-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा। राजस्थान के जोधपुर में आज आयोजित माणक अलंकरण समारोह में कोटा में नियुक्त जनसंपर्क विभाग के उप निदेशक हरिओम सिंह गुर्जर को भी सम्मानित किया गया।
गुर्जर को वर्ष 2021 में विशिष्ठ पुरस्कार के लिए चयनित किया गया था, लेकिन वैश्विक महामारी कॉविड 19 के कारण माणक अलंकरण पुरस्कार समारोह आयोजित नहीं किया जा सका। इस साल जोधपुर में आयोजित समारोह में पुरस्कार राशि, शॉल, श्रीफल, अभिनंदन पत्र, स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्ष 2019, 2020 व 2021 के लिए ‘ माणक अलंकरण ‘ व विशिष्ट पुरस्कार (पांच) के लिए पूर्व में चयनित कुल 18 प्रतिभाओं (हर वर्ष 6) को पोलो ग्राउंड के सामने होटल चंद्रा इम्पीरियल के बैंक्वेट हॉल में आयोजित समारोह में अन्य अतिथियों के साथ सम्मानित किया।
खोजपूर्ण एवं रचनात्मक पत्रकारिता के लिए वर्ष 1981 में स्थापित प्रदेश के प्रथम पत्रकारिता सम्मान ‘ माणक अलंकरण ‘ से अब तक प्रदेश के 37 चयनित पत्रकार एवं हर वर्ष विशिष्ट पुरस्कार के लिए चयनित कई प्रतिभायें सम्मानित हो चुकी है। चयनित प्रतिभाओं की घोषणा दैनिक जलतेदीप के संस्थापक संपादक स्व. माणक मेहता की पुण्य तिथि 12 दिसंबर को प्रतिवर्ष आयोजित संगोष्ठी में की जाती है। ‘
माणक अलंकरण ‘ 2019, 2020 व 2021 के लिए क्रमश: कानाराम मुंडियार व नंदकिशोर सारस्वत, गीता शर्मा को सम्मानित किया जाएगा। जबकि हर वर्ष का विशिष्ट पुरस्कार जनसंपर्क कर्मी, छायाकार,कार्टूनिस्ट, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, जलते दीप समूह, राजस्थानी लेखन (महिला) के लिए चयनित की गई पांच प्रतिभाओं वर्ष 2019 डा. कुंजन आचार्य, अर्जुनसिंह राठौड़, मुरारी गुप्ता, शेरूद्दीन, डा. चांदकौर जोशी को सम्मानित किया गया।
इसी प्रकार वर्ष 2020 के लिए भानुप्रतापसिंह गुर्जर, जयकुमार भाटी, अदिति नागर, मुकेश मांडण, किरण राजपुरोहित ‘ नितिला ‘ एवं वर्ष 2021 के लिए हरिओमसिंह गुर्जर, मस्तान सिंह, चंद्रशेखर व्यास, गोपेन्द्रनाथ भट्ट व डा.कृष्णा आचार्य को विशिष्ट पुरस्कार की अलग-अलग श्रेणियों में सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि दैनिक जलतेदीप के स्थापना दिवस पर जोधपुर तथा जयपुर में बारी-बारी से आयोजित होने वाले समारोह में चयनित प्रतिभाओं को यह सम्मान हर वर्ष प्रदान किया जाता है।
किंतु गत दो वर्ष कोविड के कारण तथा इस वर्ष स्थापना दिवस 2 अक्टूबर को अपरिहार्य कारणों से स्थगित होने से इन तीन वर्षों के लिए कुल 18 चयनित प्रतिभाओं को जोधपुर में आयोजित समारोह में पुरस्कार राशि, शॉल, श्रीफल, अभिनंदन पत्र, स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।