कांग्रेस नेताओं पर मुकदमें लोकतान्त्रिक मूल्यों का हनन: शांति धारीवाल

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कोटा में 24 जून को कांग्रेस के बड़े प्रदर्शन के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कोटा संभाग में पार्टी कार्यकर्ताओं पर मुकदमें लाद कर उनका दमन करने के लिए कोटा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक के कुछ कड़वे शब्द क्या बोले कि उनके जयपुर के लिए प्रस्थान करते ही कोटा पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमें दर्ज कर लिए। यह सब किस अधिकारी के इशारे पर हुआ, यह सर्वविदित है। अब कोटा में कांग्रेस के सबसे प्रभावशाली नेता शांति धारीवाल ने पुलिस की कार्यवाही के प्रति मुख्यमंत्री के समक्ष कड़ा प्रतिवाद दर्ज करवाया है और साथ ही चेताया भी है कि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं पर दर्ज किए गए मुकदमें वापस नहीं लिए गए तो कोटा में एक बार फिर जल्द ही बड़ा आंदोलन खड़ा किया जायेगा।

-कृष्ण बलदेव हाडा –
कोटा।
राजस्थान के कोटा में सोमवार को कलक्टरी पर प्रदर्शन के बाद पुलिस के कांग्रेस नेताओं के खिलाफ झूठे मुकदमें दर्ज करने का पूर्व नगरीय विकास मंत्री एवं कोटा उत्तर से विधायक शांति धारीवाल ने मुख्यमंत्री के समक्ष कड़ा प्रतिवाद दर्ज करवाया है।

श्री धारीवाल ने बुधवार को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा को भेजे एक पत्र में कहा है कि कोटा में बिजली-पानी की समस्याओं,नीट परीक्षा में हुई धांधली सहित अन्य मुद्दों के खिलाफ कांग्रेस की ओर से आयोजित विरोध प्रदर्शन के बाद कोटा पुलिस ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नेता गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली सहित कांग्रेस के स्थानीय नेताओं, कार्यकर्ताओं पर मुकदमें दर्ज किये जो लोकतन्त्रिक मूल्यों का हनन हैं।

श्री धारीवाल ने कहा कि विपक्ष हमेशा सरकार को चेताने का काम करता आया है। कांग्रेस के शासनकाल में प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विरोध प्रदर्शन करती आई है
लेकिन सत्ता में आने के बाद भारतीय जनता पार्टी निरंकुश हो गई है और भाजपा सरकार प्रदेश में जनहित के मुद्दों पर विपक्ष के आंदोलन को पुलिस के जरिए कुचलना का प्रयास किया जा रहा है।

यह लोकतंत्र मूल्यों का सरासर अपमान है। लोकतंत्र की स्वस्थ परंपरा है कि सरकार अपना काम करती है और विपक्ष अपनी भूमिका जनता के मुद्दों पर निभाकर आंदोलन के जरिए सरकार को चैतन्य करने का प्रयास करता रहे है।

श्री धारीवाल ने कहा कि ऐसी लोकतांत्रिक परंपरा की पालना करने के बजाए प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी की सरकार कर यह रही है कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा जनहित के मुद्दों को जब भी उठाया जा रहा है, पुलिस झूठे मुकदमें दर्ज कर आंदोलन को दबाने का प्रयास शुरू कर देती है लेकिन सरकार यह बात समझ ले कि जनता के मुद्दों को पुलिस की लाठी से दबाया नहीं जा सकता।

उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि वे लोकतंत्र में विपक्ष का जो अधिकार है, उसको छीनने का जो नाकाम प्रयास किया जा रहा है, उसे पर तुरंत अंकुश लगाए जाए। पिछली कांग्रेस सरकार के वक्त भी विपक्ष की ओर से कई बार आंदोलन किए गए लेकिन कांग्रेस सरकार ने लोकतंत्र में विपक्ष की भूमिका का हमेशा सम्मान किया। उनके आंदोलन को कुचलने का कभी प्रयास नहीं किया यही लोकतंत्र की स्वस्थ परंपरा है जिसको निभाना हम सब का कर्तव्य है।

श्री धारीवाल ने कहा कि कोटा में 24 जून को कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन के बाद कोटा पुलिस द्वारा दर्ज किए गए झूठे मुकदमे कोटा पुलिस की कार्यप्रणाली को स्पष्ट कर रहे हैं कि कैसे कोटा पुलिस पक्षपात पूर्ण रवैया अपना कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं को डराने-धमकाने का प्रयास कर रही है।

उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेस नेता और कार्यकर्ताओं पर दर्ज किए गए मुकदमें वापस नहीं लिए गए तो कोटा में एक बार फिर जल्द ही बड़ा आंदोलन कर कांग्रेस जनहित के मुद्दों को विपक्ष की भूमिका के रूप में पुरजोर तरीके से उठाएंगे।