कोटा। सेवाभावी युवा देर रात को भी लोगों की मदद को तैयार रहते हैं। टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के रीजन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि शनिवार देर रात को निजी अस्पताल में भर्ती मरीज प्रेम शंकर सिंह की हालत यकायक गंभीर हो गई। उनको ब्लीडिंग शुरू हो गई। ऐसे में चिकित्सकों ने तत्काल रात को ही एसडीपी उपलब्ध कराए जाने के लिए परिजनों को कहा।
उन्होंने टीम जीवनदाता से सम्पर्क किया तो उन्होंने कोशिश करने की बात कही। रात को जिससे एसडीपी की उम्मीद थी, उसी को फोन करने की कोशिश की। ऐसे में हमेशा हर समय तैयार रहने वाले अतुल विजय को ओ पॉजीटिव एसडीपी (O positive SDP) के लिए कहा तो वह सहज ही तैयार हो गए।
उन्हें सुबह 4 बजे साइकिलिंग के लिए जाना था। उसके बाद भी वह रात तीन बजे तलवंडी स्थित ब्लड बैंक पहुंचे और मरीज के लिए ओ पॉजीटिव एसडीपी (O positive SDP) डोनेट की। गुप्ता ने बताया कि अतुल विजय ने 10वीं बार एसडीपी डोनेट की। इससे पहले वह 30 बार रक्तदान कर चुके हैं।
एक बार कोविड महामारी के समय प्लाज्मा भी डोनेट कर चुके हैं। मरीज की जान बचाने का युवाओं में ऐसा जज्बा लोगों को प्रेरणा तो दे ही रहा है। अतुल विजय ने इस दौरान कहा कि सेवा करने का कोई समय नहीं होता, जब भी मौका मिले अवसर को नहीं छोड़ना चाहिए। उनकी पत्नी हेमा विजय का इस कार्य में भरपूर सहयोग रहता है और वे स्वयं भी पांच बार रक्तदान कर चुकी हैं।