नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बृहस्पतिवार को लोकसभा में एक बार फिर मोदी सरकार पर निशाना साधा। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि परिवार नियोजन के लिए पहले एक नारा था ‘हम दो हमारे दो।’ जैसे अब कोरोना अलग रूप में आ गया है, उसी तरह यह नारा भी दूसरे रूप में आ गया है। राहुल गांधी ने कहा कि देश को चार लोग चला रहे हैं-हम दो हमारे दो। हर एक आदमी उनके नाम जानता है। हम दो, हमारे दो यह किसकी सरकार है।
राहुल ने आगे कहा कि हम दो हमारे दो…वो आपको याद होगा, वो फोटो होती थी चार। क्यूट से चेहरे, सुंदर से चेहरे, मोटे-मोटे चेहरे। इस पर संदन में हंगामा होता रहा।जब ये कानून लागू होंगे तो जो इस देश के किसान है, देश के मजदूर हैं, छोटे व्यापारी हैं इनका धंधा बंद हो जाएगा। इससे किसानों के खेत चले जाएंगे, उसे सही दाम नहीं मिलेगा, छोटे दुकानदारों की दुकान बंद हो जाएगी और सिर्फ दो लोग ‘हम दो और हमारे दो’ इस देश को चलाएंगे।
राहुल ने कहा कि इससे देश का फूड सिक्योरिटी का सिस्टम नष्ट हो जाएगा और सालों बाद एक बार फिर देश के लोगों को भूख से मरना पड़ेगा। रूरल इकॉनॉमी नष्ट हो जाएगी और यह देश रोजगार नहीं पैदा कर पाएगा। यह कोई नई चीज नहीं है, यह काम प्रधानमंत्री ने हम दो हमारे दो के लिए पहले नोटबंदी से शुरू किया था। पहली चोट नोटबंदी थी। आइडिया था गरीबों और किसानों से पैसा लो और बैंक में डालो और हम दो हमारे दो के जेब में डालो। स्मॉल एंड मीडियम सेक्टर को खत्म कर दिया किसानों को बर्बाद कर दिया पर वहां नहीं रुके। जीएसटी- गब्बर सिंह टैक्स… पांच अलग अलग टैक्स और फिर से उन्हीं बेचारों किसानों, गरीबों और व्यापारियों पर आक्रमण फिर कोरोना आता है।
कोरोना के समय मजदूर चिल्ला-चिल्ला कर कहते हैं बस, ट्रेन का टिकट दे दीजिए। नहीं, नहीं … तुम पैदल घर जाओगे। स्पीकर बार-बार टोंकते रहे पर राहुल बोलते रहे। सत्ता पक्ष के सदस्य सदन में खड़े होकर विरोध करते रहे। सत्ता पक्ष के सदस्यों के विरोध के बाद स्पीकर ओम बिरला ने राहुल गांधी से कहा, ‘माननीय सदस्य, आज बजट पर चर्चा है।’ इस पर राहुल ने कहा कि मैं अभी फाउंडेशन लगा रहा हूं अभी…। राहुल ने कहा कि कोरोना के समय उन्हीं 4-5 लोगों का सब कर्जा माफ। देश का रोजगार का जो सिस्टम है, आज यह देश रोजगार नहीं पैदा कर सकता है और कल भी यह नहीं कर पाएगा क्योंकि आपने इस देश की रीढ़ की हड्डी तोड़ दी है।