बूंदी। फिल्म अभिनेत्री पायल रोहतगी ने कहा बूंदी पुलिस ने सरकार के इशारे पर यह कार्रवाई की है। पुलिस के सारे सवालों का जवाब देने के बावजूद बूंदी पुलिस उसे अहमदाबाद से पकडक़र लाई। हार्डकोर अपराधियों की तरह कोर्ट में पेश करने से पहले रातभर कोटा के थाने में रखा। बाद में जेल में हत्या की आरोपी महिलाओं के साथ रहने पर मजबूर किया।
अभिनेत्री रोहतगी बुधवार को बूंदी में पत्रकारों से बातचीत कर रही थी। अभिनेत्री ने सोशल मीडिया पर डाले गए वीडियो को अभिव्यक्ति की आजादी बताया। उन्होंने दावा किया कि वीडियो में कही गई बात उनकी नहीं थी, बल्कि एमओ मथाई की लिखित किताब ‘माइंड ब्लॉइंग नेहरू बायोग्राफी’ से यह सब पढ़ा था। अब वे कह रहीं है कि पहले इसे प्रकाशित करने वालों पर कार्रवाई होनी चाहिए थी।
पायल ने कहा कि अक्टूबर माह में यह वीडियो बनाया था। पायल ने कहा कि ‘मैं जेल नहीं जाना चाहती थी’। उनकी कही बात किसी को हर्ट करने के लिए नहीं थी। यह सारी बात बूंदी पुलिस को लिखित में बता चुके थी, बावजूद पुलिस ने दुर्भावना रखते हुए कार्रवाई की। पायल ने कहा कि ‘मुझे सिर्फ टारगेट बनाते हुए कार्रवाई की, क्योंकि मैं हिंदुवादी विचारधारा की बात करती हूं, राम भक्त हूं’।
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उन्होंने कहा कि पुलिस ने बहुत ज्यादा गलत किया। पायल ने आरोप लगाया कि सरकार ने उन्हें बदनाम करने की नीयत से यह कार्रवाई कराई। इस दौरान पायल के वकील भूपेन्द्रसहाय सक्सेना, मंगेतर संग्राम सिंह, सहयोगी मनोज सिंह मौजूद थे।