नई दिल्ली। सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स के चीफ एग्जिक्युटिव ऑफिसर (सीईओ) ने दशकों तक सेवारत रहने के बाद अचानक इस्तीफा दे दिया। उनका कहना है कि घूसखोरी कांड में वास्तविक प्रमुख के जेल के जाने के बाद कंपनी को नए नेतृत्व की जरूरत है। कंपनी के को-वाइस चेयरमैन का भी जिम्मा संभालनेवाले क्वान ओएच-हुआन ने शुक्रवार को अपने इस्तीफे का ऐलान किया।
डिस्प्लेज और मेमरी चिप्स की मांग में जबर्दस्त तेजी की वजह से दक्षिण कोरियाई कंपनी सैमसंग को 12.8 अरब डॉलर (करीब 82,809 करोड़ रुपये) की रेकॉर्ड ऑपरेटिंग इनकम हुई। उन्होंने कहा कि आर्थिक मोर्चे पर सफलता पाने के बावजूद कंपनी अभूतपूर्व संकट से जूझ रही है।
65 वर्षीय क्वान करीब छह महीने तक कंपनी से जुड़े रहेंगे जब तक कि उनका उत्तराधिकारी पद नहीं सभाल लेगा। पूरी संभावना है कि कंपनी के अंदर से ही कोई जगह कमान संभालेगा।
सैमसंग के संस्थापक के पोते जे वाई ली के हिरासत में लिए जाने के बाद क्वान कंपनी का चेहरा बन गए। जे को अगस्त महीने में पांच साल जेल की सजा सुनाई गई। घुसखोरी कांड में दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति पार्क ग्वेन हे को पद से हाथ धोना पड़ा था। ताजा वित्तीय नतीजों से सैमसंग की बिजनस यूनिट के सहज संचालन का पता चलता है।
शुक्रवार को आए इन नतीजों में शुद्ध आय या विभागीय प्रदर्शन शामिल नहीं है। आखिरी आंकड़े प्रायः दो सप्ताह बाद ही आते हैं। शुक्रवार को सिओल में सैमसंग के शेयर 1.5 प्रतिशत टूट गए जो इस साल करीब 50 प्रतिशत मजबूत हुए हैं।