भीलवाड़ा में 11 दिन बाद 4 नए कोरोना पॉजिटिव, ट्रैवल हिस्ट्री की होगी जांच

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भीलवाड़ा। शहर में करीब 11 दिन बाद एक बार फिर कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए। यहां मंगलवार को एक साथ चार नए संक्रमित मिले। जो शहर के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले हैं। पॉजिटिव आने वाले रोगी आरसी व्यास कॉलोनी, विजय सिंह पथिक नगर व जवाहर नगर के रहने वाले है। आरसी व्यास कॉलोनी निवासी ( 22),साल की युवती है। विजय सिंह पथिक नगर निवासी (23), साल का युवक है,जबकि जवाहर नगर निवासी (45) साल का युवक और उसकी पत्नी ( 40) साल की पॉजिटिव पाई गई।

चिकित्सा विभाग की टीमें सभी रोगियों को घर से लाने के लिए रवाना हुई है। उनके साथ ही परिजनों व रिश्तेदारों को भी लाने में विभाग जुटा हुआ है। यह सभी संक्रमित कैसे हुए इसका पता लगाया जा रहा है। युवती व युवक पिछले दिनों दिल्ली से लौटने की बात कही जा रही है
इससे पहले एमजी हॉस्पिटल केआइसोलेशन वार्ड से रविवार को एक और कोरेना निगेटिव हुई मरीज को डिस्चार्ज किया गया।

भीलवाड़ा के 32 कोरोना पॉजिटिव में से अब तक 25 मरीजों को डिस्चार्ज किया जा चुका है। दो मरीजों की मौत हो चुकी है। अब 5 रोगी भर्ती है। जिसमें से पहले से भर्ती एक की रिपोर्ट निगेटिव आ चुकी है।

आगे की तैयारियों के लिए प्रशासन बनाएगा प्लान-बी
जिले में संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए मुख्यमंत्री ने प्लान बी तैयार करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने बताया कि अभी प्लान ए के तहत काम किया जा रहा है। कलेक्टर ने एसपी को सुरक्षा व्यवस्था के संदर्भ में समीक्षा कर प्लान बनाने के लिए कहा है। इनमें कौन-कौन अधिकारी, कर्मचारी प्लान में होंगे, कौन लीड करेगा सहित विस्तृत प्रस्ताव तीन दिवस में प्रस्तुत करने के लिए कहा है। प्लान ए व प्लान बी अलग-अलग होंगे।

जिला परिषद सीईओ को क्वारेंटाइन सेंटर, सभी एसडीएम काे अपने-अपने क्षेत्र में ब्लाॉक स्तरीय विभागों के साथ समीक्षा कर सूक्ष्म प्लान तैयार कर तीन दिवस में प्रस्तुत करना है। सीएमएचओ व प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को संयुक्त रूप से प्रस्ताव तैयार करने, डीएसओ को खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, उपभोक्ता भंडार को आवश्यक वस्तुओं, सामग्री की आपूर्ति, स्टाॅक, कृषि मंडी सचिव काे फल एवं सब्जी की आपूर्ति के लिए कहा है। आपूर्ति-वॉर रूम, कंट्रोल रूम प्रभारी काे तीन दिन प्रस्ताव तैयार करना होगा।

भीलवाड़ा मॉडल जिसकी चर्चा
कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने राज्य सरकार के किसी सरकारी आदेश का इंतजार किए बगैर ही जिले की सभी सीमाओं को 20 चेकपोस्ट बनाकर सील कर दिया। राशन सामग्री की सप्लाई सरकारी स्तर पर करने और जिले के हर व्यक्ति की स्क्रीनिंग का फैसला किया।
संक्रमण बांगड़ हाॅस्पिटल से फैला इसलिए सबसे पहले यह पता किया यहां कहां-कहां के मरीज आए।

सूची निकलवाई ताे पता चला कि 4 राज्यों के 36 और राजस्थान के 15 जिलाें के 498 मरीज थे। इन सभी जिलाें के कलेक्टर काे एक-एक मरीज की सूचना दी। छह पाॅजिटिव केस मिलते ही भीलवाड़ा में कर्फ्यू लगा दिया ताकि लोग घरों में रहें। बांगड़ अस्पताल में आने वाले मरीजों की स्क्रीनिंग शुरू की।

जिले में आने वाले सभी 20 रास्ताें पर चेक पाेस्ट बनाकर सीमाएं सील कर दीं ताकि काेई बाहर न जा सके। छह हजार टीमें बनाकर 25 लाख लोगों की स्क्रीनिंग शुरू करा दी। करीब 18 हजार लोग सर्दी-जुकाम से पीड़ित मिले। 1215 लाेगाें काे हाेम आइसाेलेट करके वहां कर्मचारी तैनात किए। करीब एक हजार संदिग्धों काे 20 हाेटलों में क्वारैंटाइन किया।