अर्णब पर डिबेट में लगे पक्षपात के आरोप, VIDEO में देखें एंकर ने क्या दिया जवाब

0
346

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में भयंकर राजनीतिक उठापटक के बीच नेताओं के पाला बदलने का दौर बदस्तूर जारी है। तृणमूल कांग्रेस से बगावत के बाद शनिवार को पश्चिम बंगाल के कद्दावर नेता शुभेंदु अधिकारी भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। बंगाल में हो रहे राजनीतिक घटनाक्रमों पर ना सिर्फ लोगों की नजर है बल्कि टीवी डिबेट्स में भी इसकी खूब चर्चा हो रही है। रिपब्लिक टीवी की एक डिबेट में बंगाल को लेकर राजनीतिक विश्लेषक रंजन भट्टाचार्य, अर्नब गोस्वामी और बीजेपी नेत्री ममता काले के बीच जबरदस्त बहस हो गयी।

डिबेट में एक पल ऐसा आया, जब रंजन भट्टाचार्य ने अर्नब गोस्वामी को कहा कि आप एंकर है, एडिटर हैं लेकिन फिर भी पक्षपात करते हैं। गोस्वामी ने इसी पर कहा कि मैं पक्षपात नहीं कर रहा हूं। सबको बोलने का मौका दे रहा हूं। आप पहले यह बताइए कि इस बार टीएमसी को कड़ी टक्कर मिल रही है या नहीं? बीजेपी के नेता कड़ी मेहनत कर रहे हैं या नहीं?

भट्टाचार्य आगे कहने लगे, “आप एक नेशनल टीवी चैनल के एंकर हैं लेकिन फिर भी पक्षपात करते हैं और किसी दूसरे पैनलिस्ट को बोलने का मौका नहीं देते हैं, जबकि एक एडिटर को न्यूट्रल होना चाहिए।” भट्टाचार्य की इस बात डिबेट में शामिल बीजेपी नेत्री ममता काले ने अर्नब का बचाव करते हुए रंजन भट्टाचार्य को कहा कि आप अर्नब को गलत सलाह दे रहे हैं। अर्नब एक सम्मानित और अच्छे पत्रकार हैं।

ममता यह भी बोलीं कि अगर कोई भी पत्रकार न्यूट्रल नहीं होते तो देश की यह हालत नहीं होती। ममता ने बचाव में आगे कहा कि पत्रकारिता में न्यूट्रल कुछ भी नहीं होता है। अर्नब देश के ऐसे पत्रकार हैं जो बीच का रास्ता ना अपनाकर हमेशा सही का साथ देते हैं इसलिए आप अर्नब को गलत सलाह मत दीजिये। जिसके बाद रंजन भट्टाचार्य ने कहा कि अब आगे मुझे कुछ नहीं कहना है।

रंजन की इस टिप्पणी पर यूजर्स की तरह तरह की प्रतिक्रिया आने लगीं। इसपर कविता नाम की एक यूजर ने लिखा कि अर्नब एक अच्छे पत्रकार हैं , उनके पास कई सालों का अनुभव है इसलिए उनको किसी से पत्रकारिता सिखने की जरुरत नहीं हैं। वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा कि अर्नब डिबेट में अपने किसी पैनलिस्ट को बोलने का मौका नहीं देते हैं।