कोटा में अंतरराज्यीय पारदी गिरोह पकड़ा, मप्र में छापेमारी जारी

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-कृष्ण बलदेव हाडा –
कोटा। राजस्थान की कोटा शहर पुलिस ने चोरी की वारदातें करने वाले एक अंतरराज्यीय पारदी गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की। इन पारदी गिरोह के अन्य सक्रिय सदस्यों को पकड़ने के लिए राजस्थान के कोटा रेंज की पुलिस की मध्य प्रदेश की पुलिस के सक्रिय सहयोग से छापेमारी का सिलसिला अभी भी जारी है, जिसकी कोटा शहर के पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी लगातार निगरानी रखे हुए हैं।

यह गिरोह न केवल मध्य प्रदेश में बल्कि मध्य प्रदेश की सीमा से सटे कोटा रेंज के जिलों में चोरी की वारदातें करता था और वापस मध्य प्रदेश फरार हो जाता था। पुलिस अधीक्षक (शहर) शरद चौधरी ने बुधवार को बताया कि 19 मई की तड़के इस गिरोह ने कोटा के किशोरपुरा थाना क्षेत्र के वल्लभनगर में रहने वाले चिराग जैन के आवास को अपना निशाना बनाया और यह गिरोह मकान की खिड़की की ग्रिल काटकर भीतर प्रवेश कर गया। इन्होंने अलमारियों के ताले तोड़कर उसमें रखे पांच-छह लाख रुपए नगद सहित पुराने सोने के जेवरात, घड़िया आदि चुरा लिए।

इसी दौरान मकान मालिक चिराग जैन को खटपट की आवाज सुनाई दी तो जब वह जाकर अपने शयनकक्ष से बाहर निकले तो यह गिरोह मौके से भाग निकला। इस मामले में किशोरपुरा थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाए जाने के बाद पुलिस ने उप अधीक्षक अमर सिंह राठौड़ की अगुवाई में साइबर सेल की मदद से आसपास के इलाके के सीसीटीवी कैमरा आदि को खंगाला।

उसके आधार पर इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए कोटा रेंज के बारां जिले से सटे मध्य प्रदेश के धरनावदा और कुंभराज थाना क्षेत्र में सक्रिय इस पारदी गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है, जिसमें कुंभराज थाना क्षेत्र के गुलबाड़ा गांव निवासी कृष्णा उर्फ़ अतर सिंह पारदी (30) एवं गुना जिले के बिला खेड़ा गांव निवासी जंगी उर्फ़ जंग बहादुर (28) शामिल है। यह दोनों ही अपने गिरोह के साथ चिराग जैन के आवास में हुई चोरी की वारदात में शामिल थे।

श्री चौधरी ने बताया कि यह गिरोह काफी समय से सक्रिय है। यह लोग कोटा में मजदूरों के वेश में आते थे और यहां किराए का कमरा लेकर आवासीय क्षेत्रों की रेकी करते थे और संपन्न लोगों के घरों को अपना निशाना बनाने के लिए चुनते थे।

चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए यह गिरोह ताले, अलमारी आदि तोड़ने के लिए पेचकश, कटर, जंबूरी आदि साथ रखते थे। इसके अलावा आवासीय कॉलोनी में प्रवेश करते समय गिरोह के सदस्य अपने कंधों पर बैग टांगे रखते थे ताकि लोग उन्हें राहगीर समझ कर अनदेखा कर दें और वे रात के अंधेरे का फायदा उठाकर

सेंधमारी करके लोगों के घरों में घुस जाते थे और चोरी के सामानों को इन्ही बैगों में भर कर फरार हो जाते हैं। पुलिस इन दोनों पकड़े गए बदमाशों से उनके और साथियों के बारे में पूछताछ कर रही है। इसके अलावा कोटा रेंज की पुलिस मध्य प्रदेश पुलिस के सहयोग से लगातार सीमावर्ती क्षेत्रों में पारदी गिरोहों के छिपने के सभी संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है ताकि इस गिरोह के अन्य सदस्यों को भी पकड़ा जाते हैं।

श्री चौधरी ने बताया कि यह गिरोह 3 से 5 लोगों के रूप में एक साथ मिलकर चोरी की वारदातों को अंजाम देता था और वारदात के दौरान सीसीटीवी के कमरों से बचने के लिए अपने चेहरों को रूमाल या साफ़ी से छुपाए रखते है।