ऑक्सीजन प्लांट पहले ही लग जाते तो राज. में हजारों बेमौत नहीं मरते: दिलावर

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60 ऑक्सीजन प्लांट के लिए केंद्र सरकार राजस्थान को दिसम्बर में ही दे चुकी थी धनराशि

कोटा। रामगंज मंडी क्षेत्र के विधायक मदन दिलावर ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर कोरोना काल में सासों पर सियासत करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने दिसंबर 2020 में ऑक्सीजन प्लांट के लिए स्वीकृत धनराशि उपलब्ध करवाने के बावजूद राजस्थान में अभी तक गहलोत सरकार ऑक्सीजन प्लांट नहीं लगा पाई। जो राजस्थान सरकार के लिए बेहद शर्मनाक है।

पिछले कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान सरकार को दिसंबर 2020 को लगभग 60 ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध करवाई थी। इन ऑक्सीजन प्लांट को 15 मार्च 2021 तक पूरा करना था। परंतु इस सरकार ने आज तक 60 प्लांटों की न तो जमीन आवंटित की और न प्लांट प्रारंभ करने की कोई व्यवस्था की है।

प्रधानमंत्री ने अन्य प्रदेशों को भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए राशि उपलब्ध करवाई थी। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तरांचल, हिमाचल, कर्नाटक, गुजरात एवं बिहार आदि राज्यों में ऑक्सीजन प्लांट लगाकर प्रोडक्शन प्रारंभ कर दिया गया है। कोरोना काल में अच्छा काम का ढिंढोरा पीटने वाली राजस्थान की गहलोत सरकार ने ऑक्सीजन के अभाव में यहां की जनता को मरने के लिए छोड़ दिया है।

अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए राजस्थान सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ऑक्सीजन उपलब्ध नहीं कराने का आरोप लगा रहे हैं। दूसरी ओर यूडीएच मिनिस्टर शांति धारीवाल भी सांसो पर सियासत करने से भी नहीं चूक रहे हैं। कहते हैं कि कांग्रेस सरकार राजस्थान में लगभग 60 ऑक्सीजन प्लांट आगामी 2 माह में लगाएगी। ऐसा भ्रामक प्रचार कर रहे हैं।

जबकि ऑक्सीजन प्लांट की स्वीकृति दिसंबर 2020 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दे चुके हैं। यदि समय रहते गहलोत सरकार भारत सरकार द्वारा दी गई धनराशि से ऑक्सीजन प्लांट लगाकर तय समय में ऑक्सीजन का उत्पादन प्रारंभ कर देती तो आज राजस्थान में हजारों कोरोना रोगियों को ऑक्सीजन के अभाव में तड़प- तड़प कर यूं नहीं मरना पड़ता।