इंदौर। स्थानीय संयोगितागंज अनाज मंडी में बुधवार को चना (कांटा) और तुअर (अरहर) में ग्राहकी सुधार लिए रही। दलहन चना (कांटा) 4000 से 4050, चना (देसी) 3850 से 3900, डबल डॉलर 5000 से 5500, मसूर 3825 से 3850, हल्की 3550 से 3600, बटला 3525 से 3550, मूंग 5500 से 5600, हल्की 4800 से 5000, तुअर निमाड़ी (अरहर) 4700 से 4800, महाराष्ट्र नई तुअर (अरहर) 5250 से 5400, उड़द 4700 से 4800, हल्की 3600 से 4000 रुपये प्रति क्विंटल ।
दाल तुअर (अरहर) दाल सवा नंबर 6450 से 6650, तुअर दाल फूल 6850 से 7050, तुअर दाल बोल्ड 7250 से 7450, आयातित तुअर दाल 6000 से 6200चना दाल 5150 से 5450, आयातित चना दाल 4950 से 5150मसूर दाल 5000 से 5100मूंग दाल 6400 से 6600, मूंग मोगर 6700 से 6900 उड़द दाल 5300 से 5500, उड़द मोगर 6300 से 6500 रुपये प्रति क्विंटल।
चावल बासमती 8500 से 9000, तिबार 7000 से 7500, दुबार 6000 से 6500, मिनी दुबार 5500 से 6000, मोगरा 3500 से 5000, बासमती सैला 5500 से 8500, कालीमूंछ 5900 से 6000, राजभोग 4900 से 5000, दूबराज 3500 से 4000, परमल 2500 से 2700, हंसा सैला 2400 से 2650, हंसा सफेद 2200 से 2400, पोहा 4200 से 4400 रुपये प्रति क्विंटल।
नई दिल्ली। शेयर मार्केट में आज सुस्त शुरुआत हुई, जो दिन में थोड़ी बहुत उतार चढ़ाव के साथ शाम तक जारी रही। ऐसे में सेंसेक्स बुधवार को 23.25 अंक चढ़कर 38,386 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 1.35 अंक लुढ़कर 11,521 पर बंद हुआ। ऑटो, ऑयल और मेटल स्टॉक्स में बिकवाली से शेयर बाजार में प्रेशर देखने को मिल रहा है।
आईटी और फार्मा को छोड़कर सभी स्टॉक्स में बिकवाली बनी हुई है। सबसे ज्यादा गिरावट ऑटो, ऑयल और मेटल कंपनियों में देखने को मिल रही है। इण्डिया बुल्स हाउसिंग फाइनेंस, इंफोसिस, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज, विप्रो, डॉ रेड्डीज लैब्स, HDFC Bank, हाउसिंग डेवल्पमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन और यस बैंक के शेयरों में तेजी रही।
वहीं हिंदुस्तान पेट्रोलियम, NTPC, जी इंटरनेटमेंट, भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन, ONGC में गिरावट दर्ज की गई । शेयर बाजार मंगलवार को अच्छी बढ़त के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स करीब 268 अंक बढ़कर 38363 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी भी 70 अंक बढ़कर 11532 के स्तर पर बंद हुआय़ निफ्टी बैंक 172 अंक बढ़कर 29768 के स्तर पर बंद हुआ
नई दिल्ली।दक्षिण कोरियाई कंपनी Samsung इस साल काफी आक्रामक ढंग से अपने नए स्मार्टफोन्स को लॉन्च करने में लगी है। साल 2019 की शुरुआत से कंपनी ने Galaxy S10 औक Galaxy M सीरीज के स्मार्टफोन्स को लॉन्च किया है। इतना ही नहीं 20 फरवरी को सैमसंग ने सैन फ्रैंसिस्को में अपने फोल्डेबल फोन Galaxy Fold को भी पेश किया था।
इसी कड़ी में अब सैमसंग ने अपने Galaxy A40 स्मार्टफोन को लॉन्च किया है। सैमसंग गैलेक्सी ए सीरीज का यह लेटेस्ट स्मार्टफोन फिलहाल में युरोप में लॉन्च किया गया है। सैमसंग गैलेक्सी ए40 तीन कलर ऑप्शन ब्लैक, ब्लू, वाइट और ऑरेंज में पेश किया गया है।
फोन की कीमत 249 युरो है जो भारतीय रुपये के हिसाब से करीब 19,520 रुपये है। बताया जा रहा है कि सैमसंग गैलेक्सी ए40 की बिक्री 10 अप्रैल से शुरू होगी। दुनिया के बाकी देशो में इस फोन को कब तक लॉन्च किया जाएगा इस बारे में सैमसंग की तरफ से कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
सैमसंग गैलेक्सी ए40 के स्पेसिफिकेशन्स फोन में 1080×2280 पिक्सल रेजॉलूशन के साथ 5.9 इंच का फुल एचडी+ इनफिनिटी यू SUPER AMOLED डिस्प्ले दिया गया है जिसका आस्पेक्ट रेशियो 19:9 है। 4जीबी रैम और 64जीबी की इंटरनल स्टोरेज के साथ आने वाले इस फोन में सैमसंग द्वारा डिवेलप किया गया Exynos 7885 प्रोसेसर मौजूद है।
जरूरत पड़ने पर फोन की मेमरी को माइक्रो एसडी कार्ड की मदद से 512जीबी तक बढ़ाया जा सकता है। ओएस की जहां तक बात है तो सैमसंग गैलेक्सी ए40 ऐंड्रॉयड 9 पाई पर बेस्ड Samsung One UI पर चलता है। फोन में ड्यूल सिम के साथ ही ड्यूल रियर कैमरा सेटअप दिया गया है।
फटॉग्रफी के इसके बैक में एलईडी फ्लैश के साथ 16 मेगापिक्सल का प्राइमरी सेंसर और 5 मेगापिक्सल का सेकंडरी अल्ट्रा वाइड कैमरा दिया गया है। सेल्फी के लिए फोन में 25 मेगापिक्सल का कैमरा मौजूद है। फोन को पावर देने के लिए इसमें 3,100 mAh की बैटरी दी गई है।
नई दिल्ली। सब्सक्राइबर्स के आधार पर देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी वोडाफोन आइडिया ने बुधवार को भारी डिस्काउंट पर 25,000 करोड़ रुपए (3.63 अरब डॉलर) के राइट इश्यू को मंजूरी दे दी है। इसके लिए कीमत 12.50 रुपए प्रति शेयर तय की गई है, जो मार्केट प्राइस से लगभग 61 फीसदी कम है। इस खबर से वोडाफोन आइडिया (Vodafone Idea) लगभग 7 फीसदी टूट गया। हालांकि कुछ ही समय में इसमें रिकवरी दर्ज की गई।
एक रेग्युलेटरी फाइलिंग में कंपनी ने कहा कि कंपनी के इलिजिबल शेयरहोल्डर्स द्वारा 2 अप्रैल, 2019 की रिकॉर्ड डेट के लिए हर 38 इक्विटी शेयरों के लिए 87 इक्विटी शेयर का इनटाइटलमेंट रेश्यो तय किया गया है। फाइलिंग में कहा गया कि इश्यू 10 अप्रैल को खुलने जा रहा है, जबकि क्लोजिंग डेट 24 अप्रैल, 2019 तय की गई है।
12.50 रु प्रति शेयर इश्यू प्राइस तय 12.50 रुपए प्रति इक्विटी शेयर का इश्यू प्राइस (प्रति इक्विटी शेयर 2.50 रुपए के प्रीमियम सहित) एक दिन पहले के क्लोजिंग प्राइस 32 रुपए प्रति शेयर की तुलना में 61 फीसदी के भारी डिस्काउंट पर है। इस साल की शुरुआत में वोडाफोन आइडिया के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने राइट इश्यू के माध्यम से 25,000 करोड़ रुपए के फंड रेजिंग प्लान को मंजूरी दी थी। इसके लिए फरवरी में कैबिनेट से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) को भी मंजूरी मिल गई थी।
प्रमोटर करेंगे भारी निवेश प्रमोटर शेयरहोल्डर्स वोडाफोन ग्रुप (Vodafone Group) और आदित्य बिड़ला ग्रुप (Aditya Birla Group) ने बोर्ड को बताया कि वे इस राइट इश्यू में क्रमशः 11,000 करोड़ रुपए और 7,250 करोड़ रुपए अंशदान को मंजूरी दी है। प्रमोटर शेयरहोल्डर्स ने यह भी कहा कि राइट इश्यू के कम भरे जाने की स्थिति में हर प्रमोटर शेयरहोल्डर को आंशिक या पूरे भरे हिस्से के लिए भाग लेने का अधिकार है।
लंदन। पंजाब नैशनल बैंक से 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक के घोटाले के मुख्य आरोपी नीरव मोदी को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया है। भगोड़े हीरा कोराबारी नीरव मोदी को वेस्टमिंस्टर कोर्ट में पेश किया गया। मामले की अगली सुनवाई वेस्टमिंस्टर कोर्ट में 29 मार्च को चीफ मैजिस्ट्रेट के सामने होगी।
इस बीच सूत्रों का कहना है कि प्रवर्तन निदेशालय की ओर से नीरव मोदी की संपत्तियों को बेचा जा सकता है। वेस्टमिंस्टर कोर्ट ने भारत के प्रवर्तन निदेशालय की ओर से प्रत्यर्पण की अर्जी दाखिल करने के जवाब में यह अरेस्ट वॉरंट जारी किया था। इसके बाद से ही कहा जा रहा था कि नीरव मोदी को कभी भी अरेस्ट किया जा सकता है।
अधिकारियों ने बताया कि जांच एजेंसी को हाल में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत द्वारा वारंट जारी करने के बारे में सूचित किया गया था और नीरव मोदी को जल्द ही स्थानीय पुलिस (लंदन मेट्रोपॉलिटन पुलिस) द्वारा गिरफ्तार करने की बात कही गई थी।
नई दिल्ली। लम्बे अर्से से पाकिस्तान की हर प्रकार की मदद करने पर देशवासियों का चीन के प्रति गुस्सा प्रकट करने के लिए देश के व्यापारियों के सबसे बड़े संगठन कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के आवाहन पर देश भर के विभिन्न राज्यों में व्यापारी संगठनो ने 1500 से अधिक स्थानों पर चीनी वस्तुओं की होली जलाई और चीन के बने सामान का बहिष्कार करने का संकल्प लिया।
चीन के प्रॉडक्ट्स के बॉयकॉट की उठ रही मांग के बीच पड़ोसी देश की मीडिया ने भारत को चुनौती देते हुए तंज कसा है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने कहा है कि भारतीय मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री अभी भी अविकसित है और इसमें प्रतिद्वंद्विता की क्षमता नहीं है। यही कारण है कि भारत में ‘बॉयकॉट चाइनीज प्रॉडक्ट्स’ मुहिम अब तक असफल रहा है।
सोमवार को ग्लोबल टाइम्स में छपे एक ब्लॉग में कहा गया कि मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के प्रयास को यूएन में चीन द्वारा रोके जाने के बाद भारतीय विश्लेषक मेड इन चाइना प्रॉडक्ट्स के बहिष्कार की अपील कर रहे हैं। लेकिन इतने सालों में भारत का बॉयकॉट का प्रयास विफल रहा, इसका कारण यह है कि भारत खुद प्रॉडक्ट्स का उत्पादन नहीं कर सकता है।
लेख में आगे कहा गया, ‘पसंद करें या नहीं, उन्हें अभी भी चीन में बने सामानों का इस्तेमाल करना पड़ेगा क्योंकि अभी भी बड़े पैमाने पर उत्पादन में भारत की क्षमता कम है।’ इसके साथ ही चीन के अखबार ने चेताया, ‘यदि आने वाले लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी राष्ट्रवाद को उभारने और लोकप्रियता हासिल करने के लिए चीन का डर दिखाएंगे तो यह खतरनाक होगा।’
नई दिल्ली। मैथ्स एक कठिन सब्जेक्ट माना जाता है। मैथ्स के प्रॉब्लम्स देखकर हर कोई थोड़ा परेशान होता है। अब एक रिसर्च के अनुसार मैथ्स का डर लड़कियों में लड़कों से ज्यादा होता है। जाने-अनजाने टीचर्स और पैरंट्स भी इस डर को बढ़ावा देने में भूमिका निभाते हैं।
बच्चे हों या बड़े, मैथ्स के सवाल सामने आने पर हर कोई थोड़ा असहज होता है। कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में रिसर्चर्स ने पाया कि मैथ्स एंग्जाइटी लड़कियों में लड़कों से ज्यादा होती है। एक हजार बच्चों में किए गए इस रिसर्च में देखा गया कि लड़कियां मैथ्स से ज्यादा असहज होती हैं। जनरल एंग्जाइटी का लेवल भी लड़कियों में लड़कों से ज्यादा पाया गया।
एक अन्य जांच में इंग्लैंड के करीब 17 हजार स्टूडेंट्स को शामिल किया गया। यहां बच्चों ने माना कि मैथ्स अन्य सब्जेक्ट्स से ज्यादा कठिन है। इससे उनका कॉन्फिडेंस कम होता है। खराब मार्क्स, दोस्तों या भाई-बहनों से तुलना से भी वे परेशान होते हैं। प्राइमरी और सेकंडरी क्लास के स्टूडेंट्स में एंग्जाइटी का लेवल अलग-अलग जरूर था लेकिन सभी में कुछ चीजें कॉमन देखी गईं।
प्राइमरी स्डूडेंट्स ने इसके लिए कुछ हद तक अपने टीचर्स को भी जिम्मेदार माना। कुछ स्टूडेंट्स ने माना कि वे अलग-अलग तरह के टीचिंग मेथड्स के कारण कन्फ्यूज हो जाते हैं। कई बार टीचर के बर्ताव के कारण भी मैथ्स का डर बैठ जाता है। वहीं, सेकंडरी स्टूडेंट्स का कहना था कि प्राइमरी से सेकंडरी में आने की वजह से उन्हें दिक्कत हो रही है। अचानक प्रॉब्लम्स काफी ज्यादा बढ़ गए हैं और उन्हें इससे जूझना पड़ रहा है।
नई दिल्ली।अप्रैल से जो हाउसिंग प्रोजेक्ट शुरू होंगे, उन पर जीएसटी की नई दरें लागू होंगी। 31 मार्च तक जो प्रोजेक्ट अधूरे रहेंगे, उनके डेवलपर नई या पुरानी व्यवस्था में से कोई भी चुन सकते हैं। इसके लिए जीएसटी काउंसिल ने मंगलवार को ट्रांजिशन प्लान को मंजूरी दे दी। काउंसिल ने 24 फरवरी को रियल एस्टेट के लिए जीएसटी रेट घटाने का फैसला किया था, लेकिन इसके साथ डेवलपर्स के लिए इनपुट टैक्स क्रेडिट खत्म कर दिया।
राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे ने जीएसटी काउंसिल की 34वीं बैठक के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि डेवलपर्स को तय समय के भीतर नई या पुरानी व्यवस्था में से किसी एक को चुनना पड़ेगा। राज्यों के साथ बात करके इसकी समय सीमा तय की जाएगा। इसमें एक महीने का समय लग सकता है। सभी राजनीतिक दल आम चुनाव में व्यस्त हैं।
इसलिए वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल की यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुई। सचिव ने कहा कि चुनाव पूरा होने तक काउंसिल की अगली बैठक होने की उम्मीद नहीं है। लेकिन जरूरत हुई तो चुनाव आयोग की सहमति लेकर बैठक की जा सकती है।
अभी अफोर्डेबल पर 8%, सामान्य घरों पर 12% टैक्स लगता है पुरानी व्यवस्था: सामान्य श्रेणी के घरों पर 12% और अफोर्डेबल पर 8% जीएसटी लगेगा। सीमेंट-सरिया जैसी चीजों पर डेवलपर जो टैक्स चुकाएंगे, उसका इनपुट टैक्स क्रेडिट मिलेगा। नई व्यवस्था: सामान्य श्रेणी के घरों पर 5% और अफोर्डेबल पर 1% जीएसटी लगेगा। लेकिन डेवलपर को इनपुट टैक्स क्रेडिट नहीं मिलेगा। घटी हुई दरें 1 अप्रैल से लागू होंगी।
45 लाख रुपए तक के घर अफोर्डेबल महानगरों में कम से कम 60 वर्ग मीटर और दूसरे शहरों में 90 वर्ग मीटर कार्पेट एरिया वाले फ्लैट अफोर्डेबल कहलाएंगे। इनकी कीमत 45 लाख रुपए से ज्यादा नहीं होनी चाहिए।
नई दिल्ली। शेयर मार्केट में आज सुस्त शुरुआत हुई, जहां 10 बजे सेंसेक्स 49.51 अंकों की बढ़त के साथ 38,411 पर निफ्टी 5 अंकों की बढ़त के साथ 11,537 पर खुला। भारत के शेयर मार्केट पर ग्लोबल बाजार की कमजोर का असर दिख रहा है।
एशियाई बाजारों में तेज शुरुआत देखने को मिली है। एसजीएक्स निफ्टी भी फ्लैट कारोबार करता दिख रहा है। कल के कारोबार में डाओ जोंस में 4 दिन की तेजी पर ब्रेक लग गया।
जापान का बाजार निक्केई 16.78 अंक यानि 0.08 फीसदी की मजबूती के साथ 21583.63 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं, एसजीएक्स निफ्टी 5 अंक यानि 0.04 फीसदी की कमजोरी के साथ 11571.00 के स्तर पर कारोबार कर रहा है।
आज स्ट्रेट्स टाइम्स में 0.63 फीसदी की कमजोरी देखने को मिल रही है। वहीं हैंगसेंग 113.76 अंक यानि 0.39 फीसदी की गिरावट के साथ 29352.52 के स्तर पर नजर आ रहा है।
Glaucoma : (काला मोतियाबिंद) सामान्य तौर पर आँखों की बीमारी है। जिसे हम काला मोतियाबिंद भी कहते है। आधिक उम्र होने पर आँखों की समस्या अधिक देखी जाती है। पर हम हर आँखों की समस्या को ग्लूकोमा का कारण नहीं कह सकते है। आइये जानते हैं अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त नैत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरेश पांडेय से ग्लूकोमा के बारे में।
डॉ.पांडेय का कहना है कि ग्लूकोमा आँखों में होने वाली एक जटिल समस्या है। जो आँखों के आप्टिकल नर्ब पर अधिक प्रभाव पड़ने के कारण होता है। यह प्रभाव आप्टिकल नर्व को नुकसान पहुचता है, आप्टिकल नर्व वह होती है जो आँखों के संदेश को दिमाग तक ले जाने का कार्य करती है।
आँखों के सामने वाले हिस्से में एक द्रव्य पाया जाता है जो हमारी आँखों को पोषण प्रदान करता है। ये सफेद द्रव्य अधिक मात्र में बनने लगता है तथा लगातार आँखों से बाहर आता है। जब यह बाहर नहीं निकलता तो आँखों की रौशनी धीरे धीरे प्रभावित होने लगती है। जानने के लिए वीडियो देखिए-
ग्लूकोमा के प्रकार क्रोनिक ग्लूकोमा: क्रोनिक ग्लूकोमा को प्रायमरी ग्लूकोमा भी कहते है इस अवस्था में आँखों में पाया जाने वाला तरल सूकने लगता है। जिसके कारण आँखों की केनाल ब्लॉग हो जाती है और ओप्टिकल नर्व पर प्रभाव बढ़ जाता है। यह ग्लूकोमा का सबसे कॉमन प्रकार हैं।
जन्मजात ग्लूकोमा जन्मजात ग्लूकोमा से पैदा होने वाले बच्चों में उनकी आंख के कोण में एक दोष होता है, जो सामान्य द्रव जल निकासी को धीमा कर देता है या रोकता है। जन्मजात ग्लूकोमा आमतौर पर लक्षणों के साथ पाया जाता है, जैसे क्लाउडी आईज, प्रकाश की संवेदनशीलता। जन्मजात ग्लूकोमा एक परिवार से दूसरे परिवार में जा सकता है। एक्यूट ग्लूकोमा यह ग्लूकोमा की गंभीर अवस्था है इस अवस्था में आँखों को पोषण देने वाला सफेद द्रव्य बनना बंद हो जाता है, और आँखों में धुधला दिखाई देना या आँखों में दिखाई देना बंद हो जाता है। इस अवस्था में लक्ष्ण जैसे चककर आना, सर में दर्द, आखो का फूलजाना आदि दिखाई देने लगते है । सेकेंडरी ग्लूकोमा यह ग्लूकोमा की सेकेंडरी अवस्था है ,इस अवस्था में ग्लूकोमा आँखों में घाव या सर्जरी या ट्यूमर के कारण होता है ।आँखों में गंभीर सक्रमण ग्लूकोमा का कारण बन जाता है।
नार्मल टेंशन ग्लूकोमा इसके अतिरिक्त सामान्य तनाव के कारण भी ग्लूकोमा होने का खतरा हो सकता है क्योंकि अधिक तनाव की अवस्था में आँखों पर अधिक प्रभाव पड़ता है । जिससे हमारी आँखों की आप्टिकल नर्व कमजोर हो जाते है । ग्लूकोमा आमतोर पर किसी भी उम्र में हो सकता है बच्चो में ग्लूकोमा अधिकतर आनुवंशिकता के करण होता है। या कुछ बच्चो में ग्लूकोमा जन्मजात भी देखा जाता है।
ओपन-एंगल ग्लूकोमा ग्लूकोमा का सबसे आम प्रकार प्राथमिक ओपन-एंगल ग्लूकोमा है। काला मोतियाबिंद होने पर धीरे-धीरे दृष्टि हानि को छोड़कर इसमें कोई विशेष संकेत या लक्षण नहीं दिखाई देते हैं। इसी कारण से, यह महत्वपूर्ण है कि आप सालाना आँखों की जांच करायें ताकि आपके नेत्र रोग विशेषज्ञ, या आंख विशेषज्ञ, आपकी दृष्टि में किसी भी बदलाव की निगरानी कर सकें।
ग्लूकोमा के लक्षण
आँखों मे रौशनी का कम होना।
आँखों में दर्द होना और उनका लाल बने रहना।
सर में दर्द बने रहना साथ ही आँखों में भी सूजन बने रहना।
जी मचलना या बिना किसी कारण के उल्टी होना।
आँखों में धुधलापन छाना व रौशनी के चारो और रंग बिरंगे छल्ले दिखाई देना।
आँखों में सूखापन महसूस होना।
अचानक से कम दिखाई देने लगना।
ग्लूकोमा बी.पी तथा शुगर और हार्ट की बीमारी की अवस्था में अधिक देखा जाता है।
काला मोतियाबिंद (ग्लूकोमा) का इलाज
आंख में कम दबाव के लिए आपका डॉक्टर आंखों की ड्राप, लेजर सर्जरी, या माइक्रोसर्जरी का उपयोग कर सकता है।
ग्लकोमा के शुरुआती लक्षण को पहचाना नहीं जा सकता है, परन्तु कुछ शुरुआती लक्षण जैसे आँखों की रौशनी का कम होना, आँखों के चश्मे का नंबर बदलना, आंखों से बार –बार पानी आना आदि।
आँखों की नियमित जाच करा कर ग्लूकोमा की अवस्था का पता लगाया जा सकता है।