कोटा विश्वविद्यालय का नाम पूर्व विधायक शर्मा पर करने का प्रस्ताव

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कोटा । पूर्व विधायक स्वर्गीय हरीश शर्मा की पुण्य तिथि पर शहर के गणमान्य लोगों ने कोटा विश्वविद्यालय को हरीश शर्मा के नाम पर करने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई है। शनिवार को शाम रोटरी बिनानी सभागार में नव चेतना मंच के तत्वावधान में आयोजित संगोष्टि में वक्ताओं ने स्वर्गीय हरीश शर्मा को राजनीतिनक में नैतिक मूल्यों का वाहक बताते हुए दबंग राजनीति का बताया, और कहा कि शर्मा ने छात्रों को राजनीति व समाज में सम्मानजनक स्थान दिलाया।

पूर्व प्रशासनिक अधिकारी अमर सिंह ने अध्यक्षता करते हुए कहा कि शर्मा संवेदनशील राजनेता थे, संवेदना हमेशा नैतिक होती है। साहित्यकार अम्बिका दत्त चतुर्वेदी ने कहा कि शर्मा की पुण्यतिथि पा बौद्धिक चेतना के लिए आऐ लोगों को देख कर लगता है कि शहर की संवेदना मौजूद है।

शर्मा ने पानी बिजली के लिए नहीं विश्वविद्यालय के लिय आंदोलन किए थे। महाभारत के प्रसंगों के समान अपनो के अन्याय पर मुंह भी खोलना शर्मा ने सिखाया था। चतुर्वेदी हरीश शर्मा पर स्मारिका प्रकाशन का सुझाव दिया। शर्मा के शिक्षक रहे वयोवृद्ध बृजमोहन व्यास ने अपने शिष्य शर्मा के गौरवशाली व्यक्तित्व को याद किया।

कांग्रेस के प्रदेश महामंत्री पंकज मेहता ने कहा कि शर्मा ने राजनीति में नैतिक स्तर को कभी गिरने नहीं दिया। भजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष मनमोहन जोशी ने राजनीतिक दलो में नैतिकता के पतन पर चिंता जताई और शर्मा के साथ के अनुभव सांझा किए। आवासन मंडल के पूर्व निर्देशक रहे जगदीश राजावत ने भी हरीश शर्मा को छात्र राजनीति का सिरमौर बताया।

व्यापार महासंघ के पूर्व महामंत्री जितेंद्र जैन, प्रेस क्लब के अध्यक्ष गजेंद्र व्यास, पूर्व पार्षद शशि शर्मा, कांग्रेस के शहर अध्यक्ष रविंद्र त्यागी, समाज सेवी विजय पालीवाल, ब्राह्मण समाज के अरविंद कौशल, एडवोकेट मोहन राव ,श्रमिक नेता श्रवण पाटोदी, कांग्रेस नेता शिवकांत नंदवाना समेत एक दर्जन से अधिक गणमान्य लोगों ने विचार व्यक्त कर शर्मा को श्रद्धांजलि दी। संचालन शर्मा के साथी रहे शशि गौतम ने किया। पूर्व थर्मल अभियंता महेंद्र शर्मा ने आभार व्यक्त किया।