मुम्बई। तिलहन फसलों तथा ऑयल मील की कीमतों में आगामी महीनों के दौरान गिरावट आने की संभावना है। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सी) के अनुसार 2024-25 सीजन के लिए सोयाबीन का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) 48920 रुपए प्रति टन तथा सरसों का 59500 रुपए प्रति टन निर्धारित हुआ है।
वर्तमान समय में एक्स प्लांट भाव सोयाबीन का 43000 रुपए प्रति टन, सोयामील का 80000 रुपए, सरसों का 62000 रुपए, सरसों मील का 18,000 रुपए, राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन (डी ओ आर बी) का 10,000 रुपए तथा मक्का डीडी जीएस का भाव 14,000 रुपए प्रति टन चल रहा है। यह औसत मूल्य है।
जनवरी-फरवरी 2025 के दौरान सोयाबीन का दाम घटकर 41,000 रुपए प्रति टन, सोयामील का 27,000 रुपए, सरसों का 58000 रुपए, सरसों मील (खल) का 16,500 रुपए, राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन का 8000 रुपए मक्का डीडीजीएस का भाव 11500 रुपए प्रति टन रह जाने का अनुमान है। उल्लेखनीय है कि राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन को निर्यात पर जुलाई 2023 से ही प्रतिबंध लगा हुआ है जिससे इसकी कीमतों में गिरावट का माहौल बना हुआ है।
पिछले साल की तुलना में चालू वित्त वर्ष के दौरान सरसों खल (रेपसीड एक्सट्रैक्शन) के निर्यात में भी भारी गिरावट देखी जा रही है जिससे प्लांटों को नुकसान हो रहा है। सोयामील का निर्यात प्रदर्शन गत वर्ष से बेहतर है क्योंकि सोयाबीन का भाव सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी नीचे आ गया है।
सरकार को राइस ब्रान एक्सट्रैक्शन के निर्यात पर लगे प्रतिबंध को तत्काल समाप्त करना चाहिए जैसे कि सफेद चावल के साथ किया गया है। इसी तरह न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से भारी मात्रा में सोयाबीन खरीदे जाने की जरूरत है।