नाइट कर्फ्यू नहीं हटा, कोचिंग-स्कूल शुरू न हुए तो 8 जनवरी से बेमियादी कोटा बंद

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कोटा। कोटा व्यापार महासंघ, दी एसएसआई एसोसिएशन, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन एवं हॉस्टल एसोसिएशन सहित करीब 100 संस्थाओं के पदाधिकारियो एवं व्यापार उद्योग सलाहकार बोर्ड के सदस्यों की एक बैठक आज पुरुषार्थ भवन गोबरिया बावड़ी पर आयोजित की गई। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने बताया पिछले 10 माह से व्यापार, उद्योग, कोचिंग संस्थान एवं प्राइवेट स्कूल कोरोना काल के चलते पूरी तरह लॉकडाउन है। लॉकडाउन होने के कारण पूरी तरह से हताश एवं निराश हो चुके हैं।

कोटा व्यापार महासंघ बार-बार केंद्र, राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन को सभी वर्गों की भावनाओं से अवगत करा रहा है। जैन व माहेश्वरी ने बताया वर्तमान घोर विपत्ति को देखते हुए बार बार निवेदन करने पर भी सरकारों द्वारा कोई सकारात्मक कदम अभी तक नहीं उठाया गया है। जबकि कोटा व्यापार महासंघ एवं दी एसएसआई एसोसिएशन ने जन सेवा से लेकर जन जागृति अभियान एवं कोरोना गाइडलाइन की पूरी पालना करने एवं भोजन वितरण करने में कोई कमी नहीं रखी है।

जब सब कुछ ही खुला है तो कोचिंग, स्कूलो पर रोक एवं नाइट कर्फ्यू क्यों लगाया जा रहा है, जबकि समस्त गतिविधियां यथावत चल रही है। आज कोटा व्यापार महासंघ एंव दी एसएसआई एसोसिएशन, कोटा के समस्त हॉस्टल एसोसिएशन, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के सभी पदाधिकारियों ने सर्वसम्मति से लिए गए इस निर्णय पर अपनी मोहर लगाई। सर्वदलीय बैठक में तय हुआ है कि सरकार द्वारा 7 जनवरी तक रात्रि कर्फ्यू नहीं हटाया गया एवं कोचिंग और स्कूल शुरू नहीं किए गए तो कोटा व्यापार महासंघ 8 जनवरी से अनिश्चितकालीन कोटा बंद करने के लिए विवश होगा।

दी एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल एवं अध्यक्ष मुकेश गुप्ता ने बताया कि कोटा में औद्योगिक माहौल पूरी तरह से बिगड़ चुका है, कोचिंग के अलावा और कोई संसाधन यहां रोजगार के नहीं बचे हैं। पिछले 2 माह से सरकार लगातार हमारी मांगों को अनदेखा कर रही है। मजबूर होकर व्यापार एवं उद्योग जगत हॉस्टल एवं प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन द्वारा यह निर्णय लेने पर हमें विवश होना पड़ा है। हमने कहीं भी कोरोना गाइडलाइन की पालना करने में कोई कमी नहीं रखी है।आज भी हम ओद्योगिक क्षेत्र में कोरोना को फैलने से पूरी तरह से हमने रोके रखा है।

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के महासचिव संजय शर्मा ने कहा कि आज 10 माह से पूरी तरह प्राइवेट स्कूल लॉकडाउन है, जिससे प्राइवेट स्कूल संचालकों की कमर पूरी तरह से टूट चुकी है। सरकारी स्तर पर भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। हम व्यापार महासंघ द्वारा लिए गए इस निर्णय पर पूरी तरह सहमत और सहयोग करने को तैयार हैं।

कोटा हॉस्टल एसोसिएशन के अध्यक्ष जगदीश जिंदल पूर्व अध्यक्ष गजेंद्र यादव ने कहा कि कोटा में 3 से 4 हजार हॉस्टल कार्यरत है एवं 12000 करोड का निवेश है जो पूरी तरह से खतरे में पड़ गया है लोगों के बिजली के बिलो में फ्यूल सरचार्ज के नाम पर काफी अधिक राशि जुड़कर आ रही है जो अवैधानिक है । न्यू कोटा होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष राजकुमार माहेश्वरी ने कहा रात्रिकालीन कर्फ्यू किसी भी राज्य में नहीं लगा हुआ है, जबकि राजस्थान के 13 जिलों में लगा हुआ है, जो कतई उचित नहीं है। शाम को 7:00 बजे के बाद व्यापारिक प्रतिष्ठानों के साथ-साथ खानपान की दुकानें रेस्टोरेंन्ट एवं होटल व्यवसाय चलता है, जो पूरी तरह से चौपट हो गया है।

हाडोती कोटा स्टोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष राजेश गुप्ता ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार शीघ्र सामंजस्य बिठाकर कोटा में हवाई सेवा का मार्ग प्रशस्त करें, जिससे कोटा में उद्योग एवं पर्यटन की विपुल संभावनाएं विकसित हो सके। कोटा व्यापार महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष सत्यभान सिंह उपाध्यक्ष अनिमेष जैन ने कहा रात्रि कर्फ्यू लागू होने से व्यापार पूरी तरह से चौपट हो रहा है। इसे तुरंत प्रभाव से हटाया जाना चाहिए।

चंबल हॉस्टल एसोसियेशन के संरक्षक मुरली नुवाल, अध्यक्ष शुभम अग्रवाल ,महासचिव सुनील विजय पूर्व अध्यक्ष विश्वनाथ शर्मा ने कहा कि लैंड मार्क सिटी में पिछले 4 सालों से हास्टल व्यवसाई ने अरबों रुपए का निवेश किया है अभी तो कहीं हॉस्टलों में बैंकों की किस्ते भी शुरू नहीं हो पाई है। हॉस्टल व्यवसाय के ऊपर बैकों की 10 माह कि किस्ते बकाया हो चुकी है, जिस पर बैंकों द्वारा बार-बार दबाव बनाया जा रहा है। बैठक में दी एसएसआई एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र कुमार जैन, अनिल मूंदड़ा, कमल दीप सिंह ,सुरेश बसंल निर्वाचित अध्यक्ष जम्मू कुमार जैन एवं कोटा व्यापार महासंघ के कोषाध्यक्ष राजेंद्र जैन ने भी विचार व्यक्त किये