Sunday, October 6, 2024
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सीबीईसी करेगा व्यापारिक कागजातों के ऑनलाइन प्रसंस्करण की जांच

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नयी दिल्ली। राजस्व विभाग ने कारोबार को आसान बनाने के लिए चेन्नई तथा नयी दिल्ली में जल्दी ही दस्तावेजों के पेपरलेस प्रसंस्करण की शुरुआत का निर्णय लिया है।

केंद्रीय उत्पाद एवं सीमा शुल्क बोर्ड सीबीईसी ने मार्च 2016 में कहा था कि वह कारोबार संबंधी दस्तावेजों की डिजिटल हस्ताक्षरित प्रतियों को पढ़ सकने में सक्षम सूचना प्रौद्योगिकी आईटी संरचना की खरीद की प्रक्रिया में है।

बोर्ड ने एक परिपत्र में कहा, सक्षम परियोजना के तहत सीबीईसी अपनी आईटी संरचना का उन्नयन कर रहा है जिसका इस्तेमाल सिंगल विंडो इंटरफेस फॉर फेसिलिटेशन ऑफ ट्रेड स्विफ्ट के तहत दस्तावेजों के कागजरहित प्रसंस्करण में किया जा सके।

बोर्ड ने अब कागजातों के निस्तारण में तेजी लाने के लिए नयी दिल्ली में एयर कार्गो कांप्लेक्स और चेन्नई कस्टम्स हाउस में ऐसी सुविधा लगाने का प्रस्ताव दिया है जिसके तहत डिजिटल हस्ताक्षर वाले दस्तावेजों को अपलोड किया जा सके।

पेपरलेस प्रसंस्करण से कर प्राधिकरणों और व्यापार के बीच भौतिक दखल में भी कमी आएगी। इसके तहत व्यापारियों और ब्रोकरों को डिजिटल हस्ताक्षर वाले सारे व्यापारिक कागजात आईसीईजीएटीई पर ऑनलाइन जमा करने होंगे।

इसकी शुरुआत के 15 दिन बाद एक समीक्षा की जाएगी तथा उसके बाद इसे अनिवार्य जरूरत के रूप में पेश किया जाएगा।

मिलावट खोरों के खिलाफ होगी सख्त कार्यवाही

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जयपुर । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सराफ ने रविवार को प्रातः केन्द्रीय जनस्वास्थ्य प्रयोगशाला के अत्याधुनिक जांच उपकरणों का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में खाद्य पदार्थाें में मिलावट करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी।

सराफ ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सघन अभियान चलाकर खाद्य पदार्थाें के नमूने लेने एवं जांच में मिलावट पाये जाने पर नियमानुसार सख्त कार्यवाही के निर्देश दिये गये हैं। उन्हाेंने बताया कि केन्द्रीय जांच प्रयोगशाला के रिक्त पदों को भरने के लिए प्रक्रिया प्रारंभ की जा चुकी है।

चिकित्सा मंत्री ने बताया कि बजट घोषणा की अनुपालना में केन्द्रीय जनस्वास्थ्य प्रयोगशाला में आधुनिक उपकरणों को स्थापित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इन उपकरणों से फल, सब्जी सहित अन्य प्रकार के खाद्य पदार्थो में हैवी मैटल व पेस्टीसाईड होने की जांच की जा सकेगी।

उन्होंने बताया कि आधुनिक उपकरणों युक्त केन्द्रीय जनस्वास्थ्य प्रयोगशाला संचालित करने वाले गुजरात, महाराष्ट्र व कर्नाटक राज्यों के साथ अब राजस्थान भी चुनिंदा राज्यों में शामिल हो गया है। 

कार्यक्रम में सांसद रामचरण बोहरा, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य वीनू गुप्ता, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ.वी.के.माथुर, निदेशक आरसीएच डॉ.एस.एम.मित्तल, सीएमएचओ जयपुर प्रथम डॉ. नरोत्तम शर्मा व सीएमएचओ जयपुर द्वितीय डॉ.प्रवीन असवाल सहित संबंधित अधिकारीगण मौजूद थे।

ज्वेलरी समेत कई जरूरी वस्तुओं पर नया भारतीय मानक ब्यूरो कानून लागू

नई दिल्ली । बहुप्रतीक्षित भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) अधिनियम 12 अक्टूबर से लागू हो गया है। इसके लागू होने से ज्वैलरी जैसी और ज्यादा वस्तुओं और सेवाओं पर मानकीकरण अनिवार्य रूप से लागू हो गया है। संसद ने पिछले मार्च 2016 में बीआइएस एक्ट पारित किया था।

अभी तक देश में बीआइएस एक्ट 1986 लागू है। उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने पिछले सप्ताह नये कानून के नियमों को अंतिम रूप दिया। उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने एक बयान में कहा कि नया कानून देश में कारोबारी सुगमता को और बढ़ायेगा और यहां व्यवसाय करना आसान होगा।

इसके प्रावधानों से न सिर्फ मेक इन इंडिया अभियान को बढ़ावा मिलेगा बल्कि उपभोक्ताओं को अच्छी क्वालिटी की सेवाएं और उत्पादों की उपलब्धता सुनिश्चित होगी।

नये कानून के मुताबिक जनहित में आवश्यक होने या मानव सुरक्षा, पशु अथवा वनस्पति के स्वास्थ्य, पर्यावरण की सुरक्षा या फिर अनुचित व्यापारिक चालों को रोकने अथवा राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर जरूरी होने पर सरकार किसी वस्तु या सेवा को अनिवार्य मानकीकरण व प्रमाणीकरण के दायरे में ला सकती है।

बयान के अनुसार कीमती धातुओं की वस्तुओं जैसे ज्वैलरी के लिए हालमार्किग को अनिवार्य करने का प्रावधान किया गया है। नये कानून में आसान अनुपालन मूल्यांकन की कई स्कीमों को मंजूरी दी गई है।

इनमें मानकों के अनुपालन के लिए सेल्फ डिक्लेरेशन भी शामिल है। निमार्ताओं के लिए मानकों के अनुपालन और इसके लिए प्रमाणपत्र पाने का यह आसान तरीका होगा।

नये नियम में एक प्रावधान किया गया है जिसके तहत सरकार बीआइएस के अतिरिक्त कोई अथॉरिटी या एजेंसी नियुक्त कर सकती है जो उत्पादों व सेवाओं के मानकीकरण अनुपालन की पुष्टि करेगी और इसका प्रमाणपत्र जारी करेगी।

एक अन्य प्रावधान के अनुसार अगर किसी उत्पाद पर मानकीकरण का चिन्ह तो है लेकिन उसके मानकों का अनुपालन नहीं किया गया है तो उत्पादों की मरम्मत और इसे वापस मंगाने की जिम्मेदारी तय की गई है। नये कानून में भारतीय मानक ब्यूरो (बीआइएस) को भारतीय राष्ट्रीय मानक संगठन (एनएसबीआइ) कहलाएगा।

बैंकों की मनमानी से ग्राहकों को मिलेगी राहत, ब्याज दरों में कटौती का होगा फायदा

कुछ बैंक तो अपने कार्यालय के किराये, कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी पर होने वाले खर्च को भी कर्ज की दर तय करने के फॉर्मूले में शामिल कर लेते हैं

नई दिल्ली। ब्याज दरों में बैंकों की मनमानी से शायद ग्राहकों को राहत मिल सकती है। आरबीआइ बैंकों की इस आदत पर लगाम लगाने का मन बना चुका है। केंद्रीय बैंक की तरफ से इस बारे में किये गये आंतरिक अध्ययन में बैंकों के स्तर पर कई तरह की गड़बड़ियों का पता चला है।

इस अध्ययन के आधार पर आरबीआइ जल्द ही ऐसी व्यवस्था करने जा रहा है जिससे बैंकों के लिए कर्ज की दरों को ज्यादा पारदर्शी तरीके से तय करना होगा।

आरबीआइ के दो पूर्व गर्वनर डी. सुब्बाराव व रघुराम राजन और मौजूदा गर्वनर उर्जित पटेल ब्याज दरों में कटौती का पूरा फायदा ग्राहकों को नहीं देने पर बैंकों को फटकार लगा चुके हैं।

आरबीआइ जब भी मौद्रिक नीति के तहत रेपो रेट में कटौती कर बैंकों को सस्ती दर पर कर्ज देने का मौका देता है तो बैंक उसका पूरा फायदा ग्राहकों को नहीं देते हैं।

आरबीआइ ने यह अध्ययन रिपोर्ट बुधवार को सार्वजनिक की है। वैसे तो इस पर अभी विचार विमर्श हो रहा है लेकिन इस बात के पूरे संकेत है कि कर्ज की दरों को तय करने में बैंकों का मनमाना रवैया अब नहीं चलेगा।

मसलन, अभी फ्लोटिंग दर को बैंक साल में एक बार निर्धारित करते हैं लेकिन रिपोर्ट में इसे हर तिमाही तय करने की सिफारिश की गई है। इसका मतलब यह हुआ कि अगर रेपो रेट में कटौती की जाती है तो उसका फायदा ग्राहकों को जल्दी मिलने का रास्ता साफ हो जाएगा।

रिजर्व बैंक रेपो रेट पर ही बैंको की अल्पकालिक जमा पर ब्याज देता है। रिपोर्ट में यह भी संकेत दिया गया है कि बैंकों के लिए कर्ज की दरों को तय करने का नया फॉर्मूला अगले वर्ष से लागू होगा।

इसमें सभी बैंकिंग ग्राहकों को यह मौका मिलेगा कि वह नई व्यवस्था के तहत तय ब्याज दर पर अपने बकाये कर्ज का भुगतान करे। इसके लिए ग्राहकों से कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लिया जाएगा।

वैसे इस रिपोर्ट के आधार पर नई व्यवस्था तो लागू हो जाएगी लेकिन अभी जिस तरह से बैंक कर्ज की दरों को तय करते हैं उसको लेकर इसमें कई खुलासे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि बैंकों के स्तर पर कर्ज की दरों को तय करने में कई तरह की अनियमितताएं बरती जा रही हैं।

कुछ बैंक तो अपने कार्यालय के किराये, कॉरपोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी पर होने वाले खर्च को भी कर्ज की दर तय करने के फॉर्मूले में शामिल कर लेते हैं। 

एक बैंक का बगैर नाम लिये इसमें कहा गया है कि विगत छह महीने में इसकी जमा लागत में 0.40 फीसद की कमी हुई लेकिन उसका कोई फायदा ग्राहकों को नहीं दिया गया।

मोटे तौर पर जनवरी, 2015 के बाद से अभी तक रेपो रेट में दो फीसद की कटौती हो चुकी है लेकिन बैंकों की तरफ से कर्ज की दरों में बमुश्किल 0.75 फीसद की कटौती की गई है।

अब सीबीएसई स्कूलों की भी होगी रैकिंग-एचआरडीएम

  • केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालयों से होगी शुरुआत

  • मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने गाइड लाइन बनाने के दिए निर्देश

नई दिल्ली। उच्च शिक्षण संस्थानों की तर्ज पर सीबीएसई स्कूलों की भी अब रैकिंग होगी। इसकी शुरुआत केंद्रीय विद्यालय और नवोदय विद्यालय से होगी। मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने दोनों ही विद्यालय संगठनों से इसके लिए एक गाइड लाइन तैयार करने को कहा है।

साथ ही निर्देश दिया है कि अगले शैक्षणिक सत्र से इसे शुरू करने की तैयारी की जाए। देश भर में मौजूदा समय में 1128 केंद्रीय विद्यालय और 589 नवोदय विद्यालय है। मानव संसाधन विकास मंत्रालय की इस पहल को स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है।

स्कूलों में बीच इस प्रतिस्पर्धा के शुरू होने इसके पठन-पाठन में सुधार होगा। साथ ही ऐसे विद्यालयों को भी चिन्हित करने में मदद मिलेगी, जो अपनी किसी न किसी कमजोरी के चलते पिछड़ रहे हैं। सूत्रों की मानें तो उच्च शिक्षण संस्थानों के बीच कराई गई ऐसी ही प्रतिस्पर्धा से इनमें सुधार सामने आने के बाद यह पहल शुरू की गई है।

मौजूदा समय में देश भर में सीबीएसई से संबद्ध 17 हजार से ज्यादा स्कूल है। इन आधारों पर होगी रैकिंग मंत्रालय से जुड़े सूत्रों की मानें तो स्कूलों की रैकिंग तय करने का जो आधार होगा, उनमें विद्यालय का इंफ्रास्ट्रक्चर, खेलकूद की सुविधाएं, छात्रों के क्लास रूम, पुस्तकालय आदि शामिल है।

इसके अलावा एक शिक्षक पर छात्रों की औसत संख्या, शिक्षकों की योग्यता, पास आऊट होने वाले छात्रों का प्रतिशत, प्रोफेशनल कोर्सो के लिए छात्रों के चयन का प्रतिशत और फीस जैसी जानकारियां शामिल होंगी।

स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस कल से, अभी से वेटिंग

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कोटा। स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग पर 16 अक्टूबर से कोटा होकर पटरी पर दौड़ेगी।  इस गाड़ी में अभी से वेटिंग आ गई है। रविवार को कोटा से सुबह 7 बजे थर्ड ऐसी में 19 वोटिंग थी।

लम्बे समय से चली आ रही यात्रियों की मांग को पूरा करने और दिल्ली-मुंबई के बीच यात्रियों को त्वरित एवं सुविधाजनक ट्रेन उपलब्ध कराने के लिए स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस का संचालन किया जाएगा।

इस ट्रेन में परिवर्तनशील किराया प्रणाली लागू नहीं होगी। भारतीय रेलवे पहले से ही दिल्ली-मुंबई के बीच दो राजधानी एक्सप्रेस एवं 30 से अधिक मेल, एक्सप्रेस रेलगाडिय़ों को संचालन कर रहा है।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि देश की राजधानी दिल्ली एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक, परिवहन एवं सांस्कृतिक केन्द्र के रूप में ऐतिहासिक महत्व का बड़ा शहर है। देश का राजनीतिक केन्द्र भी है।

मुंबई भारत की व्यावसायिक एवं वित्तीय राजधानी है। दोनों ही शहर देश के महत्वपूर्ण व्यावसायिक केन्द्र हैं। इसलिए दोनों शहरों के बीच कारगर और प्रभावी परिवहन सम्पर्क की बेहद आवश्यकता थी।

2 घंटे कम लगेगा समय
नई राजधानी एक्सप्रेस से यात्रा समय में वर्तमान में चल रही राजधानी एक्सप्रेस के 15 घंटे 50 मिनट की तुलना में 13 घंटे 55 मिनट का समय लगेगा। इससे यात्रा समय में लगभग 2 घंटे की बचत होगी।

एक ही रेक के उपलब्ध होने से नई सेवा सप्ताह में तीन दिन ही उपलब्ध होगी। यह रेलगाड़ी केवल कोटा, वडोदरा और सूरत स्टेशनों पर ही ठहरेगी।

19 प्रतिशत कम किराया
इस रेलगाड़ी के सैकेंड एसी एवं थर्ड एसी का किराया वर्तमान मुंबई राजधानी की इन श्रेणियों के किराये के मुकाबले लगभग 19 प्रतिशत सस्ता होगा। उच्चतर रफ्तार और गति का संतुलन बनाए रखने के लिए 2 डब्ल्यूएपी-5 श्रेणी के दो लोकोमोटिव से ट्रेन का संचालन होगा।

प्रत्येक इंजन की क्षमता 5400 हॉर्सपावर होगी। इसकी अधिकतम गति 130 किलोमीटर प्रतिघंटे होगी। इसमें 1 फर्स्ट एसी वातानुकूलित कोच, 2 सैकंड एसी एवं 12 थर्ड एसी और 1 पेन्ट्रीकार होगी।

ये रहेगा समय
गाड़ी संख्या 09004 निजामुद्दीन-बांद्रा टर्मिनस विशेष राजधानी एक्सप्रेस निजामुद्दीन से शाम 4.15 बजे रवाना होगी तथा अगले दिन सुबह 6.10 बजे बांद्रा टर्मिनस पहुंचेगी। निजामुद्दीन से रेलगाड़ी के रवाना होने के दिन बुधवार, शुक्रवार और रविवार हैं।

गाड़ी संख्या 09003 बांद्रा टर्मिनस-निजामुद्दीन विशेष राजधानी एक्सप्रेस बांद्रा टर्मिनस से शाम 7.05 बजे रवाना होगी तथा अगले दिन सुबह 6 बजे हजरत निजामुद्दीन पहुंचेगी।

यात्रा में 13 घंटे 55 मिनट का समय लगेगा। बांद्रा टर्मिनस से रेलगाड़ी के रवाना होने के दिन मंगलवार, गुरुवार और शनिवार हैं।

एमबीएस अस्पताल में निःशुल्क डिजिटल हैल्थ प्रोफाइल सुविधा आज से

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  • स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने का लक्ष्य।
  • डेंगू, स्वाइन फ्लू, स्क्रब टाइफस जैसी संक्रामक बीमारियों में डॉक्टर के पर्चे व जांच मेडकॉर्ड्स पर सुरक्षित मिलने से रोगियों व नागरिकों को मिलेगी राहत।

कोटा। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के सभी नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के लिए एमबीएस अस्पताल में रविवार को सुबह 11 बजे निःशुल्क डिजिटल हैल्थ प्रोफाइल सुविधा का शुभारंभ किया जाएगा।

अस्पताल परिसर में ओपीडी विभाग के सामने आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि विधायक प्रहलाद गुंजल इसका उद्घाटन करेंगे।  समारोह में महापौर महेश विजय, नगर विकास न्यास अध्यक्ष रामकुमार मेहता, मेडिकल कॉलेज, कोटा के प्रिंसिपल डॉ.गिरीश वर्मा तथा अस्पताल अधीक्षक डॉ. प्रमोद तिवारी विशिष्ट अतिथी होंगे।

स्मार्ट सिटी के वाइस चेयरमैन महापौर महेश विजय ने बताया कि इन दिनों शहर में डेंगू, स्वाइन फ्लू, स्क्रब टाइफस जैसी संक्रामक बीमारियों का प्रकोप होने से हजारों रोगियों को समय पर सही इलाज लेने में सुविधा मिलेगी।

मेडकॉर्ड्स के सीईओ श्रेयांस मेहता तथा निखिल बाहेती ने बताया कि स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में हुए एमओयू के तहत एमबीएस अस्पताल में सभी रोगियों तथा आम नागरिकों के मेडिकल रिकॉर्ड्स सुरक्षित रखने तथा उपयोगी बनाने के लिए यह डिजिटल सुविधा को व्यापक स्तर पर प्रारंभ किया जा रहा है।

इसके लिए अस्पताल परिसर में मेडकॉर्ड्स केंद्र बनाया गया है, जहां कोई भी नागरिक निशुल्क हैल्थ प्रोफाइल के लिए पंजीयन करा सकते हैं। यह सुविधा प्रतिदिन अस्पताल समय में चालू रहेगी।

वे डॉक्टर्स के पर्चे व जांच रिपोर्ट के फोटो मोबाइल से खींचकर मेडकॉर्ड्स एप में आजीवन सुरक्षित रख सकते हैं, उन्हें मेडिकल रिपोर्ट की फाइल नहीं पडे़गी।

इससे पहले स्वायत्त शासन व नगरीय विकास के प्रमुख शासन सचिव एवं स्मार्ट सिटी चेयरमैन डॉ.मंजीत सिंह ने पिछले माह मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में यह सुविधा प्रारंभ की।

डिजिटल इंडिया मिशन के तहत राज्य में कोटा पहला शहर है, जहां सभी नागरिकों को अगले एक वर्ष में डिजिटल तकनीक से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का लक्ष्य है। पहले चरण में मेडिकल कॉलेज, रामपुरा सेटेलाइट, भीमगंजमंडी, दादाबाड़ी डिस्पेंसरी में हजारों रोगियों व नागरिकों को इसका लाभ मिल रहा है।

कमजोर उठाव से उड़द बढ़िया 200 रुपये प्रति क्विंटल मंदा बिका

कोटा। भामाशाह अनाज मंडी में शनिवार को लहसुन की आवक 15000 हजार कट्टे की रही । माल की कुल आवक 50 हजार बोरी की रहीं । कमजोर उठाव से उड़द बढ़िया 200 रुपये प्रति क्विंटल मंदा रहा।

गेहूं मिल 1500 से 1541 लोकवान 1600 से 1700 पीडी 1650 से 1700 टुकडी 1600 से 1700 रुपये प्रति क्विंटल। धान सुगंधा 1800 से 2050 पूसा 1 2000 से 2100 पूसा4 (1121) 2000 से 2400 धान (1509) 2000 से 2200 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन 2200 से 2831 सरसो 3200 से 3475 तिल्ली 5000 से 6500 रुपये प्रति क्विंटल। मैथी 2000 से 2400 धनिया बादामी 3400 से 3800 ईगल 3600 से 3900 रंगदार 4000 से 5000 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंग 3500 से 4100 उडद 2400 से 4000 चना 4500 से 5000 रुपये प्रति क्विंटल। चना काबुली 7000 से 10500 चना पेपसी 4800 से 5000 चना मौसमी 4800 से 5200 मसूर 3300 से 3600 रुपये प्रति क्विंटल। 

ग्वार 2500से 3050 मक्का नई 800 से 1200 जौ 1100 से 1200 ज्वार 1300 से 2000 रुपये प्रति क्विंटल। । लहसुन 800 से 4000 रुपये प्रति क्विंटल।

कोटा में बीएमडब्लू मोबाइल स्टूडियो का आयोजन आज और कल

कोटा। बीएमडब्लू मोबाइल स्टूडियो का शनिवार और रविवार को होटल मैनाल रेसीडेंसी बून्दी रोड़ पर आयोजन किया जायेगा। आॅल न्यू बीएमडब्लू 5 सीरीज़ और बीएमडब्लू एक्स डिस्प्ले किये जायेंगे।

]जबकि बीएमडब्लू मोबाइल स्टूडियो में आने वाले आॅटोमोबाइल के शौकीनों के लिए बीएमडब्लू 3 सीरीज़, बीएमडब्लू 3 सीरीज़ ग्रान टुरिस्मों, आॅल न्यू बीएमडब्लू 5 सीरीज, बीएमडब्लू एक्स1, बीएमडब्लू एक्स3 और बीएमडब्लू एक्स5 टेस्ट ड्राइव के लिए उपलब्ध होंगे। बीएमडब्लू मोबाइल स्टूडियो का कोटा में सांघी क्लासिक द्वारा आयोजन किया जा रहा है।

बीएमडब्लू मोबाइल स्टूडियो एक स्टेटआॅफ द आर्ट मोबाइल स्ट्रक्चर है, जिसमें दो कार डिस्प्ले रिसेप्शन एरिया बीएमडब्लू लाइफ स्टाइल कलेक्शन और एक लाउंज है। इसके माध्यम से ग्राहकों को बीएमडब्लू सेडान एवं स्पोर्ट्स एक्टिविटी व्हीकल के परफाॅर्मेंस का अनुभव करने का मौका मिलेगा।

व्यावहारिक ड्राइविंग अनुभव लेने के बाद ग्राहक सेल्स एक्सपर्ट से अपने सवालों के जवाब एवं रुचियों के बारे में जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। विशेषज्ञ कारों की सभी स्पेसिफिकेशनए टेक्नोलाॅजी और विशेषताओं पर परामर्श प्रदान करते हैं।