथॉन में शामिल विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत एप्लीकेशन की संकल्पना, उपयोगिता, डिजाइन एवं क्रियान्वयन संभाविता के आधार पर शीर्ष टीमों को चुना जाएगा एवं विशेषज्ञों द्वारा उनका साक्षात्कार लेने के पश्चात् विजेताओं का चयन कर उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।

स्मार्ट पार्किंग के लिए एप
नई दिल्ली से आए हर्ष निगम स्मार्ट पार्किंग के लिए एप बनाना चाहते हैं, जो सुरक्षा की दृष्टि से मददगार होगा। यह सुविधादायी एप समय की भी बचत करेगा।

 

चेन्नई की रूपा आर्टिफिशियल इंडल्जेंस पर काम करते हुए ऎसा एप बनाना चाहती हैं जो व इस बेस्ड होगा और पूछी गई सूचनाएं त्वरित रूप से प्रदान करेगा। चेन्नई की ही डॉक्टर मीनाक्षी अपने विद्यार्थियों की टीम के साथ यहां आई हैं। यह टीम स्मार्ट डस्टबिन पर काम कर रही है। 

महिला सहायता ट्रेकिंग
पारूल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी बडौदा से हेकाथॉन में भाग ले रही शिखा रथ ने बताया कि उनकी टीम भामाशाह पोर्टल को महिला ट्रेकिंग सिस्टम एप्लीकेशन के माध्यम से लिंक करना चाहती है।

इसके माध्यम से महिलाएं यात्रा करते समय अपनी लोकेशन जीपीएस द्वारा ऑनलाइन ट्रेकर स्टेटस द्वारा पोर्टल पर दर्ज कर सकेंगी।  इसे सीएम हेल्पलाइन से भी लिंक किया जा सकता है।   

अलीबाबा की कमाई दोगुनी, 220 करोड़ डॉलर कमाए

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अलीबाबा जल्द ही इंडस्ट्री लीडर अमेजन की मार्केट वैल्यू के स्तर पर आ सकता है।

नई दिल्ली । चीन की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अलीबाबा ने बताया है कि कंपनी की आय जून में समाप्त तिमाही में दोगुना हो गई है। कंपनी के मुनाफे में यह तेजी शॉपिंग बिजनेस और क्लाउड कंप्यूटिंग के जरिए हुई मजबूत राजस्व वृद्धि के चलते देखने को मिली है।

अलीबाबा के संस्थापक जैक मा चीन के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक है। बीते वर्ष दिसंबर से अब तक कंपनी के शेयर्स में 80 फीसद तक की तेजी देखने को मिली है। अलीबाबा जल्द ही इंडस्ट्री लीडर अमेजन की मार्केट वैल्यू के स्तर पर आ सकता है।

अलीबाबा ने कहा है कि जून में समाप्त तिमाही में कंपनी की आय 14.7 बिलियन यूआन (2.2 बिलियन डॉलर) थी, जो कि साल दर साल के आधार पर 94 फीसद की तेजी है।

कंपनी की कमाई से चीन में ई-कॉमर्स सेक्टर की ताकत का पता चला है, जबकि देश कि आर्थिक ग्रोथ धीमी पड़ गई है। कंपनी का इस तिमाही में ओवरलॉल रेवेन्यू 56 फीसद बढ़कर 50.2 बिलियन युआन के स्तर पर आ गया है।

बिग बास्केट में स्टेक खरीदने की तैयारी में
अलीबाबा और निवेशक फर्म पेटीम मॉल ने बिग बॉस्केट में हिस्सेदारी खरीदने के लिए हाथ मिलाया है। इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सदस्य ने यह खुलासा किया है।

इसके अलावा एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि दूसरी तरफ इंडिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन ग्रॉसर फंड जुटाने के लिए सिंगापुर के सॉवरन वेल्थ फंड टीमसेक होल्डिंग और चीन के को फोसन ग्रुप के साथ बातचीत भी कर रहा है।

 

म्यूचुअल फंड ने शेयर मार्केट में अब तक लगाए 40 हजार करोड़

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नयी दिल्ली। म्यूचुअल फंड प्रबंधकों ने चालू वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल-जुलाई अवधि में 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश शेयर बाजारों में किया। शेयर बाजारों में म्यूचुअल फंड निवेश में वृद्धि का कारण खुदरा निवेशकों की मजबूत भागीदारी है।

वहीं दूसरी तरफ विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने आलोच्य अवधि के दौरान 21,000 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर खरीदे। फंड्स इंडिया डाट कॉम की म्यूचुअल फंड शोध प्रमुख विद्या बाला ने कहा, हम निवेश में बदलाव देख रहे हैं।

यह इक्विटी की तरफ बढ़ रहा है क्योंकि रीयल एस्टेट तथा सोने में निवेश की स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। इसके अलावा, घरेलू पूंजी प्रवाह भी दीर्घकालीन निवेश पर ध्यान दे रहा है। साथ ही वे खुदरा निवेशकों से मजबूत प्रवाह से उत्साहित हैं।

बजाज कैपिटल के मुख्य कार्यपालक अधिकारी राहुल पारेख ने कहा, शेयर बाजारों में तेजी का कारण इक्विटी में मजबूत पूंजी प्रवाह है। इसके अलावा जीएसटी के सफल क्रियान्वयन से भी सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।

भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड सेबी के आंकड़ों के अनुसार म्यूचुअल फंड प्रबंधकों ने चालू वित्त वर्ष के अप्रैल-जुलाई के दौरान 30,264 करोड़ रुपये निवेश किये।

मासिक आधार पर देखा जाए तो कोष प्रबंधकों ने अप्रैल में शेयर बाजारों में 11,244 करोड़ रुपये, मई में 9,358 करोड़ रुपये तथा जून में 9,106 करोड़ रुपये तथा जुलाई में 11,800 करोड़ रुपये के निवेश किये।

यह प्रवाह बाजार में तेजी के अनुरूप है। चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीने में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स करीब 10 प्रतिशत मजबूत हुआ। फिलहाल म्यूचुअल फंड उद्योग की प्रबंधन अधीन सम्पत्ति करीब 20 लाख करोड़ रुपये है।

सीजीएसटी रिफंड स्कीम को केबिनेट की मंजूरी

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“जीएसटी अधिनियम के तहत प्रत्येक उद्योग  31 मार्च 2017 तक के अपने स्वयं के रिफंड के हकदार होंगे।”

नई दिल्ली । कैबिनेट ने सीजीएसटी रिफंड स्कीम को 27,413 करोड़ रूपए के बजटीय आवंटन के साथ मंजूरी दी है।  यह केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) वापस (रिफंड) करने की एक योजना है। इसका फायदा हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू एवं कश्मीर और उत्तर-पूर्व की औद्योगिक इकाइयों को साल 2027 तक मिलेगा। 

कैबिनेट ने सीजीएसटी रिफंड स्कीम को बजटीय आवंटन के साथ मंजूरी दी है। यह फार्मा, ऑटोमोबाइल, एफएमसीजी जैसे क्षेत्रों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगा। ये इकाइयां, जिन्हें अब तक 10 वर्षों के लिए केंद्रीय उत्पाद शुल्क से छूट मिली थी उन्हें अब सीजीएसटी का 58% रिफंड मिलेगा।

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने बुधवार को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली कैबिनेट की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, “जीएसटी अधिनियम के ढांचे के भीतर प्रत्येक उद्योग इस विशेष अवधि (31 मार्च 2017 तक) के दौरान अपने स्वयं के रिफंड तंत्र के हकदार होंगे।” 1 जुलाई से लागू हुई नई कर व्यवस्था वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के अंतर्गत छूट के लिए कोई प्रावधान नहीं है।

सोना फिर 30 हजार बिका , चांदी 40 हजार पार

डालर के हल्का पड़ने से भी वैश्विक बाजार में सोने का आकर्षण बढ़ा है

नयी दिल्ली। विदेशों से मजबूती के संकेत और स्थानीय स्तर पर मांग के मजबूत समर्थन से सोने का भाव आज 300 रुपये चढ़ कर 30,050 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। आद्योगिक इकाइयों और सिक्का विनिर्माताओं की मांग के अच्छे समर्थन से चांदी भी 900 रुपये के जोरदार उछाल से 40,200 रुपये प्रति किलो के भाव पर बंद हुई।

अमेरिका के फेडरल रिजर्व की मौद्रिक समिति की पिछली बैठक की कार्यवाही का विवरण सामने आने से सोने के प्रति निवेशकों का आकर्षण बढ़ा है। समिति के सभी सदस्यों ने एक राय से कहा था कि फिलहाल अमेरिका में ब्याज दरें नहीं बढ़ायी जानी चाहिए और उन्हें वर्तमान स्तर पर बनाए रखा जाना चाहिए।

इससे निवेशकों ने सोने को ढाल के तौर पर निवेश का एक बेहतर विकल्प मान कर उनकी ओर रुख कर लिया है। अन्य प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डालर के हल्का पड़ने से भी वैश्विक बाजार में सोने का आकर्षण बढ़ा है।  सिंगापुर में सोना 0.43 प्रतिशत मजबूत होकर 1,288.30 डालर प्रति औंस और चांदी 0.12 प्रतिशत के सुधार के साथ 17.12 डालर प्रति औस पर पहुंच गयी।

दिल्ली में सोना 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता के भाव प्रति दस ग्राम क्रमश: 300-300 रुपये की तेजी के साथ 30,050 और 29,900 रुपये पर बंद हुए। स्थानीय बाजार में कल सोना 300 रुपये नीचे आ गया था। गिन्नी प्रति नग 24,500 रुपये पर टिकी रही।

चांदी तैयार 900 रुपये सुधर कर प्रति किलो 40,200 रुपये और साप्ताहिक डिलीवरी 935 रुपए की मजबूती के साथ 39,300 रुपये पर पहुंच गयी। चांदी सिक्का के भाव भी प्रति सैकड़ा 1,000 रुपये मजबूत हो कर लिवाल 73,000 और बिकवाल 74,000 रुपये के स्तर पर पहुंच गए।

 

 

सेंसेक्स में मामूली सुधार, निफ्टी 9,900 के पार

मुंबई। शेयर बाजार में गुरुवार को मामूली बढ़त देखने को मिली। सेंसेक्स 24.57 और 31,795 और निफ्टी 5.60 अंक चढ़कर 9,902 पर बंद हुआ। हालांकि बैंक निफ्टी 200 पॉइंट से ज्यादा टूट गया। 1025 शेयर मजबूत जबकि 765 शेयर नुकसान में रहे।

शुरुआती तेज बढ़त के साथ शेयर मार्केट की रफ्तार थोड़ी सुस्त पड़ी। 12.10 बजे तक सेंसेक्स और निफ्टी की बढ़त में गिरावट दर्ज की गई और महज 5.87 अंकों की तेजी के साथ सेंसेक्स 31,776 जबकि निफ्टी 4.20 की बढ़त के साथ 9,901 अंकों पर ट्रेड कर रहे थे।

हालांकि, गुरुवार को बाजार तेज बढ़त के साथ खुले और निफ्टी ने शुरुआती कारोबार में ही 9,900 का आंकड़ा पार कर लिया। 9:17 बजे सेंसेक्स भी 43.94 पॉइंट चढ़कर 31814.83 पर पहुंच चुका था। तब तक निफ्टी 10.95 की तेजी के साथ 9908.25 अंक पर पहुंच गया।

गुरुवार के शुरुआती कारोबार में 519 शेयरों में तेजी देखी गई जबकि 252 शेयर गोता लगाते दिखे। वहीं, 25 शेयर बिना किसी बदलाव के ट्रेड कर रहे थे। मिडकैप शेयरों में गुरुवार को भी तेजी बरकरार रही जबकि मेटल और इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी कंपनियों के शेयर में दमदार तेजी देखी जा रही है।

गुरुवार के कारोबार में फायदे में दिख रहीं टॉप कंपनियों में इन्फोसिस, एचडीएफसी और वेदांता शामिल हैं जबकि बजाज ऑटो, एचयूएल, पावर ग्रिड और जी एंटरटेनमेंट के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई।

पेट्रोल पंप पर खुलेंगे “जन औषधि” स्टोर, मिलेंगी जेनरिक दवाएं

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रसायन और उर्वरक मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ फ़ार्मासूटिकल के अंतर्गत पेट्रोल पंपों पर भविष्य में जन औषधि स्टोर्स खोले जाएंगे।’

नई दिल्ली। केंद्र सरकार देश भर में मौजूद सरकारी पेट्रोल पंपों पर जेनरिक दवाओं की दुकानें खोलने की योजना पर काम कर रही है। इन दुकानों को ‘जन औषधि’ स्टोर कहा जाएगा। योजना का मकसद आम लोगों को सस्ती कीमत पर दवाएं उपलब्ध कराना है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को इस बात की जानकारी दी।

प्रधान ने बताया, ‘ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल पंपों पर गैर-ईंधन इकोसिस्टम शुरू करने के लिए टाईअप करने जा रही हैं। वहीं, रसायन और उर्वरक मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ फ़ार्मासूटिकल के अंतर्गत पेट्रोल पंपों पर भविष्य में जन औषधि स्टोर्स खोले जाएंगे।’

इससे पहले, बुधवार को ऊर्जा क्षेत्र में कार्यरत सरकारी कंपनियों द्वारा प्रमोट एनर्जी एफ़िशंसी सर्विसेज लिमिटेड (EESL) और सरकारी ईंधन रिटेल कंपनियों के बीच पेट्रोल पंप पर कम बिजली खपत वाले एलईडी बल्ब बेचने को लेकर भी एमओयू साइन हुआ।

सरकार के दवा की दुकानें खोलने के प्रॉजेक्ट के लिए योग्य फार्मासिस्टों की कमी एक बड़ी चुनौती है। कानून के मुताबिक, इन दवाओं की दुकानों पर काबिल फार्मासिस्टों की जरूरत है। अधिकतर प्राइवेट दवा की दुकानें इन फार्मासिस्टों को दिखाती तो हैं, लेकिन वे शायद ही मौजूद रहते हैं।

सरकार के विभिन्न विभागों के बीच इस प्रॉजेक्ट को लेकर हुई बातचीत से जुड़े सूत्र ने कहा, ‘सरकारी उपक्रम होने के नाते हम प्राइवेट दवा की दुकानों जैसा रवैया नहीं अपना सकते।’ हालांकि, अधिकारियों को भरोसा है कि वे जल्द ही इस समस्या का हल ढूंढ निकालेंगे और इससे नई नौकरियों के दरवाजे भी खुलेंगे।

प्रधान ने बताया कि आईटी मिनिस्ट्री के तहत आने वाले ‘कॉमन सर्विस सेंटर’ के कॉन्सेप्ट के तहत पेट्रोल पंपों पर पैन और आधार कार्ड जारी करने, दैनिक सेवाओं के बिल पेमेंट, बैंकिंग जैसी सेवाएं देने की संभावनाओं पर भी विचार किया जा रहा है।

वहीं, एलईडी बल्बों की पेट्रोल पंपों की बिक्री को लेकर साइन हुए एमओयू पर ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि यह उदाहरण है कि मोदी सरकार के विभिन्न विभाग किस तरह एक यूनिट की तरह काम करते हैं।

ईईएसल ने इंडियन ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और भारत पेट्रोलियम के साथ गठजोड़ किया है। इसके तहत इन सरकारी ईंधन कंपनियों के 55 हजार पेट्रोल पंपों पर एलईडी बल्ब और अन्य बिजली बचाने वाले उपकरण बेचे जाएंगे। इन पेट्रोल पंपों पर हर रोज करीब साढ़े 3 करोड़ लोग आते हैं।

 

GSTR दाखिल करने के लिए केवल 3 दिन शेष

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आवक और जावक (इनवार्ड-आउटवार्ड) आपूर्ति का सारांश घोषित करके, एक बहुत सरल रिटर्न दाखिल करने की आवश्यकता होगी।

नई दिल्ली । 18 जून, 2017 को 17वीं जीएसटी परिषद की बैठक में एक प्रशंसनीय निर्णय लिया गया। वह निर्णय यह था कि जीएसटी युग के पहले दो महीनों के लिए फॉर्म जीएसटी1 और फॉर्म जीएसटी2 में इनवॉइस वाइज रिटर्न दाखिल करने की समय-सीमा बढ़ा दी गई है। लेकिन जीएसटीआर 3बी भरने की अंतिम तारीख 20 अगस्त ही है। अब इसे भरने के 3 दिन शेष हैं। 

 विभिन्न व्यापारिक और औद्योगिक निकायों द्वारा उठाई गईं चिंताओं के कारण यह निर्णय लिया गया था ताकि पूरे देश में जीएसटी का क्रियान्वयन सुचारु रूप से हो सके।

इसमें व्यवसायों को जुलाई और अगस्त के महीनों के लिए उनके आवक और जावक (इनवार्ड-आउटवार्ड) आपूर्ति का सारांश घोषित करके, एक बहुत सरल रिटर्न दाखिल करने की आवश्यकता होगी। हालांकि दोनों महीने के लिए इनवॉइस-वाइज विवरण भी दायर करने की आवश्यकता है, लेकिन इसकी जरूरत बाद की तारीख में है।

इस तरह से संशोधित रिटर्न दिन के इस निर्णय से न केवल व्यवसायों को अतिरिक्त 25 दिन राहत मिलेगी बल्कि अंतरिम अवधि के दौरानदेरी के लिए लेट फीस और जुर्माने से भी राहत मिलेगा।

जीएसटीआर-3B कैसे फाइल करें –देखिये वीडियो 
फॉर्म जीएसटीआर-3B में 6 तालिका हैं, प्रत्येक को एक विशेष विवरण की आवश्यकता होती है। चलिए उनको
एक-एक करके देखें–

तालिका 1: रिवर्स चार्ज के लिए उत्तरदायी आवक आपूर्ति और जावक आपूर्ति का विवरण
इस तालिका में आपको कुल कर योग्य मूल्य को प्राप्त करने की आवश्यकता है।(इंट्रास्टेट और इंटरस्टेट दोनों में) इसके साथ ही निम्नलिखित आपूर्ति पर ये टैक्स(सीजीएसटी, एसजीएसटी/ यूटीजीएसटी, आईजीएसटी और सेस) लागू होगा।

• आउटवार्ड कर योग्य आपूर्ति अन्य शून्य दर, शून्य दर और छूट
• आउटवर्ड कर योग्य आपूर्ति (शून्य दर)
• आउटवर्ड सप्लाई पर शून्य दर और छूट
• रिवर्स चार्ज के बेस पर भुगतान की जाने वाली इनवर्ड्स की आपूर्ति
• गैर-जीएसटी आउटवर्ड सप्लाई

तालिका 2: अपंजीकृत व्यक्तियों, कॉपोजिशन डीलरों और यूआईएन धारकों के लिए इंटरस्टेट की आपूर्ति का विवरण
इस तालिका में आपको आपूर्ति की जगह, कुल कर योग्य मूल्य और आईजीएसटी निम्नलिखित के लिए सभी अंतरराज्यीय आपूर्ति के लिएलागू करने की जरूरत है:

• अपंजीकृत व्यक्तियों के लिए इंटरस्टेट की आपूर्ति
• कॉम्पोजिशन डीलरों के लिए इंटरस्टेट आपूर्ति
• यूआईएन धारकों के लिए इंटरस्टेट की आपूर्ति

तालिका 3: योग्य इनपुट टैक्स क्रेडिट का विवरण
इस तालिका में, आपको निम्न विवरण प्राप्त करने की आवश्यकता है:
• आईटीसी उपलब्ध (पूर्ण या अंश): आपको निम्नलिखित आवक आपूर्ति का ब्रेक-अप देना होगा, जिस पर
आईटीसी का लाभ उठाया गया था:

माल का आयात: माल के आयात पर आईजीएसटी के टैक्स क्रेडिट का भुगतान।
सेवा का आयात: सेवाओं के आयात पर आईजीएसटी के टैक्स क्रेडिट का भुगतान।

रिवर्स चार्ज करने के लिए आवक आपूर्ति: रिवर्स चार्ज के लिए उत्तरदायी आवक आपूर्ति पर आपको जीएसटी भुगतान के आईटीसी को प्राप्त करने की जरूरत है। जैसे कि प्रायोजन सेवाएं, यूआरडी से खरीद आदि।

आईएसडी से आवक आपूर्ति: इनपुट सेवा वितरक (आईएसडी) से प्राप्त इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी)।
अन्य सभी आईटीसी: उपरोक्त के अलावा, अन्य आवक आपूर्ति के आईटीसी को यहां प्राप्त करना पड़ता है।

•आईटीसी रिवर्सड:
आपको गैर-व्यावसायिक उद्देश्य के लिए उपयोग किए गए इनपुट/इनपुट सेवाओं/पूंजीगत वस्तुओं के उपयोग पर या छूट की आपूर्ति के लिए आंशिक रूप से उपयोग पर आईटीसी प्रतिवर्ती प्रदान करने की आवश्यकता है।

इसके अलावा, यदि पूंजीगत सामान, संयंत्र और मशीनरी के कर घटक पर मूल्यह्रास का दावा किया जाता है तो आईटीसी को अनुमति नहीं दी जाएगी। इस तालिका में इस तरह की परिवर्तन को प्राप्त करने की आवश्यकता है।

•योग्य आईटीसी: उपलब्ध आईटीसी से आईटीसी को घटाकर गणना की जा सकती है।
•अपात्र आईटीसी: आपको नकारात्मक सूची में सूचीबद्ध आवक आपूर्ति पर जीएसटी भुगतान का विवरण देना होगा, जो इनपुट टैक्स क्रेडिट लाने के योग्य नहीं हैं।

तालिका 4: छूट, शून्य-रेटेड और गैर-जीएसटी आवक आपूर्ति का विवरण
इस तालिका में आपको निम्न के लिए इंट्रास्टेट और इंटरस्टेड आपूर्ति का विवरण प्राप्त करने की आवश्यकता है।
• कॉम्पोजिशन डीलरों से आपूर्ति, छूट और शून्य-रेटेड आवक आपूर्ति।
• गैर-जीएसटी आवक आपूर्ति

तालिका 5: टैक्स का भुगतान
इस तालिका में आपको स्वयं-निर्धारित कर देय घोषित करना होगा। कर देय निम्नलिखित विवरण से उत्पन होगा:
•आईटीसी के माध्यम से कर का भुगतान (सीजीएसटी, एसजीएसटी/ यूटीजीएसटी, आईजीएसटी और सेस)
•कर भुगतान टीडीएस / टीसीएस
•नकद में कर/ सेस
• ब्याज और विलम्ब शुल्क

तालिका 6: टीडीएस / टीसीएस क्रेडिट
इस तालिका में, आपको सीजीएसटी, एसजीएसटी/यूटीजीएसटी और आईजीएसटी के लिए टीडीएस और टीसीएस का विवरण प्राप्त करना होगा।

हालांकि, एक व्यवसाय के रूप में, आपको फिलहाल इसके बारे में चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि आगे अधिसूचित होने तक ये प्रावधान जीएसटी के प्रारंभिक रोलआउट से स्थगित हैं, और लागू नहीं हैं।

नोट: समय पर सभी बिंदुओं पर कुल कर योग्य मूल्य का उपयोग करें,जबकिअपने जीएसटी 3बी को दाखिल करते समय इस रूप में गणना की जा सकती है:

कर योग्य मूल्य = इनवॉइस का मूल्य + डेबिट नोट्स का मूल्य – क्रेडिट नोट का मूल्य + प्राप्त किए गए अग्रिमों का मूल्य जिसके लिए उसी महीने इनवॉइस जारी नहीं किए गए हैं- इनवॉइस के हिसाब से समायोजित अग्रिमों के मूल्य।

बढ़कर खुला सेंसेक्स, निफ्टी 9,900 के पार

नई दिल्ली। गुरुवार को बाजार बढ़त के साथ खुले और निफ्टी ने शुरुआती कारोबार में ही 9,900 का आंकड़ा पार कर लिया। 9:17 बजे सेंसेक्स भी 43.94 पॉइंट चढ़कर 31814.83 पर पहुंच चुका था। तब तक निफ्टी 10.95 की तेजी के साथ 9908.25 अंक पर पहुंच गया।

गुरुवार के शुरुआती कारोबार में 519 शेयरों में तेजी देखी गई जबकि 252 शेयर गोता लगाते दिखे। वहीं, 25 शेयर बिना किसी बदलाव के ट्रेड कर रहे थे।

मिडकैप शेयरों में गुरुवार को भी तेजी बरकरार रही जबकि मेटल एवं इन्फर्मेशन टेक्नॉलजी कंपनियों के शेयर में दमदार तेजी देखी जा रही है।

गुरुवार के कारोबार में फायदे में दिख रहीं टॉप कंपनियों में इन्फोसिस, एचडीएफसी और वेदांता शामिल हैं जबकि बजाज ऑटो, एचयूएल, पावर ग्रिड और जी एंटरटेनमेंट के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई।