आप कोविड पॉजिटिव हैं या नहीं; घर बैठे खुद पता लगाएं, जानिए कैसे

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नई दिल्ली। इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने बुधवार को कोरोना जांच के लिए होम टेस्टिंग किट को मंजूरी दी है। ये एक रैपिड एंटीजन टेस्ट (RAT) किट है, जिसे कोवीसेल्फ (CoviSelf) नाम दिया गया है। इस किट का इस्तेमाल लोग खुद अपना कोरोना टेस्ट करने के लिए कर सकेंगे। जांच के लिए अब आपको लंबी कतारों में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। आइए जानते हैं कैसे घर बैठे आप कोविसेल्फ किट की मदद से अपना कोरोना टेस्ट कर सकते हैं।

होम टेस्टिंग के लिए कैसे करें कोवीसेल्फ का इस्तेमाल-

  • कोरोना संक्रमण जांचने के लिए सबसे पहले अपने मोबाइल पर मायलैब कोवीसेल्फ ऐप गूगल प्ले और एप्पल स्टोर से डाउनलोड करें।
  • ऐप खोलने के बाद एक फॉर्म आएगा और उसे भरने के बाद यह टेस्टिंग के लिए तैयार हो जाएगा।
  • हाथ धोने और सैनिटाइज करने के बाद किट से निकले उपकरणों को साफ जगह पर रखें।
  • सबसे पहले बफर ट्यूब को पैकेट से खोलकर दो-तीन बार हिलाएं।
  • किट के साथ मिलने वाली नेजल स्वॉब स्टिक को संबंधित व्यक्ति के नाक में दो से तीन सेंटीमीटर अंदर तक डालें और पांच बार धुमाएं।
  • इसके बाद नेजल सैम्पल को बफर ट्यूब में डालना है और दबाते हुए उसे 10 बार हिलाना है और फिर नेजल स्वॉब स्टिक को तोड़ देना है।
  • इसके बाद ट्यूब को सील करना है और टेस्टिंग कैसेट पर दो बूंद डालनी है और 15 मिनट तक इंतजार करना है।
  • इसके बाद पहले C लाइन आती है। जो यह दर्शाता है कि हमारा टेस्ट सही ढंग से हुआ है।
  • इसके बाद T लाइन आती है। अगर यह दोनों लाइन आती हैं तो यह माना जाता है कि संबंधित व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है।
  • 15 मिनट तक अगर T लाइन नहीं आती है तो हम यह मान कर चलें कि संबंधित व्यक्ति निगेटिव है।
  • इसके बाद इसकी तस्वीर क्लिक कर उसे ऐप पर अपलोड करना है। जिसके बाद वहां से आपको कोरोना पॉजिटिव या निगेटिव रिपोर्ट मिलेगी।
  • मोबाइल फोन का डाटा सीधे आईसीएसआर के टेस्टिंग पोर्टल पर स्टोर हो जाएगा। मरीज की गोपनीयता बरकरार रहेगी।

कैसे करती है यह किट काम-
कोरोना होम टेस्टिंग किट लेटरल फ्लो टेस्ट पर काम करती है। कोरोना टेस्ट करते समय सबसे पहले आप अपनी नाक से लिए गए सैंपल को ट्यूब में डालते है। इस ट्यूब में पहले से एक लिक्विड भरा होता है। इस ट्यूब को किट के अंदर डाला जाता है जहां लिक्विड को सोखने वाला एक पैड लगा होता है। इस पैड से होकर ये लिक्विड एक पट्टी पर जाता है जहां पहले से ही कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन को पहचानने वाली एंटीबॉडी मौजूद होती है। अगर आप कोरोना वायरस से संक्रमित हैं तो ये एंटीबॉडी एक्टिवेट हो जाती हैं और किट आपका टेस्ट पॉजिटिव दिखा देती है। किट पर एक डिस्प्ले होता है जहां रिपोर्ट का रिजल्ट दिख जाता है। रिपोर्ट आपके ईमेल या टेस्ट किट बनाने वाली कंपनी की ऐप पर भी देखी जा सकती है।