जेडीए ने भूपेंद्र सारण के मकान के अवैध हिस्से को किया जमीदोज
जयपुर। सीनियर टीचर भर्ती परीक्षा का पेपर लीक करने के मास्टरमाइंड भूपेन्द्र सारण के मकान पर शनिवार को भी जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) की कार्रवाई जारी रही। इस दौरान सारण की पत्नी एलची सारण भी अपने टूटते घर को देखने पहुंची। उसने अधिकारियों से गुहार लगाई कि उसे एक मिनट के लिए अंदर जाने दें। जिससे वो अपना सामान निकाल सके।
शुक्रवार देर शाम कार्रवाई रुकने के बाद शनिवार सुबह 7 बजे वापस टीम मौके पर पहुंची। जहां इस बार बुलडोजर के साथ-साथ एक पोकलेन और 2 ड्रिल मशीन लगाकर मकान को ध्वस्त करने की कार्रवाई शुरू की गई।
जेडीए के एन्फोर्समेंट विंग के चीफ रघुवीर सैनी ने बताया कि हमें कोर्ट ने जो आदेश दिए है उसके मुताबिक अवैध हिस्से को तोड़ रहे हैं । इसमें फ्रंट एरिया में 15 फीट का हिस्सा अवैध है, जबकि पीछे 8.3 फीट का हिस्सा। शाम होने तक अगर काम शेष रहा तो रविवार सुबह फिर कार्रवाई की जाएगी।
मास्टरमाइंड भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका दोनों अब तक फरार हैं और पुलिस अब तक इनके सही ठिकाने का पता नहीं लगा सकी है। जेल से छूटने के बाद भूपेन्द्र सारण की पत्नी एलची सारण और गोपाल सारण की पत्नी इंदूबाला सारण आज अपने परिजनों संग रजनी विहार स्थित निवास पर पहुंची।
यहां उन्होंने जेडीए अधिकारियों से कुछ देर कार्रवाई रोकने और अपने जरूरी सामान घर से निकालने का आग्रह किया। इसके बाद जेडीए ने कुछ देर के लिए कार्रवाई को रोक दिया। इस बीच सारण की पत्नी ने अपने जरूरी सामान घर से निकाले और फिर कार्रवाई शुरू की गई।
कर्मचारियों पर भी कार्रवाई
पेपर लीक मामले में राज्य सरकार ने चार सरकारी कर्मचारियों को भी बर्खास्त कर दिया है। इनमें सिरोही जिले के सीनियर टीचर भागीरथ, जालोर के जसवंतराम स्कूल के सीनियर टीचर रावताराम, ठेलिया स्कूल के प्रिंसिपल सुरेश कुमार, चितलवाना झाब में तैनात सीनियर असिस्टेंट पुखराज शामिल है।
कौन है भूपेंद्र सारण?
भूपेंद्र सारण साल 2011 में जीएनएम भर्ती पेपर आउट प्रकरण और वर्ष 2022 में पुलिस कॉन्स्टेबल भर्ती पेपर लीक मामले में भी शामिल था। वह जेल भी जा चुका है। पुलिस जयपुर से भूपेंद्र सारण की गर्लफ्रेंड और पत्नी को गिरफ्तार कर चुकी है।
5 मंजिला बिल्डिंग जमींदोज
सोमवार को भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका के जयपुर के गुर्जर की थड़ी स्थित अधिगम कोचिंग इंस्टीट्यूट पर जेडीए ने एक्शन लिया था। जेडीए ने कोचिंग की बिल्डिंग पर बुलडोजर चलाया। करीब 3 घंटे में पूरी 5 मंजिला बिल्डिंग को गिरा दिया गया था। यह इंस्टीट्यूट कॉर्नर के प्लॉट पर था और सर्विस रोड की जगह पर कब्जा करके बनाया गया था। इसके तीन कमरे और अन्य निर्माण को जेडीए ने जेसीबी और पोकलेन मशीनों से तोड़ दिया था।