कोटा। शहर में कोरोना सस्पेक्टेड मानते हुए चार और लोगों को एमबीएस अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में एडमिट किया गया है, इन चारों के सैंपल जयपुर भेजे गए हैं। सीएमएचओ डॉ. भूपेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि वृद्ध दंपती नेपाल से लौटा है। ये दोनों भी उसी समूह के साथ धार्मिक यात्रा पर गए थे, जो पूर्व में आइसोलेशन में भर्ती रह चुके और उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। दो युवा थाईलैंड से लौटे हैं, इन्हें भी आइसोलेशन में रखा गया है।
उधर, झालावाड़ मेडिकल कॉलेज की माइक्रो बायोलॉजी विभाग की एडवांस वायरल रिसर्च एंड डाइग्नोस्टिक लेबोरेट्री में भी कोरोना संबंधी जांच की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। अभी तक इसके सैंपल जयपुर भेजने पड़ रहे थे। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद भारत सरकार द्वारा देश की 32 लेबोरेट्री और राजस्थान में तीन लेबोरेट्री को कोरोना वायरस की जांच करने लिए चयनित किया गया है। इनमें झालावाड़ मेडिकल कॉलेज भी शामिल है।
भरतपुर जिले में कोरोना वायरस से संक्रमित संदिग्ध एक रोगी बुधवार को पाया गया है। उसे जिला आरबीएम अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। संदिग्ध मरीज 20 वर्षीय युवक कुम्हेर क्षेत्र का रहने वाला है। प्रारंभिक जांच में रोगी को कफ, नाक बहने, गले में सूजन, शरीर में दर्ज की शिकायत पाई गई। उसके जरूरी सेंपल लेकर जांच के लिए जयपुर भेजे गए हैं।
जोधपुर : संदिग्ध रोगी स्वाइन फ्लू पॉजीटिव
जोधपुर के प्रताप नगर निवासी 59 वर्षीया महिला को कोरोना संदिग्ध मानकर एमडीएम अस्पताल में भर्ती किया, लेकिन जांच में महिला को स्वाइन फ्लू की पुष्टि होने पर स्वाइन फ्लू वार्ड में शिफ्ट किया गया। मरीज के परिजन वार्ड को खराब बताकर मरीज को वहां रखने के बजाय सुबह 9 बजे ही घर ले गए।