Monday, October 7, 2024
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सिक्का निर्माताओं की मांग से चांदी 300 रुपए उछली, सोने में सुधार

नई दिल्ली/कोटा। शुक्रवार को आई गिरावट के बाद शनिवार को सोने की कीमत में मामूली सुधार देखने को मिला है। सोने की कीमत में शनिवार को 50 रुपए की तेजी देखने को मिली है। इस बढ़त के साथ अब सोने की नई कीमत 30,850 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है।

शुक्रवार को सोना 30 रुपये गिरकर 30,800 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया था।  सोने की कीमत में आई यह तेजी मजबूत वैश्विक संकेत और स्थानीय ज्वैलर्स की ओर से बढ़ी मांग को माना जा रहा है।

वहीं सोने के साथ साथ चांदी की कीमत में भी उछाल देखने को मिला है। शनिवार को चांदी की कीमत 300 रुपए उछलकर 41,500 रुपए प्रति किलोग्राम के स्तर पर आ गई है, जिसकी प्रमुख वजह औद्योगिक इकाइयों और सिक्का निर्माताओं की ओर से तेज उठान को बताया जा रहा है। 

कमजोर होते डॉलर के बीच वैश्विक स्तर पर सोने की मजबूती ने उन निवेशकों से सेंटिमेंट को मजूबत कर दिया है जो कि अमेरिका के इन्फ्लेशन डेटा का इंतजार कर रहे हैं। इन डेटा के जरिए अमेरिकी फेड रिजर्व की ओर से ब्याज दरों में परिवर्तन के संकेत मिल सकते हैं।

वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना शुक्रवार के कारोबार में 0.79 फीसद उछलकर 1,303.30 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर आ गया और वहीं चांदी भी 1.02 फीसद उछलकर 17.41 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर बंद हुई है।

वहीं त्यौहारी सीजन की मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय ज्वैलर्स की ओर से की गई तेज खरीदारी ने भी घरेलू हाजिर बाजार में कीमतों को समर्थन दिया है।

वहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 99.9 फीस और 99.5 फीसद शुद्धता वाला सोना 50 रुपए उछलकर 30,850 रुपए और 30,700 रुपए प्रति 10 ग्राम के स्तर पर आ गया है। गिन्नी के भाव हालांकि 24,700 रुपये प्रति आठ ग्राम हो गए हैं।

कोटा सर्राफा
चांदी 40700 रुपये प्रति किलोग्राम। 
सोना केटबरी 30750 रुपए प्रति दस ग्राम,  35870रुपये प्रति तोला। 
सोना शुद्ध 30900 रुपए प्रति दस ग्राम,  36040 रुपये प्रति तोला। 

271 करोड़ गंवाकर भी करते रहेंगे हर तिमाही 70 अरब का निवेश-जियो

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मुंबई। रिलायंस जियो को फ्री ऑफर देने के कारण चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 271 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके बावजूद जियो की पैरंट कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को को उम्मीद है कि यह जल्द ही फायदे में आ जाएगी।

ऐसे में लॉस होने के बावजूद कंपनी जियो पर अगले कुछ तिमाही तक अरबों रुपये खर्च करती रहेगी।  गौरतलब है कि जियो ने पिछले साल आखिर में फ्री कॉल और कट-प्राइस डेटा की स्कीम लॉन्च की थी। इसके बाद भारत के टेलिकॉम सेक्टर में प्राइस वॉर छिड़ गया।

कंपनियों को मजबूरन अपने ग्राहकों को बचाए रखने के लिए मार्जिन कम करते हुए लुभावने ऑफर की पेशकश करनी पड़ी। जियो को इस तिमाही में 61.47 अरब रुपये की कमाई हुई, हालांकि उसे 2.71 अरब रुपये का लॉस भी उठाना पड़ा।

जियो के नतीजों पर जॉइंट रिलायंस फ़ाइनैंस चीफ वी. श्रीकांत ने कहा, ‘मैं इसे इस तरह से देख रहा हूं कि यह बहुत जल्द पॉजिटिव रिजल्ट (नेट इनकम) देने लगेगा।’

उधर रिलायंस जियो के हेड ऑफ स्ट्रैटिजी अंशुमान ठाकुर ने कहा कि रिलायंस अगले कुछ तिमाही तक जियो पर हर तिमाही करीब 70 अरब रुपये खर्च करेगा।

जियो नेटवर्क पर ग्राहकों को लुभाने के लिए रिलायंस ने जुलाई में 1500 रुपये का फोन लॉन्च किया था। इसका मकसद फीचर फोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों को डेटा सर्विस की ओर मोड़ना था।

साथ ही इस कदम से स्मार्टफोन और बेसिक फीचर फोन के बीच की खाई को भी पाटने की कोशिश की गई। कुछ दिन पहले ही जियो के ग्राहकों के लिए ऐपल के नए आईफोन को खरीदने के लिए गारंटीड बॉयबैक ऑफर पेश किया गया था। 

दिवाली पर भी धमाका ऑफर
जियो ने मार्केट में फिर से धमाल मचाने के लिए एक नया ऑफर लाॉन्च कर दिया है। अपने ग्राहकों को दिवाली का तोहफा देने के लिए कंपनी ‘जियो दिवाली धना धन’ ऑफर के तहत 399 रुपये के प्लान पर फुल कैश बैक दे रही है।

इस ऑफर का फायदा उठाने के लिए प्रीपेड कस्टमर्स को 12 से 18 अक्टूबर के बीच 399 रुपये का रिचार्ज करवाना होगा। हालांकि, यह प्लान 19 अक्टूबर से लागू होगा।

रेकॉर्ड मुनाफे के बाद सैमसंग के सीईओ का इस्तीफा

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नई दिल्ली। सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के चीफ एग्जिक्युटिव ऑफिसर (सीईओ) ने दशकों तक सेवारत रहने के बाद अचानक इस्तीफा दे दिया। उनका कहना है कि घूसखोरी कांड में वास्तविक प्रमुख के जेल के जाने के बाद कंपनी को नए नेतृत्व की जरूरत है। कंपनी के को-वाइस चेयरमैन का भी जिम्मा संभालनेवाले क्वान ओएच-हुआन ने शुक्रवार को अपने इस्तीफे का ऐलान किया।

डिस्प्लेज और मेमरी चिप्स की मांग में जबर्दस्त तेजी की वजह से दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग को 12.8 अरब डॉलर (करीब 82,809 करोड़ रुपये) की रेकॉर्ड ऑपरेटिंग इनकम हुई। उन्होंने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर सफलता पाने के बावजूद कंपनी अभूतपूर्व संकट से जूझ रही है।

65 वर्षीय क्वान करीब छह महीने तक कंपनी से जुड़े रहेंगे जब तक कि उनका उत्तराधिकारी पद नहीं सभाल लेगा। पूरी संभावना है कि कंपनी के अंदर से ही कोई जगह कमान संभालेगा।

सैमसंग के संस्थापक के पोते जे वाई ली के हिरासत में लिए जाने के बाद क्वान कंपनी का चेहरा बन गए। जे को अगस्त महीने में पांच साल जेल की सजा सुनाई गई। घुसखोरी कांड में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्वेन हे को पद से हाथ धोना पड़ा था। ताजा वित्तीय नतीजों से सैमसंग की बिजनस यूनिट के सहज संचालन का पता चलता है।

शुक्रवार को आए इन नतीजों में शुद्ध आय या विभागीय प्रदर्शन शामिल नहीं है। आखिरी आंकड़े प्रायः दो सप्ताह बाद ही आते हैं। शुक्रवार को सिओल में सैमसंग के शेयर 1.5 प्रतिशत टूट गए जो इस साल करीब 50 प्रतिशत मजबूत हुए हैं।

रिलायंस को 8097 करोड़ का मुनाफा, जियो को 271 करोड़ का घाटा

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नई दिल्ली । रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने वित्त वर्ष 2017-18 की दूसरी तिमाही के नतीजे जारी कर दिये हैं। कंपनी ने साल दर साल के आधार पर कंसोलिडेटिड नेट प्रोफिट में 12.79 फीसद की बढ़त दर्ज की है।

30 सितंबर को समाप्त तिमाही में कंपनी का कंसोलिडेटिड नेट प्रोफिट 8,097 करोड़ रुपये के स्तर पर रहा है। बीते वर्ष समान अवधि में कंपनी का नेट प्रोफिट 7179 करोड़ रुपये रहा था। वहीं, कंपनी की टेलिकॉन यूनिट रिलायंस जियो ने दूसरी तिमाही में 271 करोड़ रुपये का नुकसान दर्ज किया है।

कंपनी की साल दर साल के आधार पर कुल आय 15.89 फीसद बढ़कर 97402 करोड़ रुपये रहा है। जबकि बीते वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 84,044 करोड़ रुपये रहा था। आरआईएल का एबिटा मार्जिन दूसरी तिमाही 17.7 फीसद बढ़ा है, जो कि बीते 10 वर्षों का उच्चतम स्तर है।

तिमाही नतीजों पर क्या कहा मुकेश अंबानी ने-
आरआईएल के तिमाही नतीजों पर चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा, “हमारी कंपनी ने इस तिमाही में भी मजबूत प्रदर्शन किया है। मुझे यह बताते हुए खुशी महसूस हो रही है कि रिलायंस जियो के कमर्शियल ऑपरेशन की यह पहली तिमाही थी जिसमें कंपनी ने मुनाफा दर्ज किया है। ”

कैसा रहा बीएसई पर आरआईएल का प्रदर्शन-
शुक्रवार को आरआईएल बीएसई पर 0.48 फीसद की बढ़त के साथ 876.70 के स्तर पर कारोबार कर बंद हुआ है। शेयर ने दिन का उच्चतम 891 का स्तर और निम्न 874 का स्तर छुआ है। वहीं, इसका 52 हफ्तों का उच्चतम 891 का स्तर और निम्नतम 466 का स्तर रहा है।

आईडीबीआई बैंक में 24 व 25 की हड़ताल, 23 को प्रदर्शन

चेन्नई।  आईडीबीआई बैंक के कर्मचारी अपने वेतनमान में संशोधन की मांग को लेकर इसी महीने दो दिन की हड़ताल पर जायेंगे। ये कर्मचारी विभिन्न बैंक यूनियनों के सदस्य हैं।

एआईबीईए के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने एक बयान में कहा कि बाकी बैंकों के निपटान के अनुरूप आईडीबीआई बैंक के कर्मचारियों और अधिकारियों के वेतन संशोधन का काम एक नवंबर 2012 से 31 अक्तूबर 2017 से होना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाकी बैंकों में वेतनमान संशोधन का काम पहले ही किया जा चुका है।

उन्होंने कहा कि एक नवंबर 2017 से आगे के वेतनमान संशोधन के लिए वार्ता चल रही है। उन्होंने कहा कि आईडीबीआई बैंक में अखिल भारतीय हड़ताल 24 से 25 अक्तूबर को होगी जिसमें कर्मचारियों और अधिकारियों के रुके वेतन संशोधन के काम को पूरा करने की मांग की जायेगी।

उन्होंने कहा कि बाकी यूनियनों के साथ एसोसिएशन आईडीबीआई बैंक के समर्थन में हर संभव समर्थन देगी और सभी बैंकों में हड़ताल का आवान करेगी। उन्होंने कहा कि सबसे दु:खद यह है कि आईडीबीआई बैंक का प्रबंधन बेवजह इस मुद्दे में देर कर रहा है।

वेंकटचलम ने कहा कि एसोसिएशन ने यह मुद्दा पिछले माह विामंत्री अरुण जेटली के समक्ष उठाया था और उनके समक्ष दोबारा इस मुद्दे को जल्द ही उठायेगा। उन्होंने कहा कि विरोध प्रदर्शन के रूप में यूनियनें आईडीबीआई बैंक की शाखाओं के समक्ष 23 अक्तूबर को विरोध प्रदर्शन करेंगी।

जीएसटी के नाम पर मुनाफाखोरी की तो होगी कार्रवाई

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रियल एस्टेट और होटल इंडस्ट्री से सबसे ज्यादा 90% शिकायतें हैं,  दरअसल, बिल्डरों द्वारा जीएसटी में 12 फीसदी की जगह 18 फीसदी टैक्स और अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉजेक्ट पर भी पूरा जीएसटी वसूला जा रहा है।

नई दिल्ली। अब उन बिल्डर और होटल वालों की खैर नहीं है जो जीएसटी लागू होने के बाद मुनाफा खोरी कर रहे हैं। ऐसा पता चला है कि ये लोग जीएसटी लागू होने के बाद टैक्स दरों में कमी का फायदा ग्राहकों को नहीं दे रहे हैं या लोगों से मनमाने तरीके से जीएसटी वसूल रहे हैं।

वित्त मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार मुनाफाखोरी की जितनी शिकायतें मिली हैं, उनमें रियल एस्टेट और होटल इंडस्ट्री से सबसे ज्यादा 90% शिकायतें हैं।  दरअसल, बिल्डरों द्वारा जीएसटी में 12 फीसदी की जगह 18 फीसदी टैक्स और अंडर कंस्ट्रक्शन प्रॉजेक्ट पर भी पूरा जीएसटी वसूलने की शिकायतें आई है।

वहीं होटल इंडस्ट्री के खिलाफ इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) नहीं देने की शिकायत मिल रही है। जीएसटी लागू होने के बाद कई प्रॉडक्ट के दाम होटलों ने नहीं घटाए हैं। इससे सरकार काफी परेशान है।

पहले भी किया था अलर्ट: सरकार ने जीएसटी का फायदा ग्राहकों तक पहुंचाने के लिए बिल्डरों पर मुनाफाखोरी का डंडा चलाने को लेकर अलर्ट किया था। सरकार ने एक विज्ञापन जारी कर साफ किया था कि जीएसटी में बिल्डरों को कई तरह के टैक्स से राहत मिल गई है।

कंस्ट्रक्शन मटिरियल पर सेंट्रल एक्साइज ड्यूटी, वैट और एंट्री टैक्स की बजाय अब सिर्फ जीएसटी लगता है। पहले ये सभी टैक्स फ्लैट की कीमत में जोड़कर ग्राहकों से वसूले जाते थे। अब इस बचत का फायदा घर खरीदार को मिलना चाहिए। मगर अधिकतर बिल्डर ऐसा नहीं कर रहे हैं। ऐसे बिल्डर्स पर जीएसटी कानून के तहत मुनाफाखोरी का मामला चल सकता है।

होटल इंडस्ट्री पर दबाव: होटल इंडस्ट्री के खिलाफ शिकायतें मिली हैं कि वे मनमाने तरीके से ग्राहकों से जीएसटी वसूल रहे हैं। इसमें होटल के किराये से लेकर फूड आइटम्स पर जीएसटी की वसूली शामिल है। हालांकि होटल के किराये और फूड पर जीएसटी को लेकर सरकार कई बार सफाई दे चुकी है।

मगर होटल वालों का कहना है कि जीएसटी के बाद होटल के कारोबार में काफी कमी है। 7500 रुपये रोज से ज्यादा के किराए वाले होटलों और रेस्तरां पर 28 फीसदी जीएसटी लगने से ग्राहक कम हो गए हैं। साथ ही जिस शहर में रजिस्ट्रेशन नहीं है वहां के स्टे और इवेंट पर इनपुट क्रेडिट नहीं मिलता है।

होटल मालिकों ने अपनी चिंताएं सीबीईसी यानी सेंट्रल बोर्ड ऑफ एक्साइज ऐंड कस्टम के सामने रखी हैं। कारोबारियों को उम्मीद है कि सरकार कुछ राहत भरे फैसले करेगी।

अब नहीं बढ़ेगी रिटर्न फाइल की तारीख
सरकार ने जीएसटी रिटर्न (GSTR) दाखिल करने की तिथि बढ़ाने से इनकार कर दिया है और साथ ही दिवाली से पहले तक रिटर्न दाखिल करने को कहा है। सरकार की ओर से शुक्रवार को कहा गया कि GSTR-3बी दाखिल करने की अंतिम तिथि 20 अक्टूबर से आगे नहीं बढ़ाई जाएगी।

सरकार ने यह भी कहा कि रियल एस्टेट को जल्द ही जीएसटी के दायरे में लाया जाएगा, जो कि टैक्स चोरी और ब्लैक मनी के प्रॉडक्शन का बड़ा क्षेत्र है। केंद्रीय उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीईसी) ने कहा है कि सितंबर का GSTR-3बी दाखिल करने की समय सीमा बढ़ाई नहीं जाएगी। सीबीईसी ने कारोबारियों से कहा है कि वे आखिरी तारीख का इंतजार न करें।

सितंबर महीने में निर्यात 25.67 प्रतिशत बढ़ा

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नयी दिल्ली। देश का निर्यात सितंबर में 25.67 प्रतिशत बढ़कर 28.61 अरब डालर रहा। रसायन, पेट्रोलियम और इंजीनियरिंग उत्पादों के कारण निर्यात में अच्छी वृद्धि दर्ज की गयी है।

यहां आज जारी आधिकारिक आंकड़े के अनुसार आयात भी आलोच्य महीने में 18.09 प्रतिशत बढ़कर 37.6 अरब डालर रहा। एक साल पहले इसी महीने में यह 31.83 अरब डालर था।

इस साल सितंबर महीने में व्यापार घाटा 8.98 अरब डालर रहा जो पिछले वर्ष के इसी महीने के 9 अरब डालर के लगभग बराबर है। स्वर्ण आयात आलोच्य महीने में 5 प्रतिशत घटकर 1.71 अरब डालर रहा।

आंकड़े के अनुसार तेल एवं गैर-तेल आयात पिछले महीने क्रमश: 18.47 प्रतिशत बढ़कर 8.18 अरब डालर और 17.98 प्रतिशत बढ़कर 29.4 अरब डालर रहा।

चालू विा वर्ष में अप्रैल-सितंबर के दौरान कुल निर्यात 11.52 प्रतिशत बढ़कर 147.18 अरब डालर रहा जबकि आयात 25.08 प्रतिशत बढ़कर 219.31 अरब डालर रहा। इससे व्यापार घाटा 72.12 अरब डालर पर पहुंच गया।

वाणिज्य मंत्रालय के बयान के अनुसार, पिछले 13 महीने से निर्यात में सकारात्मक वृद्धि हुई है। सितंबर 2017 में निर्यात डालर के संदर्भ में 25.67 प्रतिशत बढ़ा।

आलोच्य महीने में पेट्रोलियम, इंजीनियरिंग और रसायन का निर्यात क्रमश: 37 प्रतिशत, 44.24 प्रतिशत और 46 प्रतिशत बढ़ा।

हार्ले-डेविडसन की 4 नई मोटरसाइकिलें लांच

नई दिल्ली।  हार्ले-डेविडसन ने अपनी 115वीं वर्षगांठ के मौके पर भारत में गुरुवार को चार नई बाइक्स हैरिटेज क्लासिक, फैट बॉय, फैट बॉब और स्ट्रीट बॉब लांच की हैं।

कंपनी के इतिहास में अब तक के सबसे बड़े प्रोजेक्ट के तहत तैयार इन नई बाइकों को बेहद मजबूत और हल्के फ्रेम में तैयार किया गया है। इनकी कीमत 11,99,००० से लेकर 18,99,००० तक हैं। 

2०18 सॉफ्टेल मॉडल की यह मोटरसाइकिलें पहले की मोटरसाइकिलों की अपेक्षा काफी तेज और कम वजन के साथ आसान हैंडलिंग के कारण लोगों को लुभाएंगी।

बाइक लांच के मौके पर हार्ले-डेविडसन के भारत-चीन के प्रबंध निदेशक पीटर मैक्कैंजी ने कहा कि हमारी नई मोटरसाइकिलें इनके शौकीनों तथा राइडिंग का जुनून रखने वाले लोगों के लिए उत्पादों को नए अंदाज में पेश करने की हार्ले-डेविडसन की मंशा को बताती हैं।

उन्होंने कहा कि 2०18 सॉफ्टेल कस्टम मोटरसाइकिलें हालेर्-डेविडसन की विश्वसनीयता और स्टाइलिंग की खूबियों को आधुनिक नजरिए से पेश करने की नीति दशार्ती हैं।

इन मोटरसाइकिलों के पहले लुक को काफी पसंद किया गया और हमें पूरा यकीन है कि ये मोटरसाइकिलें भारत में मौज-मस्ती और राइडिंग के शौकीनों के अनुभवों को और बेहतर बनाएंगी। लांच किए गए मोटरसाइकिलों में नई चेसी, फ्रेम/स्विंगआर्म और हाई परफॉर्मेंस वाला सस्पेंशन है जो राइडर को नया अनुभव देगा।

आधार से सरकार ने बचाई ₹58 हजार करोड़ की धोखाधड़ी : नीलेकणि

वॉशिंगटन। सरकार की आधार स्कीम ने सरकारी खजाने के 9 अरब डॉलर (करीब 58 हजार करोड़ रुपये) बचाने में मदद की है। यह कहना है आधार के आर्किटेक्ट माने जाने वाले नंदन नीलेकणि का। उन्होंने कहा कि 100 करोड़ से ज्यादा लोगों को इससे जोड़ा जा चुका है। सरकार आधार की वजह से ही ऐसे मामलों की बेहतर निगरानी कर पा रही है।

भारत की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर सर्विस फर्म इन्फोसिस के नॉन एग्जिक्यूटिव चेयरमैन ने कहा कि इस सिस्टम को पूर्व की यूपीए सरकार के दौरान लॉन्च किया गया था। उसके बाद वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली ने काफी उत्साह के साथ इसे सपॉर्ट किया।

नीलेकणि ने ये बातें वर्ल्ड बैंक के पैनल डिस्कशन में ‘विकास के लिए डिजिटल इकॉनमी’ पर चर्चा के दौरान कहीं। उन्होंने कहा कि सही डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर की मदद से ही विकासशील देशों के लिए आगे बढ़ना आसान है। उन्होंने कहा कि आधार के सिस्टम पर 100 करोड़ से ज्यादा लोग रजिस्टर कर चुके हैं।

उन्होंने कहा, ‘आधार ने सरकार को 58 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और गैरजरूरी खर्चे से भी बचाया है, क्योंकि आधार की वजह से ड्यूप्लिकेट और फर्जी लाभार्थियों को अलग किया जा सका है। करीब 50 करोड़ लोग हैं, जिन्होंने अपनी आईडी को सीधे बैंक खातों से लिंक करा लिया है।

सरकार ने रियल टाइम में लाभार्थियों के बैंक खातों में कई हजार करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं। इसके साथ ही ऐसे कई और फायदे भी हुए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मेरा इस बात में पूरा भरोसा है कि अगर आप सही डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार कर सकते हैं तो आप सही दिशा में आगे भी बढ़ सकते हैं।’

देश का विदेशी मुद्रा भंडार 86.22 करोड़ डालर घटा

मुंबई। रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक देश का विदेशी मुद्रा भंडार छह अक्तूबर को समाप्त सप्ताह में 86.22 करोड़ डॉलर घटकर 398.79 अरब डॉलर रह गया, जिसका मुख्य कारण विदेशी मुद्रा आस्तियों में कमी आना है।

इससे पिछले सप्ताहांत में विदेशी मुद्रा भंडार 2.59 अरब डॉलर घटकर 399.656 अरब डॉलर रहा था। इससे पूर्व 15 सितंबर को समाप्त सप्ताह में मुद्राभंडार 402.50 अरब डॉलर की सर्वकालिक रिकॉर्ड चाई को छू गया था।

भारतीय रिजर्व बैंक के आंकड़े दर्शाते हैं कि समीक्षाधीन सप्ताह में कुल विदेशी मुद्रा भंडार का महत्वपूर्ण हिस्सा, यानी विदेशी मुद्रा आस्तियां :(एफसीए): 1.391 अरब डॉलर घटकर 373.795 अरब डॉलर रह गया।

रिजर्व बैंक ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) में विशेष निकासी अधिकार 79 लाख डॉलर घटकर 1.494 अरब डॉलर रह गया।इसने कहा है कि आईएमएफ में देश का मुद्राभंडार भी 1.19 करोड़ डॉलर घटकर 2.264 अरब डॉलर रह गया।