Monday, October 7, 2024
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जीएसटी का भुगतान कैसे करें, देखिये वीडियो

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कोटा। जीएसटी का ऑनलाइन भुगतान करने की अंतिम तिथि २० अगस्त है। डीलर्स को अपना भुगतान करने में किसी तरह की कोई परशानी नहीं हो इसके लिए यहाँ पर हम वीडियो के माध्यम से पूरी प्रकिया समझा रहे हैं। इसे समझने के लिए यह वीडियो देखना जरुरी है।

ऑनलाइन जीएसटी का पेमेंट की प्रक्रिया आपको समझा रहे हैं सीए सारांश लुहाड़िया। अगर इस सम्बन्ध में कोई जानकारी चाहिए तो हमारे सीए के whatsapp नंबर 9462654458 पर सम्पर्क कर सकते हैं। आप हमें www.youtube.com. , www.twitter.com, www.facebook.com पर भी फॉलो कर सकते हैं 

बैंक कर्मचारी एवं अधिकारियों का प्रदर्शन आज

कोटा।  22 अगस्त को राष्ट्रब्यापी बैंक हड़ताल को सफल बनाने के लिए गुरुवार को बैंक कर्मी एवं अधिकारी शाम 5.15 बजे ओरिएण्टल बैंक ऑफ कॉमर्स की एरोड्राम चौराहे से घोड़ेवाला चौराहे के रास्ते में स्थित शाखा के समक्ष प्रदर्शन करेंगे।

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस कोटा के संयोजक पदम पाटोदी ने बताया कि जन विरोधी बैंकिंग सुधार बन्द करने, कॉर्पोरेट घरानों के एनपीए को बट्टे खाते में न डालने, बैंक प्रभारों में बढ़ोतरी नहीं करने, एनपीए की वसूली हेतु कारगर कदम उठाने, सभी वर्गों में नई भर्ती करने, बैंक बोर्ड ब्यूरो भंग करने तथा अधिकारी एवं कर्मचारियों के मुद्दे तुरंत सुलझाने की मांग को लेकर यह हड़ताल की जा रही है। उन्होंने हड़ताल को सफल बनाने के लिए बैंक कर्मचरियों एवं अधिकारियों से  प्रदर्शन में भाग लेने की अपील की है। 

फटकी, सुपर डीलक्स लालमिर्च में डिमांड बढ़ी

रतलाम। आंध्रप्रदेश एवं तेंलगांणा के लालमिर्च उत्पादक मार्केट हैदराबाद, वंरगल, खम्मम, मदिरा एवं गुन्टूंर आदि लालमिर्च के मार्केट यार्डों में कोल्ड एवं बिना कोल्ड की लालमिर्च की आवके समान रह रही है। कहीं-कहीं पर सुपर डीलक्स क्वालिटी की लालमिर्च एवं फटकी मिर्च आदि में अच्छी डिमांड चल रही है।

एवरेज एवं हल्के मालों में डिमांड कमजोर चल रही है। मदिरा लालमिर्च मार्केट यार्ड में 5000 से 7800 रुपए प्रति क्विंटल तक लालमिर्च के भाव रहने की चर्चा है और फटकी 2000 से 3500 रुपए प्रति क्विंटल तक क्वालिटी अनुसार भाव रहने की चर्चा है।

वहीं गुन्टूंर मार्केट यार्ड में आज तेजा 6000 से 8300, एस-10 5000 से 5700, 334 4500 से 5400, 341 6000 से 7800, 273 5500 से 6800, बेडगी 6000 से 7600, नं. 5 6000 से 7200, 4884 5800 से 6200 और फटकी 334 1500 से 2500, सिड्स 1500 से 3000, फटकी तेजा 2500 से 3500 रुपए प्रति क्विंटल के भाव क्वालिटी अनुसार रहे।

वहीं हैदराबाद, खम्मम आदि क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने की चर्चा है। और नॉन एसी लालमिर्च 1500 से 5000 रुपए प्रति क्विंटल तक क्वालिटी अनुसार भावों पर बिक्री होने की चर्चा है। देशभर में धीरे-धीरे मसाला उद्योगों की ग्राहकी भी चल रही है साथ ही सुपर डीलक्स मालों में एक्सपोर्ट ठीक-ठीक चल रहा है।

जीएसटी लगने से ई-टिकट बुकिंग होगी महंगी?

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नई दिल्ली। सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज ऐंड कस्टम्स ने कहा है कि टिकट बुकिंग करने वाले एजेंट से 1 पर्सेंट का टैक्स लिया जाएगा। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि इन एजेंटों को ई-कॉमर्स ऑपरेटर के अंतर्गत गिना जा रहा है। इस टैक्स को टैक्स कलेक्टेड ऐट सोर्स कहा जाता है।

टिकट बुकिंग करने वाले एजेंट से 1 पर्सेंट का टैक्स लिया जाएगा।

CBEC ने यह भी कहा है कि TCS उन ई-कॉमर्स रिटेलर्स पर नहीं लगाया जाएगा जो कि किसी वेबसाइट के माध्यम से अपना कोई प्रॉडक्ट बेच रहे हैं।

ऐसी स्थिति में उन्हें सिर्फ वही जीएसटी देना होगा, जिसके अंदर वे आते हैं। जो विक्रेता ऑनलाइन माध्यम से कोई सर्विस या सामान की बिक्री करते हैं, उन्हें इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स ऑपरेटर(ECO) कहा जाता है।

CBEC ने कहा कि ऑनलाइन ट्रैवल एजेंट भी ECO के अंदर आएंगे और उन पर केंद्रीय जीएसटी (CGST) के सेक्शन 52 के तहत 1 पर्सेंट TCS लगेगा। 20 लाख से ज्यादा टर्नओवर वाले ई-कॉमर्स ऑपरेटर्स को किसी भी छूट का लाभ नहीं मिलेगा।

केंद्रीय जीएसटी ऐक्ट के अनुसार, ई-कॉमर्स कंपनियों को सप्लायर को पेमेंट करते समय 1 पर्सेंट TCS देना होगा। इसके लिए ई-कॉमर्स ऑपरेटर्स को टैक्स कलेक्ट की अनुमति होगी।

सिक्का निर्माताओं की मांग से चांदी 39 हजार रुपए के पार

नयी दिल्ली। सकारात्मक वैश्विक संकेतों से सोना तेज, चांदी 39 हजार के पार संकेतों तथा बढ़ी स्थानीय मांग के कारण आज घरेलू बाजार में सोना 200 रुपये मजबूत होकर 29,550 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। चांदी 1,130 रुपये की बड़ी छलांग लगाकर फिर से 39 हजार के मनोवैग्यानिक स्तर को पार कर 39,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी।

कारोबारियों के अनुसार, अमेरिका और उार कोरिया के बीच तनाव बढ़ने से वैश्विक संकेतों से सोना तेज, चांदी 39 हजार के पार बाजारों में सोने को मजबूती मिली जिससे घरेलू बाजार में भी इसे बल मिला। इसके अलावा स्थानीय आभूषण निर्माताओं की मांग ने भी इसे समर्थन दिया। इसी तरह सिक्का निर्माताओं और उद्योगों की मांग ने चांदी के भाव तेज किये।

वैश्विक संकेतों से सोना तेज, चांदी 39 हजार के पार बाजार में सिंगापुर में सोना 1,267.70 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया। चांदी 1.03 फीसदी चमककर 16.61 डॉलर प्रति औंस बोली गयी।

घरेलू बाजार में 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 200-200 रुपये तेज होकर क््रुमश: 29,550 रुपये प्रति दस ग्राम तथा 29,400 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। हालांकि, आठ ग्राम वाली गिन्नी 24,500 रुपये पर टिकी रही।

इसी तरह, सफेद धातु 1,130 रुपये की बड़ी उछाल लगाकर 39,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी। साप्ताहिक आपूर्त वाली चांदी 585 रुपये चमककर 37,795 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गयी। हालांकि, सिक्का के भाव टिके रहे। सिक्का लिवाल 72 हजार रुपये प्रति सैकड़ा तथा सिक्का बिकवाल 73 हजार रुपये प्रति सैकड़ा रहे।

 

 

आधुनिकता के नाम पर स्तनपान नहीं छोड़ा जाए

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फैशन और नग्नता के नाम पर महिलाओं को पुरुषों के बराबर नहीं किया जा सकता।

कोटा। वर्धमान महावीर ओपन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरप्रोफेसर पी के शर्मा ने कहा की हमें फैशन और नग्नता के नाम पर महिलाओं को पुरुषों के बराबर नहीं किया जा सकता।

मातृत्व उसे शक्तिशाली बनाता है स्तनपान महिलाओं के लिए गुण है यह आधुनिकता के नाम पर नहीं छोड़ा जाना चाहिए। वे बुधवार को इंडियन सोसाइटी फॉर ट्रेनिंग एंड डेवलपमेंट कोटा चैप्टर, बीपीएनआई और राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी के सयुंक्त तत्वावधान में आयोजित शिक्षिकाओं और छात्राओं के मध्य अवेयरनेस प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। 

अवेयरनेस प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेती छात्राएं

प्रशिक्षण कार्यक्रम में गीता दाधीच ने कहा कि माँ को शिशु को स्तनपान करवाने का उचित समय देने में परिवार सहयोग करें और यह भी निश्चित करे की माता तनावमुक्त रहें।

डॉ सी बी दासगुप्ता ने  कहा कि यूनिवर्सिटी की छात्राए अपनी भाभी, सहेली, चाची आदि की मददगार हो सकती हैं|भावनात्मक सहयोग के साथ जन्म के पहले घंटे में शिशु को स्तनपान करवाने को प्रेरित कर सकती हैं।

बीपीएनआई से सुधींद्र गौड़ ने कहा की स्तनपान राष्ट्र के टिकाऊ विकास की कुंजी है । शीला वर्मा ने स्तनपान के लिए संतुलित पौष्टिक आहार की आवश्यकता पर जोर दिया।

राजस्थान तकनीकी यूनिवर्सिटी की डीन डॉ अन्नपूर्णा भार्गव ने आई एस टी डी द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण कार्यक्रम द्वारा छात्राओं को स्वयं के भविष्य में अपनी मातृत्व भूमिका के निर्वहन में सहयोग मिलेगा।  आईएसटीडी कोटा की चेयरपरसन अनीता चौहान ने बताया का चैप्टर द्वारा ये प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम वर्ष पर्यंत जारी रखे जायेंगे।  

सेंसेक्स 216 अंक लुढ़का, 32000 के नीचे बंद

नई दिल्ली। बुधवार के कारोबारी सत्र में भारतीय शेयर बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर बंद हुआ है। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 216 अंक की गिरावट के साथ 31797 के स्तर पर और निफ्टी 70 अंक की कमजोरी के साथ 9908 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर मिडकैप में 1.67 फीसद और स्मॉलकैप में 1.78 फीसद की कमजोरी देखने को मिली है। जुलाई महीने में करीब पांच फीसद बढ़ने के बाद, अगस्त में अबतक प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स में 700 अंक या दो फीसद की कमजोरी दर्ज की गई है।

बुधवार के कारोबार में सेंसेक्स 32000 के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे बंद हुआ है। वहीं, मंगलवार को निफ्टी 10,000 के स्तर से नीचे फिसल गया था।

यह गिरावट के कारण
 भूराजनीतिक तनाव- अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ रहे तनाव (जियो पॉलिटिकल टेंशन) के चलते वैश्विक शेयर बाजार में कमजोरी देखने को मिल रही है। उत्तर कोरिया का कहना है कि वह अमेरिका के गुआम में मिलाइल अटैक की योजना बना रहा है।

कोरिया की ओर से यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के चंद मिनटों बाद आया जहां उन्होंने कहा था कि अमेरिका पर किसी तरह के खतरे से डटकर निपटा जाएगा।

 सेबी के आदेश- बाजार नियामक सेबी ने शेल कंपनियों पर शिकंजा कसते हुए सोमवार को 331 कंपनियों की सूची जारी कर दी है।

इनमें लिस्टेड कंपनियां भी हैं। काले धन पर रोकथाम लगाने के उदेश्य से सेबी ने कहा है कि इन कंपनियों में इस महीने ट्रेडिंग नहीं की जाएगी। मंगलवार से इनमें ट्रेड बंद कर दिया गया है।

 मुनाफावसूली/प्रॉफिट बुकिंग- रियल एस्टेट, बैंकिंग और कैपिटल गुड्स जैसे सेक्टर्स में हुई मुनाफावसूली के चलते शेयर बाजार की चाल धीमी देखने को मिली। 31 जुलाई से आठ अगस्त तक सेंसेक्स 3.75 फीसद गिरकर 2104.33 के स्तर पर आ गया।

पिछले एक वर्ष में बीएसई पर बैंक-एक्स में 2.11 फीसद और कैपिटल गुड्स में 2.01 फीसद की कमजोरी दर्ज की गई है। इस साल जनवरी से जुलाई तक बीएसई रियल्टी इंडेक्स 66 फीसद और कैपिटल गुड्स इंडेक्स 30 फीसद तक बढ़ा है।

 

 

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मांग से कच्चा पाम तेल 0.62 फीसदी हुआ मजबूत

नई दिल्‍ली। हाजिर बाजार में मांग बढ़ने और कारोबारियों के अपनी स्थिति मजबूत करने से वायदा बाजार में कच्चे पाम तेल के भाव आज 0.62 फीसदी बढ़कर 490.30 रुपये प्रति दस किलोग्राम पर पहुंच गए। इसके अलावा आपूर्ति में गिरावट के कारण भंडार कम होने से भी इसके भाव को समर्थन मिला।

मल्टी कमॉडिटी एक्सचेंज में इस महीने की आपूर्ति वाला कच्चा पाम तेल तीन रुपये यानी 0.62 प्रतिशत की बढ़त लेकर 490.30 रुपये प्रति दस किलोग्राम पर पहुंच गया। इसमें 435 लॉट का कारोबार किया गया।

इसी तरह, सितंबर की आपूर्ति वाला कच्चा पाम तेल 2.30 रुपये यानी 0.47 फीसदी मजबूत होकर 490.10 रुपये प्रति दस किलोग्राम रहा।

इसमें 80 लॉट का कारोबार किया गया। विश्लेषकों के अनुसार, हाजिर बाजार में मांग में तेजी आने के साथ ही कारोबारियों द्वारा अपनी स्थिति मजबूत करने से वायदा कारोबार में कच्चे पाम तेल को समर्थन मिला है।

बड़ी कारों पर टोटल टैक्स 50% से ज्यादा नहीं

नई दिल्ली। मिड-साइज और बड़ी कारों के अलावा एसयूवी पर टोटल टैक्स के 50 पर्सेंट से ज्यादा होने की आशंका नहीं दिख रही है। इसका अर्थ यह हुआ कि इन पर सेस 25 पर्सेंट से कम लगाया जाएगा।

ऐसा होने से कार कंपनियों की चिंता कुछ दूर हो सकती है, जिनमें से कुछ ने सेस बढ़ाने की शिकायत की थी और कहा था कि इससे उन्हें कीमतें बढ़ाने पर मजबूर होना पड़ेगा, जो पहली जुलाई को जीएसटी लागू होने के बाद घटी हैं।

एक टॉप ऑफिशल ने बताया कि फाइनैंस मिनिस्ट्री अगले दो दिनों में एक कैबिनेट नोट सर्क्युलेट कर सकती है ताकि ऐसी गाड़ियों पर सेस को 15 पर्सेंट से बढ़ाकर 25 पर्सेंट करने के लिए जीएसटी कंपनसेशन एक्ट में संशोधन किया जा सके।

उन्होंने कहा कि असल बढ़ोतरी के बारे में फैसला जीएसटी काउंसिल करना है और इस बात की संभावना है कि सेस को कम रखा जाएगा ताकि टोटल टैक्स 50 पर्सेंट से नीचे रहे।

ऑटोमोबाइल कंपनियों ने प्रस्तावित बढ़ोतरी पर एतराज जताया है और हो सकता है कि कई कंपनियां जीएसटी लागू होने के बाद टोटल टैक्स में कमी को देखते हुए किए गए प्राइस कट को रोल बैक कर दें। जीएसटी लागू होने से पहले मिड-साइज सिडैन पर इफेक्टिव टैक्स करीब 47 पर्सेंट और एसयूवी पर 55 पर्सेंट से ज्यादा था।

अधिकारी ने कहा, ‘लिमिट इसलिए बढ़ाई जा रही है ताकि सरकारें जरूरत पड़ने पर टैक्स रेट में इजाफा कर सकें। बढ़ोतरी एकबार में नहीं होगी।’ उन्होंने कहा कि जीएसटी काउंसिल ही फैसला करेगी कि कितना इजाफा किया जाए।

जीएसटी लागू होने के बाद ऑटो कंपनियों ने अधिकतर बड़ी कारों और एसयूवी के दाम 1.1 लाख से लेकर 3 लाख रुपये तक कम किए थे। 17 सेंट्रल और स्टेट टैक्सेज की जगह पर जीएसटी आया था।

सेस बढ़ाने के प्रस्ताव में जीएसटी कंपनसेशन एक्ट में बदलाव के लिए कैबिनेट की मंजूरी मांगी जाएगी। अगर इस संशोधन का प्रस्ताव संसद के मॉनसून सत्र में पास नहीं हो सका तो इस पर अध्यादेश लाया जा सकता है। मॉनसून सत्र 12 अगस्त को पूरा होगा।

मिड-साइज कारों, बड़ी कारों और एसयूवी पर जीएसटी रेट 28 पर्सेंट है और कंपनसेटिंग राज्यों के लिए रेवेन्यू कलेक्ट करने के लिए लगाए जाने वाले सेस को मिलाकर यह 43 पर्सेंट हो जाता है। अगर सेस बढ़ाकर 25 पर्सेंट किया गया तो टोटल टैक्स 53 पर्सेंट तक जा सकता है।

 

वित्त वर्ष 2016-17 में 13,715 करोड़ की अघोषित आय उजागर

नई दिल्ली । वित्त वर्ष 2016-17 में आयकर विभाग ने 13,715 करोड़ रुपए की अघोषित आय का पता लगाया है। यह जानकारी वित्त राज्य मंत्री संतोष कुमार गंगवार ने संसद में दी है। उन्होंने यह भी बताया कि इस अघोषित आय का पता सर्वे के जरिये लगाया गया है।

एक प्रश्न के लिखित जवाब में उन्होंने बताया कि बीते वित्त वर्ष में कम से कम 1.26 करोड़ नए टैक्सपेयर्स जुड़े हैं। बीते वित्त वर्ष में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने 1,152 समूहों के 5,102 परिसरों में तलाशी की थी। इस दौरान 15,496 करोड़ रुपए की अघोषित आय का पता लगाया गया है।

गंगवार ने बताया कि समान अवधि के दौरान किए गए कुल 12,526 सर्वे में 13,715 करोड़ रुपए की अघोषित आय का पता लगाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि बीते वर्ष 9 नवंबर से 31 मार्च 2017 के दौरान कुल 1.96 करोड़ आयकर रिटर्न भरे गए हैं।

जबकि वित्त वर्ष 2015-16 की समान अवधि में 1.63 करोड़ रिटर्न फाइल किए गए थे। एक अन्य जवाब में संतोष कुमार गंगवार ने बताया कि ऑपरेशन क्लीन मनी स्कीम के पहले चरण में 18 लाख ऐसे लोगों की पहचान की गई है, जिनका कैश ट्रांजेक्शन उनके टैक्स प्रोफाइल से मेल नहीं खा रहा है।

सरकार ने देश में बढ़ते कालेधन की समस्या से लड़ने के लिए बीते वर्ष 8 नवंबर को नोटबंदी लागू कर दी थी। इसके तहत 500 और 1000 रुपए के नोटों को चलन से बाहर कर दिया था।

गंगवार ने यह भी बताया कि नोदबंदी के बाद अघोषित आय का पता लगाने के लिए आयकर विभाग ने ऑपरेशन क्लीबन मनी योजना लॉन्चक की थी। इसके मई में लॉन्च किये गये दूसरे चरण में विभाग ने जोखिम आधारित श्रेणी बनाई थी।

इस श्रेणी में करीब एक लाख लोगों को रखा गया है। इस तरह 7.54 लाख लोगों को मध्यकम जोखिम में और 5.95 लाख लोगों को निम्मं जोखिम वर्ग में रखा गया है।

नोटबंदी के बाद जब्त हुए 2.55 करोड़ के नकली नोट
नोटबंदी के बाद से सरकार ने कुल 2.55 करोड़ रुपये मूल्य के नकली नोट जब्त किए हैं। सबसे ज्यादा नकली नोट गुजरात से जब्त किए गए।

गृह राज्यमंत्री हंसराज जी. अहीर ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के हवाले से लोक सभा में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद से पुराने 500 और 1,000 रुपये के कुल 23,429 नोट जब्त किए जा चुके हैं।