नई दिल्ली। गौतम अडानी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों पर लगे आरोपों को लेकर अब अडानी ग्रुप के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर बताया कि ग्रुप की 11 सार्वजनिक कंपनियों में से कोई भी किसी गलत काम में शामिल या आरोपी नहीं है। यह मामला सिर्फ अडानी ग्रीन एनर्जी के एक कॉन्ट्रैक्ट से जुड़ा है।
अरबपति गौतम अडानी समेत ग्रुप के अन्य अधिकारियों पर अमेरिकी अभियोजकों ने सोलर एनर्जी कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए अनुकूल शर्तों के बदले भारतीय अधिकारियों को 25 करोड़ अमेरिकी डॉलर (करीब 2,100 करोड़ रुपये) से अधिक की रिश्वत देने की साजिश रचने का हिस्सा होने का आरोप लगाया है। हालांकि, अडानी ग्रुप ने कहा कि अमेरिकी अभियोजकों के आरोप निराधार हैं और समूह सभी कानूनों का अनुपालन कर रहा है। अब ग्रुप के सीएफओ जुगेशिंदर रॉबी सिंह ने सिलसिलेवार स्पष्टीकरण जारी किया है।
सीएफओ ने कहा- आपने पिछले 2 दिनों में अडानी ग्रुप से जुड़ी बहुत सारी खबरें देखी होंगी। यह विशेष रूप से अडानी ग्रीन के एक कॉन्ट्रैक्ट से संबंधित है, जो अडानी ग्रीन के कुल कारोबार का लगभग 10% है। अडानी ग्रुप के पास 11 सार्वजनिक कंपनियों का पोर्टफोलियो है और कोई भी अभियोग के अधीन नहीं है, यानी इनमें से किसी पर भी आरोप नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि किसी भी जारीकर्ता (यानी हमारे पोर्टफोलियो में कंपनियां या विशिष्ट जारीकर्ता जो सार्वजनिक कंपनियों की सहायक कंपनियां हैं) पर उक्त कानूनी फाइलिंग में किसी भी गलत काम का आरोप नहीं है।
सीएफओ ने कहा कि ऐसी बहुत सी खबरें हैं जो असंबद्ध वस्तुओं को चुनने और शीर्षक बनाने का प्रयास करेंगी। कानूनी फाइलिंग में प्रस्तुत मामले की विस्तार से समीक्षा करने के बाद हम उचित समय पर जवाब देंगे। कृपया ध्यान दें कि किसी भी अदालत ने इस पर फैसला नहीं सुनाया है। एक बार जब हमें विचाराधीन मामले पर सार्वजनिक रूप से चर्चा करने के लिए वकील की मंजूरी मिल जाएगी तो हम अधिक विस्तृत टिप्पणी करेंगे।