कितने ही शिक्षित हो जाओ लेकिन, अपने संस्कारों को नहीं भूलें: घनश्यामाचार्य

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कोटा। जगद्गुरू रामानुजाचार्य झालरिया पीठाधीश्वर स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज ने कोटा प्रवास के दौरान रविवार को विद्यार्थियों को संस्कारों की सीख दी। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के जवाहर नगर स्थित समरस सभागार में कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के दौरान एलन द्वारा महाराज का अभिनन्दन किया गया।

इस अवसर पर स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज ने विद्यार्थियों से कहा कि आप कितने ही शिक्षित हो जाओ लेकिन अपने संस्कारों को कभी नहीं भूलें। कितनी ही बड़ी कंपनी में अच्छे पद पर चले जाओ लेकिन, अपने माता-पिता व गुरुजनों का सत्कार करना नहीं भूलें। क्योंकि आप जहां भी हो, उनकी वजह से ही हो।

प्रणाम करने से सकारात्मक उर्जा का प्रवाह
महाराज ने विद्यार्थियों को प्रणाम का महत्व भी बताया। यदि आप माता-पिता व गुरुजनों को प्रणाम करते हैं तो उनका आशीर्वाद तो आपको मिलता ही है साथ ही उनके शरीर की सकारात्मक उर्जा भी आपको मिलती है। उनका पुण्य भी आपको मिलेगा। ये संस्कार बचपन से होने चाहिए। इन संस्कारों की वजह से ही हमारे प्रधानमंत्री की विदेशों में भी जय-जयकार होती है। क्योंकि वे आज भी नित्य अपनी मां को प्रणाम कर उनका आशीर्वाद लेते हैं।

मित्रों का चयन सोच-समझकर करें
महाराज ने कहा कि आपको मित्रों का चयन बहुत सोच-समझकर करना होगा। यदि बुरी आदतों वाला विद्यार्थी आपका मित्र बनेगा तो आप भी उस व्यसन का शिकार हो जाएंगे। इसके विपरीत पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी से आपकी मित्रता होगी तो आप भी अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित होंगे। कार्यक्रम में स्टूडेंट्स, पेरेन्ट्स व फैकल्टीज शामिल हुए। कार्यक्रम के बाद विद्यार्थियों व फैकल्टीज ने गुरू महाराज के चरणों में वंदन कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।

दर्शन व आरती अर्चना सुबह 9 बजे
प्राचीन सिद्ध पीठ झालरिया मठ डीडवाना के पीठाधीश्वर स्वामी घनश्यामाचार्य महाराज तीन दिवसीय प्रवास पर कोटा में है। रविवार सुबह दर्शन व आरती अर्चना डकनिया स्टेशन रोड़ पर स्थित एस बिरला निवास पर हुई। सोमवार को भी डकनिया स्टेशन रोड़ पर स्थित एस बिरला निवास पर नित्य आरती-अर्चना व दर्शन सुबह 9 बजे होगी तथा गोष्ठी प्रसाद वितरण होगा। महाराज सोमवार को भक्ति की सबसे बड़ी पाठशाला संस्कार महोत्सव में विद्यार्थियों को आशीर्वचन देंगे।

कार्यक्रम की शुरुआत में एलन के निदेशक डाॅ. गोविन्द माहेश्वरी, राजेश माहेश्वरी, नवीन माहेश्वरी, डाॅ. बृजेश माहेश्वरी एवं अन्य फैकल्टीज ने गुरु महाराज का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया एवं आशीर्वाद प्राप्त किया। डाॅ. गोविन्द माहेश्वरी ने गुरुचरणों में ‘परम गुरु राम मिलावन हार…’ गुरुवंदना प्रस्तुत किया।