देश के कुल मार्केट शेयर का 3 प्रतिशत अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों के पास: लक्ष्मीदास

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कोटा सम्भाग में अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों की कार्यशाला

कोटा। Urban Co-operative Banks Workshop: नेशनल एवं राज्य स्तरीय अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों के फेडरेशन के तत्वावधान में कोटा संभाग में 6 अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक की प्रशिक्षण कार्याशाला का आयोजन शनिवार को डीसीएम रोड़ स्थित एक होटल में किया गया। प्रशिक्षण कार्याशाला में संभाग के 6 अर्बन को-ऑपरेटिव बैंकों के अध्यक्ष, संचालक एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

प्रशिक्षण कार्यशाला में गुड गवर्नेंस, आर्डिट की आवश्यकता व महत्व, टेक्नोलॉजी, कम्पलाईंस, साइबर सिक्योरिटी, क्रेडिट रिस्क के बारे में समझाया गया। कार्यक्रम का संचालन एमएल शर्मा ने किया। हरीश वेदी व सुभाष गुप्ता ने डिजिटल प्रेजेंटेशन से अपनी बात उपस्थित लोगो को समझाई।

नेशनल फेडरेशन के अध्यक्ष लक्ष्मीदास ने कहा कि प्रशिक्षण कार्यशाला का उद्देश्य संचालकों व बैंक अध्यक्षों को बैकिंग गवर्नेंस को सुदृढ़ बनाना है। सभी निर्वाचित संचालक अलग- अलग क्षेत्रों के महाराथी होते हैं। ऐसे में बैंकिंग गवर्नेंस की जिम्मेदारियों से उन्हें अवगत करवाया गया। उन्हें आरबीआई की अपेक्षाओं के बारे में विस्तार से बताया।

उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण का आयोजन कुशल बैंकिंग,अनुशासन सुनिश्चित करने और गुड गवर्नेंस को प्रभावी बनाने के लिए भी किया गया। उन्होंने बताया कि राजस्थान में यह जोधपुर व उदयपुर के उपरांत ​तीसरी कार्यशाला कोटा में आहुत हुई है। देश भर में 6 लाख करोड़ अर्बन बैंकों की जमांए हैं। 3.50 लाख करोड़ लोन,18 हजार डायरेक्टर हैं और देश के कुल मार्केट शेयर का 3 प्रतिशत अर्बन बैंकों के पास है।

अर्थव्यवस्था का मजबूत स्तंभ को-ऑपरेटिव बैंक
अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक फेडरेशन के निदेशक राजेश कृष्ण बिरला ने कहा कि को-ऑपरेटिव बैंक भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। ये न केवल वित्तीय सेवाएं प्रदान करते हैं, बल्कि समावेशी विकास, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और सामाजिक-आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसलिए इन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी कहना भी उचित है। उन्होंने कहा कि देश में बेरोजगारी को दूर कर रोजगार सृजन में प्रभावशील है। जो लोग सरकारी या अन्य निजी बैंको से ऋण प्राप्त नहीं कर पाते हैं। उन्हें को-ऑपरेटिव बैंक आरबीआई के नियमों के अधीन लोन देकर अर्थव्यवस्था को सक्रिय करने का कार्य करती है।

मुख्य कार्यकारी अधिकारी फैडरेशन एम एल शर्मा ने बताया कि कार्यशाला में कोटा नागरिक सहकारी बैंक, कोटा महिला नागरिक सहकारी बैंक, बारां नागरिक सहकारी बैंक, झालावाड़ नाागरिक सहकारी बैंक, भवानीमण्डी, सवाईमधोपुर अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक, बूंदी अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक, राजस्थान अर्बन को-ऑपरेटिव बैंक फैडरेशन ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर कोटा नागरिक सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक बिजेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमराज सिंह हाडा, निदेशक महेन्द्र शर्मा, अशोक मीणा, महेश चंद अजमेरा, नवनीत जाजू सहित कई संचालक उपस्थित रहे।