जयपुर। राजस्थान में रीट भर्ती परीक्षा 2021 में फर्जीवाड़े के मामले में जोधपुर पुलिस ने 25 हजार की इनामी इमरती नाम की एक महिला को गिरफ्तार किया है। वह 3 साल से फरार थी। जोधपुर आईजी विकास कुमार ने बताया कि रीट भर्ती परीक्षा में ये चौथी और विभिन्न पेपर लीक मामलों में दसवीं गिरफ्तारी है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में बालोतरा में हुई रीट परीक्षा में इमरती का नाम मुख्य सूत्रधार के तौर पर सामने आया था।
आईजी के मुताबिक बताया कि जोधपुर के उमरलई गांव के रमेश की पत्नी इमरती को उनकी विशेष साइक्लोनर टीम ने गिरफ्तार किया। इस टीम ने महिला को बालेसर थाना क्षेत्र के बंबोर गांव में एक होटल से गिरफ्तार किया। पुलिस के मुताबिक यह उसके पिता का होटल था और उसके पीछे वह छिप कर रह रही थी।
पुलिस की टीम ने इससे पहले तीन बार इमरती को घेरने की कोशिश की लेकिन वह हर बार चकमा देने में कामयाब रही। इस बार पुलिस ने उसे गिरफ्तार करने के लिए एक योजना बनाई। उनके दो-दो सदस्य ग्राहक बनकर होटल में पहुंचे और ड्राइवरों ने बाहर से घेरा डाल दिया जिससे इस बार इमरती को भागने का मौका नहीं मिल सका।
पुलिस ने बताया कि पिछले तीन सालों में फरारी के दौरान वह अलग-अलग जगहों पर छिपी हुई थी और खेतों में फसल काटने जैसे काम भी करती थी। शुरुआती पूछताछ में पता चला है कि उसका संबंध पेपर लीक घोटाले की मुख्य सूत्रधार छम्मी बिश्नोई से था। छम्मी ने उसकी जगह परीक्षा में डमी उम्मीदवार बन कर परीक्षा देने का सौदा किया था। वर्ष 2021 में पुलिस ने इमरती के दस्तावेज और परीक्षा प्रवेश पत्र बरामद किए और जांच में पता चला कि उसकी फोटो में कंप्यूटर से छेड़छाड़ की गई थी। छम्मी बिश्नोई को तीन महीने पहले वृंदावन से गिरफ्तार किया गया। जहां वह पुजारिन बन कर छिपी हुई थी।