Wednesday, June 26, 2024
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7 कंपनियों में हिस्सेदारी बेचकर 34 हजार करोड़ जुटाएगी सरकार

ई दिल्ली। सार्वजनिक क्षेत्र की 7 कंपनियों में हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया तेज हो गई है। सरकार ने इसके लिए मर्चेंट बैंकरों से बोलियां आमंत्रित की हैं। इसके जरिए सरकार तकरीबन 34 हजार करोड़ रुपए जुटाना चाहती है।

इंडियन ऑयल यानी आरईसी, एनटीपीसी, पीएफसी, एनएचपीसी में कुछ सरकारी हिस्सेदारी बेची जाएगी।सरकार आईओसी, सेल और एनएलसी में भी थोड़ी-थोड़ी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी में है। इन कंपनियों में ऑफर फॉर सेल के जरिए हिस्सेदारी बेची जाएगी।
फिलहाल इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन में सरकार की 57.34 फीसदी, पीएफसी में 67.80 फीसदी, सेल में 75 फीसदी, आरईसी में 60.60 फीसदी और एनएलसी में 89.32 फीसदी हिस्सेदारी है।

ओएफएस लाएगी सरकार

सरकार ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) के जरिए आरईसी में 5 फीसदी, एनटीपीसी में 10 फीसदी, पीएफसी में 10 फीसदी, एनएचपीसी में 10 फीसदी, सेल में 10 फीसदी, एनएलसी में 15 फीसदी और आईओसी में 3 फीसदी हिस्सा बेचने की तैयारी में है।

थर्ड पार्टी इंश्योरेंस प्रीमियम पर झुका इरडा, 50 के बजाय 16 से 28 फीसदी संभव

नई दिल्ली। कार, दोपहिया वाहन और ट्रको के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के प्रीमियम में अब 50 फीसदी के बजाय 16 से 28 फीसदी के बीच ही बढ़ोतरी होगी। बीमा नियामक ने प्रीमियम में ज्यादा बढ़ोतरी का प्रस्ताव वापस ले लिया है। नयी दरें पहली अप्रैल से प्रभावी मानी जाएंगी।
बीमा नियामक भारतीय भीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) ने सोमवार को थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के प्रीमियम की नई दरों का आदेश जारी किया है।

इसमें कहा गया है कि 28 मार्च को जारी किया गया आदेश अब लागू नहीं होगा। उस आदेश में थर्ड पार्टी इंश्योरेंस की प्रीमियम की दरों में 41 फीसदी तक की बढ़ोतरी का एलान किया गया था। हालांकि इससे पहले इरडा ने बीमा प्रीमियम में 50 फीसद वृद्धि का प्रस्ताव किया था। इसे लेकर काफी विवाद मचा, जिसके बाद फैसले में फेरबदल किया गया।

किसी भी वाहन के लिए सड़क पर उतरने के पहले थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कवर लेना अनिवार्य होता है। इस कवर के जरिये दुर्घटना की सूरत में प्रभावित व्यक्ति को बीमा कंपनियों की ओर से मुआवजा दिया जाता है। ताजा आदेश में केवल उन्हीं दरों में बदलाव किया गया है जिनके लिए 28 मार्च के आदेश में वृद्धि का प्रस्ताव किया गया था।

इरडा ने भारी वाहनों के थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के प्रीमियम की दरों में भी बदलाव किया है।
इनकी कई श्रेणियों में प्रीमियम की राशि में कमी की गई है। 40 हजार किलो ज्यादा वजन वाले वर्ग के ट्रकों का प्रीमियम 33,024 तय किया गया है। पहले इसका प्रीमियम 36,120 रुपये तय किया गया था।

  • कितना होगा प्रीमियम
  • वाहन वर्ग —-2016-17—2017-18 — बदलाव (फीसद में)
  • (निजी कार)
  • 1000 सीसी से कम —-2055 —-2055
  • 1000 सीसी से ज्यादा लेकिन
  • 1500 सीसी से कम —-2237 —-2863 —- 27.98
  • 1500 सीसी से ज्यादा —-6164 —- 7890 —- 28.00
  • (टू व्हीलर)
  • 75 सीसी तक —- 569 —- 569 –
  • 75 सीसी से ज्यादा लेकिन
  • 150 सीसी से कम —- 619 —- 720 —- 16.31
  • 150 सीसी से ज्यादा लेकिन
  • 350 सीसी से कम —- 693 —- 887 —- 27.99
  • 350 सीसी से ज्यादा —- 796 —- 1019 —- 28.01

बिना लाइसेंस गाड़ी चलाने पर अब 5000 रुपए जुर्माना

नई दिल्ली। मोटर व्‍हीकल अमेंडमेंट बिल 2016 को लोकसभा में पारित कर दिया गया है। इस नए संशोधन के बाद बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने पर अब  5000 रुपए  जुर्माना लगेगा ।

माना जा रहा है कि सड़कें पहले से कहीं ज्‍यादा सुरक्षित हो जाएंगी।नए एक्‍ट में ड्राइविंग लाइसेंस और गाड़ी के रजिस्‍ट्रेशन के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य कर दिया गया है।साथ ही मोटर व्‍हीकल एक्‍सीडेंट फंड भी बनाया जा रहा है, जिससे भारत की सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं पर मुआवजा राशि दी जाएगी।

यह राशि अलग-अलग प्रकार की दुर्घटनाओं के लिए अलग-अलग रहेगी।खास बात यह है कि पहले जहां बिना लाइसेंस के गाड़ी चलाने पर 500 रुपए जुर्माना लगता था, वहीं अब यह राशि 5000 रुपए हो गई है।

नीट : अब 22 अप्रैल से मिलेंगे ऐडमिट कार्ड

नई दिल्ली। एमबीबीएस/बीडीएस में ऐडमिशन के लिए होने वाले नैशनल एलिजिबिलिटी एंट्रेंस टेस्ट (NEET) के ऐडमिट कार्ड अब 22 अप्रैल से मिलेंगे। 25 साल से ज्यादा उम्र के कैंडिडेट्स को एग्जाम देने की छूट की वजह से नीट के ऐडमिट कार्ड एक हफ्ते देर से मिलेंगे।

सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एग्जाम (सीबीएसई) ने कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार 25 साल से ऊपर के कैंडिडेट्स के ऐप्लिकेशन फॉर्म भी लिए जाएं, इसलिए अब ऐडमिट कार्ड 22 अप्रैल को जारी होंगे। पहले ऐडमिट कार्ड 15 अप्रैल को जारी होने थे। नीट का पेपर 7 मई को है, जिसके लिए देशभर के 104 शहरों में एग्जाम सेंटर बनाए गए हैं।

नीट ऑब्जेक्टिव टाइप टेस्ट है, जिसके जरिये मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और डेंटल काउंसिल ऑफ इंडिया की मंजूरी से चल रहे देशभर के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में ऐडमिशन होता है। इस बार नीट के लिए करीब 12 लाख कैंडिडेट्स ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।

प्रवेश पत्र के लिए यहां क्लिक करें

SC का आदेश: नीलाम होगी सहारा की एंबे वैली

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नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने सहारा की एंबे वैली को नीलाम करने का आदेश सुनाया है। शीर्ष कोर्ट ने सहारा प्रमुख सुब्रत राय को व्यक्तिगत रूप से 28 अप्रैल को उसके सामने उपस्थित होने के लिए कहा है। पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सहारा समूह से कहा था कि अगर वह 17 अप्रैल तक सेबी-सहारा रिफंड खाते में 5,092.6 करोड़ रुपये जमा नहीं कराता है, तो उसकी पुणे की एंबे वैली की नीलामी की जाएगी।

बता दें, कि सहारा समूह के एंबे वैली की कुल कीमत करीब 39,000 करोड़ रुपये है। सहारा समूह के प्रमुख सुब्रत राय तथा दो अन्य निदेशकों रविशंकर दुबे और अशोक राय चौधरी को ग्रुप की दो कंपनियों सहारा इंडिया रीयल एस्टेट कॉरपोरेशन और सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट कॉर्प लिमिटेड द्वारा 31 अगस्त, 2012 तक निवेशकों का 24,000 करोड़ रुपये का रिफंड करने के आदेश का अनुपालन नहीं करने के लिए गिरफ्तार किया गया था।

हालांकि, एक निदेशक वंदना भार्गव को हिरासत में नहीं लिया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने 6 मई, 2016 को सुब्रत राय को अपनी मां की अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए चार हफ्ते का पैरोल दिया था। उसके बाद से उनके पैरोल को बढ़ाया गया है। राय को 4 मार्च, 2014 को तिहाड़ जेल भेजा गया था, लेकिन फिर कोर्ट ने पिछले साल 28 नवंबर को सुब्रत राय को 6 फरवरी तक रिफंड खाते में 600 करोड़ रुपये जमा कराने का निर्देश देते हुए कहा था कि अगर वह ऐसा करने में विफल रहते हैं तो उन्हें फिर जेल भेज दिया जाएगा।

फोर्ड ने एस्पायर और फीगो के स्पोर्ट्स एडिशन किए लॉन्‍च

नई दिल्ली। फोर्ड इंडिया ने अपनी पॉपुलर फीगो और कॉम्पैक्ट सेडान एस्पायर के स्पोर्ट्स एडिशन लॉन्च किए हैं। इन्हें टाइटेनियम वेरिएंट पर तैयार किया गया है, जोकि इनके केवल मैनुअल ट्रांसमिशन के साथ पेट्रोल और डीजल इंजन में ही मिलेंगी।

फीगो स्पोर्ट्स एडिशन

फीगो स्पोर्ट्स एडिशन की फ्रंट ग्रिल में सिल्वर हॉरिजॉन्टल पट्टियों की जगह ऑल ब्लैक हनीकॉम्ब ग्रिल दी गई है, हैडलैंप्स बैज़ल को भी ब्लैक कलर में रखा गया है।फीगो ड्यूल टोन बॉडी कलर में मिलेगीइस में 15 इंच के ब्लैक अलॉय व्हील, रियर स्पॉइलर और साइड में स्टीकर्स दिए गए हैं। केबिन को ऑल ब्लैक कलर में दिया गया है। इस में ब्लैक डोर हैंडल,स्टीयरिंग व्हील पर ब्लैक लैदर कवर और रेड स्टिचिंग के साथ ही ब्लैक बैज़ल भी दिया गया है, इन चीजोंके अलावा सीटों पर भी रेड कलर की सिलाई की गई है।

फीगो एस्पायर स्पोर्ट्स

फीगो स्पोर्ट्स की तरह की एस्पायर के स्पोर्ट्स एडिशन में सबसे बड़ा बदलाव सस्पेंशन सेट-अप में हुआ है। एस्पायर की फ्रंट ग्रिल को ऑल ब्लैक कलर में दिया गया है, हैडलैंप्स में ब्लैक बैज़ल दिए गए हैं।साइड में 15 इंच के सिल्वर अलॉय व्हील, स्टीकर दिए गए हैं। इसके केबिन को भी स्पोर्टी ब्लैक कलर में रखा गया है। सीटों और स्टीयरिंग व्हील कवर पर ग्रे कलर की सिलाई दी गई है।फोर्ड की फिगो और एस्पायर स्पोर्ट्स 7 कलर्स में उपलब्ध है जिसमें रेड, गोल्ड, वाइट, ब्लैक, ब्लैक, सिल्वर और ग्रे कलर शामिल है इन दोनों गाड़ियों का प्रोड्क्शन कंपनी अपने गुजरात प्लांट में करेगी

फोर्ड फिगो और एस्पायर स्पोर्ट्स दोनों मॉडल्स कीमतें

(दिल्ली में एक्स-शो रूम)फोर्ड फिगो पेट्रोल(1.2 Titanium): 6.31 लाख रुपये

फोर्ड फिगो पेट्रोल(1.5 Titanium): 7.31 लाख रुपये

फोर्ड एस्पायर पेट्रोल(1.2 Titanium): 6.50 लाख रुपये

फोर्ड एस्पायर पेट्रोल(1.5 Titanium): 7.60 लाख रुपये

थोक महंगाई दर में आई कमी, 6.55 से गिरकर 5.70 प्रतिशत पर पहुंची

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नई दिल्ली। देश में थोक महंगाई दर में मार्च के महीने में कम हुई है। फरवरी में यह 6.55 प्रतिशत थी जो कि मार्च में घटकर 5.70 प्रतिशत पर पहुंच गई। इससे पहले जनवरी की थोक महंगाई दर में सशोधन दिखा था और यह 5.25 प्रतिशत से बढ़कर 5.53 प्रतिशत पर चली गई थी।

खाने-पीने की चीजों के मामले में यह 2.69 से बढ़कर 3.12 पर जा पहुंची जबकि मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट्स के मामले में यह 3.66 प्रतिशत से कम होकर 2.99 प्रतिशत पर चली गई। फ्यूल और पावर की महंगाई में आई कमीमहीने दर महीने आधार पर फ्यूल पावर की महंगाई दर 21.02 फीसद से घटकर 18.16 फीसद हो गई है।

महीने दर महीने के आधार पर मार्च में प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर भी घटी है। वहीं, महीने दर महीने आधार पर मार्च में प्राइमरी आर्टिकल्स की महंगाई दर 5 फीसद से घटकर 4.63 फीसद रही है। महीने दर महीने आधार पर मार्च में कोर महंगाई दर 2.4 फीसद से घटकर 2.1 फीसद रही है।

चने में राजस्थान ने प्रोडक्शन अनुमान बढ़ाया, पिछले साल से 65% अधिक उत्पादन

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  कोटा। मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के बाद देश के तीसरे बड़े चना उत्पादक राज्य राजस्थान ने चने के उत्पादन अनुमान में बढ़ोतरी की है,   राजस्थान कृषि विभाग की ओर से जारी 2016-17 के लिए तीसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक इस साल राज्य में चने का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले करीब 65 फीसदी अधिक रहने की संभावना है।
कृषि विभाग ने इस साल राज्य में 13.82 लाख टन चने का उत्पादन होने का अनुमान लगाया है, इससे पहले फरवरी में जारी हुए दूसरे अग्रिम अनुमान में 13.77 लाख टन
चने का उत्पादन होने का अनुमान जारी किया गया था। पिछले साल राज्य में सिर्फ 8.40 लाख टन चने का उत्पादन हो पाया था।
हालांकि राज्य में रबी सीजन के दौरान पैदा होने वाले दूसरे दलहन मसूर का इस साल कम उत्पादन होने का अनुमान है, राज्य के कृषि विभाग के मुताबिक इस साल सिर्फ 57,856 टन मसूर पैदा होने का अनुमान है जबकि पिछले साल करीब 64,000 टन मसूर का उत्पादन हुआ था। 

अधिकांश ट्रांसपोर्ट कारोबार पर पांच या 12 फीसद लगेगा जीएसटी

नई दिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लेकर ट्रांसपोर्टरों ने भले ही 20 अप्रैल से चक्का जाम की धमकी दे रखी हो, लेकिन ऐसा होने में संदेह है।इसकी वजह यह है कि ट्रांसपोर्टरों की ज्यादातर गतिविधियां 12 फीसद जीएसटी के दायरे में आएंगी। जबकि बहुत कम गतिविधियों पर 18 या 28 फीसद की ऊंची दर लगेगी।जीएसटी के तहत ट्रांसपोर्ट व्यवसाय की विभिन्न गतिविधियों के लिए सेवा कर की अलग-अलग दरें होंगी।

मसलन खुदरा सामानों की बुकिंग व डिलीवरी, ट्रांसपोर्ट कांट्रैक्ट और थर्ड पार्टी लॉजिस्टिक्स (टीपीएल) के लिए अलग दरें लगेंगी।पैसेंजर ट्रेनों की विशेष रैक व सामान्य कोचों के जरिये ढोए जाने वाले पार्सल, मालगाड़ियों व कंटेनर ट्रेनों से जाने वाला बल्क सामान व मल्टीनेशनल लॉजिस्टिक्स सेवाओं पर अलग-अलग दरें लागू होंगी।परिवहन विशेषज्ञ एसपी सिंह के अनुसार ज्यों-ज्यों जीएसटी के लागू होने की तारीख नजदीक आ रही है, सेवा उद्योग से जुड़े कारोबारियों के बीच सन्नाटा छाता जा रहा है।

सेवाओं पर कर की दरों को लेकर उनकी आशंकाएं गहराती जा रही हैं।उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि उनकी सेवाओं पर 5, 12, 18 या 28 फीसद में से कौन सी दर लागू होगी। और यदि लागू होगी तो उसका भुगतान उन्हें करना होगा या वह ग्राहकों के हिस्से में आएगा।अभी खुदरा पार्सल बुकिंग पर 15 फीसद के सर्विस टैक्स की एक चौथाई दर लागू होती है। जबकि ट्रांसपोर्ट कांट्रैक्ट और कंपोजिट लॉजिस्टिक्स/टीपीएल सेवाओं पर पूरे 15 फीसद की दर से सेवा कर वसूला जाता है।

रेलवे को पांच वर्ष पहले ही सर्विस टैक्स के दायरे में लाया गया है। इस पर प्रधान सेवा कर घटाने के बाद सर्विस टैक्स का केवल 30 फीसद कर लगता है। यह ज्यादातर ट्रक से माल बुकिंग पर देय सर्विस टैक्स के समकक्ष ही है।कम होगा टैक्स का बोझ सिंह का मानना है कि ज्यादातर आवश्यक वस्तुएं जैसे अनाज, सब्जी, दूध और संभवतः पॉल्ट्री उत्पादों की ढुलाई पर पांच फीसद की दर से जीएसटी लागू होगा।अधिकांश परिवहन सेवाएं 12 फीसद दर के दायरे में आएंगी। जबकि बहुत कम या नगण्य सेवाओं पर ही 18 फीसद दर लागू होगी।

मातृ’ का नया गाना रिलीज, रवीना टंडन फिल्मों में वापसी को तैयार

मुंबई। रवीना टंडन एक बार फिर फिल्मों में वापसी को तैयार हैं। उनकी फिल्म ‘मातृ’ का ट्रेलर रिलीज हो चुका है। बताया जा रहा है कि इस बार रवीना एक अलग ही अंदाज में नजर आएंगी। फिल्म का निर्देशन अश्तर सैयद ने किया है, जबकि अंजुम रिजवी और मनोज अधिकारी ने प्रोड्यूस किया है।फिल्म का नया गीत लॉन्च कर दिया गया है।

कविता  सेठ की आवाज में तैयार हुए इस गीत के बोल हैं ‘ऐसी होती है मां’। आपको बता दें कि इस फिल्म में रवीना एक कामकाजी महिला का किरदार निभा रहीं है, जो अपने निजी और प्रोफेशनल जीवन के संघर्षों को लेकर केंद्रीत है।रवीना ने भी फिल्म के ट्रेलर को ट्विटर पर फैन्स के साथ शेयर किया। इसके साथ लिखा, ‘ये फिल्म मेरे दिल के बहुत करीब है। मैं इसे लेकर बहुत ही उत्साहित हूं।

‘ रवीना टंडन ने कहा, ‘फिल्म की कहानी मां के इर्द-गिर्द घूमती है और ये बताएगी कि कैसे होता है एक मां का सफर अपनी बेटी के लिए’।फिल्म अप्रैल महीने 21 तारीख को रिलीज हो रही है। लंबे समय के बाद रवीना टंडन बड़े परदे पर नजर आएंगी। इसके अलावा रवीना इन दिनों टीवी शो में बतौर जज नजर आ रही हैं। साथ में अरशद वारसी और बोमन ईरानी भी दिख रहे हैं।