धनिया का घरेलू उत्पादन 105/110 लाख बोरी होने का अनुमान

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राजकोट। यद्यपि पिछले साल की तुलना में चालू रबी सीजन के दौरान धनिया का बिजाई क्षेत्र राजस्थान में घट गया, लेकिन गुजरात में काफी बढ़ गया, जबकि मध्य प्रदेश में गत वर्ष के आसपास ही रहा। मौसम की हालत धनिया की फसल के लिए लगभग सामान्य रहा और इसलिए राष्ट्रीय स्तर पर इसका कुल उत्पादन 105/110 लाख बोरी होने का अनुमान है जो पिछले सीजन के लगभग बराबर ही है।

चालू वर्ष के दौरान गुजरात में 50-55 लाख बोरी, मध्य प्रदेश में 40 लाख बोरी तथा राजस्थान में 15 लाख बोरी धनिया के उत्पादन का अनुमान लगाया जा रहा है। पिछले साल के आरंभ में लगभग 35 लाख बोरी धनिया का विशाल बकाया स्टॉक मौजूद था जबकि चालू मार्केटिंग सीजन की शुरुआत के समय बकाया स्टॉक महज 20 लाख बोरी का आंका गया। इस तरह वर्तमान सीजन के देश में धनिया की कुल उपलब्धता 125/130 लाख बोरी की होने का अनुमान है।

उत्पादन एवं आवक में ज्यादा अन्तर नहीं होने के बावजूद धनिया का बाजार भाव इस बार ऊंचा चल रहा है जिसके लिए घरेलू एवं निर्यात मांग की बेहतर स्थिति को मुख्य कारण माना जा रहा है। धनिया का औसत बाजार भाव ईगल का 6500 रुपए प्रति क्विंटल तथा स्कूटर का 7000 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा है जो गत वर्ष की समान अवधि में क्रमशः 5500 रुपए प्रति क्विंटल एवं 6500 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा था।

थोक मंडी भाव के ऊंचा होने से किसानों को बेहतर आमदनी प्राप्त हो रही है। अप्रैल-मई तक धनिए की जोरदार आपूर्ति जारी रहने की उम्मीद है। मोटे अनुमान के अनुसार अब तक करीब 50 प्रतिशत फसल कट चुकी है जबकि शेष फसल की कटाई-तैयारी जारी है। स्टाकिस्टों को उम्मीद है कि जून से धनिया के दाम में कुछ और तेजी आने लगेगी। आगामी महीनों में इसका निर्यात प्रदर्शन भी बेहतर रहने का अनुमान है। मंडियों में अब अच्छी क्वालिटी के सूखे माल की आवक बढ़ रही है जिसमें नमी का अंश स्वीकृत सीमा के अंदर ही है। इससे लिवाली बढ़ने की उम्मीद है।